सेक्स बिना भी क्या जीना- 2
(Couple Live Sex Kahani)
कपल लाइव सेक्स कहानी में घर की नौकरानी को मालकिन सहेली की तरह रखती थी. मालिक मालकिन दोनों सेक्स के शौकीन थे. एक रात नौकरानी ने दोनों की लाइव चुदाई देखी.
कहानी के पहले भाग
पति पत्नी का सेक्स का खुला खेल
में आपने पढ़ा कि एक धनी परिवार के बेटे ने एक लड़की से प्यार करके उसे गर्भवती कर दिया तो दोनों की शादी हो गयी.
उसके बाद पति पत्नी की मस्ती चालू रही.
उनके घर में एक भाग्य की मारी विवाहिता लड़की काम पर लग गयी. पूरा घर उसने सम्भाल लिया.
अब आगे कपल लाइव सेक्स कहानी:
एक दिन राजेश के माता पिता ने एक दिन के लिए किसी सम्बन्धी के जाने का प्रोग्राम बनाया.
उन्हें रात को रूककर अगले दिन आना था.
घर पर प्रिया और आशा ही थीं.
काम कुछ था नहीं.
आशा ने प्रिया से कहा- लाओ दीदी, आज मैं आपकी मालिश और वेक्सिंग कर दूं.
प्रिया ने झटपट हाँ कह दी.
उसे मालूम था कि आज रात राजेश उसे सोने तो देगा नहीं … तो क्यों न बदन चिकना करा लिया जाए.
प्रिया बहुत बेबाक और खुली हुई थी आशा से!
वह तो कपड़े उतार कर कुछ हल्का सा पहन कर लेट गयी.
आशा ने बहुत मन से उसकी वेक्सिंग और मालिश की.
प्रिया ने जब आइना देखा तो वह बहुत खुश हुई.
आज उसका जिस्म और ख़ास तौर से चेहरा चमक रहा था.
आशा ने प्रिया से कहा- आज आप और साहब बाहर घूम आइये. घर पर मैं हूँ ही. आज कोई टोकने वाला नहीं है. कुछ भी पहन लीजिएगा.
प्रिया ने ख़ुशी ख़ुशी राजेश से बात कीं और बाहर मूवी देखने और डिनर लेने का प्रोग्राम बना लिया.
शाम को राजेश जल्दी घर आ गए.
प्रिया तैयार थी.
आज उसने फ्रॉक जैसी कोई ड्रेस पहनी थी.
उसका गोरा जिस्म दमक रहा था.
आशा ने महसूस किया कि राजेश तो कमरे में ही चूमा चाटी में लग गया था.
वो तो प्रिया ने उसे धकेलते हुए बाहर जाने की याद दिलाई.
उनके जाने के बाद आशा अपना मन बहलाने के लिए टीवी देखती रही.
रात को 11 बजे करीब राजेश और प्रिया आये.
दोनों लिपटे चिपटे सीधे अपने कमरे में चले गए.
उन्होंने आशा की और ज्यादा ध्यान भी नहीं दिया.
प्रिया ने उसे ऊपर से आवाज देकर कहा कि उसका मोबाइल गाड़ी में रह गया है, तो आशा उसे चार्जिंग पर लगा ले अपने कमरे में. अगर उसे चाहिएगा तो वो आवाज देकर मंगा लेगी.
आशा ने गाड़ी खोली मोबाइल निकलने के लिए.
गाड़ी में शराब की महक थी.
मतलब इन लोगों ने आज गाड़ी में भी पी है.
प्रिया का मोबाइल सीट के नीचे पड़ा था.
आशा ने जब उठाया तो उसके साथ ही प्रिया की पेंटी भी उसके हाथ आ गयी.
पेंटी बिल्कुल भीगी थी.
आशा मुस्कुरा दी.
वह समझ गयी कि राजेश ने अपनी बीवी की चूत में जबरदस्त उंगली की है और प्रिया की चूत का फव्वारा छूट गया है. इसलिये उसने गीली पेंटी नीचे उतार दी होगी.
आशा ने पेंटी नहीं उठायी, वहीं छोड़ दी.
मोबाइल लेकर गेट लॉक करके सारी लाइट बंद करती हुई आशा ऊपर अपने कमरे में आ गयी.
प्रिया के कमरे से हंसने खिलखिलाने और छेड़खानी की आवाजें आ रही थीं.
राजेश प्रिया को साथ नहाने की खुशामद कर रहा था और प्रिया नशे में बहकती हुई नखरे दिखा रही थी.
आशा ने आवाजें अनसुनी कर दीं और अपने कमरे में आ गयी.
प्रिया का मोबाइल उसने चार्जिंग पर लगा दिया. प्रिया ने मोबाइल लॉक नहीं कर रखा था.
चार्जिंग में लगते ही मोबाइल का स्क्रीन ऑन हो गया और उसमें कोई पोर्न मूवी चलने लगी.
मतलब राजेश और प्रिया ने गाड़ी में शराब पीते समय पोर्न मूवी देखी है, तभी राजेश ने प्रिया की चूत में उंगली की होगी.
आशा की सांसें तेज हो गयी थीं. उसका दिल जोरों से धड़क रहा था.
उसने अपने जज्बातों को काबू करने के लिए अपने चेहरे पर ठंडे पानी के छपके मारे.
तभी प्रिया की आवाज आई, वह अपना मोबाइल मांग रही थी.
आशा ने जल्दी से चलती मूवी को बंद किया और मोबाइल देने प्रिया के रूम पर पहुंची.
प्रिया ने थोड़ा सा दरवाजा खोलकर हाथ बाहर निकाल कर मोबाइल ले लिया.
आशा समझ गयी कि प्रिया ने कुछ पहना नहीं है.
वह मोबाइल पकड़ा कर वापिस मुड़ी.
उसने देखा कि उनके कमरे की खिड़की हल्की सी खुली रह गयी है.
बाहर तो अन्धेरा था.
आशा खिड़की के पास रुकी तो अंदर का नजारा सामने था.
अंदर प्रिया और राजेश दोनों बिलकुल नंगे थे.
प्रिया मोबाइल चार्जिंग पर लगा रही थी और राजेश उससे पीछे से चिपट रहा था.
वह उसके मम्मे पकड़ना चाह रहा था और प्रिया उसे रुकने को कह रही थी.
राजेश का लंड पूरा तना हुआ था.
आशा अब बेचैन हो उठी.
वह कमरे में वापिस जाने को हुई … पर उसकी टांगों ने चलने से मना कर दिया.
आशा खिड़की पर जडवत खड़ी रह गयी.
अब प्रिया बेड पर लेट गयी थी. उसने अपनी टांगें चौड़ा रखी थीं
वह उंगली से राजेश को बुलाने का इशारा कर रही थी.
प्रिया ने आशा की वेक्सिंग के बाद अपनी चूत भी चमका ली थी.
राजेश ने प्रिया की टांगों के बीच अपना सर घुसा दिया और जीभ प्रिया की चूत में सरका दी.
जल्दी ही प्रिया कसमसाने लगी.
वह ‘आह उह’ की जोर से आवाजें निकाल रही थी.
आज आशा को उसकी आहें कुछ ज्यादा ही शोर मचाती लगीं.
एक तो खिड़की खुली थी और दूसरे आज आशा की साड़ी इन्द्रियाँ इस लाइव सेक्स से जुडी हुई थीं.
प्रिया राजेश के बाल खींच रही थी मानो उसे ऊपर बुला रही हो.
राजेश ने सर उठाया और प्रिया के ऊपर आते हुए उसके मम्मे चूसने लगा.
प्रिया ने उसका लंड पकड़ लिया था.
उसने अब अपने को राजेश से छुड़ाया और खुद उठते हुए राजेश का लंड मुंह में ले लिया और लगी लपर-लपर चूसने.
अपनी जीभ और होठों से उसने लंड पर ऐसा दबाब बनाया हुआ था कि राजेश को लगने लगा कि वह अब उसके मुंह में ही खलास हो जाएगा.
उसने बड़ी कोशिशों के बाद अपने को प्रिया की गिरफ्त से छुड़ाया.
राजेश ने प्रिया को टांगों से पकड़कर अपनी और खींचा और उसकी गांड के नीचे दोनों तकिये लगाकर उसकी टांगें चौड़ा दीं.
अब प्रिया की चूत बेड पर उठी हुई थी.
राजेश ने अपना लंड पर थोड़ा सा थूक लगाया और बिना देरी किये प्रिया की चूत में पेल दिया.
प्रिया चाहे रोज चुदती हो पर उसने पूरी जोर से चीख निकाली-फाड़ोगे क्या?
राजेश ने झट आगे होकर उसके मुंह पर हाथ रखा और इशारा किया कि बगल के कमरे में आशा है.
अब राजेश ने पेल देनी शुरू कर दी.
प्रिया ने अपनी टांगों को खुद थामा हुआ था.
वह यथासंभव उन्हें चौड़ी किये हुए थी.
राजेश के धक्के जोरों पर थे.
प्रिया उसे उकसा रही थी.
अचानक प्रिया ने राजेश का लंड बाहर निकाल दिया और राजेश को धकेलते हुए उसके ऊपर चढ़ गयी और अपने हाथों से लंड को चूत में लेकर लगी उछलने!
उसके बाल और मम्मे दोनों लहरा रहे थे.
राजेश उसके मम्मे लपक कर मसलने लगा.
प्रिया अब बड़बड़ा रही थी न जाने क्या क्या!
बार बार वह जोर से आह ओउच करती और जोर से कहती- आज तो मजा आ गया जानू … आज तो मजा आ गया.
उसके मुंह से थूक भी बाहर आ रहा था.
ऐसा लग रहा था जैसे उस पर कोई शक्ति आ गयी हो.
वह पूरी मदहोश और मस्तानी होकर राजेश को चोद रही थी.
उसकी पीठ पर पसीने की धारियाँ दिख रही थीं.
राजेश भी पसीने से लथपथ थे. वे नीचे से धक्के लगा रहे थे.
प्रिया के मम्मे उन्होंने मसल मसल कर लाल कर दिए थे.
कपल लाइव सेक्स देखकर आशा की उंगली अपने दाने को जोर जोर से मसल रही थी.
उसने अपने मम्मे भी मसले.
अब उससे खड़ा नहीं हुआ जा रहा था.
उसका मन हुआ कि वह यहीं नीचे लेट जाए और प्रिया की तरह टांगें फैलाकर अपने दाने को मसले.
आशा से अब और न रुका गया … वह अपने कमरे में भागी और आहिस्ता से दरवाजा बंद करके अपने पूरे कपड़े उतार कर बेड पर लेट गयी और जोर जोर से अपनी उंगली से चूत मसलने लगी.
एक बार शांत होने के बाद आशा की आँखों से आंसू निकलने लगे.
वह अपनी बदकिस्मती पर रो रही थी.
उसे अपने हालात मालूम थे.
उसे मालूम था कि अब ये सब उसके नसीब में नहीं.
वह ये सब चाहती भी नहीं थी … पर आज के हालात कुछ इसे बन गए थे जो उसके बस में नहीं थे.
रोते रोते उसकी आँख लग गयी.
राजेश-प्रिया का एकमात्र बेटा कुणाल पढ़ाई लिखाई में गजब का तेज़ था.
कामयाबी की सीढ़ियाँ चढ़ता हुआ कुणाल आज से 4 साल पहले अमेरिका चला गया था और किसी कम्पनी में बहुत अच्छी तनखा पर काम कर रहा था.
राजेश और प्रिया भी दो बार अमेरिका उसके पास हो जाए.
कुणाल ने अभी पिछले साल ही राजेश को बताया कि उसको एक वहीं की लड़की से प्यार है और दोनों शादी करना चाहते हैं. पर अभी नहीं, कुछ साल रूककर!
वहां का वातावरण ही ऐसा था.
कुणाल वापिस हिन्दुस्तान आने को तैयार नहीं था.
और राजेश और प्रिया अमेरिका जाने को राजी नहीं थे.
अचानक कोविड आ गया.
पूरी दुनिया ठप्प हो गयी.
राजेश और प्रिया की जिन्दगी में तो रोमांस और बढ़ गया.
गिरवी लेन देन का काम राजेश घर से ही करते रहे.
उधर अमेरिका में कुणाल घर से ही काम कर रहा था.
उसकी दोस्त उसी के साथ ही रहती थी.
आशा अपनी जिम्मेदारियों में व्यस्त रहती.
उसका व्यक्तित्व इतना साफ़ सुथरा और व्यवहार इतना मीठा था कि हर आने वाला उसे घर का सदस्य ही मानता.
प्रिया के पास तो ढेरों कपड़े थे. वह जानबूझकर अपने नए से कपड़े आशा को देती रहती.
आशा उन कपड़ों में बिना मेकअप और गहनों के भी सौम्यता और सुन्दरता की मूर्ति लगती.
कोविड में दुकान तो जाना था नहीं तो प्रिया अब घर पर फ्रॉक वगेरा ही पहनती.
वह और राजेश अक्सर कमरे में ही रहते और आशा को अंदाज़ था कि कमरे में दोनों बिना कपड़ों के ही रहते हैं.
प्रिया आशा को भी जिद करती कि वह भी फ्रॉक वगेरा पहन सकती है.
पर आशा ने कभी पहने नहीं थे.
ऐसे कपड़े तो वह शालीनता से मना कर देती.
पर हाँ, उसने हँसते हुए प्रिया से एक दो बार कह दिया था कि वह फ्रॉक के नीचे ब्रा पैंटी सब पहना करे, वरना सब दिखता है.
इस पर प्रिया मुस्कुरा देती कि इन्हें पसंद नहीं. और फिर कोविड में कोई बाहर का आता जाता भी तो नहीं है.
प्रिया आशा से कोई फर्क मानती ही नहीं थी.
कोविड की दूसरी लहर में राजेश और प्रिया दोनों चपेट में आ गए.
आशा ने बिना अपनी परवाह किये दोनों की अथक सेवा की.
उसने न दिन देखा, न रात; न वो कोविड से डरी, न थकी.
पर दुर्भाग्य इस परिवार को लील दिया.
राजेश तो ठीक होकर घर आ गए … पर प्रिया को कोविड अपने साथ ले गया.
अब राजेश आशा पर एक बच्चे की तरह निर्भर हो गए.
आशा ने उन्हें पूरा सम्भाला.
राजेश बिलकुल टूट गए.
उन्होंने दूकान जाना बिलकुल बंद सा कर दिया.
दूकान पर सिर्फ नौकर रहता.
आशा इस घर के अपने ऊपर अहसान कभी भूली नहीं.
उसने कुणाल को बहुत फोन किये.
पर आना तो दूर … अब तो वह फोन से भी बचने लगा.
राजेश बहुत कमजोर हो गए थे.
आशा को उन्हें हर काम के लिए सहारा ही देना होता; नहाने धोने और कुछ भी करने के लिए.
दूकान का कोई भी ग्राहक आता तो अब आशा ही अलमारी से रूपये या सामान निकालती.
राजेश तो हर समय रोते रहते.
आशा राजेश के लिए माँ, पत्नी, सेविका का मिश्रित रूप थी.
शुरू शुरू में आशा को भी राजेश की सेवा में उलझन होती.
आखिर उसके लिए राजेश के पराया मर्द था.
राजेश तो बिलकुल हाथ पैर छोड़ बैठा था.
कोविड के चलते कोई नौकर आता नहीं था.
आशा ने अपना मन मजबूत किया कि बस यही मौक़ा है इस परिवार के अहसान का बदला चुकाने का.
तो वह अपना फ़र्ज़ बखूबी निभाने लगी.
राजेश के कपड़े बदलने से लेकर खाना और दवाई देने तक सारा कार्य आशा ही करती.
धीरे धीरे उसकी सेवा से राजेश पूर्ण रूप से स्वस्थ हो गये.
इस कपल लाइव सेक्स कहानी का हर भाग अलग मजा देगा.
आप कहानी पर कमेंट्स और मेल करते रहें.
[email protected]
कपल लाइव सेक्स कहानी का अगला भाग: सेक्स बिना भी क्या जीना- 3
What did you think of this story??
Comments