जब मिल जायें चार यार- 2

(New Sex Partner Ki Chudai)

सनी वर्मा 2024-06-14 Comments

न्यू सेक्स पार्टनर की चुदाई करने का मौक़ा चार दोस्तों को तब मिला जब चारों की बीवियां साथी बदल के नए सेक्स का मजा लेने के लिए राजी हो गयी.

कहानी के पहले भाग
दोस्तों में चुदाई की प्रतियोगिता
में आपने पढ़ा कि चार दोस्त अपनी गर्म बीवियों को लेकर एक साथ गोवा गए. वहां वे एक 4 BHK टाइप के होटल सेटअप में रुके.
चारों जोड़ों ने तय किया था कि रात को अपने कमरों के दरवाजे खुले रख कर सेक्स करेंगे.

अब आगे न्यू सेक्स पार्टनर की चुदाई:

कपिल और शिखा तो शायद सीधी चुदाई में लग गए थे.
उनके कमरे से ‘उह आह … और जोर से … मजा आ गया मेरी जान’ की आवाजें सबसे ज्यादा आ रही थी.

दीपा ने आवाज लगा कर शिखा से पूछा- अकेला कपिल चुदाई कर रहा है या दो तीन और लगे हैं तेरे साथ?
वास्तविकता यह थी कि कपिल ऊपर चढ़ कर शिखा को चोद रहा था.

कपिल का लंड था भी दमदार और उसकी स्पीड भी ज्यादा रहती थी.
शिखा अक्सर सहेलियों को बताती थी कि कपिल उसकी जान निकाल देता है चुदाई में!

आज तो कम्पटीशन भी था.

कपिल ने शिखा के मम्मे मसल मसल कर लाल कर दिए थे और चुदाई मेल उसकी रुक नहीं रही थी.
तो शिखा की चीखें निकलनी वाजिब थीं.

अब बात करते हैं आयशा और रवि की.

उनका सेक्स स्टाइल सबसे अलग था.
उन्हें 69 का शौक था.
इसलिए आयशा हमेश पूरी ऊपर से नीचे चिकनी रहती और रवि के लंड का आसपास का इलाका हमेश चिकना ही रखवाती.

आयशा चूसते चूसते रवि का लंड पूरा अंदर लेकर इसे मुंह से दबा लेती.
रवि को लगता कि वह उसका लंड खा जायेगी.
तो वह हल्ला मचाकर उससे अपनी जान बचाता और फिर घोड़ी बनाकर आयशा के पीछे से लग जाता और पीछे से उसके मम्मे दबोच लेता.

उसके धक्के इतने दमदार होते कि आयशा को मजबूरी में हथियार डालकर नीचे लेट कर अपनी टांगें चौड़ानी पड़ती ताकि रवि अब उसके टखनों को पकड़ कर अपना मूसल पेल सके उसकी चूत में!
बस यहीं से आयशा का शोर शुरू होता.

आयशा रवि को और जोर से चुदाई करने के लिए उकसा रही थी.
वह अपनी पूरी टांगें खोले हुई थी.
यहीं नहीं … उसने अपनी उंगलियों से अपनी चूत की फांकों को और चौड़ा लिया जिसे रवि का लंड पूरा घुस सके गहराई तक!

अभी तक के स्कोर में सबसे ज्यादा हल्ला आयशा और रवि के कमरे से आ रहा था.

कपिल और शिखा का तो शायद हो गया था क्योंकि उनके कमरे से अब कोई आवाज़ नहीं आ रही थी.

रवि आयशा को टक्कर दे रहे थे अनिल और दीपा.
अनिल और दीपा ने शुरूआत तो धीरे धीरे से की … पर जल्दी ही उन्होंने स्पीड पकड़ ली.
उनका फोरप्ले ज्यादा था.

अनिल ने अपनी जीभ दीपा की चूत में घुसा रखी थी और साथ ही वह दीपा के मम्मे भी मसल रहा था.
दीपा आहें निकाल रही थी.
वह तड़फ रही थी अनिल का लंड चूसने के लिए या उसका लंड अपनी चूत में लेने के लिए!

पर अनिल ने उसकी कमर पर हाथों का इतना मजबूत घेरा बना रखा था और जीभ के साथ उसकी उंगलियाँ भी दीपा की चूत में घुस रही थीं.

अचानक उसने थूक से भीगी अपनी उंगली दीपा की गांड में घुसा दी.
वैसे तो दीपा हल्के से चीखती … पर आज कम्पटीशन था तो वह जोर से चीखी- पीछे नहीं!

हालाँकि इन चारों जोड़ों में दीपा ही थी जो गांड भी मरवाती थी अनिल से.

अनिल ने खूब सारा थूक उसकी चूत पर टपकाया जो बहकर दीपा के पिछवाड़े तक आ गया.
अब अनिल ने दीपा की टांगें ऊपर उठायीं और उसकी चूत में लंड घुसाते घुसाते दीपा की गांड में घुसा दिया.

इस अचानक हमले से दीपा चौंक गयी और गाली देते हुए बोली- साले फाड़ेगा मेरी क्या?
पर उसे भी गांड मरवाने में मजा आता था.

दीपा ने अपने हाथों से अपनी टांगें चौड़ा लीं ताकि वाकई उसकी गांड फट न जाए.

दस पांच धक्कों के बाद अनिल ने अब उसकी चूत में घुसने का मन बनाया और दीपा के होठों को चूमते हुए अपना लंड उसकी चूत के आसपास नाचने लगा.

दीपा बोली- क्यों मूड ख़राब कर रहे हो? आ जाओ न अंदर … अब बर्दाश्त नहीं हो रहा.

अनिल ने उसके इनविटेशन पर पेल दिया अपना लंड उसकी चूत में.
हमला जोरदार था. लंड तीर की तरह घुसता हुआ सीधा दीपा की बच्चेदानी से जा टकराया.

दीपा चीखी- अबे … तेरी अपनी है, परायी नहीं … आराम से करो मेरे राजा!

अब जो पेलम पाल और शोर उनके कमरे से आना शुरू हुआ तो यह तय हो गया कि आज की रात के विजेता अनिल और दीपा ही रहेंगे.

अगले दिन 9 बजे करीब चारों जोड़े अपने अपने रूम से मुस्कुराते हुए बाहर निकले.

जैसा कि लड़कियों ने आपस में तय कर लिया था, सभी लड़कियां केवल ब्रा पेंटी में ही बाहर आयीं और लड़के सिर्फ शॉर्ट्स में थे.

सभी ने एक दूसरे को हग किया.
मेज पर रखे आठ हज़ार रूपये अनिल दीपा को दिए गए.

ब्रेकफास्ट बाहर रेस्टोरेंट में था तो लड़कियों ने हल्की फ्रॉक ऊपर डाली और सभी ब्रेकफास्ट करने चले गए.

नहा धो कर चारों ने चार बाइक किराए पर लीं और घूमने निकल गए.
शाम को कल की तरह बीच पर मस्ती करने पहुंचे.

सभी का मूड फ्रेश था.
वहां का उन्मुक्त माहौल देख रवि ने कहा- आज कुछ जोशीला करते हैं.
सबने पूछा- क्या हुआ?
रवि बोला- मैंने आयशा को बता दिया है, वो लड़कियों को बता देगी. लड़कों को मैं बता देता हूँ. सभी की सहमति होगी तो करेंगे.

इस पर दीपा बोली- नहीं … बताना है तो सभी को एक दूसरे के सामने ही बता दो, अब क्या फर्क पड़ता है.

रवि बोला- आज रात हम पार्टनर बदलेंगे. कोई किसी दूसरे को कभी नहीं बताएगा कि रात को उसका पार्टनर कौन था.

हिना बोली- नहीं, मैं तो नहीं करुँगी.
उसके पास बैठी शिखा ने कहा- मैं भी नहीं करुँगी.
तो अब आयशा बोली- फिर तो मैं और दीपा अपने अपने घोड़े बदल लेते हैं, तुम दोनों मत बदलो, तुम्हारी मर्जी. पर यह बात कोई कभी किसी को बाहर बताएगा नहीं.

इस पर तो सब तैयार हो गए.

फिर दीपा ने शिखा को चिकोटी काटते हुए कहा- एक बार अनिल से चुद कर तो देख, कपिल को भूल जायेगी. और फिर हम सब यहाँ मस्ती के लिए ही तो आये हैं. यह बात तय है कि इस ट्रिप के बाद हम हमेशा के लिए भूल जायेंगे कि कभी हमने ऐसा किया भी है.

शिखा सोचती रही.
उसने कपिल की ओर देखा.

उसे देखता देख रवि ने कपिल से कहा- वैसे तो तू आयशा की बड़ी तारीफ़ करता है और आज जब सब एक दूसरे के लिए उपलब्ध हैं तो फिर क्यों ड्रामा कर रहे हो?
अब मुकेश हिना से बोला- तुम चाहो तो कर लेते हैं, मुझे कोई ऐतराज नहीं है.

अन्ततः हिना बोली- ठीक है. पर इस ट्रिप के बाद पूरी जिन्दगी ऐसा नहीं होगा. न ही कभी हम इस बात का आपस में जिक्र होगा.

अब सभी एक्साइटेड थे कि क्या और कैसे होगा.

लड़कियों ने हाँ तो कह दीं पर वे थोड़ी दुविधा में थी कि वे कुछ ऐसा तो नहीं कर रहे जिससे आगे कुछ जटिल परिस्थितियाँ बन जायें.
आयशा ने सबको समझाया- यार, जिन्दगी की ऐश करो. और फिर कोई भी कुछ क्यों कहेगा. शेयर तो सभी कर रहे हैं.

रात को डिनर लेकर सभी जल्दी आ गए.
अब आज का प्रोग्राम रवि और आयशा को सेट करना था.

आयशा ने सभी लड़कियों को बोल दिया कि कोई टेंशन न करे.
बस अच्छे से नहाकर फ्रेश होकर या यूं कहें चुदाई की तैयारी करके बाहर लॉबी में आ जायें.

रवि ने लड़कों को बोल दिया कि फटाफट नहा कर डियो वगैरा लगा कर आ जाएँ और हाँ इस विषय में अपने पार्टनर से कोई बात अब न करें, कहीं बात न बिगड़ जाए.

सभी अपने अपने रूम में चले गए.

आधा घंटे में सभी बाहर आ गए.

लड़कियों ने हल्का सा मेकअप किया था.
सभी महक रहे थे.

आपस में चुहलबाजी तो सभी कर रहे थे पर सब सोच रहे थे कि किसके नसीब में कौन आयेगा.

रवि ने सबको गोल घेरे में बैठने को कहा.

लड़के और लड़कियां आमने सामने थे.

आयशा ने लाईट बंद कर दी और फिर सभी की आँखों पर रुमाल बाँध दिए यहाँ तक कि अपने और रवि के भी!

सभी ने कन्फर्म किया की उन्हें कुछ दिखाई नहीं दे रहा.

अब रवि ने ऊन के लम्बे लम्बे चार धागे अपनी जेब से निकाले और लड़कों को दिए कि सभी अपने अपने टूल्स यानी लंड पर इस उनके धागे का एक सिरा बांध लें और दूसरा सिरा बीच में आगे डाल दें.

सभी हंस पड़े कि ऐसा क्यों.

रवि बोला- चुपचाप वही करो जो मैं और आयशा कह रहे हैं.

सभी लड़कों ने अपने अपने लंड से धागा बांध लिया और दूसरा सिरा आगे छोड़ दिया.

अब आयशा ने लड़कियों से कहा- सभी लड़कियां एक एक धागा पकड़ लें और अपनी आँख की पट्टी को हल्का सा खोल कर अपने अपने कमरों के दरवाजे पर चली जायें. और फिर पट्टी बाँध लें. फिर धागे को खींचकर अंदर रूम में ले जायें.

रवि ने लड़कों से कहा कि उनके लंड पर बंधा धागा जब खींचे तो उन्हें वो धागा हाथ से पकड़ना है और उस धागे के सहारे सहारे उस धागे वाले रूम में जाना है. और जाते ही दरवाजा बंद कर लेना है. इस तरह चार जोड़े बन जायेंगे.
आयशा ने धागे इस तरह फैलाए हैं कि किसी भी लड़के को उसकी बीवी नहीं मिलेगी.

सबको बड़ा मजा आने लगा.
लड़कियां खूब शोर कर रही थीं.

सभी एक दूसरे को कह रहे थे कि उसने अपनी आँख की पट्टी सरका ली है, वो बेईमानी कर रहा है.
वगैरा वगैरा.

खैर अब गेम शुरू हुआ.
लड़कियां ऊन के धागे को पकड़ कर अपने अपने रूम में चली गयी.

चारों और अन्धेरा था पर सभी शोर कर रहे थे.

अब लड़कियों ने धागा आहिस्ता-आहिस्ता खींचना शुरू किया तो लड़कों के लंड पर खिंचाव शुरू हो गया.
हर लड़के ने अपना लंड सम्भाला और धागे के सहारे टटोलता टटोलता अँधेरे कमरे में पहुंचा.

कमरे में पहुँचते ही दरवाजा बंद करना था.
तो चारों जोड़े अलग अलग कमरे में पहुँच गए और न्यू सेक्स पार्टनर के साथ दरवाजे बंद हो गए.

तभी आयशा की आवाज आई- अब सभी अपनी अपनी आँख की पट्टी खोल लें और अपने पार्टनर के साथ एन्जॉय करें. कोई किसी को नाम से न पुकारें. बस यह एक रात की बात है, इसे एन्जॉय करें.

सबसे पहले रूम में दीपा थी. उसके कमरे में अन्धेरा तो था ही.

जब उसका पार्टनर कमरे में घुसा तो उसने घुसते ही रूम लॉक किया और फिर लाइट और आँख की पट्टी खोल दी.
दीपा उछल पड़ी.
उसके सामने रवि खड़ा था.

दीपा कूद कर उसकी गोदी में जा चढ़ी और दोनों के होंठ मिल गए.
उसको मालूम था कि रवि बड़ा चोदू है.
दीपा की चूत में तो चींटी सी रेंगने लगी.

रवि उसे चूमता चूमता गोदी में उठए बेड पर ले आया और धीरे से नीचे लिटा दिया.
दोनों के होंठ अभी भी जुड़े हुए थे.

अब रवि बोला- आज हम जम कर मस्ती करेंगे. तुम मेरा साथ दोगी न?
दीपा ने उसे कस कर भींच लिया अपने से और उसे चूमते हुए बोली- आज की रात पूरी तुम्हारी हूँ.

दीपा ने स्कर्ट और टॉप पहना था.
रवि ने उसका टॉप ऊपर कर दिया और उसके मम्मे कब्ज़ा लिए.
दीपा बोली- आराम से करो, आज की पूरी रात हमारी है.

कहकर दीपा ने अनिल के बरमूडा में हाथ डालकर उसका लंड पकड़ लिया.
रवि ने उसके गोरे गोरे मांसल मम्मे चूमने चूसने शुरू किये.
दीपा कसमसा रही थी.

रवि को नयी चूत मिली थी.
उसने अपना एक हाथ दीपा की स्कर्ट में डाल दिया और लगा उसकी फांकों को सहलाने.
दीपा की चूत मखमली थी, पर चिकनी हो चली थी.

अब दोनों को कपड़े अब बोझिल लगने लगे थे.
दोनों ने एक दूसरे के कपड़े उतार दिये और फिर से लिपट गए.

रवि का लंड दीपा की चूत के आस पास मचल रहा था.
पर जल्दी कोई थी नहीं, पूरी रात सामने थी.

दोनों एक दूसरे की आँखों में झांकते हुए चूमते रहे.
रवि दीपा के मम्मों का तो दीवाना हो चला था.
वह बार बार उन्हें चूम रहा था और हल्के से दांतों से काट भी लेता.

दीपा की चूत मचल रही थी रवि से नजदीकी के लिए.

रवि दीपा की चूत का स्वाद लेना चाहता था.
वह नीचे सरका.
दीपा उसका मकसद समझ गयी; उसने अपनी टांगें चौड़ा दीं.

रवि ने अपना मुंह घुसा दिया दीपा की गुलाबी गुफा में.

उसकी जीभ का स्पर्श पाते ही दीपा का शरीर झनझना गया.
उसने रवि के बाल पकड़ लिए.

रवि की जीभ अंदर गहराई तक उतर गयी.
उसकी जीभ और गहराई तक जाए इसके लिए दीपा ने अपनी उंगलियों से अपनी फांकों को चौड़ा दिया.

चूत का चिकनापन ये बता रहा था कि आज की रात के लिए इसे खासतौर पर दीपा ने शाम को ही चिकना किया है.

दीपा के नेल पेंट की खुशबू भी रवि की नाक में घुस रही थी.
रवि को अंदाज़ था की दीपा गांड मरवा लेती है तो उसने चूत चूसते चूसते थोड़ा थूक उंगली में लगाया और दीपा की गांड में एक उंगली कर दी.

दीपा चिहुंकी- आज पीछे नहीं.
रवि मान गया, उसने उंगली निकाल ली.
वह फिर 69 हो गया.

अब दीपा के मुंह में उसका लंड था और दीपा पूरे मन से उसे लपर लपर चूस रही थी.
रवि भी उसकी टांगें चौड़ा कर उसकी चूत में नाक तक घुसा हुआ जीभ घुसाए था.

अब दीपा उसके लंड को अपने अंदर लेना चाहती थी.
उसने रवि को हटाया और उसके ऊपर चढ़ गयी और अपने हाथ से लंड अपनी चूत के ऊपर सेट किया और धीरे से अंदर सरकाया.
रवि ने नीचे से पेल मार दी.

दीपा की चीख निकल गयी, बोली- अरे फाड़ोगे क्या?
अब दीपा की उछल कूद शुरू हो गयी.
उसके मम्मे और बाल लहरा रहे थे.

रवि ने उसके मम्मे रगड़ रगड़ कर लाल कर दिए थे.
दीपा मदहोश सी रवि की सवारी करते हुए चुदाई कर रही थी.

अगले भाग में आगे की न्यू सेक्स पार्टनर की चुदाई कहानी पढ़ें.

आप कहानी के हर भाग पर अपनी राय मुझे भेजते रहिये.
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न्यू सेक्स पार्टनर की चुदाई कहानी का अगला भाग: जब मिल जायें चार यार- 3

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