मेरी सुहागरात में मेरी सास ननद दोनों मेरे साथ चुदीं
(X Family Chut Chudai Kahani)
X फॅमिली चूत चुदाई कहानी में मैं अपनी सुहाग सेज पर बैठी अपने शौहर के लंड के बारे में सोच रही थी कि पता नहीं कैसा लंड मिलेगा मुझे! मेरी ननद ने मेरी मदद की.
यह कहानी सुनें.
मैं बुरचोदी जैनब हूँ दोस्तो. 24 साल की एक मद मस्त खूबसूरत और हॉट लड़की।
मेरी शादी अभी अभी हुई है.
यह X फॅमिली चूत चुदाई कहानी मेरी ही है.
मैं अपनी होने वाली सुहागरात के कुछ घंटे पहले अपने कमरे में बैठी हुई अपने मोबाइल पर पोर्न देख रही थी।
पोर्न में मैं सिर्फ लण्ड की फोटो ही देख रही थी … एक से एक बेहतरीन लण्ड की फोटो … हर तरह के लण्ड की फोटो।
मैं सच में मन ही मन बड़ा एन्जॉय कर रही थी और सोच रही थी कि मेरे मरद का लण्ड कैसा होगा? कितना बड़ा होगा? कितना मोटा होगा? देखने में कैसा लगता होगा लण्ड? पता नहीं चोदने में कैसा होगा मादर चोद लण्ड?
क्योंकि एक बीवी के लिए उसके शौहर का लण्ड ही सब कुछ है।
फिर अचानक ख्याल आया कि मैं तो पहले से ही चुदी हुई हूँ।
पिछले 4 साल से लगातार चुद रही हूँ मैं!
एक से एक बढ़िया लण्ड पेलवा चुकी हूँ मैं अपनी चूत में!
तो फिर आज मैं अपने मरद के लण्ड के लिए इतनी परेशान क्यों हो रही हूँ?
होगा भोसड़ी का लण्ड जैसा होगा … मुझे उससे क्या लेना देना? मुझे कौन उसके लण्ड के सहारे ज़िन्दगी काटनी है!
मैं तो आज़ाद पंछी हूँ।
शादी के पहले भी खूब चुदी हुई हूँ और शादी के बाद भी खूब चुदूँगी।
ग़ैर मर्दों के लण्ड से चुदवाती रहूंगी।
एक खूबसूरत विवाहिता औरत को लण्ड की कभी कमी नहीं होती.
मैं बहनचोद खूबसूरत हूँ, सेक्सी हूँ, हॉट हूँ.
और सबसे बड़ी बात कि मैं मस्त जवान हूँ।
मुझे चोदने के लिए तो लोग अपना लण्ड हाथ में लिए हुए घूमते हैं।
बड़े बड़े लण्ड मेरी चूत के आगे सलामी ठोकते हैं।
लोग मुझे देख कर वैसे ही अपना लण्ड सहलाने लगते हैं.
कुछ लोग तो मेरे नाम ले ले कर अपने लण्ड का मुट्ठ मारतें हैं.
ऐसे में मुझे लण्ड की क्या कमी … जिसको इशारा करूंगी, वही भोसड़ी वाला अपना लण्ड खड़ा करके मेरे सामने आ जायेगा।
फिर मैं अपने शौहर के लण्ड के लिए इतना क्यों सोच विचार करूं?
गधे की गांड में जाये मेरे शौहर का लण्ड?
इतने में मेरी बुर चोदी ननद आ गई और बोली- भाभी जान, तुमको कैसा लण्ड पसंद है?
मैंने कहा- अरे यार, अभी कुछ देर बाद मेरी सुहागरात होने वाली है और तू मुझसे लण्ड के बारे में पूछ रही है। अगर मुझे लण्ड पसंद न आया तो तू क्या करेगी भोसड़ी वाली?
वह बोली- तो फिर मैं कोई तेरी पसंद वाला लण्ड पेलूँगी तेरी चूत में भाभी जान! मैं इसीलिए तो पूछ रही हूँ। आज मुझे तेरी चूत को हर हाल में खुश रखना है। यह मेरी जिम्मेदारी है।
मैंने मुस्कराकर मजाक करते हुए कहा- अच्छा तो ले सुन, मुझे बड़े बड़े नौ नौ, दस दस इंच के लण्ड पसंद हैं और मोटे भी। लण्ड ऐसे हो जो तेरी चूत के चीथड़े उड़ा सके और तेरी माँ का भोसड़ा भी फाड़ सके।
वह बोली- हायल्ला, बहुत बड़ी लण्डबाज़ हो तुम, बहुत बड़ी लण्डखोर हो तुम भाभी जान? इतने बड़े बड़े लण्ड कभी पेलवाया है तुमने अपनी चूत में भाभी जान?
मैंने कहा- पेलवाया है, तभी तो कह रही हूँ। तू क्या समझती है कि मैं अभी कच्ची हूँ? मैं चुदी हुई हूँ ननद रानी क्योंकि तेरी माँ को चुदी हुई बहू चाहिए था तो मैं चुद कर आयी हूँ।
वह बोली- कोई बात नहीं भाभी जान, मैं तेरी चूत फाड़ने वाला लौड़ा ही पेलूँगी तेरी चूत में!
ननद इतना कह कर चली गयी।
मैं भी उसके पीछे गयी यह देखने के लिए की वह किसके पास गई है और क्या कहने गयी है।
ननद सीधा अपनी अम्मी जान यानी मेरी सास के पास पहुंची।
सास ने कहा- कैसी है तेरी बुरचोदी भाभी जान, बेटी रैय्यत?
ननद बोली- अरे अम्मी जान, वह तो एकदम पटाका है। बड़ी मस्त है। चुदी हुई है और बड़े बड़े लण्ड की शौक़ीन है। वह तो अभी से सास का भोसड़ा चोदने को तैयार है और ननद की बुर में लण्ड पेलने को भी!
सास बोली- मज़ा आ गया यह सुनकर! मैं तो चुदी हुई बहू चाहती थी। अब आएगा उस बुरचोदी की सुहागरात में असली मज़ा. अब आगे का प्लान बना ले तू! आज रात को होगा हम सबकी एक साथ चुदाई का जश्न।
मैं यह सुनकर दंग रह गयी।
मैंने मन में कहा कि सुहागरात मेरी है और एक्ससाईटेड हैं मेरी सास और ननद? अब ये क्या करेंगी? क्या मेरे शौहर का लण्ड ये दोनों अपने हाथ से मेरी चूत में पेलेगीं या फिर मैं पेलूँगी अपने शौहर का लण्ड इन दोनों की चूत में?
मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि क्या होने वाला है.
मेरी सुहागरात बहन चोद किस तरह की होने वाली है.
ख़ैर मैं सज धज कर अपने कमरे में बैठ गयी और अपने शौहर के आने का इंतज़ार करने लगी।
सच पूछो तो मैं उसके लण्ड का इंतज़ार करने लगी।
लगभग आधे घंटे में वह आया तो मेरे दिल की धड़कन तेज हो गयी।
मैं चुदी हुई थी फिर भी मेरा ज़िया धक धक करने लगा कि अब क्या होगा.
उसने मेरा घूँघट उठाया मुझे गौर से देखा, मेरी खूबसूरती की तारीफ की, मेरे होंठ बड़े प्यार से चूमा।
मैं भी धीरे धीरे उसी के साथ आगे बढ़ने लगी।
उसने मुझे अपनी गोद में उठा लिया।
मैंने भी अपने आप को समर्पित कर दिया।
फिर उसने एक एक करके मेरे कपड़े उतारे और मैंने भी उसके कपड़े उतारे।
मैं उसके आगे नंगी हो गई और वह मेरे आगे नंगा।
उसके हाथ में मेरी नंगी चूचियाँ आ गईं तो मेरे हाथ में उसका नंगा लण्ड।
वह मेरे मम्मे, मेरी चूत और मेरे पूरे नंगे जिस्म पर हाथ फिराने लगा तो मैं भी उसके लण्ड पर, उसके पेल्हड़ पर और उसकी चौड़ी छाती पर प्यार से हाथ फिराने लगी।
मैंने मन ही मन खुदा का शुक्रिया अदा किया क्योंकि लण्ड मुझे पसंद आ गया था।
मैं खुश हुई कि अब कोई भी औरत मेरे साथ लण्ड की अदला बदली बड़ी आसानी से कर लेगी।
ऐसे में मुझे ग़ैर मर्दों के लण्ड से चुदाने का मौक़ा मिलने लगेगा।
मैं बड़े प्यार से लण्ड चाटने लगी, चूसने लगी और उसे हिला हिला कर मस्ती करने लगी।
वह भी मेरे नंगे बदन से खेलने लगा।
पहली बार मुझे बीवी होने का और शौहर के लण्ड से खेलने का गुमान हो रहा था।
कुछ देर में उसने लण्ड मेरी चूत में घुसा दिया और मैं उफ़ कह कर मस्ती से चुदवाने लगी।
उसे क्या पता था कि जाने कितने लण्ड मेरी चूत की सैर कर चुके हैं।
वह मेरी चूत को फ्रेश और कुवांरी चूत समझ कर धकाधक चोदने लगा।
अचानक मैंने देखा की मेरी ननद आई और मुझे चुदती हुई देख कर लौट गई।
मुझे ऐसा भी लगा कि मेरी सास ने भी झाँक कर मेरी चुदती हुई बुर देखी है.
और मुस्कराती हुई चली गई।
इस बात से मैं गनगना उठी।
मैं जब भी चुदवाती हूँ तो चाहती हूँ कि कोई मुझे चुदती हुई देखे।
आज मेरी यह तमन्ना पूरी हुई।
मैं सबके सामने खुल्लम खुल्ला चुदवाने में ज्यादा मज़ा लेती हूँ।
सबको लण्ड दिखा दिखा कर चाटने और चूसने का मज़ा लेती हूँ।
मैं चाहती हूँ कि मेरी सास ननद मेरे सामने बैठें और मेरी चुदती हुई चूत देखें, अपने हाथ से लण्ड मेरी चूत में पेलें और मेरा गांड उठा उठा के चुदवाने का मज़ा लूटें।
ख़ैर मैं अपने शौहर से खूब चुदी, बेतहाशा चुदी।
मैं पहले खलास हो गई और वह बाद में!
कुछ देर बाद वह मुझे चोद कर चला गया।
फिर चुपके से मेरी ननद आ गई और बोली- कैसी रही तेरी सुहागरात भाभी जान? भाई का लौड़ा पसंद आया या नहीं?
मैंने कहा- लौड़ा तो बहुत पसंद आया। चुदाने में बड़ा मज़ा भी खूब आया … लेकिन …
वह बोली- अरे लेकिन क्या भाभी जान? ज़रा खुल कर बताओ न मुझे?
मैंने कहा- चोदने के बाद मेरा शौहर पता नहीं कहाँ चला गया? लौड़ा तो बड़ा जबरदस्त है उसका पर मेरा मन अभी भरा नहीं। मैं तो अभी चुदासी हूँ। मैं तो और चुदाना चाहती हूँ, कई बार चुदाना चाहती हूँ, ननद रानी!
वह बोली- चिंता न करो भाभी जान। तुम अभी और चुदोगी, अच्छी तरह चुदोगी।
मैंने कहा- तो क्या वह अब दुबारा आएगा मुझे चोदने?
वह बोली- वह नहीं आएगा भाभी जान, अब तुम्हें कोई और चोदेगा।
मैंने कहा- हायल्ला, आज मेरी पहली रात है। आज कोई ग़ैर मरद मुझे कैसे छू सकता है? मैं अपने शौहर को क्या मुंह दिखाऊंगी?
वह बोली- तुम अपने शौहर की बात कर रही हो तो चलो मेरे साथ!
रैय्यत मुझे बाहर ले गई और बोली- देख तेरा शौहर कितनी मस्ती से तेरी जेठानी की फुद्दी चोद रहा है। तेरी जेठानी की चूत चोदने के बाद वह उसकी बहन की बुर लेगा, फिर अपनी फूफी की बेटी की चूत लेगा। वह तेरे पास लौट कर नहीं आएगा भाभी जान। मुझे सब मालूम है। तुझे एक बार चोद के गया न … तो हो गयी तेरी सुहागरात. अब तुझे कोई भी चोदे, उसे कोई फर्क नहीं पड़ता और वह किसी को चोदे तो तुम्हें कोई फर्क नहीं पड़ना चाहिए भाभी जान।
उसने मेरी आँखें खोल दीं।
मैं फिर मुस्कराकर बोली- तो फिर तू किसका लण्ड पेलेगी मेरी फुद्दी में ननद रानी?
मेरी बात सुनकर वह बाहर चली गई।
इतने में मेरी सास आ गयी और बोली- कैसी रही तेरी सुहागरात बहू रानी? तू खुश है न?
मैंने कहा- अच्छी रही मेरी सुहागरात, मैं खुश हूँ सासू जी!
वह बोली- अच्छा तेरी बुर चोदी ननद गई?
मैंने कहा- ननद अभी आती होगी सासू जी!
वह बोली- तेरी ननद की माँ का भोसड़ा … बहन चोद बड़ी चालू चीज है तेरी ननद! किसी लण्ड के जुगाड़ में गई होगी। रात भर लण्ड इधर उधर सबकी बुर में पेलती रहती है तेरी ननद!
सासू की बातों ने मेरे अंदर गुदगुदी पैदा कर दी।
सासू के मुंह से गालियां बड़ी प्यारी लग रहीं थीं।
अचानक ननद वापस आ गई हँसते हुए बोली- मुबारक हो, काम हो गया भाभी जान!
मैंने कहा- ननद रानी, मेरी सास को बड़ी चिंता हो रही थी।
ननद बोली- तेरी सास खुद बहुत बड़ी चुदक्कड़ औरत है। बिना 2/3 लण्ड पेलवाये सोती नहीं है तेरी हरामजादी सास! पता नहीं इसका भोसड़ा कितने लण्ड खाता है।
रात का एक बजने वाला था।
मेरी चूत लण्ड के बिना बेचैन हो रही थी।
तभी एक लड़का कमरे में आ गया।
ननद बोली- अरे आशु, तुम आ गए।
मैंने उसे देखा और पूछा- ये कौन है रैय्यत?
वह बोली- यह मेरे पड़ोसी का लड़का है।
मैंने हैरानी से कहा- पड़ोसी का लड़का इतनी रात गये हमारे कमरे में?
उसने बताया- अरे भाभी जान, हमारे पड़ोसियों से गहरे सम्बन्ध हैं। रात में उनके जवान लड़के लड़कियां हमारे यहाँ नंगी नंगी घूमती हैं और हमारे घर के जवान लड़के लड़कियां नंगी नंगी उनके घर में घूमती हैं।
ऐसा कह कर ननद ने आशु की लुंगी खींच ली.
वह नंगा हो गया.
ननद उसका लण्ड मुठियाने लगी।
लण्ड बढ़ते बढ़ते 8″ का हो गया और 4″ मोटा हो गया।
मैं तो लण्ड देख कर दंग रह गई।
मेरी चूत गीली हो गयी।
तब ननद ने मेरी चादर उतार कर फेंक दी तो मैं उसके आगे नंगी हो गई।
उसका लण्ड और तन गया।
ननद ने लण्ड मुझे पकड़ा दिया, मैंने लण्ड की चुम्मी ली।
मैंने कहा- यार रैय्यत, इसका लण्ड तो बड़ा गज़ब का है।
वह बोली- हां भाभी, इसका लौड़ा बड़ा मशहूर है। हर लड़की हर औरत इसका लण्ड अपनी चूत में पेलवाना चाहती है। एक बार तो इसने मेरी माँ के भोसड़े में लण्ड पेल दिया था। अम्मी बोली ‘बेटा आशु कोई शर्माने की बात नहीं है। मेरी चूत को लण्ड चाहिए और लण्ड चाहे किसी का ही क्यों न हो? तुम खूब अच्छी तरह बिंदास चोदो मुझे। फिर इसने खूब जम कर चोदा अम्मी का भोसड़ा!
तब तक मैंने देखा कि मेरी सासू जान एकदम नंगी नंगी अपनी बेटी के मियां आसिफ का लण्ड पकड़े पकड़े मेरे सामने आ गई।
आसिफ का लौड़ा भी बड़ा मस्त था।
मुझे मालूम हो गया मेरी सास अपने दामाद से चुदवाती है।
फिर एक और अधेड़ उम्र का आदमी आया, बोला- बेटी रैय्यत, आज तुम बड़ी हॉट लग रही हो?
उसने ननद की चूचियाँ दबायीं और बोला- तेरी भाभी जान बड़ी मस्त चीज है. पर मैं पहले तेरी लूंगा रैय्यत! फिर तेरी भाभी जान की चूत मारूंगा।
मैं मन ही मन सोंचने लगी कि ये तो घर नहीं चुदाईखाना हो गया।
मेरी ननद बिना कुछ बोले उसका लण्ड पकड़ कर चाटने और चूसने लगी।
फिर बोली- चचा जान, आज किसकी बुर चोद कर आ रहे हो?
वह बोला- अभी तो मैं अपनी बेटी के सामने उसकी ननद की बुर चोद कर आ रहा हूँ। जितनी अच्छी उसकी बुर है उससे ज्यादा अच्छी तेरी बुर है रैय्यत! यह बात मुझे मेरी बेटी ही बता रही थी।
अब कमरे में मैं नंगी, मेरी सास नंगी और मेरी ननद भी नंगी।
मेरे हाथ में मेरे पड़ोसी आशु का लौड़ा, मेरी सास के हाथ में अपने दामाद आसिफ का लण्ड और मेरी ननद के हाथ में अपनी चचा जान जावेद का लण्ड टनटना रहा था।
मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि मेरी सुहागरात में मेरे हाथ में लण्ड, मेरे सामने मेरी सास के हाथ में लण्ड और मेरी ननद के हाथ में लण्ड होगा।
मेरी सुहागरात में हम तीनों सास बहू और ननद की बुर एक साथ चुदने के लिए एकदम तैयार हो गई।
इन तीनों लण्ड में सबसे बढ़िया लंबा और मोटा लण्ड मेरे ही हाथ में था।
मैंने कहा- यार रैय्यत, आशु साला जितना दुबला पतला है, उतना ही मोटा इसका लण्ड है। लगता ही इसके हाथ पैरों का मांस खुदा ने इसका लण्ड बनाने में लगा दिया है।
मेरी ननद मुस्कराती हुई बोली- देखा न भाभी जान, तेरी सास कितनी मस्ती से मेरे मियां का लण्ड चूस रही है?
इतने ने सास जबाब दिया- देखा बहू रानी, तेरी बुरचोदी ननद कितनी मस्ती से मेरे देवर का लण्ड चूसने में जुटी है? ऐसा लग रहा है कि जैसे इसे पहली बार लण्ड मिला है।
मुझे भी जोश आया तो मैंने भी कहा- देखा न सासू जी, तेरी बहू भी माँ की लौड़ी अपनी सुहागरात में ही अपने पड़ोसी का लण्ड चाट रही है। कितनी बेशरम और बेहया है तेरी भोसड़ी की बहू!
इस बात पर हाँ सब हंसने लगीं।
माहौल बहुत ज्यादा ही गर्म हो गया।
इतने में आशु ने लण्ड मेरी चूत में पेल दिया।
मैं बड़े मजे से सबके सामने भकाभक चुदवाने लगी।
मेरे जस्ट बगल में लेटी हुई मेरी सास अपने दामाद का लौड़ा अपनी चूत में पेलवा कर चुदवाने लगी.
और मेरी दूसरी तरफ लेटी हुई मेरी ननद तो अपने चचा जान के लण्ड का मज़ा लेने लगी।
पूरा का पूरा लण्ड पेलवाकर झमाझम चुदवाने लगी।
लग रहा था कि ननद बुर चोदी बहुत बड़ी चुदक्कड़ बीवी है।
मैं यह नजारा देख कर मस्त हो रही थी।
चुदाई की आवाज़ सबको मदमस्त कर रही थी।
यह मेरा पहला मौक़ा था जब मैं अपनी सास और ननद की बुर चुदती हुई देख रही थी, वह भी अपनी ही सुहागरात में!
ऐसा शायद ही किसी और के साथ हुआ हो!
मुझे तो वैसे भी सामूहिक चुदाई में बड़ा मज़ा आता है।
एक बात और … सुहागरात में ही दुल्हन अपनी बुर, अपनी सास का भोसड़ा और अपनी ननद की बुर किसी ग़ैर मरद से चुदवायेगी ऐसा तो मैंने कभी सोचा नहीं था।
कुछ भी हो मुझे तो ज़न्नत का मज़ा आ रहा था।
मैं बड़ी खुश थी।
बड़ी देर तक इसी तरह सबकी चुदाई होती रही।
फिर एकदम से मेरे ननदोई आसिफ ने लण्ड मेरी सास की चूत से निकाल कर मेरी चूत में ठोक दिया.
वह मुझे सटासट चोदने लगा.
आशु ने लण्ड मेरी चूत से निकाल कर मेरी ननद की चूत में घुसा दिया.
वह ननद की बुर बड़ी मस्ती से लेने लगा.
और सास का देवर जो अभी मेरी ननद की बुर चोद रहा था, अब वह सास का ही भोसड़ा चोदने लगा, बोला- भाभी जान, आज तेरी चूत तेरी बहू बेटी के सामने खूब जम कर चोदूंगा। मुझे बेटी को माँ के सामने चोदने में और बहू को उसकी सास के सामने में ज्यादा मज़ा आता है।
फिर क्या … X फॅमिली चूत चुदाई की रफ़्तार बढ़ गई और तीनों की चूत एक साथ धकापेल चुदने लगी।
हम तीनों एक दूसरे को देख देख कर रंडियों की तरह चुदवाने लगीं।
वैसे भी कहते हैं कि रात में सभी औरतें एकदम रंडियां हो जाती हैं।
फिर रात भर हम तीनों ने मिलकर और लण्ड अदल बदल कर खूब मस्ती से चुदवाया।
तो दोस्तो, इस तरह मेरी सुहागरात में मेरी सास ननद दोनों मेरे साथ चुदीं।
इस X फॅमिली चूत चुदाई कहानी पर अपने विचार बताएं.
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