कुंवारी लड़की की सीलफाड़ चुदाई- 3

(New Pussy Fuck Story)

न्यू पुसी फक स्टोरी में पढ़ें कि मैं अपनी लालची दोस्त की मदद से उसकी सहेली को अपने फार्महाउस में लाया और उसकी कुंवारी बुर की सील तोड़ने का मजा लिया.

नमस्कार दोस्तो, मैं अमित प्रताप अपनी सेक्स कहानी के अगले भाग में आप सभी लोगों का स्वागत करता हूँ.
मुझे उम्मीद है कि आप सभी ने मेरी सेक्स कहानी के पिछले भाग पढ़े होंगे औऱ आप सभी को सेक्स कहानी पसंद आ रही होगी.

अभी तक आपने कहानी के पिछले भाग
19 साल की कमसिन लड़की को चोदने की चाह
में पढ़ा कि किस तरह से मैं अपनी एक लालची और चुदासी दोस्त की मदद से उसकी बेहद खास सहेली रंजना को अपने फार्महाउस तक लाने में सफल हुआ और उसके साथ चुदाई करने की शुरूआत की.

आगे बढ़ते हैं न्यू पुसी फक स्टोरी में … और जानते हैं कि मेरी और रंजना के बीच पहली चुदाई कैसी रही.

मैं रंजना की नाभि पर अपनी जीभ चलाता जा रहा था और उसकी छोटी सी नाभि के अन्दर तक अपनी जीभ डालकर चाट रहा था.
इसके साथ ही मैं अपने दोनों हाथों को उसके मखमली बदन पर चलाते हुए उसे सहला रहा था.

रंजना बेहद गर्म हो चुकी थी क्योंकि ये सब उसके साथ पहली बार हो रहा था.
एक मर्द का स्पर्श उसे पहली बार मिला था और उसके बदन पर मेरे हर चुम्मन से हलचल पैदा हो रही थी.

कुछ देर तक मैं उसकी नाभि से हटकर और नीचे गया और उसकी चड्डी के ऊपर से ही उसकी उभरी हुई पुद्दी (चूत) को चूमते हुए उसकी खुशबू लेने लगा.

मैंने दोनों हाथों से उसकी चड्डी को पकड़कर नीचे किया और उतार दिया.
पहली बार मैंने उसकी पुद्दी को देखा और कसम खाकर कहता हूँ कि इतनी खूबसूरत पुद्दी मैंने इससे पहले नहीं देखी थी क्योंकि जो भी पुद्दी मुझे मिली थी, वो पहले से ही चुदी हुई थी लेकिन आज पहली बार मुझे एक कुंवारी पुद्दी को देखने का मौका मिला था.

उसकी पुद्दी में झांट के एक बाल का नामोनिशान तक नहीं था और वो बिल्कुल टमाटर की तरह गुलाबी रंग की छोटी सी पुद्दी थी.
उसे देखकर ही लग रहा था कि उसे खा जाऊं.

उसकी पुद्दी के सामने अगर मेरे लंड की तुलना की जाए तो बकरी की चूत में घोड़े का लंड.
अब आप समझ सकते हैं कि उसकी पुद्दी कितनी छोटी थी.

अच्छा हुआ था कि मैंने रंजना को जमकर वाइन पिला दी थी और वो पूरी तरह से नशे में थी.

मैंने झुककर अपनी नाक उसकी पुद्दी में लगाई और उसकी पुद्दी की मादक खुशबू लेने लगा.
आहाह … क्या उत्तेजित करने वाली खुशबू थी उस कमसिन पुद्दी की.

फिर मैंने उंगली से उसकी बुर की दोनों फांकों को फैलाया जिससे उसके अन्दर का छोटा सा छेद मेरे सामने आ गया.
छेद बिल्कुल लाल रंग का था और उसमें से गाढ़ा पानी बह रहा था.

मैं देखते ही समझ गया कि ये पूरी तरह से अनछुई और कुंवारी चूत है जिसकी अभी तक सील नहीं टूटी थी.

मैंने एक कपड़ा लिया और उसकी पुद्दी के पानी को साफ कर दिया.
उसके बाद अपनी जीभ उसकी पुद्दी में इस तरह से चलाने लगा मानो मैं मलाई चाट रहा था.

मेरी खुरदरी जीभ का पहला स्पर्श करने से रंजना अचानक से सिहर उठी ‘ऊऊईईई मम्मीई आहह …’

मैं जानता था कि इस वक़्त ये वाइन के नशे में है इसलिए इसको कुछ भी शर्म नहीं आ रही और यही मैं चाहता भी था क्योंकि वो मुझे कुछ भी करने से रोक नहीं रही थी.
बस मुझे देखना था कि ये मुझे चोदने देती है या नहीं.

मैं कुत्ते की तरह जीभ चलाते हुए उसकी मखमली पुद्दी को चाटता जा रहा था.
रंजना बिल्कुल ही मदहोशी भरी आवाजें निकाल रही थी ‘आहह आहह हहह … ऊऊई मम्मीईई आह.’

लड़की बिस्तर पर किसी नागिन की तरह मचल रही थी और मैं बड़े प्यार से उसकी मदहोश कर देने वाली पुद्दी को चाट रहा था.

कभी कभी मैं उसकी पूरी पुद्दी को ही अपने मुँह में भर लेता और उसका पूरा पानी चूस लेता.
मुझे भी उसकी प्यारी सी पुद्दी को चाटते हुए एक नशा सा छा गया था.

जीभ को ऊपर नीचे करते हुए बड़े बेहतरीन तरीके से मैं उसकी पुद्दी चाट रहा था.

जल्द ही रंजना ने अपने दोनों पैरों को पूरी तरह से फैला कर चौड़ा कर लिया और अपने दोनों हाथों से मेरे सर को कस कर पकड़ लिया.

उसकी इस हरकत को मैं समझ नहीं पाया लेकिन अगले ही पल मेरे मुँह में उसकी तेज गर्म पिचकारी पड़ने लगी.
मैं समझ गया कि ये झड़ गई है.

उसके बाद भी मैंने उसकी पुद्दी को चाटना जारी रखा.
अब रंजना बिल्कुल शांत होकर बिस्तर पर लेटी हुई थी और उसके बदन में कोई भी हरकत नहीं हो रही थी.

कुछ देर और उसकी पुद्दी को चाटने के बाद जब मैं उठा, तब भी रंजना की आंखें बंद थीं.
उसके ऊपर लेट कर मैं उसके चेहरे को चूमने लगा लेकिन उसे कोई फर्क नहीं पड़ रहा था.

मैंने इस मौके का फायदा उठाना चाहा. मैं समझ गया था कि अब मैं इसे बड़ी ही आसानी से चोद सकता हूँ.

मैं उसके ऊपर से उठा और उसे पलट कर पेट के बल लिटा दिया. मैं उसकी गोरी गोरी पीठ को चूमते हुए नीचे उसकी गांड तक पहुंच गया.

गांड तक पहुंचने के बाद मैंने उसके दोनों पैरों को फैला दिया और अपने दोनों हाथों से उसके चूतड़ों को फैलाया.
जैसे ही मैंने उसके चूतड़ों को फैलाया उसकी गांड का छोटा सा गुलाबी छेद मेरे सामने था.

मैं उसके चूतड़ों को अपने दांतों से काटते हुए चूमने लगा और अपनी एक उंगली से उसकी गांड के छेद को कुरेदने लगा.
मैंने उसकी पुद्दी से निकल रहे पानी को उंगली पर लिया और उसकी गांड के छेद पर लगा दिया.
अपनी एक उंगली बड़े प्यार से उसके छेद में डाल कर हल्के हल्के अन्दर बाहर करने लगा.

मेरा मन तो कर रहा था कि अपना लंड उसकी गांड में ही पेल दूँ लेकिन पहले मुझे उसकी पुद्दी की सील तोड़नी थी.

काफी देर तक मैं उसकी गांड में अपनी उंगली अन्दर बाहर करता रहा, उसके बाद मैंने उसे सीधा कर दिया.
रंजना को अभी भी बिल्कुल भी होश नहीं था.

मैं उठकर उसके सीने के ऊपर घुटनों के बल बैठ गया और अपना लंड उसके होंठों पर चलाने लगा.
कुछ देर बाद मैंने अपने हाथ से उसके मुँह को खोला और अपने लंड के सुपारे को बाहर निकाल कर उसके मुँह में पेल दिया.

मैं अपने लंड से उसके मुँह को ही चोदने लगा.

कुछ देर मैंने उसके मुँह को ही चोदा, उसके बाद मैंने अपना लंड बाहर निकाल लिया.
मैंने उसकी दोनों टांगों को फैला दिया, जिससे उसकी पुद्दी खुलकर मेरे सामने आ गई.

मैं उसे चोदने के लिए पूरी तरह से गर्म हो चुका था.
मैंने अपने लंड में तेल लगाया जिससे कि मेरा लंड आसानी से उसकी छोटी सी पुद्दी में जा सके.

उसके बाद मैंने उसकी बुर में एक जैल लगाई जो उसको दर्द के अहसास से मुक्ति दिला देगी.

ये जैल मैंने ख़ास तौर पर रंजना के लिए खरीदी थी ताकि उसकी बुर में लंड पेलते समय उसे दर्द न हो.

अब मैं उसके ऊपर लेट गया और अपने लंड को उसकी पुद्दी में ऊपर नीचे करते हुए रगड़ने लगा.
मैं रंजना के चेहरे को देखे जा रहा था जो बिल्कुल गुड़िया जैसी लग रही थी.

मैंने अपने लंड को पुद्दी के छेद में सैट किया और दोनों हाथों को उसकी टांगों पर फंसाते हुए उसकी टांगें हवा में उठा लीं.
मैंने लंड पर जोर देना शुरू कर दिया.

मेरे सुपारे ने उसकी पुद्दी के छेद को फैला दिया और छेद के अन्दर जाने लगा.
लेकिन आधा ही सुपारा अन्दर गया उसके बाद मुझे बहुत ही ज्यादा टाइट महसूस होने लगा.
मैंने और ज्यादा जोर लगाया तो सुपारा अन्दर चला गया लेकिन अब लंड और अन्दर नहीं जा रहा था, जैसे उसे कुछ चीज रोक रही थी.

मैं समझ गया कि अब इसकी सील टूटने की बारी है और मुझे थोड़ा जोर से धक्का लगाना पड़ेगा.
लेकिन मैंने धक्का न लगाते हुए अपने शरीर के वजन का इस्तेमाल किया और अपने शरीर का पूरा वजन रंजना के बदन के ऊपर डाल दिया.

ऐसा करने से मेरा काम बन गया.
चुत में जैल की चिकनाई के कारण मेरा लंड अन्दर घुसता चला गया.

कुछ ही पलों में मेरा लंड उसकी नाजुक पुद्दी को चीरता हुआ अन्दर तक घुस गया था.

उसकी पुद्दी इतनी ज्यादा टाइट थी कि मेरा लंड बिल्कुल कसा हुआ था और हिल भी नहीं रहा था.
मैं भी उस समय चुदाई के नशे में चूर था और मैंने रंजना के होंठों को चूमने हुए लंड को आगे पीछे करने लगा.

इतनी टाइट पुद्दी को पहली बार चोदने का जो मजा मुझे उस वक्त मिल रहा था वैसा मजा इससे पहले मुझे कभी नहीं मिला था और उस जोश में मैं ये भी भूल गया कि रंजना आज पहली बार चुदवा रही है.

मैं दनादन अपनी पूरी रफ्तार से उसकी छोटी सी पुद्दी को फाड़ता जा रहा था.

मैं बिना रुके किसी मशीन की तरह उसे चोद रहा था.
पूरा पलंग बुरी तरह से हिल रहा था और मैं रंजना को इस तरह से चोद रहा था, जैसे मैं दूसरी औरतों को चोदता था.

लेकिन उन औरतों की बुर फ़टी हुई होती है और रंजना की पुद्दी बिल्कुल ही अनछुई थी.
मैं अपने लंड को उसकी पुद्दी में बिल्कुल अन्दर तक पेल रहा था.

मेरा लंड इतना मोटा है कि अच्छी अच्छी चुदक्कड़ औरतें भी सहन नहीं कर पाती हैं.
उसे चोदते हुए 15 मिनट से भी ज्यादा का समय हो गया था.

अब मैंने अपने दोनों हाथ उसकी गांड के नीचे लगाए और लंड पूरा बाहर निकालते हुए पूरी ताकत से अन्दर पेलने लगा.
जल्द ही मैं उसके अन्दर ही झड़ गया और उसकी पुद्दी को अपने माल से भर दिया.

कुछ देर मैं रंजना के ऊपर ही लेटा रहा, फिर मैंने अपना लंड बाहर निकाला और उसकी चूत को देख मेरे होश उड़ गए.
चूत से बहुत खून निकल रहा था, जिससे चादर गीली हो गई थी.

उसकी चूत का छेद अभी भी खुला हुआ था.
मेरे लंड में भी बहुत जलन हो रही थी क्योंकि मेरा सुपारा कई जगह से छिल गया था.

कुंवारी पुद्दी को पहली बार चोदने में ऐसा होता ही है.
मैंने बहुत बुरी तरह न्यू पुसी फक करके उसकी सील तोड़ी थी.

मैंने एक कपड़े से अच्छी तरह से उसकी पुद्दी को साफ किया और जितना भी खून के निशान थे, उन्हें साफ कर दिया.
उसके बाद मैंने चादर को भी निकाल कर अलग कर दिया ताकि रंजना उसे न देखे.

उस वक्त रात के 12 बज रहे थे और रंजना उसी तरह से सोई हुई थी जल्द ही उसकी पुद्दी से खून निकलना बंद हो गया.
मैं भी उसके बगल में लेट गया और जल्द ही मुझे भी नींद आ गई.

रात करीब तीन बजे मेरी नींद खुली और मैंने देखा कि रंजना उस समय उठ गई थी और बिस्तर पर बैठी हुई अपने पेट को सहला रही थी.
मैंने उससे पूछा तो उसने बताया कि मेरे पेट में बहुत जोर का दर्द हो रहा है.

मैं समझ गया कि ये सब मेरे जोरदार धक्कों के कारण से ही है. मैं उठा और अल्मारी से दर्द की एक गोली लेकर रंजना को दे दी.

कुछ समय बाद ही रंजना का सारा दर्द गायब हो गया.
उस वक्त रंजना बिल्कुल नॉर्मल हो गई थी और वाइन का बिल्कुल भी असर नहीं था.

फिर मैंने उसे सब कुछ साफ साफ बता दिया कि हम दोनों के बीच सब कुछ हो गया है.
मेरी बात को सुन रंजना अपनी पुद्दी को हाथ से टटोलती हुई मुझे देख रही थी.

मैंने उसे विश्वास दिलाया कि ये सब बात कभी किसी को पता नहीं चलेगी, ये मेरा वादा है … और आज के बाद मैं तुम्हारी हर जरूरत को पूरी करूंगा, जिस तरह से मैं प्रिया की हर जरूरत को पूरी करता हूँ.
इसके बाद भी मैंने उसे बहुत समझाया और मेरी बातों को वो मान गई.

उसके चेहरे पर मुस्कान वापस से लौट आई थी.
मैं भी ठंडी सांस लेने लगा था कि इसको न्यू पुसी फक से कोई दिक्कत नहीं हुई है.

मैंने उसे अपने सीने से लगा लिया और एक बार फिर से उसके नंगे बदन का स्पर्श पाकर मेरे लंड में हलचल पैदा हो गई.

मैं फिर से उसके होंठों को चूमने लगा लेकिन अभी भी रंजना शर्मा रही थी.
मैंने उसे अपनी जीभ बाहर निकालने के लिए कहा और जैसे ही उसने जीभ बाहर निकाली, मैं उसकी जीभ अपने मुँह में भरकर चूसने लगा.

जल्द ही रंजना भी गर्म होने लगी और उसके हाथ मेरी पीठ पर चलने लगे.
मैंने उसे बिस्तर पर ही बैठा लिया और उसके दोनों पैरों को अपनी कमर में फंसा लिया.

उस पोजीशन में ही हम दोनों एक दूसरे से लिपटे हुए थे और एक दूसरे के बदन को सहला रहे थे.
जल्द ही मैंने उसे फिर से लिटा दिया और उसकी पुद्दी को चूमने लगा.

इस बार रंजना की सिसकारियां बेहद ही कामुक लग रही थीं क्योंकि अब वो बिल्कुल होश में थी और उसे बेहद मजा आ रहा था.
‘आह आह मम्मी आह मम्मी … आह अंकल बसस्स अंकल आह.’

उसकी पुद्दी एक बार फिर से पानी भर गई थी.

कुछ देर बाद मैंने रंजना को अपने ऊपर लेटा लिया और उसके हाथों में अपना लंड थमा दिया.
वो मेरे सीने को चूमती हुई मेरे लंड तक जा पहुंची.

पहले तो उसने लंड को हाथ से ही ऊपर नीचे किया, फिर उसे चूमने लगी.
अब वो भी जोश में आ गई थी और वो मेरे सुपारे पर अपनी जीभ चलाने लगी और जल्द ही उसने लंड को अपने मुँह में भर लिया.

उससे ज्यादा अच्छे से चूसते तो नहीं बन रहा था लेकिन वो काफी अच्छे से ही लंड को चूस रही थी.

दोस्तो, सेक्स कहानी में मजा आ रहा होगा, मुझे मेल करें. आगे की सेक्स कहानी में आपको और भी ज्यादा मजा आएगा.

न्यू पुसी फक स्टोरी पर आपके विचारों का बेसब्री से इन्तजार रहेगा.
धन्यवाद.
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न्यू पुसी फक स्टोरी का अगला भाग: कुंवारी लड़की की सीलफाड़ चुदाई- 4

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