लंड चुत गांड चुदाई का रसिया परिवार- 15

(Chacha Chachi ki Chudai Dekhi)

This story is part of a series:

इस चुदाई स्टोरी में एक लड़की अपनी सहेली को अपने चाचा चाची की चुदाई का आँखों देखा हाल बता रही है. जब वो चाचा के घर गयी तो उसने खिड़की से क्या देखा!

हाय फ्रेंड्स, मैं सोनिया कमल … सेक्स कहानी को आगे लेकर हाजिर हूँ.

अब तक आपने पढ़ा था कि सभी नौजवान लड़के लड़कियों में प्यार मुहब्बत चल रही थी.
डिनर के बाद अगले दिन को लेकर विचार विमर्श चलने लगा था.

अब आगे चुदाई स्टोरी:

विराज- कल का क्या प्रोग्राम है?
समीर- मेरे हिसाब से कल हम यहां से चैक आऊट कर लेते हैं, पंचगनी से सीधे अपने घर निकल चलते हैं. क्यों आकाश तुम क्या कहते हो?

आकाश- हां ये सही है. रात तक सब अपने अपने घर पहुंच जाएंगे. परसों कॉलेज भी जाना है. क्यों चिराग तुम क्या कहते हो?
चिराग ने आइसक्रीम खाते हुए कहा- जैसा आप लोग कहो, मुझे कोई ऐतराज नहीं.

सब इस बात से सहमत हो गए.

तन्वी- तो चले सोने … कल लंबा सफर है.

सब अपने अपने कमरे में सोने चले गए. इधर तन्वी और पल्लवी अपने रूम में थीं.

तन्वी- तूने तो कमाल कर दिया … आज तो तू समीर के सामने ही शुरू हो गई.
पल्लवी- यार पता नहीं क्या हो गया था आज मुझे! समीर मेरे बारे में क्या सोच रहा होगा, शिट यार.

तन्वी- मुझे पता है क्या हुआ था तुझे!
पल्लवी- क्या, क्या हुआ था मुझे?

तन्वी- तूने ये सब उस छिनाल ज्योति के कारण किया. देखा ना आज कैसे उसने पहले बस में रोमांस किया … फिर मुल्सी झील पर झाड़ियों में कैसे पेड़ के पीछे अपने बोबे दबवा रही थी. उसका किसिंग सीन देख कर तो मेरी भी चूत पनिया गई थी. साली रंडी कहीं की.

पल्लवी ने हंसते हुए कहा- तेरी चूत में भी पानी आता है? आज पता चला मुझे.
तन्वी- क्यों, तेरी ही चूत में कीड़े कुलबुलाते हैं क्या … मेरी चूत में आग नहीं लगती क्या?

पल्लवी- हा हा हा हा … मुझे नहीं पता था. अच्छा एक बात बता, तेरी चूत में ऐसा कब से होने लगा … किसी को चुदते देख लिया क्या या किसी की चूत देख ली तूने? अच्छा बता आज तक तूने किसी की रियल में चुदाई देखी है?

तन्वी- हां मैंने अपनी चाची को कई बार चुदवाते देखा है. उनके घर में खुला माहौल है. एकदम ओपन माइंड फैमिली है. मेरी कजिन सिस तो आम तौर पर ऐसे कपड़े पहनती है. शॉर्ट्स, लो कट गले का टॉप, टी-शर्ट या मिनी स्कर्ट. फिर लापरवाही से बैठना. मैंने और समीर ने उसकी पैंटी कई बार देखी है … और पैंटी भी कौन सी, थोंग पैंटी. रात में तो बिना ब्रा पैंटी के हाफ नाईटी में या सिर्फ ब्रा पैंटी पहन कर सोती है. सुबह उसकी चूत हमेशा खुली मिलती है. जब तक मैं वहां थी, कजिन को दिन में कम से कम एक दो बार तो टॉप लैस देख ही लेती थी, लापरवाही से बिना किसी आंड़ के मेरे सामने ही कपड़े बदल लेना उसकी आदत है. उसकी चूचियां तो हमेशा आधे से ज्यादा बाहर ही रहती हैं.

तन्वी आगे बोली- चाची भी हमेशा ऐसी ही लोकट गले की टी-शर्ट के साथ स्किन टाईट लेगिंग या शार्ट ड्रेसेस ही पहनती हैं. फुल मॉर्डन चाची का पूरा भूगोल नजर आता है. घर में उन दोनों में से कोई भी ब्रा नहीं पहनती है. दोनों को देख देख कर समीर तो अपना लंड मसलता ही रहता है.

पल्लवी- होता है यार … ये कोई नई बात नहीं है. सेम ऐसा मेरे मामा के घर होता है. तूने शायद कभी ध्यान दिया हो, मेरी मम्मी को भी घर में ब्रा पैंटी से एलर्जी है. उनको हॉर्ट प्राब्लम है, तो घर में हमेशा ब्लाउज पेटीकोट में या कम से कम कपड़ों में ही रहती हैं. कई बार तो उन्हें अपने हाथों से अपनी चूचियां अन्दर करना पड़ती हैं.

तन्वी- हम्म …
पल्लवी- पर चाची की चुदाई कैसे देख ली तूने?
तन्वी- दो साल पहले गर्मी की छुट्टियों में एक बार मैं और समीर चाचा, चाची के घर दिल्ली घूमने गए थे. उनके बंगले में 8 कमरे हैं. ऊपर 6 कमरे आमने सामने हैं … और 2 नीचे हैं. आगे बड़ा सा गार्डन … महंगी कारें, अच्छे खासे रईस हैं.

दोस्तो, अब समय आ गया है कि आप भी तन्वी के चाचा के परिवार का परिचय जान लें.

नीरज- चाचा 44 साल, लंड साईज 8 इंच.
शालिनी- चाची 42 साल उम्र, 38-30-40 का फिगर … चूचियां तो ऐसी, जैसे दूध के कंटेनर हों. डार्क ब्राऊन निप्पल. देख कर लगता नहीं की वो दो जवान बच्चों की मां होंगी. उनकी उम्र 35-36 से ज्यादा की नहीं लगती है.
आदित्य- चाचा का बेटा. इसकी 20 साल उम्र और 6.5 इंच का लंड.
अदिति- चाचा की बेटी. ये 18 साल की 32-26-32 का कातिल फिगर और मटर के दाने जितने पिंक निप्पल हैं.

तन्वी ने बताना शुरू किया:

एक बार रात को साढ़े ग्यारह-बारह बजे प्यास के कारण मेरी नींद खुल गई. मैं देखा तो पानी की बोतल नहीं थी. मैंने सोचा कि चलो किचन से ले आती हूँ. मैं नीचे गई तो चाचा-चाची के बेडरूम की लाईट जल रही थी. किचन में जाने के लिए उनके बेडरूम के सामने से जाना पड़ता है, जो उनके बेडरूम के बाद बगल में है.

मैं सामने से निकली, तो कुछ आवाजें आ रही थीं.

पहले तो मैंने ध्यान नहीं दिया. मैं किचन में गई … फ्रीज से पानी की बोतल निकाली और आने लगी.

उनके बेडरूम की खिड़की पूरी खुली हुई थी. अनायास ही मेरी नजर पड़ गई, तो क्या देखती हूँ कि चाचा पूरे नंगे थे और चाची उनकी गोद में पूरी नंगी बैठी थीं.

चाचा एक हाथ से चाची के निप्पल चुटकी से मसल रहे थे और दूसरे हाथ से चाची की चूत मसल रहे थे. चाची सिसिया रही थीं.

चाची- सीईईई … और कितना तड़पाओगे नीरू डार्लिंग … अब सहन नहीं होता … आह डाल भी दो अपना मूसल.

चाची के मुँह से इतना सुनते ही मेरा शरीर कांप उठा. मैं चुपके से खिड़की के साईड होकर अन्दर देखने लगी.

चाचा- शालू डार्लिंग चुदाई ही करनी हो तो किसी का भी लंड डलवा लिया कर. मुझे तो चूत और चूचियों से खेल कर चुदाई करने में मजा आता है.
चाची- अरे यार … रोमांस बाद में कर लेना … पहले एक बार चोद दो मुझे प्लीज नीरू.

चाचा- पहले लंड तो चूस … फिर देखना साली कैसे तेरी चूत का कचूमर बनाता हूँ.

फिर चाची उठीं और चाचा का लंड मुँह में भर कर चूसने लगीं.
चाची की पीठ मेरी तरफ थी. वो पूरी रांड जैसी कॉलगर्ल लग रही थीं.

चाचा ने हाथ बढ़ा कर चाची का एक निप्पल पकड़ा और मसलने लगे- साली तेरे निप्पल तो बढ़ते जा रहे … मेरी गैर हाजिरी में किसको चुसवा देती है. ओह … पूरा लौड़ा मुँह में लेकर चूस कुतिया आआह.
चाची लंड मुँह से निकालती हुई बोलीं- तुम तो कई कई दिन घर से गायब रहते हो. मैं अपने हाथ से खींच खींच कर बड़े करती हूं.

चाचा- क्या करूं डार्लिंग … बिजनेस भी जरूरी है.
चाची- और मैं कैसे रात काटती हूँ … तुम्हें क्या, तुम तो विदेश में कोई ना कोई चूत मार लेते होगे.

चाचा- चल अब आ जा, आज तेरी भोसड़ी का भोसड़ा बनाता हूँ.

ये सब देख और सुन कर मुझे पता ही नहीं चला कि कब मेरा हाथ मेरी पैंटी में चला गया और मैं चूत की क्लिट मसलने लगी.
अन्दर चाची लेट गई थीं और चाचा उनकी टांगों के बीच में आ गए.

चाचा ने चाची की चूत फैला दी और अपनी जीभ अन्दर तक डाल कर चाटने लगे.

मैंने पहली बार इतने पास से कोई भोसड़ा अन्दर से लाल रंग का देखा था.

चाची- आआह नीरू मेरे शेर … ऐसे ही चाट उईईई मां … देख तेरे दामाद को कैसे तेरी बेटी की भोसड़ी चाट रहा मां … आहहह क्या करूं मां … मैं तो गई आह ओह.

इसी तरह गंदी गंदी बातें करते हुए चाची ने अपनी कमर उठा दी और झड़ने लगीं.
झड़ते हुए उन्होंने चाचा का सिर अपनी चूत पर दबा लिया और झटके खाते हुए शांत हो गईं.

फिर जब चाचा ने अपना मुँह उठाया, तो उनका पूरा चेहरा चाची की चूत के पानी से भीगा हुआ था.

चाचा- आह नमकीन पानी … मेरी जान मजा आ गया … क्या टेस्ट है.

उसके बाद चाचा ने अपना लंड चाची की चूत पर रख कर एक धक्का मारा तो आधा लंड चाची की चूत में घुस गया.

चाची- आआहह मां मर गई … मादरचोद धीरे नहीं पेल सकता था भोसड़ी के … आह फाड़ दी मेरी चूत.
चाचा- साली चिल्ला तो ऐसे रही है जैसे पहली बार चुद रही हो.

इसी के साथ चाचा ने दूसरा धक्का मार दिया और अपना पूरा लंड चाची की चूत में जड़ तक घुसेड़ दिया.

चाची- साले तेरी मां की चूत में कुत्ता मूते. आह कबाड़ा कर दिया मेरी चूत का … कल नहीं चोदना क्या तुझे … मादरचोद फाड़ कर रख दी मेरी चूत … आह मां अपने दामाद से बचाओ मां … हरामी ने लंड चुत में जड़ तक पेल दिया.
चाचा- किसे बुला रही मेरी रंडी … अपनी मां को … आह बुला ले आज उसको भी नंगी करके चोद दूंगा.

इतना बोल कर चाचा चाची को दनादन चोदने लगे.

वो हुमच हुमच कर गाली देते हुए चुदाई कर रहे थे- ले मेरी रांड अपने खसम का लंड.

चाची- हाय तौबा कितने बड़े मादरचोद हो, मैं कम पड़ रही … जो मेरे साथ साथ मेरी मां को भी चोदोगे कमीने … आह मेरे राजा और जम कर चोदो अपनी रंडी को. आईई ओह हाय कसम से ऐसे ही चोदो मेरे सैंय्या … मेरी चूत के राजा. मैं झड़ने वाली हूँ. हाय मां और कस के पेलोओ ओओओ.

चाची छटपटाती हुई झड़ने लगीं.

चाचा- बस इतना ही दम था तेरी गांड में रंडी. चल साली डॉगी स्टाईल में आजा.

ये खेल देखते हुए कब मेरी पैंटी उतर गई, पता ही नहीं चला.

चाची डॉगी बनते हुए बोलीं- थोड़ा धीरे डालना जान.
चाचा- धीरे का काम नहीं है मेरे पास.

इतना बोलते ही गच्च से पेल दिया चाची की गीली चूत में लंड- ले मेरी रांड अपने बालम का लंड ..

चाचा दनादन चोदने लगे.

चाची- आआह और तेज चोद … मजा आ गया मेरे साजन … क्या चुदाई करता है. हाय रे मेरे चूत के रसिया चोदो.
चाचा- आआह मेरी कुतिया चल अब ऊपर आकर मुझे चोद.

बस चाचा लंड चुत से निकाल कर नीचे लेट गए.

चाची उठीं और चाचा के दोनों तरफ पैर करके अपनी चुत के छेद में उनका लंड पकड़ कर लगाने लगीं. लंड ने चुत की फांकों में मुंडी घुसाई और चाची अपनी चूत में लंड लगा कर घच्च से बैठ गईं. एक बार में पूरा लंड चाची के भोसड़े में गुम हो गया. फिर तो चाची ऊपर नीचे होने लगीं. उछलने के साथ ही उनके खरबूजे भी ऊपर नीचे उछलने लगे.

‘आआह ओह हाय आआआई ओह मां सीईईई ऊह … मर गई.’

चाची हांफती हुई चाचा पर लेट गईं.

चाचा ने पलटी मारी और चाची के ऊपर चढ़ कर दनादन चोदने लगे- ले साली तेरी मां को चोदूं रंडी.

चाचा के मुँह से इतना सुनते ही मेरी चूत से पानी छूट गया. अब तो मेरी टांगें भी कांपने लगी थीं. मैं भाग कर ऊपर आई और हांफते हुए बिस्तर पर लेट गई. मैं झड़ चुकी थी. मेरी पैंटी चुतरस से भीगी थी. मगर थकान इतनी ज्यादा थी कि कब मुझे नींद लग गई … पता ही नहीं चला.

पल्लवी ने तन्वी से उसके चाचा चाची की चुदाई की कहानी सुनकर कहा- यार तेरे चाचा चाची की चुदाई की कहानी तो बड़ी जबरदस्त थी.
तन्वी- हां यार मेरी चुत में तो अभी भी पानी आने लगा है.

पल्लवी- चल अब आगे सुना.
‘अब तू अदिति की सुन.’
‘हां सुना.’

दूसरे दिन मेरी अदिति के साथ घूमने जाने कि प्लानिंग हुई. दिल्ली के चांदनी चौक में घूमते हुए हम दोनों को भूख लग आई थी.

अदिति बोली- अब चलो कुछ खाना खाते हैं.
मैं ओके कह दिया.

हम दोनों चांदनी चौक के एक रेस्तरां में घुस गईं.
चांदनी चौक के होटल में लंच करने के बाद दोनों लाल किला के अन्दर दाखिल हुईं.

अदिति किले के अन्दर घूमते हुए बोली- यार दी … राजे महाराजे के जलवे ही अलग हुआ करते थे. साले कई कई रानियां रखते थे … एक अगर पीरियड में हो, तो दूसरी ठोकने को मिल जाती थी, क्यों दी?

तन्वी अन्दर घूमते हुए बोली- अदिति, मेरी एक बात मानेगी?
अदिति- यस माय डियर सेक्सी दी … कहो क्या बात है?

तन्वी अपना हाथ आगे बढ़ाते हुए बोली- तू मुझे दीदी बोलना छोड़ दे, मैं तुझसे ज्यादा बड़ी नहीं हूँ. बाई दि वे फ्रेंड्स!

अदिति ने कुछ सोचते हुए और सेक्सी हंसी हंसते हुए कहा- मेरी लिमिट कितनी होगी तन्नी डार्लिंग?
अदिति ने उसका हाथ थामते हुए जब ये कहा.
तो तन्वी हंसते हुए बोली- अरे यार अनलिमिटेड … बट इसके पहले मुझे तुझसे एक बात पूछनी थी.

अदिति- हां बोलो न!
तन्वी- तूने अभी तक मुझे अपनी हॉबीज नहीं बताईं, तुझे क्या क्या पसंद है … कैसा पसंद है क्या नहीं पसंद है.

अदिति ने भी खुल कर कहा- मुझे सब कुछ पसंद है. आई एम दि ओपन माइंड तन्नी, अब मैं तुमसे एक बात पूछ सकती हूँ.
तन्वी ने मुस्कुराते हुए कहा- हां जरूर, क्यों नहीं मेरी जानेमन, जानेतमन्ना, जानेजिगर, जानेबहार.

अदिति ने हंसते हुए कहा- बस बस तन्नी डार्लिंग बस, आपको क्या क्या पसंद है, ये बताओ.
तन्वी- सेम टू सेम तेरे जैसी, शायद तुझसे भी ज्यादा … तुझे नहीं पता हमारा एक ग्रुप है, जिसमें मेरे सहित 4 लड़कियां और आकाश सहित 4 लड़के हैं. हम सब गाली गलौज से लेकर सब ओपन माइंड मस्ती करते हैं. बट सब लिमिट में. एक बात और … हमारी गाली हम लड़कियों तक सीमित रहती है, वहीं लड़के अपनी गाली लड़कों तक इस्तेमाल करते हैं. मगर एक बात है कि गाली किसको भी दो चुदेगी तो हम लड़कियों की चूत ही … या हमारी मां बहनों की चूतें. कोई साला ये नहीं कहता तेरे बाप की गांड में लंड … या तेरी गांड में लंड. वैसे क्या सच में तू लेस्बो है?

अदिति- देखो तन्नी मैं लेस्बो जरूर हूँ … पर लेस्बियन एडिक्ट नहीं हूँ. टाईम पास के लिए थोड़ी मस्ती कर लेती हूँ … बस.
तन्वी- अच्छा ये बता कि तूने आज तक कितनी चूतें चाटी हैं या यूं भी कह सकती हूँ कि तुमने कितनी चूतों से अपनी चूत चटवाई है?

अदिति अपनी चूत स्कर्ट के ऊपर से मसलते हुए बोली- क्यों मुझे और गर्म कर रही हो डार्लिंग … पहले ही पूरी चूत चिपचिपा रही है. वैसे मैंने ज्यादा नहीं, बस दो की चूत चाटी है और दोनों से अपनी चूत चटवाई भी है.
तन्वी ने चूत मसलते हुए कहा- मेरे पास दो पैंटी और हैं स्टाक में … टॉयलेट में जाकर बदल ले. देख वो लड़का तुझे ही देख रहा है.

अदिति लड़के की ओर मुँह करके अपनी चूत पर उंगली आगे पीछे करने लगी और बोली- इसका पोपट करें क्या?
तन्वी हंसते हुए- रहने दे … साले को मुठ मारने की जगह भी नहीं मिलने वाली.

अदिति ताली मारते हुए- हे हे हे सही बोला तुमने, एक बात पूछूं.

तन्वी ने एक तरफ इशारा किया और बोली- चल वहां बैठ कर बात करते हैं.

दोनों एक चबूतरे पर बैठ कर गप्पें लड़ाने लगीं.

दोस्तो, इस चुदाई स्टोरी को बीच में रोकने का मन नहीं होता है पर क्या करूं … साईट के नियम भी फॉलो करने पड़ते हैं. आगे आपको इस मस्त देसी सेक्स कहानी के अगले भाग की मस्ती दूंगी. आप मेल करते रहिए.
सोनिया वर्मा
[email protected]

चुदाई स्टोरी जारी है.

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