कुंवारी बहन की बुर की गर्मी
(Sexy Nangi Bahan Ki Chudai Kahani)
सेक्सी नंगी बहन की चुदाई का मजा मुझे मेरी दूर के रिश्ते की बहन ने दिया. वह हमारे घर मेरे भाई की शादी में आई थी. उसकी हरकतों से पता चल गया कि उसकी चूत लंड मांग रही है.
नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम शुभम (बदला हुआ) है, मैं 20 साल का हूं.
मेरा लंड 7.5 इंच लम्बा और 2.5 इंच मोटा है.
यह मेरी पहली सेक्स कहानी है और मुझे पूरी उम्मीद है कि आप सबको पसंद आएगी.
सेक्सी नंगी बहन की चुदाई कहानी मेरी तथा मेरे दूर के रिश्ते की बहन रीतिका (बदला हुआ नाम) के सेक्स सबंधों के बारे में है.
रीतिका की उम्र 19 साल है तथा उसका शरीर एकदम भरा हुआ था.
उसकी फिगर 32-28-34 की रही होगी.
हम दोनों एक दूसरे को पहले से जानते थे लेकिन अब तक हमारे बीच ऐसी कोई बात नहीं होती थी जिससे सेक्स जैसा कोई वाकिया हो सके.
एक बार मेरे बड़े भाई की शादी थी.
रीतिका को उस शादी में आना था.
वह हमारे गांव में शादी से 7 दिन पहले ही आ गई थी.
मैंने उसे दो साल बाद देखा था तो मैं तो उसे देखता ही रह गया क्योंकि उसका शरीर पहले के मुकाबले काफी भर गया था.
उसे देखकर मैंने ठान लिया था कि अपनी बहन रीतिका को अपने लंड के नीचे लाकर रहूंगा. सेक्सी नंगी बहन की चुदाई का मजा लेकर रहूँगा.
घर में सब थे तो एकदम से कुछ नहीं किया जा सकता था.
मैंने औपचारिकता निभाते हुए रीतिका से उसका हाल चाल पूछा और पढ़ाई के बारे में बात की.
वह भी मेरे साथ सहज थी और हंस कर मेरी बातों का जबाव दे रही थी.
अगले दिन सुबह मैं और बहन एक साथ में थे.
घर के सब लोग काम में लगे हुए थे तो हम दोनों लूडो खेलने लगे.
खेलते हुए मैं जब भी रीतिका को हराता, इसकी गिट्टी मारता तो वह बार बार कहती- भईया, आपने मेरी फिर से मार दी.
पहले तो मैंने उसकी इस बात को सामान्य समझा पर जब उसने बार बार ऐसा कहा तो धीरे धीरे मुझे समझ आने लगा कि इसके मन में भी कुछ है.
मजाक मस्ती में हम दोनों एक दूसरे को छेड़ने भी लगे.
मेरा हाथ उसके चूचों पर लग गया जिससे वह शर्म से उठ कर भाग गई.
शाम को वह बोर हो रही थी तो उसने मुझसे कहा- भैया बड़ी बोरियत हो रही है, मुझे कहीं घुमा ही लाओ!
मेरी मम्मी ने भी बोल दिया कि हां ले जा ना … इसे थोड़ा घुमा ला.
मैं तो पहले से ही तैयार था.
मैंने बाइक पर उसे बिठाया और हम दोनों अपने आम के बागों की तरफ घूमने निकल गए.
बाइक पर उसके चूचे मेरी पीठ पर गड़ मुझे उत्तेजित कर रहे थे.
मैं भी जानबूझ कर बाइक को गड्ढों में होकर चला रहा था.
अचानक उसने मुझसे पूछा- भईया, आम चूसोगे?
मैं बोला- हां क्यों नहीं.
वह बोली- तो गाड़ी रोको ना!
मैंने बाइक को बाग में सुनसान सी जगह देखकर रोक दिया.
अब मैंने उससे कहा- आम खट्टे हैं या मीठे?
वह बोली- मुझे क्या मालूम कि तुम्हें कैसे लगेंगे … चूस कर बताओ कि खट्टे हैं या मीठे!
मैंने कहा- ओके चुसवाओ, सब समझ में आ जाएगा!
वहां वह मुझे चिढ़ाने के लिए सचमुच के आम तोड़ने के लिए कहने लगी.
मेरी खोपड़ी ने काम करना बंद कर दिया था कि ये तो साली आम तोड़ने की कह रही है. अच्छा हुआ कि मैंने कुछ किया नहीं वर्ना लेने के देने पड़ जाते.
मैंने उसकी चूचियां देखते हुए कहा- आओ, तुम्हें आम तोड़ना सिखाता हूं.
वह भी बोली- हां सिखाओ. पर आम तो ऊपर लगे हैं?
मैं- हां तो मैं कहां कह रहा हूँ कि नीचे लगे हैं!
वह हंसने लगी.
मैं उसे आम तोड़ना सिखाने के बहाने पीछे से उसकी रसीली चूचियों को मसलने लगा जिससे वह गर्म होने लगी.
वह आह आह करके अपनी गांड को मेरे लौड़े पर घिसने लगी तो मैं पीछे से ही उसकी गर्दन को चूमने लगा और अपना हाथ उसके रसीले आमों पर उन्हें मसलते हुए घुमाने लगा.
वह बोली- भईया यहां नहीं, कोई देख लेगा.
मैंने कहा- कोई नहीं देखेगा. कुछ देर तो मजा ले लेने दो.
वह बोली- ऐसे में क्या फायदा, आग लगा कर छोड़ दोगे.
मैंने उसके दूध मसलते हुए कहा- ऐसे क्यों छोड़ देंगे … तुम्हें चोद ही न देंगे.
वह मेरे लौड़े पर अपनी गांड घिसती हुई बोली- वह ऐसे में सही से नहीं हो पाएगा.
मैंने उसकी एक चूची के निप्पल को अपनी दो उंगलियों में दबा कर मींजते हुए कहा- तो तू ही बता मेरी बहना कि तुझे कैसे में सही से मजा आएगा?
वह मेरे गाल से गाल रगड़ती हुई बोली- जब कमरे में नर्म बिस्तर हो और हम तुम बिना कपड़ों के होंगे … तब सही से कुश्ती लड़ने में मजा आएगा.
मैंने कहा- चल ठीक है … रात को सबके सोने के बाद तुम मेरे कमरे में आ जाना, उधर ही तुझे नंगी करके पेलूँगा.
वह हंसने लगी.
फिर थोड़ी देर ऐसे ही ऊपर ऊपर से मस्ती करने के बाद हम दोनों वापस आ गए.
उसने उस दौरान मुझे बता दिया था कि उसकी बुर अभी कुंवारी है और आज यदि मैंने उसे पा लिया तो समझो कि पहली बार सीलपैक बुर का उद्घाटन करने मिलेगा.
अब मुझसे तो इंतजार ही नहीं हो रहा था.
पहली बार मैं किसी कुंवारी लड़की की सील तोड़ने जा रहा था और वह भी अपनी ही बहन की.
आखिरकार बड़ी मुश्किल से रात हुई; सेक्सी नंगी बहन की चुदाई का मजा लेने का वक्त हो चला था.
ठीक 11 बजे वह चुपके से कमरे में आई.
उसके आते ही मैं उससे लिपट गया और हम दोनों एक दूसरे के रसीले होंठों का रस पीने लगे.
मैंने उसे बेड पर पटका और बेहताशा चूमने लगा.
उस दिन उसने हल्के हरे रंग का क्रॉप टॉप और कैप्री पहनी हुई थी.
मैं उसके मुँह में अपनी जीभ देकर उससे चुसवाने लगा था.
वह भी बेहद कामुक होती हुई मेरे होंठों से अपने होंठों को लड़ा रही थी.
मेरा एक हाथ उसकी गांड पर था और उसके एक चूतड़ को मसल रहा था.
दूसरा हाथ उसके एक चूचे की मैया चोदने में लगा था.
वह इतनी अधिक उत्तेजित हो गई थी कि उसे मेरे दबाने से अपने दूध में जरा सा भी दर्द नहीं हो रहा था.
उसके दोनों दूध सख्त हो चले थे.
कुछ देर बाद मैंने उसके पेट की तरफ अपने मुँह को कर लिया.
फिर पेट पर किस करते करते उसके टॉप को उसके शरीर से अलग कर दिया और उसके संतरों को दबाने लगा.
वह आह आह करने लगी और मेरे लौड़े को छूने की कोशिश करने लगी.
कुछ ही देर में मैंने धीरे से उसकी कैप्री को भी उतार दिया.
उसकी गाढ़े नीले रंग की डिजाइनर ब्रा और स्लेटी पैंटी में उसका कसा हुआ बदन क्या कमाल लग रहा था, मैं शब्दों में बयान नहीं कर सकता.
कुछ देर तक यूं ही उसके नमकीन हुस्न का दीदार करने से मेरे लंड का उठान उसे आंखों में चुभने लगा था.
वह मेरे लौड़े को पकड़ने आगे को हुई और मैंने भी उसे लंड से खेलने को फ्री कर दिया.
कुछ ही देर में हम दोनों एक दूसरे को चूमते हुए पूरे नंगे हो गए.
अब मैंने उससे लंड चूसने को कहा.
वह खुद से ही लालायित हो रही थी कि लंड चूसने के लिए मैं उससे कहूँ.
मेरे कहते ही वह एकदम से झपट कर लौड़े को काबू में करके उसके सुपारे पर अपनी जीभ फेरने लगी.
कुछ ही देर में मेरी कामुक बहन रीतिका मेरे लंड को चूसने लगी.
मेरा लौड़ा उसके गले तक जा रहा था.
दस मिनट बाद रीतिका हांफती हुई बोली- भैया, ये अन्दर कैसे जाएगा, ये तो मेरे मुँह में भी नहीं आ रहा है?
मैं बोला- मेरी प्यारी बहन वह सब तू मेरे ऊपर छोड़ दे. आज तुझे इतना प्यार करूंगा कि फिर तू रोज मेरे पास ही मजा लेने आया करेगी.
वह फिर से लौड़े को चूसने लगी और मेरे कहने पर उसने मेरे दोनों टट्टे भी चूसे.
अब मैं अपनी बहन को लिटा कर उसकी चिकनी चूत को चूसने लगा जिससे वह गर्म हो गई.
कुछ ही पल बाद वह बेचैन होकर बोली- आह उह आह भईया … आह आपने तो आग लगा दी. अब रहा नहीं जा रहा. ओह … अब जल्दी से अन्दर डाल दो आप!
मैंने पास में रखी तेल की शीशी उठाई और रीतिका से कहा- लंड पर तेल लगा दो.
उसने तेल लगा कर लंड को पूरा तैयार कर दिया.
लंड महाराज कुंवारी बहन रीतिका की चूत भेदन को तैयार थे.
मैंने भी बहन की चूत को तेल से तर कर दिया, जिससे लंड घुसने में परेशानी ना हो.
फिर एक तकिया मोड़कर रीतिका की कमर के नीचे रखा और लंड को चूत पर सैट कर दिया.
अब मैंने रीतिका से कहा- थोड़ा दर्द होगा मेरी रंडी बहना … सहन कर लेना!
रीतिका ने मादक आवाज में कहा- मेरे बहन के लौड़े भईया … आप चिंता मत करो. आज की रात बस आप मुझे अपनी रांड बना लो. मैं बस आपकी हूं आपका जैसे मन करे, वैसे चोद लीजिए मुझे.
उसकी ऐसी कामुक बात सुनकर मेरा लंड उत्तेजित हो गया और मैंने एक झटके में लंड अन्दर धकेल दिया.
मेरा सख्त लंड बहन की चूत को फाड़ता हुआ 3 इंच अन्दर तक घुस गया.
बहन की चीख निकल गई.
उसकी आखों से आंसू निकलने लगे और वह चिल्लाने लगी- आआह फाड़ दी मेरी … धीरे करो आआह ओह मर गई मम्मी!
मैंने रीतिका की चीख दबाने के लिए उसके रसीले होंठों पर अपने होंठ रख दिए और ऐसे ही 5 मिनट तक लंड फंसाए पड़ा रहा.
थोड़ी देर बाद बहन मस्ती में आ गयी और गांड हिलाने लगी. मैं समझ गया कि ये साली पूरा लंड अन्दर लेने को तैयार है.
मैंने एक और झटका मारा और इस बार लंड चूत को फाड़ता हुआ पूरा भीतर तक घुस गया.
बहन एक बार फिर कामुक सिसकारियां भरने लगी- आआ आआह … आराम से कर बहनचोद … फाड़ दी मेरी … कुत्ते साले हरामी आईई.
मैंने बहन की बात अनसुनी करते हुए लंड पेलना जारी रखा और कहा- साली लंडखोर … रंडी बहन की लौड़ी … तू लंड खड़ा करवा कर खुद न्यौता दे रही थी, ले अब मादरचोदी!
ऐसा कह कर मैं अपना मूसल लंड पेलता रहा.
चुदाई के दौरान में कभी उसकी चूची को मुँह में लेकर काटता, कभी उसकी गांड को सहलाते हुए चांटा मारता.
बहन की चीख अब मादक सिसकारियों में बदल गई थी.
वह अब जोश में गाली देती हुई कह रही थी- चोद साले … मुझे पागल कर दे चोद चोद कर … आअह्ह इतना मजा मुझे आज तक नहीं आया भाई … रंडी बना लो अपनी बहन को … उह्ह्ह आअम्म आह्हह करते रहो भाई.
मैंने अपनी बहन को 25 मिनट तक दमादम चोदा.
इस बीच वह 2 बार झड़ गई और उसके बाद मैं भी बहन के अन्दर ही झड़ गया.
उस रात मैंने बहन को 4 बार चोदा और अब जब भी मौका मिलता है, मैं उसे चोद लेता हूं.
अगली सेक्स कहानी में बताऊंगा कि कैसे मैंने उसकी बुआ की लड़की को उसी की मदद से चोदा.
उम्मीद करता हूं दोस्तो, आपको मेरी सेक्सी नंगी बहन की चुदाई कहानी पसंद आई होगी.
कोई गलती रह गई हो तो माफ करना.
जल्द ही अगली कहानी में फिर मिलेंगे.
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