जवान बीवी की चूत चुदाई दोस्त से होते देखने का मजा-3
( Jawan Biwi Ki Choot Chudai Dost Se Hote Dekhne Ka Maja- Part 3)
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अब सपना और आशु की नजदीकियाँ बढ़ रहीं थी। व्हाट्सप्प मैसेज भी अश्लील होने लग गए थे। फोन पर डीप किस तो आम हो गया था, फोटोज भी शेयर हो रहे थे। आशु ने एक दो बार सपना से रवि के पीछे मिलने को कहा तो सपना ने मना कर दिया।
सपना के लिए रवि से बढ़कर कुछ नहीं था, यह बदमाशी तो रवि ने ही कराई थी जिसमें अब सपना को भी मजा आ रहा था।
रात को बेड पर रवि भी आशु का नाम लेकर सपना को उकसाता तो सपना भी मस्ती में आ जाती।
एक रात को सपना रवि से बोली- कल पार्लर जाऊँगी, बहुत खुश्की हो रही है, मसाज करानी है।
रवि हंस कर बोला- एक बदमाशी करते हैं, कल आशु को बुलायेंगे और हम दोनों तुम्हारी मालिश करेंगे।
सपना ने मना कर दिया।
रवि ने ज्यादा उकसाया तो बोली- मैं कपड़े नहीं उतारूंगी, बस ऊपर से ही हाथ पैर की मालिश कर लेना, जब आशु चला जायेगा तब जो मन में आये कर लेना।
अगले दिन आशु को रवि ने रात को बुलाया। आशु 8 बजे तक आ गया। चूंकि रवि सपना का तय था कि क्या करना है, तो सपना आज स्कर्ट और टॉप पहने थी।
पहले ड्रिंक्स का प्रोग्राम रहा.. सपना ने पनीर टिक्का बनाया था। आज रवि बजाये ड्राइंग रूम में बैठने के बेडरूम में ही बेड पर बैठ गया और वहीं महफ़िल जमा ली।
सपना ने रवि के जोर देने पर कोल्ड ड्रिंक में ही थोड़ी सी व्हिस्की डाल ली पर रवि और आशु ने एक-एक पेग लिए।
रवि और आशु तो गप्पें मार रहे थे, सपना बेड पर अधलेटी होकर टीवी देखने लगी। सपना ने अपने एक पैर से दूसरे पर को खुजाया तो रवि सपना से बोला- क्या हो गया, हम खुजा दें?
इस पर सपना बड़ी लापरवाही से बोली- अरे नहीं, बस खुश्की हो गई है, कल मालिश करूंगी।
रवि ने आशु से कहा- चल यार आज इसकी मालिश हम ही कर दें..
कह कर रवि ने ड्रेसिंग टेबल से मसाज आयल की शीशी उठा ली।
सपना बोली- अरे यहाँ नहीं, तुम तो सब बेड शीट चिकनी कर दोगे।
रवि तो पूरी तैयारी से था, उसने बाथरूम से दो बड़े टॉवल उठा लिए और सपना से उन पर लेटने को कहा।
सपना उन पर खिसक गई।
रवि ने आशु से कहा- चल भाई, हो जा शुरू!
कह कर उसने अपने हाथ में तेल लिया और सपना की बाँहों को मलना शुरू कर दिया.. आशु पैर पर शुरू हो गया।
रवि ने उठकर कमरे की लाइट धीमी कर दी। सपना के पैरों से ऊपर जाने की आशु की हिम्मत नहीं पड़ रही थी, एक बार वो घुटने तक गया तो सपना ने पैर मिला लिए।
रवि ने अब सपना के हाथ छोड़े और आशु से कहा- तुम एक पैर करो, मैं दूसरा पैर करता हूँ।
कह कर उसने सपना के पैर चौड़े कर दिए।
सपना समझ गई कि आज बचना मुश्किल है, वो करवट बदल कर पेट के बल लेट गई।
रवि ने आते ही सपना के पैर में हिप तक मालिश शुरू की, उसको देखा देखी आशु भी ऊपर तक पहुँच गया।
अब रवि ने सपना का टॉप ऊपर किया और कसमसाती सपना की पीठ पर तेल लगाना शुरू किया। उसने आँख के इशारे से आशु से और ऊपर आने को कहा।
आशु अब सपना की पैंटी तक पहुँच गया था.. उसकी हिम्मत पैंटी के अंदर हाथ करने की तो नहीं पड़ी पर वो इससे भी ज्यादा अचानक पा गया जब उसने अपना हाथ सपना की जांघ को गोलाइयों में घुमाना शुरू किया, जिससे वो आगे सपना की चूत के काफी नजदीक तक पहुँच गया।
सपना अब कसमसा रही थी कि ज्यादा बदमाशी मत करो! छोड़ो मुझे, मुझे नहीं करवानी मालिश-वालिश!
रवि ने सपना की ब्रा खोल दी, सपना चौंक गई.. तभी रवि के इशारे पर आशु ने बड़ी सफाई से सपना की पेंटी में उंगलियाँ करके उसे नीचे करते हुए उतार दिया।
अचानक हुए इस हमले में सपना समझ ही नहीं पाई कि वो क्या करे।
अब आशु उसके चूतरों और दरार में मालिश कर रहा था और रवि उसकी नंगी पीठ पर मालिश करता हुआ उसके मम्मों पर भी हाथ ले जा रहा था।
आशु ने भी पीछे से उसकी चूत में उंगलियाँ घुसा दीं। अब सपना गर्म हो चुकी थी, उसने हाथ बढ़ा कर रवि का लंड पकड़ लिया।
रवि ने भी देर ना करते हुए अपना बरमूडा उतार फेंका और सपना को सीधा कर के अपना लंड उसके मुख में दे दिया।
रवि ने आशु से भी कहा- तुम भी लग जाओ।
आशु ने भी अपने कपड़े उतार फेंके और अपना मुँह सपना की चूत में कर दिया।
सपना को जैसे ही यह एहसास हुआ कि उसकी चूत में जीभ आशु की है, वो सिहर गई और उसने रवि का लंड कस के पकड़ लिया.. अब आशु ऊपर हुआ और सपना के ऊपर होते हुए उसने उसके होंठों से अपने होंठ मिला दिए।
रवि एक ओर हो गया और सपना और आशु चिपट गए। रवि ने सपना को भी नंगी कर दिया था। तो अब दो नंगे बदन बिना इस बात की चिंता किये की कमरे में कोई तीसरा भी है, आपस में गुत्थम गुत्था हो गए।
आशु सपना के ऊपर चढ़ गया और उसकी टांगों को ऊपर फ़ैला कर उसने अपना लंड सपना की चूत में घुसेड़ दिया और जोर जोर से पेलने लगा।
सपना भी अपने चूतड़ उठा कर उसका साथ दे रही थी। आशु अपने हाथ से सपना के मम्मों को मसल रहा था।
सपना ने उसको एक झटके में नीचे किया, चढ़ गई उसके ऊपर और कूद कूद कर आशु को निचोड़ने लगी।
उसका हो ही गया और आशु भी छूटने वाला था। सपना एक तेजी से झटका लेकर आशु के ऊपर लेट गई आशु ने भी अपना माल छोड़ दिया था उसकी चूत में!
सपना थक कर एक ओर लुढ़क गई, तभी उसे रवि का ख्याल आया, उसने रवि से कहा- तुम भी आ जाओ।
रवि ने महसूस किया कि अब सपना थक चुकी है, इसलिए वो बोला- अभी थोड़ी देर में!
आशु जाने को हुआ, उसने सपना को किस किया और रवि को बाय बोल कर चला गया।
रवि उसे छोड़कर गेट लॉक करके आया।
आज पहला मौका था जब उसकी जान से प्यारी बीवी को उसने अपने सामने ही गैर मर्द से चुदवाया हो।
रवि को मजा तो बहुत आया उनकी चुदाई देखने में, पर अंदर से कुछ अजीब सा भी लग रहा था, शायद उसे डर था कि कहीं वो सपना को खो ना दे या सपना उससे दूर न हो जाए।
पर कमरे में आते आते उसने अपने मन को समझा लिया था कि सपना भी उससे बहुत प्यार करती है, वो उसे धोखा नहीं देगी और जो कुछ हुआ वो प्लान तो रवि ने ही किया था।
कमरे में आते ही सपना ने उसे बिस्तर पर खींच लिया और उसके सारे कपड़े उतार कर पागलों की तरह उसे चूमने लगी मानो वो थैंक्स कहना चाह रही हो।
उसके बाद उन दोनों के बीच तूफानी सेक्स हुआ। सपना तो आज सेक्स की देवी हो रही थी और रवि भी पूरे जोश से उसकी चुदाई कर रहा था, जैसे वो यह साबित करना चाहता हो कि उसकी चुदाई आशु से बेहतर है।
अब कुछ भी हो शामत तो सपना के मम्मों और चूत की आई। सपना के मम्मे आज नुच नुच कर लाल हो गए थे और चूत की फांकें तो फटी पड़ी थीं।
सपना को मालूम था कि आज रात को भी रवि की जब भी आंख खुलेगी वो चुदाई जरूर करेगा। इसलिए वाश रूम से साफ़ करके आने पर उसने एक एक्स्ट्रा छोटा हैण्ड टॉवल बेड के पास रख लिया था।
एक टॉवल तो उसने अपनी चूत में घुसा रखा था क्योंकि दो दो लंडों का माल आज उसकी में भरा पड़ा था जो रिस रिस कर बाहर आ रहा था।
सपना और रवि चिपट कर लेट गए, सपना ने रवि से पूछा कि क्या वो अब खुश है?
सपना जान रही थी कि रवि का बहुत मन था कि आशु उसे चोदे। सपना ने रवि से ये भी पूछ ही लिया कि उसे क्या मिला अपनी बीवी को गैर मर्द से चुदवा कर!
रवि ने हंसकर कहा- सच्ची बताना, तुम्हें मजा आया या नहीं?
सपना बोली- बहुत मजा आया।
‘तो बस यही मैं चाहता था!’ रवि बोला।
सपना ने रवि से पूछा कि क्या वो भी किसी और की चूत चाहता है।
रवि बोला- ऐसी कोई इच्छा तो नहीं है, पर कोई मिली और सपना को कोई ऐतराज नहीं हुआ तो देखा जायेगा।
सपना के मन में रिया आई। रिया के पास सपना जा भी रही थी दो दिन बाद क्योंकि उसके पति को विदेश जाना था एक हफ्ते के लिए!
अगला दिन तो सपना और आशु की फोन कॉल्स में ही बीत गया, आशु कह रहा था कि उसने ऐसा सेक्स आज तक कभी नहीं किया।
रात को रवि ने टेरेस पर ही ड्रिंक्स का प्रोग्राम बनाया। सपना और रवि ने टेरेस पर बैठकर ही ड्रिंक्स और स्नैक्स खाए। रवि ने नीचे मैट बिछा लिया था और लाइट बंद कर ली थी।
और जैसा होता था, उसने अपने और सपना के कपड़े उतरवा दिए, दोनों नंगे ही चादर ओढ़कर बैठ कर एक दूसरे को छेड़ते हुए एन्जॉय कर रहे थे।
रवि ने सपना से पूछा- क्या आशु का फोन आया था?
तो सपना ने कहा दिया- हाँ, बात हुई थी।
रवि को यह सुन कर तस्सली हुई कि सपना ने झूट नहीं बोला, क्योंकि उसे भी आज दो बार सपना और आशु का फोन एंगेज मिला।
अगले दिन रवि को पंचमढ़ी जाना था ऑफिस के काम से… वो सुबह ही कार से निकल लिया।
आशु का फोन 10 बजे सपना के पास आया, सपना ने उसे बातों बातों में बता दिया कि आज रवि नहीं है।
आशु ने पूछा- क्या कर रही हो?
तो सपना बोली- नहाने जा रही हूँ।
रवि ने कहा- मैं नीचे ही खड़ा हूँ, गेट खोलो!
सपना चौंक गई, वो नहीं चाहती थी कि रवि की गैरमौजूदगी में आशु आये, पर अब तो वो नीचे ही था, मजबूरी में सपना ने गेट खोला और मुस्कुराते हुए आशु को अंदर किया।
सपना तो केवल एक लॉन्ग टी शर्ट पहने थी, उसके नीचे कुछ नहीं। इसलिए उसने गेट खोलने से पहले हड़बड़ी में गाउन डाल लिया था। आशु जब अंदर आ गया तो वो समझ गया कि सपना टेंशन में है, तो उसने हंसते हुए कहा- घबराओ नहीं, मुझे रवि ने ही फोन करके कहा था कि आज तुम्हें शॉपिंग करा लाऊँ, आज मैं फ्री था, बस इसीलिए बिना फोन किये आ गया। अब अगर तुम चाहो तो मैं एक-दो घंटे बाद आ जाऊँगा।
सपना को तस्सली हुई और उसे ध्यान आया कि हाँ उसे रिया के लिए कुछ शॉपिंग करनी थी, उसने रवि से कहा तो उसके पास टाइम नहीं था।
तभी रवि का फोन आया, बोला- आशु को बुला लेना और उसके साथ मार्किट चली जाना।
सपना ने रवि को नहीं बताया कि आशु तो यहीं है।
अब आशु हंसते हुए बोला- तुमने हड़बड़ी में गाउन उल्टा पहन लिया है।
सपना हंस पड़ी, बोली- ठीक करके आती हूँ।सपना रूम में गई और गाउन उतार कर सीधा करके पहन ही रही थी तो उसने देखा कि गेट पे आशु खड़ा मुस्कुरा रहा है।
आशु बोला- गाउन मत पहनो, ऐसे ही अच्छी लग रही हो।
सपना ने गाउन एक ओर डाल दिया और आशु से बोली- चाय पिओगे?
आशु ने हाँ कह दी, सपना किचन में जाकर चाय बनाने लगी। रात के कटलेट रखे थे, उसने उन्हें भी माइक्रोवेव में रख दिया।
पीछे मुड़ी तो आशु से टकरा गई, आशु ने उसे बाँहों में भर लिया, दोनों के होंठ मिल गए। सपना ने आशु को जकड़ लिया था। आशु ने सपना को घुमाया और पीछे से उसकी गर्दन को चूमते ही उसके मम्मे पकड़ लिए।
सपना आह उह कर रही थी, बोली- ऐसे तो बन गई चाय!
उसने अपने को आशु से छुड़ाना चाहा पर आशु ने वहीं नीचे बैठ कर उसकी टीशर्ट ऊपर करके उसकी चूत में अपनी जीभ दे दी।
सपना की आग भी अब जल चुकी थी, उसने आशु को खड़ा किया और उसकी जीन्स की जिप खोल दी और अब आशु ने बटन खोल कर जीन्स और सपना की टीशर्ट उतार दी।
सपना ने भी उसकी टी शर्ट खींच फेंकी।
अब किचन में दोनों नंगे खड़े थे, आशु ने सपना को फिर चिपटा लिया।चूमा चाटी के बाद उसने सपना को किचन के स्लैब की ओर झुकाया। सपना ने अपने हाथों से स्लैब को पकड़ लिया और अपनी टांगेंचौड़ी कर लीं।
पीछे से आशु ने अपना लंड उसकी चूत में घुसेड़ दिया और उसके मम्मे मसलने लगा। आशु की स्पीड बढ़ती जा रही थी।
सपना ने अपने को आशु से छुड़ाया और वो आशु का हाथ पकड़कर तेजी से बेड पर ले गई। वहाँ आशु ने सपना को नीचे लिटाया और ऊपर चढ़ कर उसकी चूत का भोसड़ा बने लगा।
सपना को भी आज किसी का डर नहीं था तो वो भी खूब बोल रही थी- हाँ जानू, और जोर से चोदो, मजा आ गया.. आज फाड़ ही डालोगे क्या?
आशु के धक्के बढ़ते गए और एक झटके में उसने सारा माल सपना के चूत में छोड़ दिया। सपना ने पास पड़े गाउन से चूत पौंछी और आशु से चिपट कर लेटी रही।
थोड़ी देर में दोनों उठे और बाथरूम में शॉवर लिया।
नाश्ता करके दोनों मार्किट गए।
शाम को रवि आ गया था, तो सपना ने उसे कुछ नहीं बताया सिवाय इसके कि तुमने बेकार ही आशु को कह दिया, मैं अकेली चली जाती।
रवि ने टटोलना चाहा तो सपना ने बड़ी सफाई से पहले से सोची कहानी उसे सुना दी।
रात को रवि ने फिर आशु को बुलाने को कहा तो सपना ने मना कर दिया की रोज रोज नहीं।
सपना को दो दिन बाद सुबह इन्दौर जाना था।
अगले दिन रवि ने जबरदस्ती आशु को बुला लिया। जब आशु आया तो वो और सपना बाथटब में मजे ले रहे थे।
डोर बेल बजी तो रवि ने टॉवल लपेट कर आशु को अंदर कर लिया और ड्राइंग रूम में बिठा आया।
बाथरूम में आकर उसने सपना से कहा- आशु को भी यहीं बुला लें?
इस पर सपना बोली- पागल हो गए हो क्या?
पर रवि जिद करने लगा तो सपना बाथटब से बाहर निकल आई, बोली- मैं जा रही हूँ।
सपना ने एक शार्ट नाइटी और उसके ऊपर गाउन डाल लिया, रवि भी शॉर्ट्स और टीशर्ट डाल कर आ गया।
रवि और आशु टेरेस पर ड्रिंक्स ले रहे थे। सपना ने पहले से पनीर टिक्का बना रखे थे, तो वो सब सामान लेकर टेरेस पर ही आ गई। आज उसका मन सेक्स का नहीं था, पर रवि बदमाशी कर रहा था।
रवि ने नीचे बैठते समय ही सपना से कहा- लाइट बंद कर दो।
सपना ने उसे आँखें दिखाई भी पर रवि बोला- स्वीट डार्लिंग प्लीज!
सपना ने लाइट बंद कर दी। चाँद की रोशनी थी, आशु नहीं समझ पा रहा था कि क्या होने वाला है।
नीचे बैठ कर आशु और रवि ड्रिंक ले रहे थे, सपना ने सॉफ्ट ड्रिंक ले ली थी।
रवि ने जबरदस्ती अपने ड्रिंक से दो तीन सिप सपना को करा दिए। उसकी देखा देखी आशु ने भी एक सिप सपना को करा दिया।
अब सपना भी नार्मल हो गई थी और हंसी मजाक चल रहे थे।
रवि ने फिर अपना गिलास सपना के होंठ से लगा दिया… अब सपना को सरूर हो चला था, सबकी निगाहें बचा कर आशु ने सपना की पीठ पर हाथ फेरना शुरू कर दिया था। अब उसने भी अपना गिलास सपना के होंठ से लगा दिया और बल्कि सपना को हल्का सा अपनी ओर खींच लिया।
सपना उसकी ओर झुकी तो उसके पैर रवि की ओर हो गए। रवि ने तुरंत ही उसके गाउन में से अपना हाथ उसकी चूत में कर दिया। आशु ने जब ये देखा तो उसने भी अपने होंठ सपना के होंठ से मिला दिए।
तीनों व्यस्त हो गए थे।
आशु ने सपना के गाउन की डोरी खोल दी और अपने हाथ उसके मम्मों तक पहुंचा दिए। कितनी भी लाइट बंद हो गई हो, रात चांदनी थी तो टेरेस पर रोशनी थी।
पर इन सबसे बेखबर सेक्स के मतवाले तीनों चिपटे पड़े थे।
रवि ने तो अब अपना लंड बाहर निकाल लिया और वो अब सपना की चूत में घुसने की तैयारी में था।
सपना ने उससे कहा- रूम में चलो, यहाँ नहीं!
तीनों फटाफट रूम में आ गए और यहाँ शुरू हुआ सपना की सामूहिक चुदाई का दौर!
आशु ने अपना लंड सपना के मुँह में दे रखा था और रवि ने उसकी चूत में अपना लंड घुसा दिया। आशु सपना के मम्मे भी मसल रहा था।
तभी रवि आशु से बोला- चल दोनों एक साथ चुदाई करते हैं सपना की!
सपना चीख पड़ी, बोली- मैं अपनी चूत नहीं फटवाऊँगी।
बात भी ठीक थी, सपना अभी जवान थी। दो दो मोटे लंड लेती तो उसकी टाइट चूत तो ढीली हो जाती।
अब आशु उसकी चूत में आ गया था और रवि ने अपना लंड सपना के मुँह में दे दिया था। आशु के धक्के बहुत तेज थे तो सपना रवि का लंड नहीं चूस पा रही थी, रवि अलग हो गया और आशु आगे खुल कर सपना के होंठों से अपने होंठ मिला कर चुदाई करने लगा।
सपना ने उसे जल्दी ही खाली करवा दिया उसके बाहर निकलते ही रवि ने अपना मूसल घुसेड़ दिया सपना की चूत में!
थोड़ी देर बाद उसने सपना को घोड़ी बना कर चुदाई करी और माल निकाल दिया।
तीनों एक साथ बाथरूम में गए और शावर लिया। बाहर आकर सपना ने कोल्ड कॉफ़ी बना ली और थोड़ी देर बाद आशु घर चला गया। रात को रवि और सपना की एक और घमासान चुदाई हुई क्योंकि अब तीन चार दिन तो रवि को चुदाई के लिए वो मिलती नहीं।
दोस्तो, जैसी लगी आपको यह कहानी बताइएगा, अगली कहानी में देखते हैं कि सपना या आशु ने रवि के लिए कुछ इंतजाम किया क्या?
आप बताइए, आप क्या सोचते हैं कि क्या हुआ होगा? मुझे लिखियेगा।
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