सविता भाभी कड़ी 23: चचेरे भाई का प्यार : अविस्मरणीय पहला सम्भोग

(Savita Bhabhi 23: Chachere Bhai Se First Sex)

This story is part of a series:

सविता भाभी ने पति अशोक के जाने के बाद पड़ोसी वरुण और अपनी सहेली शोभा को बुला लिया। थ्रीसम सेक्स के दौरान सविता अपने कज़िन के साथ पहले सेक्स की कहानी बताने लगी.

अशोक पटेल के घर पर रविवार की वो साधारण दोपहर थी। वह अपनी रेगुलर बिजनेस ट्रिप पर गया था लेकिन हमेशा की तरह अपनी खूबसूरत पत्नी सविता को घर पर अकेला छोड़ गया था।
सविता ने इस मौके का फायदा उठाया और उस दोपहर अपनी सहेली शोभा और पड़ोसी लड़के वरुण को एक स्पेशल स्टडी सेशन के लिए घर बुला लिया।

“मुझे इसी तरह चोदो … आह … उम्म …” सविता जोर जोर से सिसकारियां ले रही थी।
वह बिस्तर पर अपनी पीठ के बल लेटी थी जबकि वरुण उसकी चूत को जैकहैमर की तरह चोद रहा था।

उसके बगल में लेटी शोभा खुद ही अपनी चूत में उंगली कर रही थी और इंतजार कर रही थी कि कब उसकी चूत को वरुण का लंड मिलेगा।

“आह्ह्ह … वरुण …” सविता के मुंह से जोर की सिसकारी और उसकी चूत से होने वाले उसके मदमस्त स्खलन ने उसके पूरे बदन को झकझोर दिया।
उसकी चूत वरुण के लंड को और जोर से दबा रही थी और यह उसके लिए भी बहुत ज्यादा था।

वरुण ने सविता की चूत से अपना लंड निकालते हुए कहा- गर्ल्स … अपने घुटनों के बल बैठ जाओ!
कहते हुए वो सीधा खड़ा हो गया.

जबकि दोनों औरतें जल्दी से उसके सामने अपने घुटनों पर बैठ गईं.
उनके मुंह वीर्य की आस में खुल गये।
वो वरुण के लंड से उनके सुंदर चेहरों पर वीर्य की बारिश का इंतजार करने लगीं।

“अह्ह्ह्हँ…” वरुण ने जोर से सीत्कार किया और दोनों औरतों के चेहरों पर अपना वीर्य का वेग उड़ेल दिया।
“हाह्ह … ह्हाह … तुम सच में इसको बचाकर रखे हुए होगे!” सविता ने अपने स्तनों को अपने मुंह तक उठाते हुए और उन पर पड़े नमकीन वीर्य को चाटते हुए कहा।

“तुमने कुछ ज्यादा ही वीर्य निकाला है…” शोभा ने हंसते हुए कहा और वीर्य को अंदर निगलने से पहले अपनी जीभ को बाहर निकाल कर दिखाया।

“अम्म्म … तुम पिछले महीने से वरुण के लंड की दीवानी हो गई हो!” सविता ने शोभा को चिढ़ाया, जब वो दोनों वरुण के लंड को चाट चाटकर साफ कर रही थीं।
भाभी की बात सुनकर शोभा के गाल लाल हो गए।

“मैं … न … ऐसा नहीं है भाभी! बस … वरुण ने मुझे पहले ही चोद दिया है तो कोई बात नहीं …”

“लेकिन तुम बताओ, तुमने अपनी वर्जीनिटी कैसे तोड़ी?” शोभा ने पूछा, यह जानने के लिए उत्सुक कि वह लकी आदमी कौन था जिसे भाभी की वर्जीनिटी तोड़ने का मौका मिला।

“मेरी सील मेरे कज़िन राज के साथ टूटी थी। गॉश … तब से कितना टाइम हो गया है! वो मेरा 18वां जन्मदिन था …” सविता ने कहा और उन्हें अपनी पहली चुदाई के बारे में बताना शुरू किया।

‘मैं उस समय एक मासूम जवान लड़की थी … और राज भैया पर मेरा बहुत बड़ा क्रश था, जो उस समय कॉलेज में थे।
हमारी फैमिली एक ज्वॉइंट फैमिली थी और मैं हर समय उनके साथ मस्ती में घूमती रहती था।

उस रोज मेरा जन्मदिन था और मेरा परिवार नदी किनारे पिकनिक मनाने जा रहा था…’

सविता का फैमिली हाउस उसके 18वें जन्मदिन पर:

“लगता है सारी पैकिंग हो गयी है। क्या आपने राज को जगाया? वह कल रात काफी देर से घर लौटा था।” सविता की माँ ने अपनी भाभी से कहा, जब वे फैमिली पिकनिक के लिए खाना पैक कर रहीं थीं।
“ओह माय, मैं आज उसे जगाना भूल गयी!”

“क्या तुमने राज भैया की पसंदीदा पेस्ट्री पैक की माँ? उसे चॉकलेट वाली पेस्ट्री सबसे ज्यादा पसंद है!” सविता ने रसोई में घुसते हुए कहा।
वह रसोई में आई थी यह देखने के लिए कि पेस्ट्री पैक की गई है या नहीं।

“हाँ, मैंने सब कुछ पैक कर दिया! मगर अच्छा होगा कि तुम उसे जगा दो, वरना हमें देर हो जाएगी…”

सविता वरुण को जगाने के लिए उसके बेडरूम की ओर दौड़ी। वह उससे बहुत प्यार करती थी और वरुण के लिए सविता के जन्मदिन वाले पिकनिक को मिस करना आसान नहीं था।
राज अपने कमरे में चैन की नींद सो रहा था इस बात से अनजान कि उसकी कज़िन उसके बेड के पास खड़ी है।

राज को सविता ने एकटक देखते हुए सोचा- सोते हुए यह कितना प्यारा लग रहा है!
सविता ने अपने कज़िन को प्यार से देखा।

“भैया! उठो! कमॉन भैया; रेडी हो जाओ।” सविता ने तेज आवाज में कहा और राज को नींद से जगा दिया।
“उम्मम्म … जल्दी क्या है?” राज ने जम्हाई ली और बिस्तर पर दूसरी तरफ पलट कर सो गया।
“इतने आलसी मत बनो भइया … आज मेरा जन्मदिन है!”

जैसे ही राज ने अपनी आँखें खोलीं, सविता को अपने ऊपर झुका हुआ पाया। उसको सविता की क्लीवेज और अंदर तक पर्याप्त छाती दिखी जो उसकी टाइट शर्ट में पूरी तरह से उभरी हुई दिख रही थी।

“इतनी जल्दी क्या है?” उसने सविता की छाती से अपनी नजरें हटाते हुए कहा ताकि वो उसको घूरते हुए देख न ले।
“इतने आलसी मत बनो भइया … आज मेरा जन्मदिन है!” सविता ने उसको डांटा और बिस्तर से उतार दिया।

कहानी बताते हुए … सविता और शोभा के बीच …
शोभा ने सविता को उसके सपने से झटकते हुए पूछा- आगे क्या हुआ भाभी?

सविता और शोभा अपने घुटनों पर थीं और अपने स्तनों को अपने हाथों में पकड़े हुए थीं।
वो दोनों वरुण के लंड को अपने स्तनों के बीच भींच रही थीं जिससे वरूण के लंड को दो+दो स्तनों का मर्दन मिल रहा था।

“जब हम पिकनिक की जगह पर पहुँचे, राज भैया और मैं अकेले नदी के किनारे टहलने गए …” वरुण के लंड के चारों ओर अपने स्तनों को घुमाते हुए सविता ने कहा, जिससे वह आनंद में सिसकार उठा।

जंगल में …
“इस लॉकेट के लिए थैंक्यू भैया! मैं इसे हर वक्त पहन कर रखूंगी।” सविता ने गले में दिल के आकार का लॉकेट बांधे हुए कहा।

वह राज के साथ नदी की धारा के किनारे चल रही थी और हमेशा की तरह उसकी बांह से चिपकी हुई थी।

राज इसमें कुछ नहीं कर सका मगर वो थोड़ा गर्म जरूर हो गया क्योंकि उसने महसूस किया कि सविता के नर्म स्तन उसकी बांह के नीचे दब रहे हैं।

उसने अचानक वरुण का हाथ छोड़ दिया और पानी के करीब घुटनों को मोड़कर बैठ गई, वो हाथों से उस बर्फीले ठंडे पानी को महसूस करने लगी।
ऊऊह्ह … ये बहुत ठंडा है!” जैसे ही ठंडे पानी ने उसकी उँगलियों को ठंडा किया, वह हँस पड़ी।

“संभल कर सविता, वहां फिसलन है.”
“बड़ों के जैसे मत बात करो भैया … मैं ध्यान से ही बैठी हूं.”
“आ आ आह्ह्ह …”
“छप्प …” (पानी में गिरने की आवाज हुई)

सविता ने अपना संतुलन खो दिया, और फिसलकर धारा में गिर गई।
“ओह, मैं तो पूरी भीग गयी हूँ!” सविता ने टखनों तक गहरे पानी में पड़े हुए कहा।

“हा हा! मैंने तुम्हें पहले ही संभलकर रहने के लिए कहा था!”
राज उसको बाहर निकालने के लिए उसका हाथ पकड़ कर हँसा।

हालाँकि सविता का कुछ और ही प्लान था और उसने राज को भी पानी में खींच कर गिरा लिया।

“अब देखो कौन हंस रहा है … तुम भी मेरे जैसे गीले हो!” सविता हँसी और राज पर थोड़ा पानी फेंका।
“देखो तुमने अब ये क्या किया है… हम इतनी ठंडी हवा में भीगे कपड़ों में वापस नहीं जा सकते! चलो जंगल में चलते हैं और अपने कपड़े वहीं सुखाते हैं।” राज ने कहा।

राज ने अपनी कमीज के बटन खोले और सूखने के लिए टांग दी।
साथ ही उसने सविता को आगे जंगल में जाने के लिए कहा ताकि वह वहां अपने कपड़े उतार सके।

“लेकिन, भैया … मैं वहाँ अकेली नहीं रुक सकती।” “क्या मैं यहाँ तुम्हारे साथ नहीं रह सकती हूं?” सविता ने कहा।
“ठीक है, लेकिन सर्दी लगने से पहले तुम अपने कपड़े उतार लो!”

सविता अपने कपड़े उतारने लगी और अपने अंडरगारमेंट्स में रह गई।

अपनी कज़िन के हॉट और सेक्सी अठारह साल के जवान जिस्म को देख राज का लंड सख्त होने लगा।
वह सविता से अपने लंड के तनाव को छिपाने की कोशिश में एक चट्टानी पत्थर पर बैठ गया।

दोनों साथ-साथ बैठे थे, सविता ठंड से कांप रही थी।

“मेरे पास एक आइडिया है! तुम मेरी गोद में बैठ सकती हो और हम इस तरह एक दूसरे के शरीर की गर्मी पा सकते हैं।
मैंने इसे ‘डिस्कवरी चैनल’ पर पर्वतारोहियों को करते देखा है!” राज ने यह सोचकर कहा कि अगर सविता को ऐसे ही छोड़ दिया गया तो उसे सर्दी लग सकती है।

सविता ने शुरू में इसका मजाक उड़ाया लेकिन ठंडी हवा उसके रोंगटे खड़े कर रही थी और वह आखिरकार राज की गोद में बैठ गई और गर्मी पाने के लिए उसके नंगे जिस्म को गले लगा लिया।

जब वह वहां बैठी हुई अपने कज़िन के गले लगी हुई थी तो इसमें कुछ नहीं कर सकती थी। मगर साथ ही उसको अहसास हुआ कि वो पहली बार राज के इतने करीब आई है।

“मैं पहले कभी राज भैया के इतनी करीब नहीं गई!” उसने सोचा।
वह बता नहीं सकती थी कि उसके निप्पल ठंड के कारण इतने सख्त थे या राज के इतने करीब होने के कारण।

“अम्म … क्या खुशबू है इसकी और इसके स्तन बहुत नर्म लग रहे हैं!” राज ने सविता के बालों को सूंघते हुए सोचा।
उसका लंड डंडे की तरह सख्त था और उसे डर था कि कहीं वह इस पर ध्यान न दे मगर इसी बीच अचानक सविता ने उसे चौंका दिया।

“राज भैया, कुछ मेरी टांगों के बीच में टकरा रहा है!” सविता ने थोड़ा शरमाते हुए कहा।
“ओह्ह नहीं! उसने इसे (लंड को) महसूस कर लिया!” राज ने घबराहट के साथ सोचा, यह जानकर कि सविता अब क्या करेगी जो उसने मेरा तनाव देख लिया।

अब जवान सविता अब क्या करेगी? क्या वह राज से नाराज़ होगी या वह अपनी इच्छाओं के आगे घुटने टेक देगी और अपनी फीलिंग्स को उसके सामने कुबूल करेगी?
और वर्तमान के बारे में क्या? क्या सविता का थ्रीसम हमेशा की तरह जारी रहेगा या सविता की पहली चुदाई को पूरा सुनने से पहले ही शोभा और वरुण के लिए कोई अड़चन आ जायेगी?

ये सब देखने के लिए आपका सविता भाभी की सेक्स कॉमिक्स साईट पर स्वागत है. सविता भाभी कड़ी 23: चचेरे भाई का प्यार : अविस्मरणीय पहला सम्भोग
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