बीवियों की अदला बदली की कामुक दास्तां
(Friend Wife Xxx Kahani)
फ्रेंड वाइफ Xxx कहानी में पढ़ें कि मैंने अपने पति के दोस्त, दोस्त की बीवी ने मेरे पति से फुल सेक्स किया अलग अलग कमरे में! लेकिन पूरा मजा तब आया जब हम चारों ने एक ही बेड पर सेक्स किया.
मेरे प्यारे दोस्तो, आपने मेरी पिछली कहानी
बीवियों की अदला बदली से पहले का खेल
में पढ़ा कि हम दो सहेलियों बीच किस तरह से सॉफ्ट स्वैपिंग हुई।
हम दोनों ने एक ही बेड पर एक दूसरे के सामने अपने अपने हसबैंड से चुदवाया था और बिंदास चुदवाया था।
उन दोनों ने भी बड़ी मस्ती से अपनी अपनी बीवी जम कर चोदी थी।
मैंने शबनम को उसके शौहर से चुदवाती देखा और उसने मुझे मेरे पति से चुदवाते हुए देखा।
इस तरह हमारे बीच अब शर्म लिहाज़ या झिझक की कोई गुंजाइश नहीं रही।
हम लोग खुल कर बातें भी करते रहे।
गन्दी गन्दी बातें यहाँ तक कि लण्ड, बुर, चूत, भोसड़ा की भी बातें करते रहे और खूब एन्जॉय करते रहे।
अब फुल स्वैपिंग के लिए शनिवार को हम सबको इकट्ठा होना था।
हम लोग उसी दिन का बड़ी बेकरारी से इंतज़ार करने लगे।
फिर वह दिन आ गया जब हम फ्रेंड वाइफ Xxx करने वाले थे.
और शनिवार को मैं अपने पति राज के साथ शबनम के घर पहुँच गयी।
वे लोग हमारा इंतज़ार कर ही रहे थे।
मैं इस बात से खुश थी कि आज राज और संजय एक ही बेड पर एक दूसरे की बीवी चोदेंगे।
शबनम ने ड्रिंक्स का प्रोग्राम रखा था तो हम लोगों ने ड्रिंक्स एन्जॉय करना शुरू कर दिया।
साथ साथ बातें भी होने लगीं।
मेरे मन में था कि आज हम दोनों एक दूसरे के पति से खूब जम कर चुदवायेंगी।
उस दिन मैंने संजय का लण्ड बड़ी नजदीक से देखा था पर उसका मज़ा नहीं ले पाई थी।
इसी तरह शबनम की भी नज़रें मेरे पति के लण्ड पर लगी रही थी।
उसने भी राज का काला लण्ड बड़ी नजदीक से देखा था पर उससे चुदवा नहीं पाई थी।
इसलिए हम सब आज के प्रोग्राम से बहुत ही उत्साहित थे।
बातें आगे बढ़ीं तो फिर तह तय किया गया कि फुल स्वैपिंग तो जरूर होगी.
पर अलग अलग यानि दोनों मरद एक दूसरे की बीवी चोदेंगे पर अलग अलग कमरे में।
मुझे लगा कि शायद अब भी कहीं कोई झिझक किसी कोने में छिपी हुई है।
जब तक यह झिझक, यह शर्म निकल नहीं जाएगी तब तक एक ही बेड पर फुल स्वैपिंग का पूरा मज़ा नहीं आएगा।
फुल स्वैप्पिंग का तभी मज़ा आता है जब दोनों कपल एकदम बिंदास बेशरम, बेहया और बेझिझक हों।
मैंने कहा- ठीक है, हम लोग अलग अलग कमरे में एक दूसरे के हसबैंड से चुदवाकर मज़ा लेगीं।
ड्रिंक्स लेने के बाद मैं शबनम के पति संजय के साथ कमरे में चली गयी और शबनम मेरे पति राज़ के साथ दूसरे कमरे में!
दोनों ही कमरे अगल बगल थे।
जैसे ही मैं कमरे में दाखिल हुई, वैसे ही संजय ने मुझे अपनी बाहों में भर लिया।
मैं भी उसकी बाँहों में समा गयी।
वह मेरी चुम्मियाँ लेने लगा और मैं उसकी चुम्मियाँ लेने लगी। वह मुझे प्यार करने लगा मैं उसे प्यार करने लगी।
संजय ऊपर से ही मेरे बूब्स मसलने लगा और मैं भी उसकी जाँघों पर हाथ फिराने लगी।
फिर मेरा हाथ उसके लण्ड से टकरा गया; मुझे मालूम हो गया कि लण्ड खड़ा है।
मैं मस्त होती गयी।
वैसे तो मैं शादी के पहले चुदी हुई थी लेकिन शादी के बाद आज मैं पहली बार किसी पराये मरद की बाहों में थीं।
मुझे यह एहसास अंदर तक गुदगुदा रहा था, मुझे मज़ा दे रहा था, मेरी फैंटेसी पूरी हो रही थी।
संजय मेरे कपड़े उतारने लगा और मैं संजय के कपड़े।
हम दोनों एक दूसरे को नंगे देख चुके थे पर छूकर नहीं देखा था, मज़ा लेकर नहीं देखा था।
मैं जब पूरी नंगी हुई तो संजय मेरे मम्मे दबाने लगा चूमने लगा और मेरे चूचुक चाटने लगा, मेरे पूरे नंगे जिस्म पर हाथ फिराने लगा।
वह मेरी चूत सहलाने लगा और बोला- सुनीता, तू माँ की लौड़ी बहुत खूबसूरत है, बहुत सेक्सी है, बहुत हॉट है। मैंने कई बार तेरे नाम का मुट्ठ मारा है बहनचोद। मैंने तुझे बहुत दिनों से अपनी बाहों में लेना चाहता था. आज मेरी इच्छा पूरी हुई।
मैंने कहा- यार संजय, मैं तुम्हें दिलोजान से चाहती हूँ, तुम्हें नंगा देखना चाहती थी, तेरे लण्ड से खेलना चाहती थी और आज मेरी इच्छा पूरी हो रही है। आज तुम भोसड़ी के संजय, मेरे आगे बिलकुल नंगे हो। आज तेरा यह मादरचोद लण्ड मेरे हाथ में है।
संजय का डार्क ब्राउन कलर का लण्ड मुझे बहुत ही प्यारा लग रहा था।
लण्ड का साइज तो 7″+ था और मोटा भी गज़ब का था. लण्ड का अंडाकार सुपारा बहुत ही खबसूरत था।
उधर शबनम भी बुरचोदी मेरे पति के नंगे बदन से खेलने लगी थी, उसके लण्ड का मज़ा लेने लगी थी।
उसे मेरे हसबैंड का काला लण्ड बहुत ही पसंद आ गया था।
मेरा पति तो शबनम का पहले से ही दीवाना था।
यह बात उसने ही मुझे बाद में बताई।
शबनम बहन की लौड़ी एकदम गोरी गोरी मस्त मस्त बड़ी बड़ी चूचियों वाली और मतवाली गांड वाली औरत है; एकदम रंडी है हरामजादी!
उसके जिस्म में सेक्स कूट कूट कर भरा हुआ है।
राज तो इसीलिए शबनम की ब्यूटी का गुलाम है।
इधर मैं बड़े गौर से संजय का लण्ड देख रही थी।
फिर क्या … मैंने लण्ड बड़े प्यार से पकड़ कर अपने माथे पर लगाया, अपनी आँखों पर लगाया, अपनी नाक पर घुमाया और फिर अपने होंठों पर रख लिया।
मैंने प्यार से लण्ड की चुम्मी ली, उसे पुचकारा और जबान निकाल कर लण्ड का टोपा चाटा।
मेरे पूरे बदन में खलबली मच गयी।
इतना प्यारा और मस्तमौला लण्ड मैं पहली बार देख रही थी।
मैंने लण्ड अपने मम्मों पर खूब रगड़ा, खूब मस्ती की। निप्पल और लण्ड की खूब मजे से लड़ाई करवाई।
बड़ा मज़ा आया।
फिर मैं चढ़ बैठी संजय के ऊपर और रख दी अपनी चूत उसके मुंह पर!
मैं झुक कर चाटने लगी उसका लण्ड!
वह मेरी बुर चाटने लगा।
हम दोनों 69 की पोजीशन में हो गए।
मुझे ऐसा करना बहुत अच्छा लगता है।
हम दोनों इस पोजीशन का मज़ा काफी देर तक लेते रहे.
संजय बुर चाटने में माहिर तो था ही … वह अपनी जबान घुसा घुसा कर मेरी चूत का मज़ा लेने लगा।
साथ ही साथ मेरी गांड भी चाटने लगा।
मैं लण्ड चाटने में माहिर थी तो लण्ड बड़ी मस्ती से चाट रही थी।
लण्ड पर थूक थूक कर चाट रही थी। लण्ड की लार मेरे मुंह की लार से मिलकर एक नया स्वाद बना रही थी।
वह बोला- सुनीता, तू भोसड़ी की बहुत अच्छी तरह लण्ड चाटती है। इस तरह तो किसी भोसड़ी वाली ने मेरा लण्ड नहीं चाटा। तू तो बड़ी मस्ती लड़की है, यार!
मैं उसकी गालियां सुनकर और उत्तेजित हो गयी।
संजय मुझसे ज्यादा उत्तेजित हो गया; उसने मुझे अपनी तरफ घसीट लिया और मेरी गांड के नीचे तकिया लगा कर मेरी चूत थोड़ा ऊपर कर दी।
उसने मेरी दोनों टाँगें फैलाकर अपने कंधे पर रख लीं, लण्ड मेरी चूत पर टिका दिया, फिर गच्च से पेल दिया लण्ड पूरा का पूरा अंदर!
मेरे मुंह से निकला- हाय रे … बड़ा मोटा लण्ड है तेरा बहनचोद? एक ही बार में तूने पूरा घुसा दिया लण्ड! तुझे रहम नहीं आता माँ के लौड़े, साले हरामी गांडू?
फिर वह धच्च धच्च चोदने लगा मेरी बुर और मैं बिंदास चुदवाने लगी।
मुझे वह मज़ा मिलने लगा जो पहले कभी नहीं मिला।
पराये मरद का लण्ड इतना मज़ा देता है यह बात मुझे उस दिन मालूम हुई।
मेरे मन में आया कि शबनम भी भोसड़ी वाली इसी तरह से मेरे पति राज के लण्ड का मज़ा ले रही होगी.
मैं मस्ती में बोलने लगी- हाय मेरे राजा, खूब चोदो मुझे, फाड़ डालो मेरी बुर, चीर डालो मेरी चूत! ये बुरचोदी बहुत दिनों से तेरे लण्ड के लिए तड़प रही थी. आज इसको खूब मज़ा आ रहा है।
वह बोला- तू चिंता न कर सुनीता, तू तो साली एकदम रंडी है … बहुत बड़ी छिनार है तू … तुझको तो पटक पटक के चोदूंगा, रंडी की तरह चोदूंगा। तूने मुझे बहुत तड़पाया है। मैंने बहुत इंतज़ार किया तेरी बुर का!
उसने चुदाई की रफ़्तार बढ़ा दी और मेरे मम्मों पर प्यार से थप्पड़ भी मारने लगा।
फिर उसने मुझे पीछे से डॉगी स्टाइल में चोदा।
मुझे भी यह स्टाइल बहुत पसंद है और मैंने खूब मज़ा लिया।
कुछ देर में मैं खलास हो गयी.
मुझे लगा कि वह भी झड़ने वाला है तो मैंने लण्ड मुट्ठी में लिया और 4 /6 बार मुट्ठ मारा तो वह मेरे मुंह में ही झड़ गया।
मैंने उसका वीर्य खूब मजे से पिया और सुपारा चाट चाट कर मज़ा लिया।
कुछ देर बाद मैं बाहर निकली तो इत्तिफ़ाक़ से शबनम भी चुदवाकर बाहर आ गयी।
वह बोली- हाय सुनीता, तेरे मियां राज ने मेरी चूत का खूब बाजा बजाया। फाड़ डाला मेरी बुर … धज्जियाँ उड़ा दीं उसने मेरी चूत की! मेरी गांड में तो पहले उंगली की और फिर घुसा दिया अपना मोटा मादरचोद लण्ड। मुझे चुदाने में इतना मज़ा पहले कभी नहीं आया। उसका काला लण्ड मेरी चूत में ही नहीं मेरे दिल में भी घुस गया है बहनचोद। अब मैं सोच रही हूँ कि मुझे पहले दिन से ही तेरे हसबैंड से चुदवा लेना चाहिए था। मैं तो तेरे पति के लण्ड की गुलाम हो गई हूँ यार!
इस तरह संजय भोसड़ी वाले ने मुझे रात में 4 बार चोदा।
उधर शबनम भी बुरचोदी मेरे पति से 4 बार चुदी।
मुझे इतना तो मालूम हो गया की शबनम माँ की लौड़ी बड़ी जबरदस्त चुदक्कड़ औरत है।
इस तबके की औरतें तो ग़ैर मर्दों से चुदवाने में बड़ी एक्सपर्ट होती हैं।
शबनम तो शादी के पहले से ही खूब चुदी हुई थी।
फुल स्वप्पिंग दोबारा
एक हफ्ते बाद हम लोग फिर मिले।
इस बार सबने ठान लिया कि आज एक ही बेड पर राज और संजय दोनों एक दूसरे की बीवी चोदेंगे।
बीवियां बुरचोदी एक ही बेड पर एक दूसरे के पति से झमाझम चुदवायेंगी।
हम चारों अब एक दूसरे से पूरी तरह खुल चुके थे।
मैं मिनी स्कर्ट में थी और शबनम काले बुर्के और हिजाब में!
मैं अपने पति राज के साथ सोफा पर बैठ गयी और शबनम अपने शौहर के साथ हमारे सामने सोफा पर बैठ गयी।
फिर ड्रिंक्स चालू हो गयी और खूब अश्लील बातें भी।
माहौल धीरे धीरे गरमाने लगा; शबनम का बुर्का हिजाब उतर गया.
थोड़ा नशा चढ़ा तो संजय ने मुझे पकड़ कर अपने बगल में बैठा लिया और मेरे पति राज ने उसकी बीवी शबनम अपने बाजू में बैठा लिया।
राज संजय की बीवी की चुम्मियाँ लेने लगा, उसके गाल चूमने लगा उसके बदन पर प्यार से हाथ फेरने लगा।
इधर शबनम का पति संजय मेरी चुम्मियाँ लेने लगा, मुझे प्यार करने लगा, मेरे मम्मे दबाने लगा और मेरी गांड पर हाथ फिराने लगा।
हम दोनों एक दूसरे के पति की बाँहों में मस्ती करने लगी, चूमा चाटी करने लगीं.
एक नया माहौल पैदा हो गया; एक नए तरीके का मज़ा आने लगा।
तभी संजय ने मुझे अपने गोद में उठाकर बेड पर पटक दिया।
राज ने भी शबनम को उठा कर उसी बेड पर लिटा दिया और उसके पूरे बदन से प्यार करने लगा।
मेरा पति राज तो शबनम पे पहले ही मर मिटा था।
धीरे धीरे दोनों एक दूसरे की बीवी के कपड़े उतरने लगे, उन्हें नंगी करने लगे.
हम दोनों भी एक दूसरे के पति के कपड़े उतार कर उन्हें नंगा करने लगीं।
बस 2 मिनट में हम चारों लोग नंगे हो चुके थे।
मैंने संजय का लण्ड पकड़ लिया और संजय ने मेरे बूब्स और चूत।
उधर शबनम ने राज का लण्ड पकड़ लिया और राज ने उसके मम्मे और उसकी चूत!
सच बताऊँ दोस्तो, मैं शबनम के हाथ में अपने पति का लण्ड देखकर बहुत खुश हुई।
शबनम भी अपने पति का लण्ड मेरे हाथ में देख कर बहुत खुश हुई।
हम दोनों एक दूसरे के पति का लण्ड आमने सामने चाटने लगीं और चूसने लगीं।
उन्हें भी एक दूसरे की नंगी बीवी के बूब्स दबाने में और चूत सहलाने में बड़ा मज़ा आने लगा।
संजय और राज दोनों भी बुर चाटने के लिए उतावले हो रहे थे।
फिर मैं संजय के साथ 69 बन कर ओरल सेक्स का मज़ा लेने लगी और शबनम मेरे पति के साथ 69 बन कर।
हम चारों बड़ी देर तक इसी पोजीशन में रहे।
69 सबको अच्छा लगता है।
राज तो बुर के साथ साथ शबनम की गांड भी चाटने लगा।
फिर थोड़ी देर बाद राज ने पीछे से लण्ड पेल दिया शबनम की चूत में!
वह भी बुर चोदी कुतिया बन कर फचर फचर चुदवाने लगी।
राज उसकी गांड पर थप्पड़ मारने लगा; उसकी गांड में उंगली डाल डाल कर मस्ती करने लगा।
उसकी गांड बहन चोद लाल हो गयी।
वह बोला- साली कुतिया हरामजादी, तू तो बहुत बड़ी रंडी है … चुदक्कड़ है तू! ग़ैर मर्दों के लण्ड की चटोरी है तू, बड़ी मस्त है … तेरी माँ की चूत … आज मैं तेरे जिस्म का पूरा मज़ा लूंगा, हर जगह पेलूँगा लण्ड … नोच डालूँगा तेरे जिस्म का हर एक टुकड़ा। तू मुझे बहुत अच्छी लगती है रंडी!
राज उसे चोद भी रहा था और उसको गालियां भी खूब सुना रहा था। राज वाकयी बड़े जोश में था, वह घूम कर शबनम की गांड चाटने लगा.
शबनम ने फिर लण्ड मुंह में डाला और चूसने लगी।
उसने साबित कर दिया कि वह सच में एक अव्वल दर्जे की रंडी है।
वह सच में बहुत हॉर्नी हो चुकी थी।
उसके बाद राज ने उसकी टांगें फैलाई, अपने कंधे पर रखा और लण्ड गच्च से पेल दिया अंदर … धकाधक चोदने लगा उसकी बुर!
वह उसकी बड़ी बड़ी नाचती हुई चूचियों पर मारने लगा प्यार से थप्पड़!
राज को इस समय दुनिया में कुछ और नहीं दिखाई पड़ रहा था, सिर्फ शबनम की चूत दिख रही थी।
दोनों पसीने पसीने हो गए लेकिन चुदाई बंद नहीं की।
मेरे पति राज का यह पागलपन मुझे बहुत अच्छा लग रहा था।
शबनम की मेरे पति के लण्ड से चुदती हुई बुर मुझे बड़ा मज़ा दे रही थी।
उधर संजय मेरी चूत चाटते हुए मेरी गांड में उंगली भी करने लगा।
मैं उसका लण्ड बड़ी मस्ती से चाट रही थी और चूस भी रही थी।
उसका डार्क ब्राउन कलर का 7″+ का मोटा लण्ड मेरी आँखों में समा गया था। एकदम चिकना लण्ड बहन चोद बड़ा हैंडसम लग रहा था।
मैं लण्ड का सुपारा आम की गुठली की तरफ बार बार मुंह से निकालती और फिर मुंह में घुसा लेती।
लण्ड भी मादरचोद आम की तरह रसीला था।
उसने तो मेरी चूत में अपनी जबान ऐसे घुसेड़ दी जैसे कोई लण्ड घुसेड़ता है।
यानि जबान से ही चोदने लगा मेरी बुर!
वह बोला- सुनीता, तू भी बड़ी मस्त और हॉट औरत है. आज मैं तेरी चूत का खूब बाजा बजाऊंगा।
उसने भी मुझे आगे से चोदा मेरी दोनों टांगें अपने कंधे पर रख कर मेरे चूतड़ों को अपने हाथों से उठा कर घुसा दिया लण्ड मेरी चूत में!
वह मार दनादन चोदे जा रहा था। वह लण्ड पूरा का पूरा अंदर घुसेड़ रहा था।
कुछ देर बाद उसने मुझे भी कुतिया बनाकर चोदना शुरू किया।
संजय बोला- यार राज, मुझे तेरी बीवी चोदने में बड़ा मज़ा आ रहा है। इसकी टाइट चूत बड़ा मज़ा दे रही है।
राज बोला- हां यार, मुझे भी तेरी बीवी चोदने में असली मज़ा आ रहा है। अपनी बीवी के आगे दूसरे की बीवी चोदना बड़ा मजेदार होता है।
संजय ने कहा- अरे यार, अपनी बीवी को किसी और से चुदवाकर दूसरे की बीवी चोदना बड़ा मज़ा देता है।
राज ने फिर कहा- हां यार, अब तो मैं कई लोगों से अपनी बीवी चुदवाऊंगा और उनकी बीवियां चोदूंगा।
यह बात मेरे दिल में बैठ गयी और मैं अंदर ही अंदर बहुत खुश हुई।
इतने में संजय के लण्ड ने उगल दिया मेरे मुंह में वीर्य … जिसे मैं बड़े प्यार से पी गयी।
तब मैंने देखा कि शबनम भी मेरे पति का झड़ता हुआ लण्ड पी रही है।
खलास तो हम दोनों पहले ही हो चुकी थीं।
फिर हमने कुछ देर के लिए इंटरवल मनाया और नंगे नंगे ही मनाया अपनी अपनी ख़ुशी ज़ाहिर की।
बहुत मज़ा आया।
शबनम बोली- यार, मुझे तो अपने मियां के सामने तेरे मियां से चुदवाने में ज़न्नत का मज़ा आया।
मैंने कहा- हां यार, एक ही बेड पर कपल की अदला बदली ( couple swapping ) का मज़ा ही कुछ और होता है। आज हम लोगों को वाइफ स्वैपिंग का पूरा आनंद आ रहा है।
कुछ देर में लण्ड फिर टनटनाने लगे, चूत फिर कुलबुलाने लगी और निपल्स भी तन कर खड़े हो गए।
इस दूसरे राउंड में राज ने शबनम की बुर भी चोदी और उसकी गांड में भी ठोका लण्ड।
शबनम अब गांड मरवाने में एक्सपर्ट हो चुकी थी.
दूसरे राउंड में मैं संजय के ऊपर चढ़ गयी, उसके लण्ड पर बैठ गयी, झुक कर अपनी गांड पटक पटक कर उसका लण्ड चोदने लगी।
वह भी मस्ती से चुदवाने लगा अपना लण्ड।
मैं उसके लण्ड पर कूदने लगी।
उधर राज इस बार शबनम के चेहरे पर झड़ गया।
मुझे यह देख कर उस पर प्यार आ गया और तब मैंने भी राज के लण्ड का वीर्य शबनम के साथ चाटा और फूल मज़ा लिया।
संजय जब झड़ा तो शबनम ने मेरे साथ झड़ता हुआ लण्ड बड़े प्यार से चाटा बिल्कुल वैसे ही जैसा ब्लू फिल्म में होता है।
हम दोनों मस्त हो गई।
राज तो शबनम की गांड के पीछे लगा रहा इसलिए उसने तीसरे राउंड में भी शबनम की गांड मारी और फिर उसकी गांड के ऊपर ही झड़ गया।
तीसरे राउंड में भी हमने पहले 69 किया और फिर खूब घपाघप चुदाई करवाई।
हम दोनों बीवियों की चूत का बाजा भी खूब बजा और गांड की भी खूब ठुकाई हुई।
राज शबनम की चूचियों पर झड़ा और संजय मेरे मुंह पर!
फिर हम दोनों ने मिलकर दोनों लण्ड का वीर्य मस्ती से पिया भी और चाटा भी।
उसके बाद लगभग सुबह के 4 बजे मैं नंगी नंगी शबनम के पति संजय के साथ सो गयी और शबनम मेरे पति राज के साथ नंगी नंगी सो गयी।
तो दोस्तो, यह थी हमारी सच्ची फ्रेंड वाइफ Xxx कहानी जो मैंने आपको सुना दी।
आप अपने विचार जरूर बतायें.
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