पहली गर्लफ्रेंड से दूसरी मुलाक़ात- 2
(Wild Fuck With Hot Girl)
वाइल्ड फक विद हॉट गर्ल का मजा मैंने लिया जब मैं उसके घर में ही रुका था रात को. वह भी चूत में लंड घुसवाने को बेताब हो रही थी तो आधी रात को मेरे बिस्तर में आ गयी.
कहानी के पहले भाग
पहली गर्लफ्रेंड को दोबारा चोदने की ख्वाहिश
में आपने पढ़ा कि मैं अपनी पहली गर्लफ्रेंड से दोबारा मिलने को आतुर था पर कोई साधन नहीं था.
मेरे एक दोस्त का पेपर उसके शहर में था तो मैंने जुगाड़ लगाया और उसके घर पहुंच गया.
रात को वह मुझे अलग कमरे में ले गयी जहाँ चूमाचाटी के बाद वह्मेरा लंड चूसने लगी.
अब आगे वाइल्ड फक विद हॉट गर्ल:
फिर वह धीरे से लंड को थोड़ा थोड़ा करके अंदर लेने लगी.
थोड़ा सा अंदर लेती, उसके बाद लंड को अपनी जुबान और होंठों के मदद से जकड़ लेती.
फिर खूब तेज उसको अंदर की तरफ़ खींचती जैसे कि उसमें से कोई जूस निकलने वाला हो.
जैसे हम लोग बर्फ की चुस्की खाते हैं, वैसे ही वो कर रही थी.
मैंने साराह से पूछा- यार तुमने ये कहा से सीखा?
उसने कहा- मैंने बहुत सी पोर्न मूवी देखी हैं. सब एक ही जैसी होती हैं. तो मैंने सोचा कि कुछ अलग तरह से प्रयास किया जाए. तुम्हें पसंद आया?
मैंने कहा- बहुत ज्यादा. लेकिन यह तरीका कैसे दिमाग में आया?
उसने कहा- चुस्की से!
मैंने कहा- वाह साराह … तुम तो सच में बहुत दिमागदार हो.
उसने कहा- अब मुझे बातों में मत उलझाओ और मुझे मेरा काम करने दो.
और वो वापस लग गयी.
वह मेरे लंड को अंदर तक लेती फिर जोर से खींचती.
मुझे बहुत मजा आ रहा था.
फिर उसने उसको चाटना शुरु किया.
मुझे तो अलग ही मजा आ रहा था.
फिर मुझे ध्यान आया कि घर पर सब लोग हैं नीचे. और अगर किसी ने देख लिया तो बहुत बदनामी होगी.
तो मैंने साराह से बोला- यार, नीचे सब लोग हैं.
उसने कहा- उसकी चिंता तुम मत करो. मैं सब कुछ सेट करके आयी हूं।
मैंने पूछा- क्या मतलब? मैं समझा नहीं कुछ?
तब उसने बताया कि उसने अपने अम्मी अब्बा के खाने में नीद की गोलियां मिला दी हैं जिससे वो सुबह ही उठेंगे.
मैंने कहा- मतलब सारी तैयारी पहले से ही कर रखी थी?
वह बोली- हाँ. अब मुझे अपना काम करने दो और तुम मजे लो बस!
फिर मैंने दरवाजे को बंद किया और धीरे धीरे उसके कपड़े उतारने शुरु कर दिए.
वो आज भी स्पोर्ट ब्रा में ही थी.
उसकी काली ब्रा में गोरे गोरे मुलायम से उसके दुधु (स्तन) ग़ज़ब लग रहे थे.
मैं उन्हें काफी दिनों बाद देख रहा था.
साराह मेरे लंड का रस निकलने में लगी थी और मैं उसके कपड़े निकलने में!
जब मुझसे कंट्रोल से बाहर हो गया तो मैंने उसके मुंह में ही पानी निकाल दिया.
वो मेरे लंड के रस की एक एक आंखिरी बूंद तक पी गयी जैसे वो काफी समय से प्यासी हो या कभी उसने पिया ही नहीं हो.
उसके बाद मैंने उसको उठाया और बेड पर लिटा दिया.
मैं उसे किस करने लगा.
कभी मैं उसके ऊपर के होंठ को चूसता कभी नीचे के!
साराह को शरारत सूझी.
उसने मेरे होंठों को जोर से काट लिया जिससे खून भी निकल आया. जिसकी शायद उसे उम्मीद नहीं थी.
वो बार बार मेरे होंठों को चूमती और जो खून निकल रहा था, उसे भी पी जाती.
उसके बाद मैंने उसके होंठों को पिया काफी देर तक.
और फिर उसने मेरे कपड़े निकलने शुरू कर दिये.
मैंने भी उसकी सलवार और पैंटी दोनों एक साथ निकाल दी.
जब मेरी नज़र उसके जिस्म पर पडी तो मेरी आंखें खुली की खुली रह गयी.
क्या जिस्म बन चुका था साराह का!
गोरी और चिकनी तो पहले से ही थी.
लेकिन अब कुछ अलग ही निखार आ गया था.
जिसको देख कर मेरे मुंह में पानी आ गया और मैंने तुरंत रूम की लाइट जला दी.
हालांकि रूम में पहले से हल्की रोशनी थी लेकिन मैं ज्यादा रोशनी में उसको देखना चाहता था.
लाइट जलते ही उसने तुरंत खुद को रजाई से ढक लिया और बोली- अजय यार, प्लीज लाइट बंद कर दो. वर्ना मैं कुछ नहीं कर पाऊँगी. मुझे शर्म आ रही है.
मैंने एक ही झटके में उसके ऊपर से रजाई खींची और उसके नंगे जिस्म का दीदार करने लगा.
साराह एक हाथ से अपने स्तन को छुपा रही थी और एक हाथ से अपनी चूत को!
लेकिन उसकी ये सिर्फ नाकाम कोशिश थी.
फिर मैं उसके करीब गया और उसे गले से लगा लिया, उसे किस करने लगा.
साराह ने हम दोनों को रजाई से ढक लिया.
मैंने कुछ देर उसके होंठों को किस किया फिर उसके कान को किस करते करते काट लिया.
जिस पे साराह बोली- बदला ले रहे हो क्या?
मैंने कहा- नहीं बस मैं भी देख रहा हूँ कि कैसा लगता है.
उसने बोला- कैसा लगा?
मैंने कहा- बहुत मजा आया.
तो उसका जवाब था- ज्यादा मजा ना लो, वर्ना मैं पकड़ी जाऊँगी अगर कहीं भी निशान आ गया तो!
मैंने कहा- शुरूआत तुमने की है. खत्म मैं करूंगा.
उसने कहा- क्या मतलब है तुम्हारा?
तो मैंने कहा- थोड़ा सब्र करो मेरी जान, सब पता चल जाएगा.
मैंने उसके गले पे किस किया, वहां एक कट दिया.
जिससे उसकी चीख निकल गयी.
वो बोली- मत करो यार!
मैंने कहा- करूंगा … जरूर करूंगा.
मैंने धीरे धीरे उसके स्तन को चूमना शुरू किया और उसके निप्पल को काट लेता.
मैं उसके स्तन को जोर से दबा रहा था और दांतों से काट भी रहा था जिससे उसकी चूचियां एकदम लाल हो गयी थी.
साराह मुझे रोकने की नाकाम कोशिश में लगी हुई थी.
उसकी सिसकारियां निकलने लगी- आआह आह ऊऊईई आऊच अम्मीईई ईईई ईईई आआह!
फिर मैं उसके नीचे आया और उसकी नाभि के साथ खेलने लगा.
जिससे उसको एक अलग ही आनंद मिलने लगा और वो सिसकारी लिए जा रही थी- ओह … आंह … आह ओह … आह!
फिर मैंने उसकी बुर को खोला जो पूरी गीली हो चुकी थी.
साराह की चूत से पानी निकल रहा था.
जब मैंने उसकी चूत में उंगली डाली तो अंदर आग की भट्टी जैसा महसूस हुआ. मनो अंदर बहुत ही ज्यादा आग लगी हो.
मैंने तुरंत अपनी जुबान को उसकी चूत पर रख दिया और उसकी चूत के ऊपरी हिस्से को किस करने लगा, चूमने लगा.
मैं कभी-कभी उसके ऊपरी हिस्से को अपनी जुबान से लंबे से चाट लेता जैसे मानो उस पर कोई क्रीम लगी हो.
कभी मैं चूत के होंठों को अपने होंठों से दबाकर खींचता जिससे साराह पूरी मचल उठती और छटपटाने लगती.
मैं उसकी चूत में उंगली डाले हुए कुरेद रहा था और उसकी चूत को ऊपर से चाटे जा रहा था.
कभी-कभी दांत से काट भी लेता.
एक हाथ मेरा उसकी चूचियों पर और दूसरा हाथ उसकी चूत में था, उसकी चूत में उंगली अंदर बाहर कर रहा था. चूत के अंदर से मैं एक एक बूंद रस को निकाल निकाल कर चाटे जा रहा था जिसका स्वाद थोड़ा सा नमकीन थोड़ा सा खट्टा था.
तब मैं दूसरी उंगली उसकी गांड में डालने की कोशिश कर रहा था.
लेकिन जैसे ही मैंने उसकी गांड में उंगली डालने की कोशिश की उसने तुरंत मेरा हाथ पकड़ लिया और मना करने लगी- अजय यार, तुमको जो भी करना है वह मेरी चूत के साथ करो. लेकिन प्लीज ल्ला के वास्ते मेरी गांड को छोड़ दो. उसके साथ कुछ मत करो. मैं तुम्हारा लंड अपने चूत में नहीं बर्दाश्त कर पाती हूं, गांड में कैसे कर पाऊंगी. इसलिए मेरी तुमसे विनती है तुम प्लीज जो भी करना हो मेरी चूत के साथ करो मैं तुम्हें कुछ नहीं कहूंगी लेकिन मेरी गांड के साथ कुछ मत करना.
मैंने तुरंत उसकी गांड से उंगली हटा ली और उसकी चूत पर वापस आ गया.
उसकी चूत में मैंने दो उंगली डाली और अंदर बाहर करने लगा.
साथ ही साथ मैं उसकी चूत को अपने दांतो से, होंठों से चूम रहा था और काट रहा था.
वाइल्ड फक विद हॉट गर्ल से वह मचल रही थी, सिसकारी ले रही थी- ओह … आह … हओह … आंह … आआह आह अम्मीईई ईईई उईईई आआऊच!
फिर जब साराह से बर्दाश्त नहीं हुआ तो वह मेरे लंड को पकड़ के अपनी चूत में डालने लगी.
मैं भी उसे ज्यादा ना तड़पाते हुए उसकी चूत में अपना लंड डालने लगा.
लेकिन उसकी चूत टाइट थी.
जैसे ही मेरा लंड उसकी चूत में जाने लगा, उसे दर्द होने लगा और उसकी चीख़ निकलने लगी.
वो अपनी चीख़ दबाते हुए मेरी पीठ में अपने नाखून से नोचने लगी.
मैं धीरे धीरे अंदर बाहर करने लगा. मेरे हर धक्के में उसकी चीख़ निकल रही थी. वह अपने नाखूनों से मेरे पीठ को नोचे जा रही थी.
मैंने उसके लिए होंठों को चूमना और काटना शुरू कर दिया. साथ ही साथ मैं उसकी चुचियों को दबा रहा था.
धीरे-धीरे मैंने अपनी रफ्तार बढ़ा दी और मेरे और उसके चुदाई के खेल में बहुत मजा आ रहा था.
वह हर बार मुझे अपनी तरफ खींची जा रही थी.
मैं भी अपनी पूरी ताकत से जोर-जोर से झटके दिए जा रहा था.
ऐसे ही काफी देर तक मैंने उसकी चुदाई चालू रखी.
थोड़ी देर बाद मैंने उसको डॉगी स्टाइल में बना दिया.
फिर मैंने उसके पीछे से उसकी चूत में अपना लंड डालकर धक्के लगाना शुरू कर दिया.
पूरा कमरा उसकी चीखों से गूंज रहा था.
काफी देर वाइल्ड फक विद हॉट गर्ल होने के बाद मैंने उसकी चूत में पानी निकलता देखा.
फिर मैंने अपना लंड बाहर निकाला और उसकी चूत को उसके दुपट्टे से साफ़ कर दिया जिससे उसकी चूत एकदम सूख गई.
आप सभी को पता होगा कि जब चूत में पानी लगा होता है तो लंड बहुत आसानी से अंदर बाहर होता है.
लेकिन जब चूत सुखी होती है और उसमें चिकनाहट नहीं होती है. तब लंड को अंदर बाहर करने में तकलीफ होती है.
लेकिन इस तकलीफ में अलग ही मजा होता है.
मैंने वही किया, सूखी चूत में अपना लंड अंदर बाहर किया जिससे उसे तकलीफ हो रही थी.
कुछ ही देर बाद वह फिर से झड़ गई.
फिर मैं भी झड़ने वाला हो गया.
मैंने उससे पूछा- साराह, तुम लंड की मलाई कहां लेना पसंद करोगी?
उसने कहा- मैं तुम्हारे लंड की मलाई अपनी चूत में लूंगी.
मैंने कहा- अगर तुम मां बन गई तो?
उसने कहा- उसकी तुम चिंता ना करो. तुम हो नहीं क्या … तुम कल मुझे दवा लाकर देना.
मैंने अपने झटकों की रफ्तार तेज कर दी और जोर जोर से उसे चोदने लगा.
वह सिसकारिया ले रही थी, ओह … आंह … आंह. की आवाज निकाल रही थी.
थोड़ी देर में मैंने उसकी चूत में अपना लंड खाली कर दिया और वैसे ही उसके ऊपर लेट गया.
फिर जब मैं उसके ऊपर लेटा था तब उसने अपनी आंखों के आंसू पौंछते हुए कहा- अजय, आज तुमने मुझे बहुत ज्यादा सुख दिया है. तुम जो मांगो, मैं तुम्हें वह दूंगी.
मैंने कहा- सोच लो, मैं कुछ भी मांग सकता हूं?
उसने कहा- मेरी जान, तुम अगर मेरी जान मांगो तो भी मैं दे दूंगी. उससे ज्यादा तुम क्या ही मांगोगे?
तब मैंने उससे कहा- ठीक है. अगर ऐसी बात है तो खाओ मेरी कसम कि मैं तुमसे जो कुछ भी मांगूंगा तुम मुझे मना नहीं करोगी.
उसने अपने हाथ को मेरे सर पर रखा और कसम खाई- अजय, मैं तुम्हारे सर की कसम खाती हूं, तुम जो भी बोलोगे, मैं वही करूंगी. तुम्हारी बात को मैं नहीं मना करूंगी.
मैंने उससे कहा- ठीक है, मुझे सिर्फ तीन चीजें चाहिए!
उसने कहा- बिल्कुल मांगो क्या चाहिए तुम्हें?
मैंने कहा- पहली चीज कि तुम कभी भी जिंदगी में, जब तक मैं जिंदा हूं, तब तक तुम मेरे साथ रहोगी. अगर हम दोनों की शादी नहीं होती है, तब भी तुम मेरा साथ कभी नहीं छोड़ोगी.
उसने कहा- ठीक है. जब तक हम दोनों जिंदा हैं, तब तक मैं तुम्हारे साथ रहूंगी. और तुम्हारे लिए मेरी चूत हमेशा खुली रहेगी. तुम्हारा जब भी दिल करे, तुम आकर मेरी चुदायी कर सकते हो.
मैंने उससे कहा- अब नंबर दो मुझे चाहिए कि तुम एक दिन और एक रात के लिए मेरे साथ अकेली रहोगी. वह तुम को मैनेज करना है. मैं नहीं जानता. लेकिन तुम्हें 24 घंटे मेरे साथ रहना है.
उसने कहा- यार अजय, यह मुश्किल है. लेकिन फिर भी मैं कोशिश करूंगी कि ऐसा कर सकूं और तुम्हारे साथ 24 घंटे गुजार सकूं. यार मैं भी चाहती हूं कुछ दिन तुम्हारे साथ अकेले रहूं. लेकिन क्या करूं, मजबूरी है. मैं नहीं रह सकती. ऐसा करना मेरे लिए इंपॉसिबल है. लेकिन फिर भी मैं कोशिश करूंगी कि मैं तुम्हारे साथ कुछ दिन गुजार सकूं.
मैंने कहा- बात नंबर 3 … मुझे तुम्हारी गांड चाहिए. मैं तुम्हारी गांड मारना चाहता हूं.
इस बात पर उसने कहा- नहीं प्लीज, यह मत मांगो, मुझसे नहीं होगा. मैं बहुत ही मुश्किल से अपनी चूत में तुम्हारा लंड ले पाती हूँ. गांड में लेना मेरे लिए नामुमकिन होगा. इसलिए प्लीज मेरे सोना बाबू, और कुछ भी मांगो मैं देने के लिए तैयार हूं.
मैंने कहा- अगर तुम गांड नहीं दे सकती तो मुझे कुछ नहीं चाहिए.
और मैं उठकर जाने लगा.
तब उसने मुझे पकड़ लिया और मेरे सीने पर सर रखकर रोने लगी, बोली- क्या है यार? तुम तो मुझे मार डालना चाहते हो. तुम्हें पता है मुझसे दर्द बर्दाश्त नहीं हो पाता है. लेकिन मैंने तुम्हारी कसम खाई है इसलिए मैं यह भी करूंगी. लेकिन अभी नहीं, जब मैं तुम्हारे साथ अकेले रहूंगी, तभी करूंगी. अभी के लिए फिलहाल तुमको जितना भी चुदायी करना है, मेरी चूत की चुदायी करो. लेकिन जब हम तुम दोनों अकेले रहेंगे तब तुम मेरी गांड मारना. लेकिन ध्यान रहे मुझे दर्द बर्दाश्त बिल्कुल नहीं होता इस बात का तुम पूरा ख्याल रखना कि मुझे कम से कम दर्द हो.
मैंने कहा- मेरी जान ठीक है. तुम परेशान मत हो. जैसा तुम कहोगी, मैं वैसा ही करूंगा.
उसके बाद मैंने उसकी पीठ पर तीन चार जगह पर अपने दांतों से खूब तेज से काट लिया जिसके निशान उसके पीठ पर छोड़ दिए.
तब उसने कहा- यार, तुम ऐसा मत करो. ऐसा करोगे तो मैं पकड़ी जाऊंगी!
मैंने कहा- जब प्यार किया है तो डरना क्या? प्यार की कोई ना कोई तो निशानी तुम्हें रखनी ही होगी.
उसके बाद मैंने उसको पलटा और उसको गले लगा कर लेट गया.
सुबह होने तक हम दोनों नंगे ही एक दूसरे के बाहों में पड़े रहे.
सुबह 4:00 बजे मेरे दोस्त उठा तो मुझे अपने बगल ना पाकर समझ गया कि मैं कहीं अलग हूं.
उसने मुझे फोन किया.
मेरा फोन साइलेंट पर था जिससे मैं उसके फोन को नहीं देख पाया.
फिर वह ऊपर वाले कमरे में आया और दरवाजा खटखटाने लगा.
जिससे हम दोनों उठे और डर गए.
फिर बाहर से आवाज आई- अजय, मैं हूं!
तो मैं उसकी आवाज सुनकर समझ गया कि मेरा दोस्त है.
फिर हम दोनों ने कपड़े पहने और नीचे आ गए.
अब इसके आगे की कहानी मैं आपको बाद में बताऊंगा कि कैसे मैंने वहीं रुक कर उसके ही घर में अगले दिन उसकी गांड मारी.
आप लोगों को मेरे वाइल्ड फक विद हॉट गर्ल कहानी अगर पसंद आई होगी.
कमेंट और मुझे मेल करके जरूर बताएं.
जिससे मेरा हौसला और बढ़ेगा.
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