कुंवारी लड़की की सीलफाड़ चुदाई- 2
(Nude virgin Girl Sex Kahani)
न्यूड वर्जिन गर्ल सेक्स कहानी में पढ़े कि कैसे मैंने एक कमसिन लड़की को उसकी सहेली की मदद से अपने साथ कामुक समय बिताने के लिए राजी किया.
नमस्कार दोस्तो, मैं कोमल मिश्रा आपको अपने मित्र की जुबान से एक कमसिन लड़की की सीलपैक चुत चुदाई की कहानी में स्वागत करती हूँ.
कहानी के पहले भाग
मेरे दोस्त की बीवी की चूत चुदाई
में अब तक आपने पढ़ा था कि किस प्रकार से मैं अपनी जिंदगी में औरतों के साथ मजे लेता रहता हूँ और कई औरतें मेरे रुतबे और पर्सनालिटी को देखकर मुझपर फिदा थीं.
लेकिन मेरी दिल की इच्छा थी एक कमसिन छोटी उम्र की लड़की को चोदने की … और मेरी नजर में प्रिया की सहेली रंजना थी.
रंजना मुझे बेहद पसंद थी क्योंकि उसका चेहरा, उसके बदन का गोरापन और छरहरा बदन देखने लायक था.
रंजना की उम्र 19 साल थी और वो मुझसे 28 साल छोटी थी.
मेरे भारी भरकम बदन के सामने तो वो कुछ भी नहीं थी क्योंकि मेरा वजन 78 किलो है और वो मुश्किल से 40 किलो की होगी.
मेरे कहने पर ही प्रिया ने रंजना को तैयार किया था.
रंजना और प्रिया के बीच कुछ डील हुई थी, जिसके कारण रंजना मेरे साथ केवल नंगी सोने के लिए तैयार हुई थी.
अब ये मेरे ऊपर था कि मैं रंजना को किस तरह से चोद पाता हूँ.
तो जानते हैं कि आगे न्यूड वर्जिन गर्ल सेक्स कहानी में क्या हुआ:
जिस दिन रंजना मुझसे मिलने वाली थी, उस दिन सुबह सुबह ही मैंने नहाते समय अपने गुप्तांग के बाल साफ कर लिए और शाम होने का इंतजार करने लगा.
घर में भी मैंने बता दिया था कि मैं दो दिन फार्महाउस में रहूंगा.
दोपहर में बाजार जाकर मैंने एक पैकेट कंडोम का ले लिया था.
शाम 5 बजे मैं अपनी कार लेकर घर से निकल गया और एक जगह पर रुककर प्रिया के फोन का इंतजार करने लगा.
काफी समय हो गया लेकिन प्रिया का फोन नहीं आ रहा था इसलिए मैंने खुद ही उसे फोन लगाया.
उसने बताया कि वो रंजना को लेकर घर से निकल चुकी है.
शाम 6 बजे दोनों मेरे पास पहुंच गईं.
रंजना ने उस समय एक गुलाबी रंग की कुर्ती और नीचे लैगी पहनी हुई थी.
उसने जो कुर्ती पहनी हुई थी वो बिना बांह की थी, जिससे उसके गोरे हाथ काफी सेक्सी लग रहे थे.
मैं प्रिया से बात कर रहा था लेकिन मेरी निगाहें बार बार रंजना को घूर रही थीं.
बीच बीच में रंजना अपने बालों को संवारने के लिए अपना हाथ उठाती, जिससे उसके अंडरआर्म दिखाई देते जो कि बिल्कुल गोरे और चिकने थे.
उसके अंडरआर्म देखकर ही मेरे लंड में हलचल पैदा हो गई थी. पता नहीं जब मैं उसे नंगी देखूंगा तो मेरा क्या हाल होने वाला था.
कुछ देर प्रिया से बात करने के बाद मैंने रंजना को कार में बैठाया और फार्महाउस की ओर चल पड़ा.
रास्ते में मैंने एक रेस्टोरेंट में कार रोकी, जहां पर हम दोनों ने खाना खाया.
इस दौरान रंजना मुझसे बिल्कुल भी बात नहीं की और मेरे कुछ कहने पर भी उसने सिर्फ हां या ना में ही जवाब दिया.
मेरे फार्महाउस तक का सफर दो घंटे का था. रात नौ बजे हम लोग फार्महाउस पहुंच गए.
मेरे नौकर राजा ने पहले ही साफ सफाई कर दी थी क्योंकि उसे मैंने पहले ही बता दिया था.
नौकर को मेरे बारे में सब पता है और वो जानता है कि मैं यहां अय्याशी करने के लिए ही आता हूं.
सफाई करने के बाद वो ताला लगा कर अपने घर चला गया था.
मैंने दूसरी चाबी से दरवाजा खोला और हम लोग अन्दर आ गए.
अन्दर जाकर मैं रंजना को बेडरूम में ले गया, जहां पर डबलबेड पलंग पर मखमली बिस्तर लगा हुआ था.
मैंने रूम का एयरकंडीशन चालू कर दिया और जल्द ही पूरा कमरा ठंडा हो गया.
मैंने रंजना को बिस्तर पर बैठाया और उससे बातें करने लगा.
उसके अन्दर डर भी था और शर्म भी, जिससे वो मेरी बातों का जवाब भी नहीं दे पा रही थी, उसकी जुबान लड़खड़ा रही थी.
फिर मैंने उससे एक सवाल पूछा- बताओ तुम मेरे साथ यहां आने के लिए कैसे तैयार हो गई?
पहले तो उसने मेरे सवाल का गोलमोल जवाब दिया, लेकिन मेरे बार बार पूछने पर उसने सब कुछ सही सही बताया.
उसने मुझे बताया- प्रिया ने मुझे कहा है कि अगर मैं आपके साथ जाऊंगी तो वो मुझे एक अच्छा सा स्मार्टफोन लेकर देगी.
अब मेरी समझ में आ गया था कि प्रिया ने मुझसे गोल्ड रिंग ली और इसे स्मार्टफोन के लिए बोली है, इन दोनों के बीच यही डील हुई है.
रंजना ने मुझे ये भी बताया कि मैं आपके साथ केवल सोऊंगी, कुछ करूंगी नहीं.
इतना सुनकर मैं बोला- हां ठीक है लेकिन तुम्हें मेरे साथ बिना कपड़ों के सोना पड़ेगा.
इसके लिए वो तैयार भी थी.
अब यहीं पर मैंने मौके का फायदा उठाया क्योंकि मैं जान चुका था कि रंजना के मन में भी प्रिया ने लालच भर दिया था और मैं उसी लालच का फायदा उठाना चाहता था.
मैंने रंजना से कहा- चलो ठीक है, अगर तुम बुरा न मानो तो एक बात कहूँ?
‘जी कहिए.’
‘तुम प्रिया से स्मार्टफोन मत लेना क्योंकि वो तुम्हें सस्ता स्मार्टफोन दिलाएगी.’
वो मेरी तरफ स्वालिया नजरों से देखने लगी.
‘मैं तुम्हें अच्छा सा महंगा स्मार्टफोन लेकर दूँगा लेकिन उसके लिए तुम्हें मेरी बात माननी पड़ेगी.’
‘क्या बात?’
‘तुम मेरे साथ सोओगी, इसके साथ ही मैं तुम्हारे हर अंग को चूमना चाहता हूँ.’
कुछ देर सोचने के बाद रंजना बोली- ठीक है, लेकिन आप इसके अलावा मेरे साथ कुछ और नहीं करेंगे?
मैंने कहा- बिल्कुल नहीं करूंगा. जब तक तुम खुद मुझे कुछ करने के लिए नहीं कहोगी, मैं कुछ नहीं करूंगा. तुम जो बोलोगी मैं वो करूंगा. लेकिन मैं जब तक चाहूंगा तब तक तुम्हें चूम सकता हूँ.
इसके लिए रंजना बिल्कुल तैयार हो गई.
वो बिल्कुल भोली लड़की थी. आज से पहले उसने ये सब किया भी नहीं था इसलिए वो ये नहीं जान पाई कि उसने मुझे अपने आपको सौंप दिया था और अब मैं उसे इस हद तक गर्म कर दूँगा कि वो चुदाई करवाने के लिए पागल हो जाएगी.
अपनी आलमारी से मैंने वाइन की एक बोतल निकाली और टेबल पर रख दी.
मैंने दो ग्लास में वाइन तैयार की और एक ग्लास रंजना की तरफ बढ़ा दिया.
उसने कहा- मैं शराब नहीं पीती.
‘ये शराब नहीं है पगली, ये वाइन है बस इसमें नशा नहीं होता. कई लड़कियां इसे पीती हैं.’
मेरे बार बार जोर देने पर रंजना ने वो ग्लास ले लिया और एक एक घूंट करते हुए किसी तरह से अपना ग्लास खत्म किया.
इसके बाद मैंने दूसरा ग्लास तैयार किया, फिर तीसरा.
रंजना ने सभी ग्लास पी लिए.
जल्द ही वाइन ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया और रंजना की आंख बंद होने लगी और वो बैठे बैठे ही झूमने सी लगी.
इस मौके का फायदा उठाकर मैंने एक आखरी ग्लास तैयार किया लेकिन उसमें बहुत कम वाइन डाली.
मैंने रंजना का हाथ पकड़ा और उसे उठने के लिए बोला.
फिर उसे अपनी ओर खींचते हुए उसे अपनी जांघ पर बैठा लिया.
मैंने अपना एक हाथ उसकी कमर में डाल कर उसे पकड़ लिया और दूसरे हाथ से उसे वाइन पिलाने लगा.
जल्द ही उसने पूरा गिलास खत्म कर दिया.
अब वो मेरी जांघ पर बैठी हुई आंखें नीचे किए हुई बैठी थी.
मैंने अपना एक हाथ बढ़ाते हुए उसके चेहरे से बालों को हटाया और उसके गोरे गालों को उंगलियों से सहलाने लगा.
उस वक्त वो इतने नशे में थी कि उसे ज्यादा कुछ समझ नहीं आ रहा था.
जिस हाथ से मैंने उसकी कमर को थामा था, उस हाथ से मैंने उसके गले को पकड़ कर उसके चेहरे को अपनी तरफ लाया और उसके पतले पतले गुलाबी होंठों को चूमना शुरू कर दिया.
कसम से दोस्तो एक कमसिन कुंवारी लड़की के होंठ चूमने का आनन्द ही कुछ और होता है.
उस पर से अगर लड़की रंजना जैसी खूबसूरत हो.
मैं कभी रंजना के ऊपर के होंठ को चूमता, कभी उसके नीचे के होंठ को चूमता, कभी उसकी जीभ अपने मुँह में भर कर चूस लेता, कभी अपनी जीभ उसके मुँह में भर लेता.
ऐसे ही करते हुए मैं उसके होंठों का रसपान कर रहा था.
होंठों को चूमने के साथ साथ मैं उसके सलवार के ऊपर से ही उसकी जांघ को भी सहला रहा था.
फिर धीरे से मैंने उसके सलवार का नाड़ा खींच दिया और आहिस्ते आहिस्ते उसकी सलवार को नीचे करते हुए उतार दिया.
अब उसकी नंगी जांघों पर मैं अपना हाथ चलाने लगा.
उसने अन्दर वी-शेप वाली कटिंग चड्डी पहनी हुई थी, जिसमें से उसके आधे चूतड़ बाहर निकले हुए थे.
धीरे धीरे करते हुए मैंने उसकी ऊपर की कुर्ती को भी निकाल दिया और अब वो केवल ब्रा और चड्डी में ही मेरी जांघ पर बैठी हुई थी.
मैं लगातार उसके होंठ और गालों को चूमता जा रहा था.
मैं बीच बीच में अपनी जीभ निकाल कर उसके गालों को भी चाट रहा था, जिससे मेरे मुँह का थूक उसके पूरे गाल पर लग गया था.
जल्द ही मैंने भी अपने कपड़े निकाले और केवल चड्डी पहने हुए उसे अपनी जांघ पर बैठा लिया.
मैं अब उसके पूरे जिस्म पर अपने हाथों को चलाने लगा और ब्रा के ऊपर से ही उसकी छोटी छोटी चूचियों को दबाने लगा.
अब तक तो रंजना को डबल नशा चढ़ गया था, एक तो वाइन का और दूसरा मेरे चूमने चाटने और सहलाने का.
रंजना के मुँह से बस एक ही शब्द बार बार निकल रहा था- आह अंकल, आह अंकल सीई ईई अंकल आह.
मैं उसे चूमते हुए अपनी चड्डी के अन्दर से अपना काला मोटा लंड बाहर निकाल लिया और रंजना का एक हाथ पकड़ कर अपने लंड को उसके हाथ में थमा दिया.
पहली बार लंड पकड़ते ही रंजना चौंक गई और अपनी नजर लंड की तरफ करते हुए मेरे लंड को देखने लगी.
लंड देखते ही उसकी आंखें बड़ी हो गईं, जिससे साफ पता चल रहा था कि वो मेरे लंड को देखकर डर गई थी.
उसका डरना वाजिब भी था क्योंकि मेरा 7 इंच लंबा और मोटा लंड उसके लिए बहुत ज्यादा बड़ा था.
मैं बार बार उसे अपना लंड पकड़ाता लेकिन वो लंड से हाथ हटा देती.
बड़ी मुश्किल से उसने मेरे लंड को थामा.
मैंने उसके हाथ को पकड़ते हुए लंड को ऊपर नीचे करने के लिए बोला और वो धीरे धीरे लंड को सहलाते हुए ऊपर नीचे करने लगी.
अब मैंने उसकी ब्रा का हुक भी खोल दिया और ब्रा को भी निकाल दिया.
कसम से दोस्तो, उस न्यूड वर्जिन गर्ल की दोनों चूचियों को देख कर मेरे तो होश उड़ गए.
आज तक इतनी सारी औरतों को चोदा लेकिन सबके दूध ढीले और चुसे हुए थे लेकिन रंजना की दोनों चूची बिल्कुल तनी हुई और नोकदार थीं.
छोटी सी गुलाबी रंग की उसके निप्पल देखने लायक थे.
इतनी छोटी छोटी निप्पल मैंने आज से पहले नहीं देखी थीं.
वैसे आज से पहले मैंने इतनी कम उम्र की कुंवारी लड़की को चोदा भी नहीं था.
रंजना के कुंवारे जिस्म की खुशबू ही मुझे उत्तेजित करने के लिए काफी थी.
रंजना मेरे लंड को ऊपर नीचे किये जा रही थी और उसे भी शायद ऐसा करने से मजा आने लगा था.
उसने मेरे सुपारे को चमड़ी से बाहर निकाल लिया और अपने अंगूठे को सुपारे पर चलाने लगी.
वो ऐसा क्यों कर रही थी, ये तो पता नहीं.
लेकिन उसके ऐसा करने से मेरी भी सिसकारियां निकलने लगी थीं.
अब मैं और भी ज्यादा जोश में आ गया था.
मैंने उसकी एक चूची को अपने मुँह में भर लिया और दूसरी चूची को अपनी हथेली में भर कर मसलने लगा.
‘ऊऊईई मम्मी आहाह अंकल आह ऊऊईई आह बसस सस्स आह बस अंकल आह.’
उसकी चूची और निप्पल को चूसने से रंजना बिल्कुल उत्तेजित हो गई थी और मुझसे लिपटी जा रही थी.
‘ऊऊईई अंकल ऊऊईई अंकल’ करती हुई वो मजे लेती हुई मेरे सर को अपनी चूचियों पर दबाए जा रही थी.
अब मैं भी जोश में आ चुका था और उसे अपनी गोद में उठा कर बिस्तर पर लेटा दिया और एक झटके में उसके ऊपर चढ़ गया.
रंजना मेरे भारी भरकम और चौड़े शरीर के नीचे छुप सी गई.
मैं उसकी चूचियों पर टूट पड़ा और जोर जोर से मसलते हुए बारी बारी से उसकी चूचियों को मुँह में भर कर चूसता रहा.
इस दौरान मैंने गौर किया था कि पहले उसने अपने दोनों पैरों को सिकोड़ कर सीधा किया हुआ था लेकिन धीरे धीरे उसने पैरों को फैलाना शुरू कर दिया और मुझे अपनी दोनों जांघों के बीच में समा सके.
ये साफ संकेत था कि उसका भी चुदवाने का मन हो गया था मतलब वो अन्दर से भी गर्म हो गई थी.
काफी देर तक मैं उसकी चूचियों को निचोड़ता और मसलता रहा.
लेकिन अब उसे दर्द होने लगा था और वो मुझे मना करते हुए बोली- बसस्स अंकल बसस्स … बहुत जलन हो रही है … प्लीज छोड़ दो प्लीज.
मैंने उसकी चूचियों को छोड़कर उसके दोनों हाथ ऊपर की तरफ उठा दिए और उसके अंडरआर्म (बगलों) को अपनी जीभ से चाटने लगा.
हल्का नमकीन स्वाद के साथ उसके अंडरआर्म को चाटने में मुझे काफी मजा आ रहा था.
उसके अंडरआर्म बेहद मुलायम गोरे और साफ-सुथरे थे.
मेरे ऐसा करने से उसे भी गुदगुदी महसूस हो रही थी जिससे वो मचल रही थी.
अचानक से मैंने महसूस किया कि मेरे लंड में ठंडक महसूस हो रही है मैंने देखा तो मेरा लंड रंजना की पुद्दी (चूत) के ऊपर ही था और उसकी चड्डी सामने से पूरी तरह से गीली हो गई थी.
इसका मतलब था कि उसकी पुद्दी ने बहुत पानी छोड़ दिया था.
अब मैं उसके गले को चूमते हुए नीचे की तरफ आने लगा और उसके पेट तक आ गया.
मैं किसी कुत्ते की तरह जीभ निकाल कर उसके जिस्म को चाट रहा था.
मैं उसके पेट पर अपनी जीभ चलाते हुए उसकी नाभि तक पहुंच गया.
उसकी छोटी सी नाभि को मैंने दो उंगलियों से फैलाया और अपनी जीभ उसमें डालकर गोल गोल घुमाने लगा.
न्यूड वर्जिन गर्ल रंजना को ऐसे में गुदगुदी हो रही थी और उसका पेट और कमर नागिन की तरह मचल रही थी.
दोस्तो, आज तक मैंने जितनी भी लड़कियों और औरतों के साथ चुदाई की थी, रंजना ऐसी पहली लड़की थी जिसे देखकर मैं पागल सा हो गया था और ऐसा लग रहा था कि मैं इसके हर एक अंग को बस चाटता रहूँ.
उसका फिगर और उसके बदन की खुशबू मुझे मदहोश कर चुकी थी.
इससे अगले भागों में पढ़िए और जानिए की इसके बाद मैंने रंजना के साथ क्या क्या किया और किस तरह से मैंने रंजना की पुद्दी की सील तोड़कर कुंवारी रंजना की चुदाई की.
न्यूड वर्जिन गर्ल सेक्स कहानी पर आपके विचारों का बेसब्री से इन्तजार रहेगा.
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न्यूड वर्जिन गर्ल सेक्स कहानी का अगला भाग:
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