मां के बाद बेटी की सीलतोड़ चूत चुदाई- 1

(New Girl Hot Kahani)

विक्की विन 2022-12-07 Comments

न्यू गर्ल हॉट कहानी में पढ़ें कि मैं एक आंटी को चोदता था. एक बार मैंने उनको फोन किया तो उनकी बेटी ने उठा लिया. उसे अपनी मम्मी की हरकतों का पता चल गया.

नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम विक्की है कामुक सेक्स कहानी की इस वेबसाइट में आपका बहुत-बहुत स्वागत है.

आप सभी मन से जवान आदमी और औरतें मेरी कहानी को पढ़ कर मजा लें और अपने आसपास भी मजा देने की कोशिश करें.

मेरा मानना है कि सेक्स एक स्वच्छंद विचार है, जिसे जहां मिले, जैसे मिले … भरपूर मजा करना चाहिए.
उम्र की फिक्र या रिश्तों का लिहाज करना चुदाई में बहुत ही बेमानी है.

लंड और चुत में सिर्फ और सिर्फ चुदाई का रिश्ता ही होता है.
ये न मानना प्रकृति के नियमों को न मानने जैसा है.

हर उम्र की औरतों के साथ चुदाई करने में अपना अलग ही मजा है.
अगर कोई कम उम्र का लड़का किसी आंटी को या अधिक उम्र की औरत को चोदता है, तो वह मजा अलग ही किस्म का होता है.

कोई अधेड़ उम्र का व्यक्ति किसी कम उम्र की लड़की को चोदता है, तो उसका भी अपना अलग ही मजा है.

मुझे नहीं पता कि लड़कियों को लंड का पानी पीने में कितना मजा आता होगा लेकिन लड़कियों की बुर का पानी पीने का अलग ही मजा आता है और बुर को चाट कर पानी छुड़ाने पर लड़कियों को भी बहुत मजा आता है.

आज मैं आपको अपनी लाइफ की एक न्यू गर्ल हॉट कहानी शेयर करने जा रहा हूं.
एक गलत फोन कॉल रिसीव करने से मुझे एक चुलबुली सीलपैक बुर चोदने को मिली थी.

यह बुर मुझे कुछ इस प्रकार मिली.

मैं एक आंटी की भरपूर चुदाई करता था.
उस आंटी का नाम रेशमा था.

जब भी मौका मिलता था, मैं आंटी की चुत चुदाई कर देता था. जब हमें मौका नहीं मिलता था तो हम दोनों फोन पर सेक्स चैट किया करते थे.

फोन से सेक्स चैट में भी हम लोग भरपूर मजा करते थे.
हम दोनों चुदाई के लिए एक दूसरे के प्रति बिल्कुल पागलों की तरह मजा लेते थे.

उस आंटी की दो बेटियां थीं.
दोनों बेटियां बाहर रहकर पढ़ाई करती थीं.

एक बार उसकी छोटी वाली बेटी घर आई हुई थी. उसकी उम्र करीब 20 साल के आसपास होगी.
मुझे यह बात नहीं मालूम थी और ना ही उस आंटी ने मुझे अपनी लड़की के आने के बारे में बताया था.

यह कहानी उस आंटी की इसी बेटी ऋतु के साथ की है.

मैं अक्सर उस आंटी को दिन में भी मैसेज कर दिया करता था और हम दोनों दिन में भी सेक्स चैट कर लिया करते थे.
आंटी हमेशा गर्म रहती थी.

हुआ यूं कि एक दिन मैंने आंटी को कॉल किया और उधर से फोन रिसीव हुआ.

मैं बिना उधर की आवाज सुने ही बोल पड़ा- और रेशमा मेरी जान, क्या हाल है? तुम्हारी मुझे बहुत याद आ रही है. तुम्हारे होंठों को पीने का मन कर रहा है … बताओ कब फ्री हो?

यह बात उस तरफ से कोई आराम से सुनती रही.
उसके बाद वो बोली- आप कौन बोल रहे हैं?

बदली हुई आवाज सुनकर मेरा दिमाग ठनका कि यह कमसिन आवाज तो उसकी दोनों बेटियों में से किसी एक की आवाज हो सकती है.
यह महसूस करते ही मेरी तो जैसे सिट्टी-पिट्टी गुम हो गई.

मुझे खुद पर गुस्सा आने लगा कि मैंने यह क्या कर दिया, कहीं आंटी के घर में कोई दिक्कत ना खड़ी हो जाए.

फिर मैंने अपने आपको संभाला और बात को बदलते हुए कहा- सॉरी, लगता है मुझसे रॉन्ग नंबर लग गया.

इतना कह कर मैंने फोन काट दिया.
उसके बाद भी उस तरफ से चार बार फोन आया मगर मैंने फोन को नहीं रिसीव किया.

जब उसने दोबारा मुझे फोन किया और मैंने फोन नहीं उठाया तो उसे शक तो हो ही गया था.
लेकिन फिर भी मैं ऊपर वाले से मनाने लगा कि किसी तरह से यह स्थिति ठीक हो जाए, वरना मुझे अब से रेशमा आंटी की चूत चोदने के लिए कभी भी नहीं मिलेगी.

मेरी एक गलती के कारण ही ये सब हो गया था.

खैर … जो होना होता है, वही होकर रहता है … हम कितना भी कुछ कर लें.

उसी रात करीब 1:00 बजे मुझे एक नए नंबर से मैसेज आया ‘हैलो …’

मैंने उससे पूछा- कौन!
तो वो बोली- मेरा नाम जानकर आप क्या कीजिएगा!
मैंने कहा- बिना नाम जाने हुए बात कैसे करूं?

उसने मुझसे कहा- मैं अपना नाम बताऊंगी तो क्या आप मुझसे बात करोगे?
मैंने कहा- मैं ऐसे कैसे हां कह सकता हूं कि मैं आपसे बात करूंगा. फिर भी आप अपना नाम तो बताइए?

वह बोली- आप पहले प्रॉमिस कीजिए कि मैं अपना नाम बताऊंगी तो आप मुझसे बात करोगे. फोन नहीं काटोगे.
मैंने सोचा कि चलो एक झूठा प्रॉमिस करने में क्या जाता है.
मेरे मन में यह शंका भी उठने लगी थी कि कहीं दिन में जिसने आंटी का फोन उठाया था, कहीं ये वही तो नहीं है.

इन सब बातों में मैंने उससे प्रॉमिस कर दिया.

वह बोली- मैं ऋतु हूं … रेशमा मेरी मम्मी का नाम है.

ये सुनकर मेरी हालत खराब हो गई. उसके बाद मैंने उसे कोई रिप्लाई नहीं दिया.
मुझे मैसेज पर मैसेज करती रही कि आपने प्रॉमिस किया था कि आप मुझसे बात करेंगे.

फिर मैंने कहा- आप किस रेशमा की बात कर रही हैं?
जब मैंने अनजान बनते हुए ये कहा तो उसने बोला- ज्यादा बनिये मत … आपने जो दिन में कॉल किया था. मैंने ही उस वक्त आपसे बात की थी.

मैंने उससे कहा- मैडम वह रॉन्ग नंबर लग गया था.
उसने कहा- आपकी तरफ से गलत नम्बर लग सकता है लेकिन मेरी मॉम के मोबाइल में आपका नंबर सेव था, तो आप झूठ तो बोलिए ही मत!

ये सुनकर मैं थोड़ी देर सोचने लगा कि साला ये तो मैंने सोचा ही नहीं था कि रेशमा के फोन में मेरा नम्बर सेव था.

मैं लगातार दिमाग के घोड़े दौड़ा रहा था कि आखिर यह लड़की चाहती क्या है, यदि इससे कोई बात की जाए, तो कुछ गड़बड़ न हो जाए.

फिर मैंने हथियार डालते हुए कहा- चलिए मेरी चोरी तो पकड़ी गई. अब बताइए तुम मुझसे क्या चाहती हो!
उसने कहा- तुम मेरी मॉम को कितने दिन से जानते हो … और तुम दोनों के बीच यह सब कितने दिन से चल रहा है?

मैंने उससे बचने की कोशिश करते हुए कहा- हम बस ऐसे ही दोस्त हैं.
उसने गुर्राते हुए कहा- ज्यादा होशियार मत बन … मैंने ये पहले ही कहा है. मैंने तुम्हारी और मॉम की की सारी चैट भी पढ़ ली है.

अब मैंने भी कुछ भी उससे छुपाना उचित नहीं समझा.
मैंने उससे कहा कि एक लंबे अरसे से हमारी बातें हो रही हैं.

मेरा इतना बोलना था कि वह खुद आगे बढ़कर बोली- कितने लंबे अरसे से … और ऐसी क्या बात हो रही है कि मेरी मॉम तुम्हारी पूरी दीवानी हैं.
मैंने उससे कहा कि तुमने तो मेरी चोरी पकड़ ही ली है, तो तुम खुद ही समझ जाओ.

वो विजयी भाव में बोली- हां, मैंने तो तुम्हारी चोरी पकड़ ली है. तुमने तो अब तक मेरी मॉम की खाई खोदकर ना जाने कितनी बार पानी भर दिया होगा.

मैंने उससे थोड़ा नाटक करते हुए कहा- तुमको अपनी मॉम के बारे में ऐसी बातें करते हुए शर्म नहीं आ रही?
उसने कहा- मुझे क्यों शर्म आएगी … मैं कोई बच्ची थोड़े ही हूं, मैं भी अब जवान हो गई हूं.

उसकी इस तरह की बातों से अब मुझे लगने लगा कि यह लड़की खुद ही चुदने के लिए अपनी बुर परोसने के लिए तैयार है. मुझे बस इसके साथ थोड़े अच्छे से बात करनी होगी.

ये ख्याल आते ही मैंने उससे कहा- तो क्या तुमने अभी तक अपनी खाई में कभी भी पानी नहीं भरवाया है?
उसने ठंडी आह भरते हुए कहा- भरने वाला भी तो दमदार होना चाहिए, कोई मिला ही नहीं. मैं तो तुम दोनों की चैट शुरू में गुस्से से पढ़ रही थी … लेकिन जितनी आगे पढ़ती गई, मुझे तुम्हारे लिए मादक भावनाएं पैदा होती गईं. फिर नतीजा ये निकला कि तुम दोनों के प्रति मेरे मन में गुस्सा नहीं, अपितु संवेदनाएं जागृत होने लगीं. मुझे लगने लगा कि तुम मेरी मम्मी के चोदू हो और तुम इतने अच्छे तरीके से उनकी सेवा कर रहे हो … तो क्यों ना मैं भी तुमसे तुम्हारी सेवाएं ले लूं.

उसकी इन बातों से साफ हो गया था कि वह मुझसे चुदना चाह रही है.
मैंने उससे कहा- तुमको इस बात से कोई दिक्कत नहीं कि मैं तुम्हारी मॉम को भी चोद दूंगा और तुमको भी!

वह बोली- दिक्कत तब होगी जब इस बात का पता मॉम को मालूम हो. वैसे मुझे कोई दिक्कत नहीं है और तुम भी मॉम को नहीं बताना.

मुझे ये सब उसकी मॉम को बताने की क्या पड़ी थी. मुझे तो एक कमसिन लड़की की बुर चोदने के लिए मिल रही थी.
मैंने कुछ नहीं कहा.

फिर उसने ही आगे कहा- तुम चिंता मत करो. तुम मेरी मां को शारीरिक सुख दे रहे हो, ये मुझे ठीक ही लग रहा है. क्योंकि मेरे पापा मेरी मां पर ध्यान नहीं देते हैं. मैंने अक्सर अपनी मां को चुदाई की याद में तड़पते हुए देखा है.
मैंने पूछा- मतलब?

वो- मतलब ये कि मेरी मॉम के स्वभाव में भी बहुत परिवर्तन आ गया था, लेकिन पिछले कुछ अर्से से उनका स्वभाव काफी शांत हुआ दिखने लगा है. पहले तो मैं समझ ही नहीं पाई थी कि इसका क्या कारण था, मगर अब मुझे मालूम चल गया कि उसका कारण तुम हो.

अब मैंने भी राहत की सांस ली और उससे पूछा- मैंने तुम्हारी तस्वीर देखी है, तुम काफी खूबसूरत हो. यह बताओ वो क्या कारण है, जिस वजह से तुम मुझसे अभी बात कर रही हो!
उसने बोला- तुम सेक्स सैट में बहुत अच्छी चैट कर रहे थे इसलिए मुझे तुम पसंद आ गए हो. मुझे उस सेक्स चैट को पढ़ कर बहुत मजा आया. काश मैं भी ऐसा मजा कर पाती.

मैं जानता था कि ये बात को घुमा रही है.

मैंने जोर देकर पूछा कि सीधा-सीधा बताओ कि तुम मुझसे क्या चाहती हो!

वह बोली- क्या तुम मेरी बात को समझ नहीं रहे हो!
मैंने कहा- नहीं, साफ-साफ बोलो.

उसने कहा- क्या तुम मेरे चोदू भी बनोगे? मुझे तुम्हारे साथ कोई दिक्कत नहीं है. तुम मेरी मां को भी सुख देते रहोगे, मुझे इस बात से कोई आपत्ति नहीं है. क्योंकि सेक्स की आग शांत होने पर स्वभाव में कितना परिवर्तन आ जाता है, ये मैं देख रही हूँ. मैंने अपनी मॉम को देख कर ही ये जाना है. पिछले कुछ अर्से में मैं सोचती थी कि उनके स्वभाव में इतना परिवर्तन क्यों आ गया है, लेकिन अब मैं पूरी तरह समझ गई गई हूं कि एक अच्छे सेक्स से ऐसा परिवर्तन हो जाता है.

उसके मुँह से ऐसा सुनकर मुझे मुझे खुशी भी हो रही थी और आश्चर्य भी.

मैंने उससे पूछा- क्या तुम ये कह रही हो कि तुम भी सेक्स के बिना परेशान हो?

मैं इसके आगे कुछ बोलना ही चाह रहा था कि उसने मुझे बीच में ही टोकते हुए रोका. वो बोली- मुझे अभी तक किसी ने छुआ तक नहीं है … लेकिन मैं तुम्हारी और मॉम के सेक्स के बारे में पढ़कर एकदम बदल गई हूँ. तुम्हारे प्रति मेरे विचार बिल्कुल बदल गए हैं. मैं सेक्स चैट पढ़ते-पढ़ते यह सोचने लगी कि पहली बार अगर इस तरह का आदमी मेरी चुदाई करे, तो चुदाई में कितना आनन्द आएगा.

वो न्यू गर्ल हॉट थी, भले ही चुदाई के लिए तैयार थी, मगर मैं भी जल्दबाजी में कोई फैसला नहीं करना चाहता था.

मैंने उससे कहा- मुझे थोड़ा वक्त दो. तुम मुझसे बात करती रहोगी तो तुम और ज्यादा कंफर्टेबल फील करोगी. तभी फाइनली कोई निर्णय लेना.

दरअसल मैं चाहता था कि उसके द्वारा यह क्षणिक उत्तेजना में लिया गया निर्णय ना हो, इसीलिए मैंने उससे वक्त देने की सोची.

इस तरह हमारी बातें होने लगीं.

दोस्तो, ऋतु की कमसिन और सीलपैक चुत की चुदाई की कहानी को अगले भाग में आगे लिखूंगा.

आप मुझे मेल करें कि आपको न्यू गर्ल हॉट कहानी कैसी लग रही है.
[email protected]

न्यू गर्ल हॉट कहानी का अगला भाग: मां के बाद बेटी की सीलतोड़ चूत चुदाई- 2

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