दीदी चुदी अपने यार से

(Didi Chudi Apne Yaar Se)

अमित सिंह 37 2019-03-02 Comments

मैंने अन्तर्वासना पर बहुत सारी कहानियाँ पढ़ी हैं. आज मेरा भी मन हुआ कि मैं भी आप लोगों के साथ एक कहानी शेयर करूँ. यह कहानी मेरी नहीं है बल्कि मेरी बहनों की है. कहानी शुरू करने से पहले मैं आपको अपनी फैमिली के बारे में बता दूँ. मेरी उम्र 18 साल की है. मेरी दो बहनें हैं जिनमें से एक की उम्र 20 साल है और दूसरी की उम्र 22 साल है.
उनका नाम मिशिका और राशिका है. गोपनीयता के कारण मैंने यहाँ पर नाम बदल दिए हैं. मेरी जो 20 साल वाली बहन है उसका नाम मिशिका है और जिसकी उम्र 22 साल है उसका नाम राशिका है.

उस दिन हमारे पड़ोस में एक शादी हो रही थी. शादी में मिशिका ने लहंगा पहना हुआ था. उसके लहंगे के पीछे बहुत बड़ा कट था. मिशिका उस लहंगे में बहुत ही हॉट लग रही थी. मिशिका का फीगर 32-30-34 का है. राशिका ने एक मिड्डी पहनी हुई थी. उसका फीगर 32-28-32 का है. वह दोनों ही बला की खूबसूरत लग रही थीं.

मौसम में हल्की-हल्की ठंड पड़ना शुरू हो गई थी. कुछ देर के बाद बारात आ गई. बारात हमारे ही शहर से थी. उनमें से कुछ लड़के मेरी दोनों बहनों को घूर रहे थे. मैंने देखा कि मिशिका और राशिका भी उन लड़कों को इशारे कर रही थी. उन दोनों को लड़कों का घूरना पसंद आ रहा था. मुझे भी यही लगता है कि शादी में लड़कियाँ लड़कों को दिखाने के लिए सजती हैं. उसके बाद जब जयमाल होने लगी तो मिशिका और राशिका भी दुल्हन के साथ में ही थी.
बारात में आए लड़कों ने उन लड़कियों को देखकर सीटी मारना शुरू कर दिया. पीछे से वे लड़के बीच-बीच में कमेंट भी कर रहे थे. मिशिका और राशिका भी लड़कों को देखकर मुस्करा रही थीं.

मेरी दोनों बहनों का उन लड़कों के साथ नैन-मटक्का चल ही रहा था कि तभी मेरे फोन पर मेरी माँ का फोन आना शुरू हो गया. माँ का फोन सुनने के लिए मैं एक तरफ चला गया. मैं जब वापस आया तो देखा कि राशिका और मिशिका दोनों ही एक साथ में बैठी हुई थी. उनके साथ में एक लड़का था जो बारात से ही था. वह लड़का मिशिका दीदी के साथ बात कर रहा था.
वे दोनों काफी अच्छे से बात कर रहे थे. फिर मैं अपनी दोनों बहनों के साथ घर वापस आ गया. उस दिन के बाद से मैंने नोटिस किया कि मैं जब भी मिशिका को देखता था तो वह हर समय फोन पर ही बिजी रहती थी.

फिर एक दिन मुझे अचानक से मिशिका का फोन हाथ लग गया. मैंने उसके व्हाट्स एप को खोल कर देख लिया. मैंने देखा कि मिशिका के फोन में रिशु नाम के एक लड़के का मैसेज आया हुआ था. उसने एक गुड मॉर्निंग का मैसेज भेजा हुआ था. जब मैंने चैट में पीछे जाकर देखा तो यह वही लड़का था जो उस दिन बारात में मिशिका के साथ बात कर रहा था.
मैंने उसकी फोटो देखी तो वह दिखने में भी काफी स्मार्ट लग रहा था. उसकी बॉडी भी अच्छी थी. मैंने मिशिका और रिशु की चैट को शुरू से पढ़ने की सोची. जब मैंने पढ़ा तो वह चैट कुछ इस तरह से थी.

रिशु- मिशिका, थैंक्स फ़ॉर नम्बर।
मिशिका- इतनी भी फॉर्मेलिटी करने की जरूरत नहीं है.
रिशु- अब इतनी हॉट लड़की नम्बर दे दे तो थैन्क्स तो बनता है न।
मिशिका- अच्छा जी।
रिशु- जी, और नहीं तो क्या। वैसे अपनी पिक भेजो न?

मैंने देखा कि मिशिका ने उसके बाद अपनी 3-4 फोटो भेज रखी थीं. फोटो देखकर रिशु ने मिशिका की तारीफ भी की. उसके बाद उसने चैट में मिशिका से वही शादी के दिन वाली फोटो मांगी जिसमें उसने पीछे से कट वाला लहंगा पहना हुआ था. उसमें मिशिका की पूरी कमर दिखाई दे रही थी. मिशिका की कमर पर बस एक डोरी सी बंधी हुई थी.
उस फोटो को देखकर रिशु ने मिशिका की बहुत तारीफ कर रखी थी चैट में.
उसने मिशिका को एक किस भी भेजी हुई थी.
जब मैंने उसके बाद की चैट को पढ़ा तो उसमें मिशिका और रिशु की सुबह की बातें थीं जिसमें मिशिका नहा कर बाहर आई थी.

रिशु- क्या कर रही हो बेबी?
मिशिका- नहाने गयी थी यार.
रिशु- अच्छा बेबी, आज मिल रही हो न शाम में?
मिशिका- ओके … लेकिन कहां पर?
रिशु- वो मुझ पर छोड़ दो।

उसके बाद से मैंने मिशिका की एक्टिविटी पर नजर रखना शुरू कर दिया. मैंने देखा कि उस दिन मिशिका शाम को तैयार हो गई थी. उसने स्कर्ट और टॉप पहन रखा था.
मिशिका ने घर पर बोल दिया था कि वह किसी दोस्त की बर्थडे पार्टी में जा रही है.

मिशिका को घर से निकलते देख कर मेरे मन में भी उत्सुकता जागी और मैं भी मिशिका दीदी के पीछे ही घर से निकल गया. जब मैंने कॉलोनी के बाहर जाकर देखा तो वही लड़का बाहर बुलेट बाइक लेकर खड़ा हुआ था. मिशिका दीदी जाकर उसकी बाइक पर बैठ गई. वह रिशु से चिपक कर बैठी थी.
मैं भी बाइक लेकर ही आया था. जब वो दोनों जाने लगे तो मैंने उनका पीछा करना शुरू कर दिया. मैं उनसे कुछ ही दूरी पर था. मैं देखना चाहता था कि इन दोनों के बीच में पक रही खिचड़ी कहाँ तक पहुंची है.
उसके बाद वो दोनों पब वाले रोड पर जाने लगे. जब वो दोनों डिस्क में चले गए तो मैं भी उनके पीछे से घुस गया और एक कोने में सीट लेकर बैठ गया.

मैं बीच बीच में चोर नजर से उन दोनों की हरकतों पर नजर रख रहा था. मिशिका काफी खुश लग रही थी. रिशु भी उसकी तरफ देखकर स्माइल कर रहा था. दोनों ही काफी खुश दिखाई दे रहे थे. उसके बाद उन दोनों ने ड्रिंक कर ली और डांस फ्लोर पर आ गए. दोनों काफी चिपक कर नाच रहे थे. मिशिका दीदी के हाथ रिशु के कंधे पर थे. उसके बाद धीरे-धीरे रिशु के हाथ मिशिका दीदी की कमर पर आ गए. कुछ ही देर में रिशु के हाथ मिशिका की गांड पर पहुंच गए. वह बीच-बीच में मिशिका की गांड को दबा देता था.

मिशिका मस्ती में उसके साथ डांस कर रही थी. धीरे-धीरे मिशिका भी रिशु के साथ चिपकती जा रही थी. फिर धीरे-धीरे रिशु मिशिका को एक कोने की तरफ ले जाने लगा. वहाँ पर रोशनी थोड़ी कम थी. साइड में ले जाकर रिशु ने मिशिका के होंठों पर अपने होंठ रख दिए. एक बार तो मिशिका पीछे की तरफ हटी लेकिन रिशु ने फिर से उसको अपनी तरफ खींच लिया.
उसके बाद मिशिका भी रिशु के होंठों को चूसने में उसका साथ देने लगी. वो दोनों एक दूसरे के होंठों को चूसते हुए पूरे मजे ले रहे थे. मिशिका भी पूरी मस्ती में थी. रिशु के हाथ अब अच्छी तरह मिशिका की गांड को मसाज कर रहे थे.

कुछ देर के बाद मिशिका ने रिशु के कान के पास ले जाकर उसके कान में कुछ कहा. लेकिन रिशु ने ना में गर्दन हिला दी और फिर से मिशिका के होंठों को चूसने लगा. उसके बाद मैंने देखा कि रिशु ने यहाँ-वहाँ देखते हुए अपनी पैंट की चेन को खोल दिया और मिशिका के हाथ में अपना लंड पकड़ा दिया. मिशिका रिशु के बदन से चिपकी हुई थी और उसने नीचे से रिशु के लंड को हाथ में लेकर सहलाना शुरू कर दिया.

उसके बाद वो दोनों थोड़ा सा और अंधेरे की तरफ चले गए और उसने मिशिका को नीचे बैठा कर उसके मुंह में अपना लंड दे दिया. मिशिका रिशु के लंड को चूसने लगी. रिशु इधर-उधर देखते हुए मिशिका के मुंह में लंड को अंदर बाहर कर रहा था. उसके बाद मिशिका उठने लगी लेकिन रिशु ने मिशिका को उठने नहीं दिया. उसने मिशिका के सिर को पकड़ लिया और उसके मुंह में तेजी से लंड को चुसवाने लगा. कुछ देर के बाद रिशु के धक्के रुक गए. शायद उसका वीर्य मिशिका के मुंह में ही निकल गया था.

उसके बाद वह दोनों बाहर की तरफ जाने लगे. बाहर आकर मिशिका ने रिशु से कहा कि वह उसे घर पर ड्रॉप कर दे.
उसके बाद दोनों वहां से निकल गए और मैं भी उनके पीछे पीछे ही पब से निकल गया. उसके बाद रिशु मिशिका को घर छोड़कर चला गया. अगले दिन मिशिका कॉलेज जाते समय अपना मेक-अप किट बैग में डालकर निकली.

मुझे आज फिर से मिशिका पर कुछ शक हो गया. मैं फिर से मिशिका का पीछे करने चल पड़ा. मैंने बाहर जाकर देखा तो रिशु वहीं उसी जगह पर बाइक लेकर खड़ा था.
उसके बाद वह मिशिका को बाइक बिठा कर ले गया. मैं भी उन दोनों के पीछे चल पड़ा. मैंने देखा कि आज वो कहीं दूसरी जगह पर जा रहे थे. कुछ ही देर में वह लड़का एक दूसरी कॉलोनी में घुस गया. मैंने सोचा कि शायद वह मिशिका को अपने घर लेकर जा रहा है. अगर वो मिशिका को अपने साथ घर ले गया तो जरूर इन दोनों के बीच में आज चुदाई होकर ही रहेगी.

मैं मन ही बहुत ही एक्साइटेड हो गया था. मैं उन दोनों की चुदाई को देखने का प्लान करने लगा. मैं पीछे-पीछे उनकी नजर से बचता हुआ उनका पीछा करता रहा. कुछ देर में रिशु उसको एक मकान में लेकर घुस गया. वह मकान कॉलोनी के बाहर वाले एरिया में बना हुआ था. वहाँ पर ज्यादा आबादी नहीं थी और आस-पास ज्यादा घर भी नहीं बने हुए थे. वे दोनों अंदर मकान में घुस गए. उसके बाद मैंने बाइक को घर से कुछ दूरी पर रोक लिया और ताक-झांक करने की कोशिश करने लगा. मगर दरवाजे को उन दोनों ने अंदर से लॉक कर लिया था.

मैं समझ गया कि उन दोनों की चुदाई का खेल जल्दी ही शुरू होने वाला है. मैंने यहाँ-वहाँ देखा लेकिन मुझे अंदर जाने का कोई रास्ता नजर नहीं आया. उसके बाद मैं मकान के पीछे की तरफ गया और मैंने देखा वहाँ पर पीछे की तरफ एक खिड़की बनी हुई थी. मैंने धीरे से चुपके-चुपके खिड़की के अंदर झांका तो देखा कि मिशिका और रिशु दोनों एक दूसरे के होंठों को चूस रहे थे. रिशु मिशिका की गांड दबा रहा था. मिशिका भी रिशु की कमर पर हाथ फिराते हुए उसके होंठों को चूसने में मस्त हो रही थी.

उसके बाद रिशु ने मिशिका का टॉप निकलवा दिया और उसकी सफेद ब्रा के ऊपर से उसकी चूचियों को दबाने लगा. मिशिका मस्त होने लगी. रिशु ने मिशिका की ब्रा के हुक खोल दिए और उसने मिशिका दीदी के कबूतरों को खुला छोड़ दिया. उसके बाद उसने मिशिका के चूचों को अपने हाथों में भर लिया और उन दोनों कबूतरों को दबाने लगा. मिशिका ने रिशु की पैंट पर हाथ ले जाकर उसके लंड को सहलाना शुरू कर दिया.

कुछ ही देर में रिशु ने मिशिका की चूचियों को अपने मुंह में ले लिया और उनको चूसने लगा. उसके बाद वह नीचे उसकी पजामी तक पहुंच गया. उसने मिशिका की पजामी को निकलवा दिया और अब मिशिका उसके सामने केवल पैंटी में खड़ी थी. उसके चूचे उसकी छाती पर तन कर मिसाइल की तरह खड़े हो गए थे.

रिशु ने मिशिका की पैंटी के ऊपर से ही उसकी चूत पर किस कर दिया तो मिशिका ने रिशु का मुंह अपनी पैंटी में घुसा दिया. वह उसके मुंह को अपनी पैंटी पर रगड़वाने लगी. रिशु भी मिशिका की पैंटी की खुशबू ले रहा था. उसके बाद उसने मिशिका की पैंटी को नीचे सरकाते हुए उसके पैरों से निकाल दिया और उसकी चूत पर किस कर दिया.

मिशिका ने रिशु को खड़ा करके उसके कपड़े उतरवाना शुरू किया. जल्दी ही रिशु अपने अंडवियर में था. मिशिका ने उसके अंडरवियर के ऊपर से ही उसके लंड को हाथ में ले लिया और सहलाने लगी. उसके बाद मिशिका ने रिशु का अंडरवियर उतार दिया और घुटनों के बल बैठकर रिशु के लंड को मुंह में ले कर चूसने लगी.

रिशु के होंठों से कामुक सिसकारियां निकलने लगीं. उन दोनों को इस तरह एक दूसरे के बदन के साथ खेलते देखकर मुझसे भी रहा नहीं गया और मैंने वहीं खिड़की के बाहर खड़े होकर अपने लंड को जिप से बाहर निकाल कर उसको हिलाना शुरू कर दिया.

मैंने देखा कि मिशिका रिशु के विशालकाय लंड को अपने मुंह में लेकर बड़े ही मजे से चूस रही थी. उसके बाद रिशु ने मिशिका को बेड पर गिरा दिया. उसने मिशिका की टांगों को फैला दिया और उसकी चूत को जीभ से चाटने लगा. मिशिका दीदी पागल सी होने लगी. उसके बाद रिशु फिर से ऊपर आकर मिशिका के होंठों को चूसने लगा. मैंने देखा कि रिशु का लंड मिशिका दीदी की चूत पर रगड़ खा रहा था.

वह मिशिका के होंठों को चूस रहा था और साथ में उसके चूचों को भी मसल रहा था. मिशिका भी पूरी मस्ती में थी. उसके बाद मिशिका ने रिशु के लंड को अपने हाथ में पकड़ लिया और अपनी चूत पर रगड़वाने लगी.
रिशु भी समझ गया कि मिशिका अब उसके लंड को अपनी चूत में लेने के लिए कह रही है.
उसने मिशिका की चूत पर लंड को रख दिया और धीरे धीरे ऊपर नीचे रगड़ने लगा. उसके बाद मिशिका ने फिर से रिशु के होंठों को चूसना शुरू कर दिया.

दो मिनट बाद रिशु ने मिशिका की चूत पर लंड को रखा और एक धक्का दे दिया. उसका सुपारा मिशिका की चूत में समा गया. लेकिन अभी पूरा लंड अंदर नहीं गया था. मिशिका को दर्द होने लगा था. उसके बाद रिशु ने जब दूसरा धक्का मारा तो मिशिका की चूत में पूरा का पूरा लंड उतर गया. मिशिका ने उठकर रिशु को अपने ऊपर खींच लिया और उसके होंठों को चूसने लगी. रिशु ने मिशिका की चूत में लंड को एडजस्ट किया और फिर धीरे धीरे उसकी चूत में लंड को हल्के से अंदर से बाहर की तरफ और फिर बाहर से अंदर की तरफ धकेलना शुरू कर दिया.

कुछ ही पलों के बाद रिशु ने मिशिका की चूत की चुदाई शुरू कर दी. मेरा वीर्य यह देखकर वहीं झड़ गया. मगर मैं अभी भी उन दोनों को वहीं खड़ा रहकर देखता रहा. रिशु ने मिशिका की चूत में लंड के धक्के तेज कर दिए.
कुछ देर तक मिशिका की चूत को चोदने के बाद रिशु उसको फिर से उठा दिया और उसकी वहीं बेड पर घोड़ी बना दिया. फिर उसने पीछे उसकी चूत में लंड को धकेल दिया और उसकी गांड पर हाथ मारते हुए उसकी चूत को चोदने लगा. मिशिका की हालत खराब होने लगी थी लेकिन रिशु के धक्के बढ़ते ही जा रहे थे. उसके बाद लगभग पच्चीस मिनट तक ऐसे ही मिशिका की चूत की चुदाई चली और रिशु एकदम से मिशिका की चूत लंड को बाहर निकाल देता है.

मिशिका बेड पर लेट गई. उसके बाद उसने लंड को अपने हाथ में लेकर हिलाना शुरू कर दिया. मिशिका उठी और उसने रिशु के लंड को अपने मुंह में ले लिया. एक मिनट के अंदर ही रिशु का वीर्य मिशिका के मुंह में गिरने लगा. रिशु कुछ झटकों के बाद शांत होकर मिशिका के ऊपर गिर गया.
रिशु के सारे वीर्य को मिशिका दीदी अंदर ही पी गई. उसने एक बूंद भी बाहर नहीं निकाली. उसके बाद वह दोनों कुछ देर तक एक दूसरे के ऊपर नंगे ही पड़े रहे और फिर दोनों उठकर अपने कपड़े पहनने लगे. उनकी चुदाई का सीन देखकर मैं भी दो बार झड़ चुका था.

उसके बाद मैं वहाँ से निकल गया. मैं मिशिका से पहले ही घर पहुंच गया. मैं उसका इंतजार कर रहा था. लेकिन मिशिका कॉलेज के टाइम पर घर वापस आई. उसके चेहरे पर एक मुस्कान खिली हुई थी. मैं समझ गया कि यह रिशु के लंड से चुदाई के बाद की मुस्कान थी.

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