हॉट कॉलेज गर्ल की फुल चुदाई

(New College Girl Fuck Story)

न्यू कॉलेज गर्ल फक स्टोरी में मैंने मेरे कॉलेज में आई एक नई लड़की को अपने कमरे में बुलाकर चोदा. बहुत गर्म और चालू माल थी वह! मैंने अपने दो दोस्तों से भी चुदवाया उसको!

नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम रजत है और मैं 23 साल का हूं.

यह मेरी पहली सेक्स कहानी है व एक ऐसी सच्ची घटना पर आधारित है जो मेरे जीवन में घटी थी.

न्यू कॉलेज गर्ल फक स्टोरी आज से एक साल पहले की है.
मैं कॉलेज में पढ़ाई कर रहा था.
तब मेरा बीकॉम फाइनल था.

उन्हीं दिनों एक नई लड़की कॉलेज में आई थी.
उसका नाम सबीहा था.
सबीहा एकदम बिंदास लड़की थी.

उसका 34-30-36 का फिगर एकदम मस्त था.
सारे लड़के उसके हुस्न के दीवाने हो गए थे; हर कोई बस उसे चोदना चाहता था.

वह एकदम भोजपुरी फिल्म की हीरोइन लगती थी.

मैं भी उसे देखा करता था और ऊपर वाले से मैं रोज दुआ मांगता था कि यह माल मुझे एक रात के लिए मिल जाए.

शायद ऊपर वाले ने मेरी सुन ली.

वह मुझसे एक दिन बात करने आई और बोली- क्या आप मेरी थोड़ी मदद कर देंगे?
मैं पढ़ने में अच्छा था, मुझे इसी बात का लाभ मिला था.

मैंने भी हां कर दी. मैंने कहा- हां जरूर कर दूंगा, क्या मदद चाहिए?

उसका बी.कॉम का प्रथम वर्ष था.
वह बोली- मुझे बी ओ का कुछ समझ नहीं आ रहा, सब ऊपर से जा रहा है. आप मुझे थोड़ा सा टाइम देकर समझा देंगे तो मेरे लिए काफी आसान हो जाएगा. आपकी जो भी फीस होगी, मैं दे दूँगी.

बी ओ मतलब बिजनेस ऑर्गनाईजेशन बीकॉम का एक विषय होता है.

मैंने कहा- मुझे पैसा नहीं चाहिए, मैं आपको पढ़ा दूंगा.
उसने कहा- ऐसे कैसे? कुछ तो आपको लेना ही पड़ेगा.

पहले तो मन में आया कि हां आगे की ले लूँगा. पर यह कह नहीं सकता था.

मैंने सामने से कहा- ठीक है, मुझे जब लेना होगा, मैं ले लूंगा … अपनी फीस!
वह मेरे कहने के अंदाज से मुस्कुराने लगी.

मुझे भी लगा कि यह कुछ ज्यादा ही समझदार माल है.
अब मैं उसे रोज पढ़ाने लगा.

वह मेरे साथ काफी घुल-मिल गई थी.

एक दिन मैंने उसे अपने कमरे पर आने के लिए कह दिया.
वह पहले तो थोड़ी हिचकिचाई पर आ गई.

मेरे दोस्तों को लगा कि मैं उसे ठोक चुका हूँ, इसी लिए वह मेरे साथ मेरे कमरे पर आ गई है.

एक दोस्त कहने लगा- यार, इसको तो न जाने कितने लोग पेलना चाहते हैं.
मैंने कहा- हां भाई, मैं भी उसे पेलना चाहता हूँ … पर वह ऐसी लड़की नहीं है.
यह कह कर मैंने उसे टरका दिया.

उसे मालूम था कि मैं उसे टरका रहा हूँ.
उसने यह बात मेरे पक्के दोस्तों से कह दी.

मेरे दो दोस्त बहुत पक्के हैं. सौरभ और उज्ज्वल.
जब उन दोनों कमीनों को इस बात की जानकारी हुई तो उन दोनों ने मुझे पकड़ा और गालियां देने लगे.

सौरभ- मादरचोद, आज साले तुझे माल मिल गया तो तू बात नहीं कर रहा है!

वे दोनों मेरे जिगरी दोस्त हैं.
हम लोगों के बीच बिना गाली के बात नहीं होती है.

कुछ देर बाद उन दोनों ने मुझे एक साथ मजा लेने की योजना बनानी शुरू कर दी.
सौरभ बोला- उसको तू अपने रूम में बुला और उधर ही साली के साथ सामूहिक ठुकाई करेंगे.

मुझे उसकी इस बात से डर लग रहा था कि कहीं मामला पुलिस में न चला जाए और हम सब फंस न जाएं.

मैंने दिमाग लगाया, मेरे दिमाग में एक विचार आया.
तो मैंने अपने दोस्तों से कहा- तुम लोग रेडी रहना, मैं फोन करूंगा तो तुरंत आ जाना.

उज्ज्वल बोला- बता न क्या सोच रहा है?
मैंने कहा- तू छेद पेलने की तैयारी कर भोसड़ी वाले … तेरा दिमाग टखनों में रहता है.

सौरभ हंस पड़ा और सभा विसर्जित हो गई.

अब मैंने फिर से उस लड़की सबीहा को अपने कमरे में बुलाया.

इस बार मैंने पूरी तैयारी कर रखी थी.

मैंने सेक्स की गोली लाकर रखी थी और कोल्डड्रिंक में घोल दी थी.

सबसे जरूरी चीज फोन में वीडियो रिकॉर्डिंग ऑन करके कैमरा सैट कर दिया था कि कल को किसी भी अनहोनी से बचने के लिए यह सब काम आएगा.

ये सब करने में 12 बज गए थे
थोड़ी देर में वह भी आ गई.

मैंने उसे अन्दर बुलाया.
वह बेड पर बैठ गई.

उसको देख कर मेरा लवड़ा खड़ा हो गया था, वह भी फूली हुई पैंट को देख कर हल्के से मुस्कुरा दी थी.

उसकी मुस्कान देख कर मैं समझ गया था कि लौंडिया भी चुदवाना चाहती है पर अपने मुँह से कह नहीं पा रही है.
शायद वह शर्मा रही थी.

मैंने उसको कोल्डड्रिंक का गिलास पकड़ा दिया.

वह धूप से आई थी तो ठंडी कोल्डड्रिंक देख कर खुश हो गई.
उसने कोल्डड्रिंक का ग्लास होंठों से लगाया और गटगट करके सारा पी गई.

मैं उसे देखने लगा.

वह बोली- क्या हुआ?
मैंने कहा- एक ही सांस में सब खत्म?

वह हंस कर बोली- बड़ी गर्मी लग रही थी … कोल्डड्रिंक पीकर आत्मा तृप्त हो गई.

मैं भी हंस दिया और उसके पास आकर बैठ गया.
मेरा लंड एकदम खड़ा था.

उसकी नज़र मेरे लंड पर पड़ गई और एकटक लंड को ही देखने लगी.

मैंने कहा- क्या हुआ?
इस पर वह थोड़ा शर्मा गई और इधर उधर देखने लगी.

हम दोनों यूं ही कुछ इधर उधर की बातें करने लगे.

मेरा सोच यह थी कि यह कुछ ही देर में दवा के असर से गर्म हो जाएगी और उसके बाद इसकी चूत गर्म भट्टी सी धधकने लगेगी, तो इसे नंगी करके चोद दूंगा.

वही हुआ.

अब दवा ने असर दिखाना शुरू कर दिया था.
वह मदहोश होने लगी थी और अपनी टांगों के बीच में अपनी चूत को खुजलाने लगी थी.

मैंने कहा- क्या हुआ?
वह नशीली आवाज में बोली- बड़ी बेचैनी हो रही है.

मैंने पूछा- कैसी बेचैनी?
वह कहने लगी- अजीब सा लग रहा है.

मैंने उसकी पीठ पर हाथ फेरा और पूछा- तुम्हारी तबियत तो ठीक है न!
वह बोली- हां तबियत ठीक है … तुम हाथ फेर रहे हो तो बड़ा अच्छा लग रहा है.

मैं उसके और करीब आ गया और उसे लगभग अपनी बांहों में लेकर सहलाने लगा.

वह भी मेरे सीने से पीठ टिका कर बैठ गई और कामुक आहें भरने लगी.

तब मैंने मौके का पूरा लाभ उठाया और उसका एक हाथ पकड़ लिया.
मैंने कहा- ज्यादा दिक्कत हो रही हो तो कपड़े ढीले कर लो और लेट कर आराम कर लो.

वह बोली- हां, तुम शायद ठीक कह रहे हो.
उसने अपनी शर्ट के बटन खोल कर शर्ट ढीली कर दी.

उसने अपनी शर्ट के बटन ढीले किए तो उसकी लाल रंग की ब्रा दिखने लगी और चूचों की गोलाइयां दिखने लगीं.
मेरे लंड ने कोहराम मचाना शुरू कर दिया.

मैंने उसे जबरन बिस्तर पर लिटाते हुए कहा- तुम थोड़ा लेट कर आराम कर लो.
उसने कहा- नहीं, मैं ठीक हूं.

मैंने उसे जान बूझकर बिस्तर पर लिटा दिया और उसके ऊपर ही गिर गया.
अब वह मेरे नीचे दब गई थी.

मैंने अपना लवड़ा उसकी चूत से सटा दिया.
वह कुछ नहीं कह रही थी.
मुझे समझ आ गया कि इसे मेरा वजन अच्छा लग रहा है.

अब वह कुछ समझ पाती कि इससे पहले ही मैंने उसे अपनी बांहों में जकड़ लिया और उसे चूमने लगा.
उसकी चूत भभक रही थी तो जल्द ही उसका भी मूड बन गया था.

हालांकि वह अभी भी नखरे कर रही थी- प्लीज यार मत करो न … हटो न यह क्या कर रहे हो!
मुझे लगा कि कुछ गड़बड़ न हो जाए इसलिए मैंने उसे छोड़ दिया.

मैंने कहा- आई एम सॉरी यार! मुझे ऐसा नहीं करना चाहिए था … प्लीज मुझे माफ कर दो!
यह कहते हुए मैं उसके ऊपर से उठ गया.

उसने मेरा हाथ पकड़ लिया.

मैंने उसकी आंखों में झांकते हुए कहा- तुम मुझे बहुत अच्छी लगती हो, इसी लिए मुझसे कंट्रोल नहीं हुआ. प्लीज मुझे माफ कर दो.

वह बोली- मुझे तुमसे सच में यह उम्मीद नहीं थी कि तुम आग लगा कर दूर हट जाओगे!
यह कह कर वह हंसने लगी.

मैंने फिर से उसे पकड़ लिया और बेतहाशा चूमने लगा.
इस बार वह भी मेरे साथ चुंबन का मजा लेने लगी थी.

मैंने उसकी बाजू में लेटते हुए उसकी टांगें खोलीं और अपना लंड उसकी गांड में सटा दिया; साथ ही उसकी चूचियां पकड़ कर दबाने लगा.
वह भी मदहोश होने लगी और आहें भरने लगी.

मैंने कहा- तो इसकी उम्मीद थी?
उसने हंस कर कहा- हां … प्लीज और करो … अच्छा लग रहा है.

यह सुनकर मैं और भी जोश में आ गया.

वह कहने लगी- मैं कबसे तुमसे यह सब चाह रही थी.
मैंने कहा- हां, मैं भी तुझे पहले ही दिन चोदना चाहता था, पर तू बड़े नखरे मार रही थी न … इसलिए गांड फट रही थी.

वह बोली- आज भी तुम मुझे हाथ नहीं लगा पाते … वह तो पता नहीं मुझे आज क्या हो गया था, जो मैं इतनी जल्दी खुल गई!

मैंने कहा- चुदवा लो, सब सही हो जाएगा!
वह हंसने लगी.

मैंने उसको मैंने बेड पर उल्टा पटक दिया और उसकी जींस को पैंटी समेत उतार कर अलग कर दी.

वह कुछ पाती कि मैंने उसकी दोनों टांगें फैलाईं और अपना लंड उसकी गांड में रख कर जोरदार धक्का दे मारा.

मेरा लवड़ा पूरा घुसता चला गया.
न्यू कॉलेज गर्ल फक में हल्की सी आवाज में ‘आह मर गई … साले ने सूखा ही पेल दिया’ करके कराही.

मैं समझ गया कि साली रांड है और बहुतों से गांड मरवा चुकी है.

मैंने हाथ में थूक लिया और उसकी गांड में लगाते हुए उसकी गांड बजाना शुरू कर दी.

कुछ ही समय में वह खुल कर चुदाई का मजा लेने लगी और बोली- सच सच बताना भोसड़ी के … कोल्डड्रिंक में क्या मिलाया था?
मैंने लंड ठांसते हुए कहा- क्यों कैसा लग रहा है!

वह बोली- ऐसा लग रहा है कि आज तू मेरी प्यास बुझा ही नहीं पाएगा मादरचोद. जल्दी से बता क्या पिलाया तूने कुत्ते!
मैंने हंस कर उसकी चूची मसलते हुए कहा- सेक्स की गोली की मिलाई थीं.

वह बोली- हां समझ गई थी मैं कि जरूर तूने मुझे सेक्स की गोली खिलाई है. अब भोसड़ी के गांड मार ली हो तो चूत में आ जा.
मैंने उसकी गांड से लंड निकाला और चूत में पेल दिया.

वह मस्ती से चूत चुदाई करवाने लगी.
मैंने कहा- कितने लंड खा चुकी है रंडी?

वह बोली- हां कुत्ते, जैसे मैंने सब डायरी में लिख रखा है कि किसका कितना बड़ा था और उसने कितनी देर तक चोदा था?
मैं हंस दिया.

तो वह बोली- एक दो लंड और बुला ले … आज आगे पीछे से एक साथ चुदने का मन कर रहा है.

मैंने तुरंत अपने दोस्तों को बुलाया.
तो वे साले कमरे के कुछ दूर ही पान के खोखे पर खड़े होकर सिगरेट पी रहे थे.

फोन सुनते ही अन्दर आ गए और उसके बाद उन्होंने सीन देखा तो अगले दो मिनट में ही वे दोनों नंगे हो गए और सबीहा से अपने लंड चुसवा कर खड़े करवाने लगे.
जैसे ही उन दोनों के लंड खड़े हुए, मेरे लंड ने पानी छोड़ दिया.

मैं सबीहा की चूत से बाहर झड़ गया और सबीहा मेरे दोस्तों के लंड से खेलने लगी.

उन दोनों कमीनों ने सबीहा को घोड़ी बनाया और उसके दोनों छेदों में एक साथ लंड पेल कर उसकी सैंडविच चुदाई करने लगे.
अब सबीहा भी मस्ती से मेरे झड़े हुए लौड़े को चूस कर खड़ा करने में जुट गई थी.

उस दिन हम सबने दो दो बार सबीहा की चुदाई का मजा लिया और झड़ कर नंगे ही सो गए.

बाद में सबीहा को उसके घर छोड़ा और अब हम सब जब चाहे उसकी चूत गांड बजा लेते थे.

आपको मेरी न्यू कॉलेज गर्ल फक स्टोरी कैसी लगी, प्लीज बताएं.

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