जब मिल जायें चार यार- 3

(New Girl New Pussy Story)

सनी वर्मा 2024-06-15 Comments

न्यू गर्ल न्यू पुसी स्टोरी में चार दोस्तों ने नयी चूत का मजा लेने के लिए और उनकी पत्नियों ने नए लंड का मजा लेने के लिए आपस में अदला बदली की सेक्स साथी की.

कहानी के पिछले भाग
चार दोस्तों ने होटल में आपस में बीवियां बदली
में आपने पढ़ा कि चार दोस्त अपनी बीवियों के साथ गोवा के होटल में रुके. चारों ने बीवियों की सहमति से सेक्स पार्टनर बदल कर चुदाई शुरू की.

अब आगे न्यू गर्ल न्यू पुसी स्टोरी:

अगले कमरे में आयशा थी.

दरवाजा बंद होने और आँख की पट्टी खुलने के साथ लाईट जलने पर आयशा ने देखा कि अनिल खड़ा उसे देख मुस्कुरा रहा है.
आयशा लिपट गयी उससे और ताबड़ तोड़ चूमने लगी.

अनिल ने मुस्कुराते हुए उससे कहा- आज न छोड़ेंगे … आज तो रात भर चोदेंगे!
आयशा बनावटी गुस्सा दिखाते हुए बोली- चोदने को तो बुलाया ही है … सब कुछ करवाऊंगी पर पीछे नहीं करवाऊंगी.

उसे मालूम था कि अनिल दीपा की गांड मारता है.
दोनों हंस पड़े.

अनिल ने चिपटा लिया आयशा को अपने से और उसके होंठों पर होंठ जड़ दिए.

आयशा लपक कर अनिल की गोदी में चढ़ गयी और गले में बांहें डाल कर उसे चूमने लगी.

अनिल ने उसे नीचे से थाम लिया और अपनी एक उंगली उसकी पेंटी में घुसा दी.

आयशा पक्की चुदक्कड़ थी पर इस अचानक हमले से वो भी घबरा गयी और उछली, बोली- थोड़ा सब्र करो, फिर देखूंगी तुमको!

अनिल ने आयशा को बेड पर लिटा दिया और उसके ऊपर लेटते हुए चूमने लगा.
उसके हाथ अब आयशा के मम्मे टटोल रहे थे.

आयशा ने भी उसका साथ देते हुए उसका लंड रगड़ दिया और फिर हाथ उसके बरमुडा के अंदर कर दिया.

अनिल का लंड तना हुआ था.
आयशा ने बनावटी आश्चर्य दिखाते हुए कहा- हाय राम … दीपा कैसे झेलती है इतना मोटा? उसकी गांड तो तुम फाड़ ही डालते होगे इससे?

अनिल को ठरक और चढ़ गयी, बोला- उसकी तो पता नहीं पर आज तुम्हारी चूत और गांड दोनों फाड़ूंगा.
आयशा बोली- उससे पहले ही निचोड़ दूंगी इसे!

अनिल ने न्यू गर्ल आयशा के मम्मे बाहर निकाल दिए.
क्या मांसल मम्मे थे … अनिल के मुंह में आ ही नहीं रहे थे.

आयशा ने अपने हाथ से पकड़ कर मम्मे उसके मुंह में भर दिए और बोली- लो चूस लो … रसीले आम हैं.
अनिल उन्हें चूसते हुए बोला- सुना है कि तुम्हारी रसभरी भी बहुत रसीली है. तुम मेरा गन्ना चूसो, मैं तुम्हारी रसभरी चूसता हूँ.

कहकर अनिल और आयशा 69 हो गए और एक दूसरे को लगे चूसने!

आयशा की चूत वाकई रसभरी जैसी मीठी हो रही थी.
मखमली चूत की फांकों के अंदर आयशा ने स्ट्राबेरी चोकलेट लगा रखी थी.

उसका ये आईडिया अनिल को भा गया.
उसने जीभ न्यू पुसी में पूरी अंदर तक घुसा दी.
आयशा ने भी अपनी टांगें चौड़ा दीं.

उसकी जीभ की पकड़ अनिल के लंड पर पूरी थी.
उसने मुंह में जकड़ रखा था अनिल के लंड को और लपर लपर चूस रही थी.

जल्दी ही अनिल को यह अहसास हो गया कि अगर उसने आयशा से अपने को नहीं छुड़ाया तो आयशा उसे अपने मुंह में ही खलास कर देगी.
अनिल ने आयशा को नीचे किया और उसकी टांगें फैला कर ऊपर कर दीं.

अब उसने अपना लंड आयशा की रसभरी के मुंहाने पर रखा और लगा रगड़ने!

आयशा कसमसाई और बोली- अई यार … जल्दी से अंदर कर दो. चीटियाँ सी चल रही हैं मेरी गुलाबो के अंदर!

उसकी बात सुन अनिल को जोश चढ़ गया और उसने एक ही झटके में पेल दिया अपना मूसल आयशा की चूत में!
हालांकि आयशा की चूत पूरी गीली थी, फिर भी झटका जोर का था.

आयशा चीख उठी, बोली- यार, धीरे धीरे घुसाना था. चल अब शुरू हो जा और लगा जोर! देखती हूँ कितना दम है तुम्हारे चूहे में!
चूहा सुन कर अनिल बोला- आज मेरा चूहा तेरी बिल्ली को मारेगा.

कह कर उसने घमासान चुदाई शुरू कर दी.

आयशा भी नीचे से उछल रही थी.
अनिल के हाथ आयशा के मम्मे भी मसल रहे थे.

तभी अनिल के धक्कों की स्पीड बढती गयी.
आयशा के पैर अब पूरे ऊपर को हो गए थे.

अनिल के लंड ने आयशा को थका दिया था.
आयशा की आवाज़ बंद हो गयी थी, वह ‘हो हो हम्म …’ की आवाज निकाल कर अनिल से चिपकी जा रही थी.

अनिल के भी पसीने निकल रहे थे … पर लंड था कि हार मानने को तैयार नहीं.

जब अनिल की स्पीड कुछ धीमी पड़ी तो आयशा ने नीचे से निकलने की कोशिश की.
वह अनिल के ऊपर आना चाहती थी.

आयशा नीचे से निकली और अनिल को चूमते हुए बोली- अब मैं मजे लूंगी. तुम नीचे लेटो.

अनिल को नीचे लिटा कर आयशा झटके से ऊपर जा चढ़ी.
उसने अनिल का लंड अपनी हाथ से पकड़ा.

इससे पहले की वो लंड को चूत में घुसा पाती, अनिल ने अपना लंड आयशा पिछवाड़े कर दिया और नीचे से धक्का मारा.
लंड आयशा की दरार में थोड़ा सा ही घुसा था, आयशा चीख गयी, बोली- पीछे नहीं करना! मुझे अभी गोवा में दो दिन और मजे लेने हैं. तुमने गांड मार दी तो फिर तो मैं चल भी नहीं पाऊंगी.
कहते हुए आयशा ने अब उसका लंड कस के पकड़ा और सीधे अपनी चूत में कर दिया.

वहां तो चिकनाई की झील बनी हुई थी.
लंड सीधा अंदर सरक गया.

अब आयशा ने अपने लहराते बालों की गुड़मुड़ी करके गाँठ लगाई और अनिल की छाती पर हाथ टिका कर लगी घुड़सवारी करने!

थोड़ी देर में ही आयशा ने स्पीड पकड़ ली.
अब उसके मुंह से उलटी सीधी बात निकलने लगी थीं.
दोनों ही बहक गए थे.

आयशा बोली- आज इतना मजा दूंगी कि तुम दीपा को भी भूल जाओगे.
अनिल बोला- आज तुम्हारा छेद इतना बड़ा कर दूंगा कि रवि और मेरे दोनों लंड इसमें चले जायेंगे.

आयशा की आहें निकल रही थी.

पूरे कमरे में हांफने की आवाज आ रही थीं.
ऐसा लग रहा था कि बेड पर कोई भूचाल आ गया हो.

अनिल उसे रोकना चाह रहा था पर आयशा रुकने का नाम ही नहीं ले रही थी.

उसने अपने लम्बे नाखूनों से अनिल की छाती पर धारियां बना दी थीं.

अब आयशा का होने वाला था.
उसने अनिल को कस के पकड़ लिया और उसके ऊपर झुकती चली गयी.
अनिल का भी हो चला था.

उसने अपना सारा माल आयशा की चूत में ही खाली कर दिया.

आयशा अनिल की छाती पर लुढ़क गयी.
अनिल ने उसे अपने से कस के चिपटा लिया.

उधर तीसरे कमरे में:

मुकेश धागे को पकड़ता पकड़ता आगे चला तो सीधा शिखा की बाँहों में जा गिरा.
उसने आँख की पट्टी खोली तो देखा शिखा भाग कर दरवाजा लॉक कर रही थी.

शिखा ने कमरे की लाईट पहले से ही धीमी कर रखी थी.

असल में शिखा पूरे कपड़े उतार कर नंगी ही खड़ी अपने हिस्से के लंड का इंतज़ार कर रही थी.

दोनों ने एक दूसरे को देखा तो लिपट गए.

मुकेश को शिखा वैसे भी बहुत पसंद थी.
उसने कपिल के मुंह से उसकी चुदाई के कई किस्से सुन रखे थे.

कपिल अकसर दोस्तों में कहता कि उनका सेक्स ज्यादा देर तक नहीं चलता पर जितनी देर चलता है, उसका जवाब नहीं. शिखा पूरा निचोड़ देती है उसे!

तो मुकेश ने शिखा को घुमाया और इतनी देर में अपना बरमूडा उतार दिया.

अब शिखा उससे पीठ की और से चिपकी थी और सर घुमा कर उसे चूम रही थी.

शिखा का एक हाथ पीछे जाकर मुकेश के लंड को मसल रहा था.
मुकेश को लगा कि अरे यह तो बहुत जल्दी चालू हो गयी, मानो इसी पल का इसको इंतज़ार था.

सच भी यही था तभी तो शिखा कपड़े उतार कर खड़ी थी.

मुकेश ने शिखा के मम्मे पकड़ लिए और उन्हें गोलाई में मसलने लगा.
हालांकि मुकेश का लंड शिखा की पकड़ में था, पर पीछे से शिखा की चिकनी गांड से टकरा रहा था.

शिखा का जिस्म बहुत चिकना था.
शायद आज रात के लिए उसने तैयारी अच्छी की थी.
शिखा का जिस्म महक भी रहा था.

कुल मिला कर मुकेश बेताब हो गया उसकी चूत के लिए!

मुकेश ने शिखा को आगे झुकाया और अपना एक हाथ उसकी चूत पर रखा.

तो मुकेश को लगा कि किसी चिकने मखमली पाव पर उसने हाथ रख दिया है.

शिखा की चूत के ऊपर पानी की बूँदें थीं.
शायद शिखा अकेली कड़ी उंगली कर रही थी.

मुकेश ने जब फुसफुसा कर शिखा के कान में कहा कि क्या मुनिया को सहला रही थीं?
तो शिखा बोली- अकेली क्या करती. तुम्हारे राजा के इंतज़ार में यह भी तो बेचैन हो रही थी.

शिखा ने अपने को मुकेश से छुड़ाया और वहीं नीचे बैठ गयी और उसका लंड मुंह में ले लिया.
वह बहुत आराम से लंड को चूस रही थी.

शिखा बीच बीच में थूक से लथपथ लंड को अपने हथेली में रगड़ देती.
मुकेश तो उसके लंड चुसाई का दीवाना हो रहा था.

अब मुकेश को लगने लगा कि शिखा तो उसे मुंह में ही खलास कर देगी.

उसने अपना लंड निकाला और शिखा को खड़ा करके बेड पर लिटा दिया.
शिखा उसका इरादा समझ गयी और उसने अपनी टांगें चौड़ा दीं.

मुकेश ने अपनी जीभ उसकी मखमली फांकों के बीच घुसा दी.
उसको ऐसा लगा कि मक्खन मे उसकी जीभ घुस गयी हो.

उसने शिखा की जाँघों को पकड़ा तो उसका हाथ फिसल रहा था क्योंकि शिखा का जिस्म मखमली और काया बहुत चिकनी थी.

शिखा ने उसके बाल पकड़ कर उसे अपनी और खींचे मानो वह कह रही हो कि ढंग से अंदर तक अपनी जीभ घुसाओ.
उसने अपनी उंगलियों से अपनी चूत की फांकें और चौड़ा दीं जिससे मुकेश उसे ढंग से चूस सके.

मुकेश ने चूमते चूसते उसकी चूत थूक से भर दी.
और अब वह खड़ा हो गया और अपना लंड लेटी हुई शिखा की चूत के मुंहाने पर रखा और पेल दिया अंदर!

शिखा कसमसाई, उसने बाँहों का घेरा बनाकर मुकेश को चिपटा लितया अपने से!

मुकेश का लंड पूरा अंदर घुसा हुआ था.
शिखा उससे कस के चिपटी हुई थी तो वह धक्के नहीं लगा पा रहा था.

तभी शिखा कुछ पीछे को सरकी तो मुकेश उसके ऊपर ही लेट सा गया और मछली की तरह शिखा के जिस्म पर तैरने लगा.
शिखा के गुदगुदे और चिकने मम्मे मुकेश को ललचा रहे थे.

मुकेश तो उन्हें मुंह से निकाल ही नहीं रहा था.
शिखा की निप्पल नुकीली थी तो मुकेश उन्हें जीभ से चुभला रहा था.

अपने हाथ शिखा ने मुकेश की पीठ पर गड़ा रखे थे.
मुकेश का लंड हर पल और नीचे गहराई में समाता और फिर ऊपर आता.

इस तरह की चुदाई का मुकेश के लिए एक नया अनुभव था.
उसकी बीबी हिना तो ऊपर चढ़ कर चुदाई की शौक़ीन थी और यहाँ शिखा उसके नीचे से निकल ही नहीं रही थी.

अब शिखा ने मुकेश को ढीला छोड़ दिया और कहा- अब तुम अपनी स्टाइल से चुदाई करो. और हाँ … स्पीड अच्छी बनाना!

मुकेश थोड़ा ऊपर हुआ, उसने शिखा की टाँगें खोलीं, ऊपर कीं और फिर चुदाई एक्सप्रेस चला दी.
शिखा चीख चीख कर और उछल उछल कर उसका हौसला बढ़ा रही थी.

मुकेश जितने जोर से धक्के लगाता, शिखा उतनी ही ताकत से ऊपर उछलती.
शिखा अपने हाथों से अपने मम्मे मसल रही थी.

मुकेश पूरे दम ख़म से चुदाई में लगा यहा.
शिखा उसे स्पीड बढाने को और उकसा रही थी.

तभी शिखा का होने को था, उसके मुंह से थूक बाहर निकल रहा था.
मुकेश भी हांफ गया था.

वाकई न्यू गर्ल न्यू पुसी चुदाई का सेशन छोटा था पर शिखा ने उसे निचोड़ दिया था.

उसका लंड शिखा की चूत की पूरी गिरफ्त में था.

मुकेश ने एक झटके में सारा माल शिखा की चूत और पेट पर निकाल दिया और उसकी बगल में लुढ़क गया.

अगले भाग में आगे की चुदाई कहानी पढ़ें.

आपको न्यू गर्ल न्यू पुसी स्टोरी पढ़ कर मजा आया होगा.
अपनी राय भेजिएगा.
[email protected]

न्यू गर्ल न्यू पुसी स्टोरी का अगला भाग: जब मिल जायें चार यार- 4

What did you think of this story??

Comments

Scroll To Top