गली का लड़का मेरी मॉम की चुदाई करता था
(Gali Ka Ladka Meri Mom Ki Chudai Karta Tha)
दोस्तो, आज मैं आपको अपनी आँखों देखा हाल एक कहानी के माध्यम से बताने जा रहा हूँ.. जो हकीकत मेरे सामने घटी.. वो मेरी मॉम संगीता की है।
यह बात उस समय की है.. जब मैं बहुत छोटा था। मेरे पापा की शिफ्ट वाली ड्यूटी रहती थी और उनकी अनुपस्थिति में मेरे मोहल्ले का एक भैया आता था.. उसका नाम सपन था। सपन की उम्र उस समय 22 साल की रही होगी और मेरी मॉम संगीता की उम्र उस वक्त लगभग करीब 30 साल की थी।
सपन मेरी मॉम संगीता को चाची कहता था और वो अक्सर हमारे घर में मेरी मॉम संगीता के साथ बात करता रहता था।
एक दिन मैं खेलने के लिए बाहर गया था.. जब शाम को मैं वापस आया तो दरवाजा बंद था। मैंने माँ को आवाज़ दी लेकिन दरवाजा नहीं खुला। करीब 5 मिनट के बाद मेरी मॉम संगीता ने दरवाजा खोला.. तो मैं अन्दर दौड़ते हुए गया और माँ से जल्दी से पानी माँगने लगा।
वो मुझे डांटने लगीं।
मैंने देखा कि सपना भैया बिस्तर में बैठे हैं और अपना पसीना पौंछ रहे हैं। मैंने पानी पिया और वापस बाहर आ गया।
तब मुझे कुछ मालूम नहीं था।
लेकिन एक दिन सपन भैया रात को 8.30 बजे पापा की अनुपस्थिति में आए और साथ में वीसीआर भी साथ लाए, वे बोले- चलो चिंटू आज मूवी देखेंगे।
वो मॉम को चिकन देकर बोले- चाची आज तरीके से चखने का मन है.. तैयार हो और चिकन बना दो।
मेरी मॉम संगीता ने मुस्कुराते हुए उससे चिकन ले लिया और किचन में चली गईं।
सपन ने मूवी वीसीआर में लगा दी और मेरे साथ देखने लगा। थोड़ी देर के बाद मेरी मॉम की 2-3 बार खांसने के आवाज़ आई.. सपन ने मुझसे बोला- चिंटू तुम मूवी देखो.. मैं अभी आता हूँ।
मैं मूवी देखने लगा.. लेकिन मेरे रूम से किचन साफ़-साफ़ देखता था।
सपन ने किचन में जाकर संगीता को पीछे से गले से लगा लिया। मॉम ने उसे हटाते हुए कहा- अरे पागल हो क्या.. अभी नहीं.. चिंटू है।
सपन ने बोला- वो तो मस्ती से मूवी देख रहा है..
अब सपन मॉम की साड़ी उतारने लगा।
मॉम ने साड़ी नीचे करते हुए बोला- अभी नहीं.. बाद में.. अच्छा सुनो.. आप क्या सच में रात को रुकोगे?
सपन ने बोला- हाँ संगीता डार्लिंग, आज की रात हमारी है।
फिर मॉम भी उसके गले लग गईं और उससे किचन से जाने को बोला.. लेकिन सपन कुछ जिद सी कर रहा था।
फिर मॉम ने उससे एक पप्पी दी और वो किचन से एक संगीता को गिलास देने को बोला।
मॉम ने बोला- क्या करोगे?
तो उसने अपनी पॉकेट से दारू की बॉटल निकाल ली। मॉम ने हँसते हुए एक गिलास में कोल्ड ड्रिंक डाल दी। सपन अपने लिए पैग बनाने लगा।
फिर उसने बोला- मेरी जान आज तुम्हें भी थोड़ा पीना पड़ेगा।
मॉम बोलीं- नहीं.. पहले चिंटू को खिला दूँ.. फिर..
सपन ने बोला- संगीता आज सुहागरात मनाना है तुम्हारे साथ।
मॉम ने हँस कर कहा- अच्छा.. तो फिर शादी भी करने पड़ेगी..
और वो खिलखिला कर हँसने लगीं।
सपन बोला- ठीक है..
वो अपना पैग बनाने लगा।
अब सपन एक हाथ में एक कोल्डड्रिंक का गिलास और एक में अपना पैग लेकर मेरे पास आ गया और बोला- चिंटू कोल्ड ड्रिंक कौन पिएगा?
मैंने बोला- मैं..
फिर वो अपना गिलास पीने लगा और मैं कोल्डड्रिंक पीने लगा।
थोड़ी देर में मॉम आकर बोलीं- चलो चिंटू खाना खा लो..
मैं खाना खाने लगा।
सपन अब भी अपना पैग पी रहा था.. खाना खाकर मैं फिर मूवी देखने लगा।
मॉम बोलीं- चिंटू अब सो जाओ।
मैं फिल्म देखने की जिद करने लगा।
फिर मॉम मान गईं.. थोड़ी देर के बाद सपन बोला- चलो अब मैं घर जाता हूँ.. और उसने मेरी मम्मी को पानी लाने को बोला।
मम्मी किचन में गईं.. पीछे से सपन भी गया। मॉम उससे बोलीं- कब तक आओगे?
सपन बोला- बस रानी 2 घन्टे में आता हूँ.. और सुनो सुहागरात की याद रखना..
फिर सपन चला गया।
अब मम्मी और मैं मूवी देखने लगे.. मूवी खत्म होने वाली थी.. तब मैंने सोने का नाटक किया।
थोड़ी देर में ही.. करीब 10.30 दरवाजे पर दस्तक की आवाज आई।
मॉम ने दरवाजा खोला और सपन अन्दर आ गया।
संगीता ने मुझे 2 बार आवाज़ लगाई.. मैं नहीं उठा.. तो वो समझ गईं कि मैं सच में सो गया हूँ.. लेकिन मुझे सब सुनाई और दिखाई दे रहा था।
फिर मॉम ने सपन को खाना दे दिया और बोली- मैं नहा कर आती हूँ।
वो नहाने चली गईं.. करीब 20 मिनट के बाद मॉम नहा कर रेड कलर की साड़ी पहन कर आईं।
सपन तब सिगरेट पी रहा था.. मॉम सपन के पास आईं और उनके हाथ में सिंदूर की डिब्बी थी।
मॉम ने सपन से बोला- तुमने सब कुछ तो किया है मेरे साथ.. आज ये भी कर दो।
सपन ने सिंदूर की डिब्बी हाथ में लेकर मॉम की माँग में सिंदूर भर दिया। सिंदूर लगते ही मॉम सपन से लिपट गईं और बोलीं- आज से मैं आपको अपना पति मानती हूँ।
दोनों एक दूसरे से लिपट कर किस करने लगे।
फिर मॉम ने उससे पूछा- कुछ बचा भी है कि सब ख़त्म?
सपन ने कहा- नहीं मेरी जान.. अभी कैसे खत्म..
वो मॉम के लिए भी एक पैग ले आया.. और दोनों दारू पीने लगे।
सपन ने मॉम को किस किया और उनके दूध दबाने लगा।
मॉम ने बोला- लाइट तो बंद कर दो..
सपन ने लाइट बंद कर दी.. लेकिन किचन की लाइट से मुझसे सब साफ़-साफ़ दिख रहा था।
सपन ने बोला- आजा किसी का डर नहीं है मेरी जान.. आ जाओ।
मॉम उससे लिपट गईं। सपन का हाथ मॉम की कमर को सहलते हुए उनकी गाण्ड को सहला रहा था।
मॉम अभी भी उससे लिपटी हुई थीं।
सपन ने उनका पल्लू गिरा दिया और मेरी मॉम कुछ ही पलों बाद सिर्फ ब्रा और पेटीकोट में थीं।
सपन ने उनके पेटीकोट का नाड़ा खोल दिया.. और मॉम का पेटीकोट ‘सरर’ से जमीन में आ गिरा।
मॉम सपन से और चिपक गईं।
अब सपन का हाथ मॉम की गाण्ड को सहला रहा था।
थोड़ी देर के बाद सपन ने मॉम को बोला- लो.. केला मुँह में लो..
पर मॉम नहीं मानी.. वे बोलीं- मुझे घिन आती है..
लेकिन सपन के बार-बार कहने पर वो नीचे बैठ गईं और सपन की पैंट को खोल दिया।
सपन ने जैसे ही अपना अंडरवियर उतारा.. उसका लम्बा और मोटा लौड़ा एकदम भुजंग काला.. झूलता बाहर आ गया।
मॉम ने उसे एक बार देखा और फिर उसे अपने मुँह में ले लिया।
कुछ देर लण्ड चूसने के बाद मॉम ने कहा- बस सपन.. अब डालो अन्दर.. मुझसे नहीं रहा जा रहा..
सपन ने मॉम को बिस्तर पर चित्त लिटाया बगल में मैं सो रहा था। फिर सपन ने पोजीशन में आकर मॉम की चूत में अपना लौड़ा लगा दिया मॉम की एक आह निकली और उन्होंने सपन का लण्ड अपनी चूत में हजम कर लिया।
सपन भी अपने पूरे लौड़े को मॉम की चूत में फिट करने के बाद अन्दर-बाहर करने लगा।
मॉम ने अपनी आँखें बंद कर लीं और उनके मुँह से अजीब सी आवाजें आने लगीं।
सपन मेरी मॉम के दूध को मसले जा रहा था और लगातार चुम्बन कर रहा था।
मॉम बोलीं- सपन एक बार पूरा निकाल कर फिर से डाल दो.. फिर आराम से चोदना।
सपन ने लौड़ा बाहर खींच लिया और मॉम के दोनों पैरों को फैला दिया.. अब वो मॉम के दोनों पैरों के बीच में आ गया.. मॉम ने अपने पैर बहुत ज्यादा फैला लिए थे।
अंधेरे में भी मुझे मॉम की गोरी जांघें दिख रही थीं।
यह कहानी आप अन्तर्वासना डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं !
एक मिनट के बाद मॉम की तेज आवाज़ आई- आह जान.. आराम से.. बहुत बड़ा है आपका..
सपन मॉम के ऊपर पूरा चढ़ गया था.. और अपना लौड़ा मॉम की चूत में घुसाने लगा।
अब मॉम के मुँह से मस्ती की आवाजें आने लगीं ‘उम्म्म्म.. आह्ह.. उम्म्म्म..’
करीब 5 मिनट के बाद मॉम बोलीं- मेरा आने वाला है.. जल्दी सपन.. जोर-जोर से।
सपन अपना लौड़ा जल्दी-जल्दी अन्दर-बाहर करने लगा।
कुछ ही धक्कों के मॉम बोलीं- आईईई.. मैं गई..
वो इतना बोल कर सपन से लिपट गईं.. लेकिन सपन अब भी उनको धकापेल चोद रहा था।
एक मिनट के बाद मॉम बोलीं- रूको, मैं ऊपर आती हूँ।
अब सपन मेरे बाजू में लेट गया.. मॉम सपन के लंड के ऊपर अपनी चूत पसार कर बैठ गईं और लण्ड को खा कर मॉम ऊपर-नीचे होने लगीं।
उस टाइम मॉम के चूचे तो जैसे डांस कर रहे थे.. वे बहुत जोर से हिलने लगे थे। सपन ने मॉम के दूध ज़ोर से पकड़ लिए।
करीब 5 मिनट के बाद सपन बोला- रानी अब मेरा भी माल आने वाला है।
मॉम बोलीं- अन्दर मत डालना.. सेफ नहीं है..
फिर कुछ झटकों के बाद सपन उनसे हट गया और खड़ा हो गया.. उसके लंड से माल गिरने लगा।
मॉम अब उठ कर उससे चिपक गईं, दोनों 5 मिनट ऐसे ही लिपटे रहे।
फिर सपन ने बोला- मुझे भूख लगी है.. मॉम बोलीं- अभी कुछ लाती हूँ।
ऐसा कहकर मॉम साड़ी पहनने लगीं.. सपन ने मना किया- अभी कपड़े मत पहनो यार..
फिर मॉम किचन से कुछ खाने का लाईं.. दोनों थोड़ी देर तक ऐसे ही बात करने लगे। फिर से उन दोनों ने एक बार चुदाई की।
ये थी मेरी वास्तविक आँखों देखी घटना आपको कैसी लगी प्लीज़ अपने कमेंट्स मुझे मेरी मेल पर भेजिएगा।
[email protected]
What did you think of this story??
Comments