इरोटिक बॉडी मसाज के बहाने मस्ती भरे पल-3
(Erotic Body Massage Ke Bahane Masti Bhare Pal- Part 3)
This story is part of a series:
-
keyboard_arrow_left इरोटिक बॉडी मसाज के बहाने मस्ती भरे पल-2
-
View all stories in series
विनय ने होटल में पहले ही चारों का डिनर पैक करके रखने का आर्डर दे रखा था।
ये लोग 11 बजे होटल पहुंचे, रिसेप्शन पर बैठा लड़का भला था, वो विनय से बोला- सर आप लोग फ्रेश हो लीजिये, मैं खाना माइक्रोवेव में गर्म करके भिजवाता हूँ।
विनय ने उससे पंद्रह मिनट में अपने रूम में ही भेजने को कहा।
रूम तक पहुँच कर उसने समीर से कहा- तुम लोग फ्रेश होकर कपड़े बदल कर हमारे रूम में ही आ जाओ, यहीं डिनर ले लेंगे।
राखी हंस कर बोली- हम तो रात को कुछ पहनते ही नहीं!
तो रीमा बोली- चलो यह तय हुआ कि चारों कम से कम कपड़ों में आयेंगे। जो सबसे ज्यादा सेक्सी दिखेगा उसकी कल सब मिलकर मालिश करेंगे।
विनय ने समीर को कह दिया कि जैसे ही वेटर जायेगा वो उसे फोन कर देगा, तभी वो दोनों आयें।
अपने रूम में पहुंचकर विनय और रीमा ने फटाफट शावर लिया और विनय ने तो केवल लुंगी पहनी और रीमा ने एक फ्रॉक डाल ली जिसके नीचे उसने कुछ नहीं पहना था।
वेटर आकर सामान रख कर चला गया।
उसके जाते ही समीर राखी आ गए, समीर ने केवल शॉर्ट्स पहनी थी और राखी ने तो बेशर्मी की सारी हदें पार करके एक ब्रा पैंटी सेट पहना था। उसके ऊपर उसने एक कुर्ती डाली थी जिसे उसने रूम के अंदर आते ही उतार दिया, उसके मचलते हुए मम्मे बाहर आने को बेताब थे और पेंटी से उसकी चिकनी चूत झांक रही थी।
राखी शर्त जीत चुकी थी और अब कल उसकी सामूहिक मालिश होनी थी। रीमा ने बेड पर ही डिनर लगा दिया। राखी के मम्मे देख विनय का तो तम्बू तन चुका था। अब रीमा ने भी बार बार समीर के सामने झुक कर उसे अपने गोल गोल गोलगप्पों के दर्शन करा दिए।
समीर की भी आँखें रीमा के उभारों से हट नहीं रही थीं।
खैर खाना खाकर बेड खाली किया। 12 बज चुके थे… समीर, राखी ने अपनी मसाज के बारे में उन्हें बताया कि उन लोगों ने तो पर्दा हटाकर दोनों टेबल मिला ली थीं और मसाज और चुदाई एक साथ कराई।
पर समीर के लंड को उसकी मसाजर ने अपने पैर के तलुवों से नहीं रगड़ा था और ना ही वो लोग 69 हो पाए थे।
रीमा ने राखी से पूछा- गैर मर्द से क्या पहली बार चुदी है?
इस पर राखी ने कहा- नहीं, थाईलैंड में भी एक बार ऐसे ही मसाज करवाई थी पर मुझे इससे कोई परहेज नहीं..
वो हंस कर बोली- एक बार गैर मर्द से चुदना या हजार बार चुदना… एक ही बात है, पर मैं किसी दोस्त से नहीं चुदी।
बात साफ़ थी राखी की नीयत विनय से चुदने की थी। विनय यह भांप गया पर उसे शक था कि रीमा पता नहीं तैयार होगी या नहीं। पर रीमा खुद हॉट फील कर रही थी समीर से!
समीर बोला- चलो चलते हैं!
तो विनय बोला- थोड़ी देर रुको, फिर चले जाना!
कह कर उसने कमरे की लाइट बंद कर दी, एक हल्का सा नाइट लैंप जल रहा था।
चारों बेड पर ही लेटे रहे.. चारों की धड़कनें तेज थी, सबके मन में एक ही बात थी, पर पहल कोई कर नहीं पा रहा था।
बेड पर कोने में विनय लेटा था, उसके बगल में रीमा और उसके बगल में राखी और राखी के बगल में समीर! विनय ने करवट बदल कर रीमा के होंठ से अपने होंठ लगा दिए और उसकी फ्रॉक ऊपर कर दी।
यह देख समीर भी राखी से चिपट गया और उसके मम्मे चूसने लगा। उसके चूसने की आवाज सुन विनय ने उससे कहा- चल भाई मम्मे बदल लें?
उसके इतना कहते ही रीमा ने उसे धक्का दिया और खुद ही समीर का लंड पकड़ कर अपने मुँह में ले बैठी।
विनय ने भी राखी की पेंटी के अंदर अपनी जीभ कर दी।
बस दस सेकंड में ही पार्टनर बदल गए। समीर अब रीमा से चिपटा हुआ उसके होठों को चूस रहा था और रीमा ने उसका लंड अपनी चूत में कर लिया था.. उधर रखी और विनय 69 में एक दूसरे को चूस रहे थे।
चारों की कामुकता पूरी चरम पर थी।
अब विनय ने राखी को नीचे लिटाया और उसकी टांगें ऊपर करके अपना लंड पूरा पेल दिया उसकी चूत में ‘उम्म्ह… अहह… हय… याह…’
और कमोबेश यही स्टाइल अपनाया समीर और रीमा ने!
रीमा ने अपनी टांगें समीर की पीठ पर लपेट ली थीं और समीर पूरे जोर शोर से उसकी चुदाई कर रहा था।
दस मिनट की धमा चौकड़ी के बाद सबके पुर्जे ढीली हो गए। रीमा और राखी की चूत से गर्म गर्म माल बाहर टपक रहा था और समीर और विनय निढाल होकर एक ओर पड़े थे।
थोड़ी देर बाद समीर उठा उसने रीमा से कहा- चलो आज तुम मेरे साथ सो जाओ, राखी यहीं सो जाएगी।
रीमा ने राखी की ओर देखा तो राखी बोली- मुझे कोई ऐतराज नहीं..
तो विनय बोला- मुझे भी कोई ऐतराज नहीं।
रीमा फटाफट उठी और अपने कपड़े पहन कर ऊपर से एक बेड शीट डाल कर कमरे से बाहर निकल समीर का हाथ पकड़ कर चली गई।
चारों के बीच यह तय हुआ कि कल कहीं घूमने नहीं जायेंगे, सुबह से दोपहर तक चारों समीर के कमरे में इकट्ठे होंगे और जम कर मस्ती करेंगे।
कमरे में आकर रीमा वाशरूम गई, अपने को धोने तो पीछे पीछे समीर भी आ गया, दोनों नंगे ही एक बार फिर चिपट गए… रीमा ने शावर खोल दिया, दोनों चिपट कर नहाये।
यह हिंदी सेक्स स्टोरी आप अन्तर्वासना सेक्स स्टोरीज डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं!
नहाते समय रीमा ने समीर का लंड एक बार जम कर चूसा। अब समीर फिर तैयार हो रहा था घुड़सवारी के लिए!
रीमा ने बाहर आकर कॉफ़ी बनाई और कॉफ़ी लेकर बेड पर चादर में घुस गई बिना कपड़ों के!
समीर भी नंगा ही उससे सट कर बैठ गया। दोनों काफी पीकर फिर तैयार थे चुदाई के लिए!
तभी समीर का मोबाइल बजा, विनय था, बोला- यार, तेरी बीवी तो बहुत गर्म है.. तुझे मेरी कैसी लगी?
समीर बोला- वक़्त खराब मत कर, वर्ना तेरी वाली ठंडी हो जाएगी!
और हंस कर फोन काट दिया।
चादर के अंदर मुँह करके उसने रीमा की चूत में जीभ दे दी।
फिर वही… रात भर दोनों जोड़े चुदाई में ही लगे रहे और सुबह 3 बजे सोये।
रीमा और राखी की चूत सूज कर पकोड़ा हो गयी थीं, क्योंकि समीर और विनय ने बाजार से लिए रबर के डिल्डो से भी उन्हें चोदा।
सुबह 10 बजे विनय और राखी समीर के कमरे में आये, समीर और रीमा तो नंगे ही थे, कमरे में तो विनय और राखी के भी कपड़े उन्होंने उतरवा दिए।
ब्रेकफास्ट समीर ने रूम में ही मंगा लिया, जब वेटर ब्रेकफास्ट लाया तो बाकी तीनों वाशरूम में चले गए और समीर ने टॉवल लपेट कर ब्रेकफास्ट ले लिया।
ब्रेकफास्ट से निबट कर एक बार कमरे का माहौल फिर गर्म हुआ। यह आखिरी सेशन था क्योंकि दोपहर बाद चारों को निकलना था।
दोस्तो, कैसी लगी आपको मसाज के बहाने चुदाई.. यह न केवल सच्ची कहानी है बल्कि सिर्फ पंद्रह-बीस दिन पुरानी घटना है।
लिखियेगा की कभी आपने भी ऐसी मसाज कराई है?
[email protected]
What did you think of this story??
Comments