मुंबई जाकर मैं बन गई रंडी- 1

(New Call Girl First Story)

न्यू कॉल गर्ल फर्स्ट स्टोरी में एक बहुत सुंदर सेक्सी लड़की को पैसे के लिए उसकी सहेली ने शरीर बेचने के धंधे में उतरने की सलाह दी. मजबूरी में लड़की मान गयी.

नमस्कार दोस्तो,
मैं सोनम अपनी एक नई कहानी में आप सभी पाठकों को स्वागत करती हूं।

अभी तक मैंने जितनी भी कहानी भेजी हैं, उन्हें आप सबने इतना पसंद किया उसके लिए आप सभी का दिल से शुक्रिया।

मेरा हमेशा से ही प्रयास रहता है कि आप लोगों के लिए सच्ची और बेहतरीन कहानियां लेकर आऊं।
आप लोग अपना साथ ऐसे ही बनाये रखे।

आज की कहानी भी मेरी ऐसी ही पाठिका ने मुझे भेजी है जो एक सच्ची कहानी होने के साथ साथ एक काफी मादक और उतेजित कहानी भी है।
उम्मीद है यह कहानी भी आप सभी को पसंद आएगी।

न्यू कॉल गर्ल फर्स्ट स्टोरी में मैंने थोड़े बहुत बदलाव किए हैं और कहानी को ज्यादा कामुक बनाने की कोशिश की है।

जिसने मुझे ये कहानी भेजी है उनका नाम है मोनिषा और यह उनकी जिंदगी की सच्ची कहानी है।

चलते हैं दोस्तो कहानी में … और कहानी का मजा लेते हैं।

हैलो दोस्तो,
मेरा नाम है मोनिषा और मेरी वर्तमान उम्र 21 साल की है।

जो कहानी आज मैं आपको बताने जा रही हूं उसकी शुरुआत 2 साल पहले हुई थी जब मैं 19 साल की थी।

मैं एक सामान्य परिवार से हूं लेकिन भगवान ने मुझे ऐसा रूप दिया है जिसके हजारों लोग दीवाने हैं।

और आज अपने इस रूप और बदन के कारण ही मैंने अपनी और अपने परिवार की हर जरूरत को पूरा किया है।

मैं जब स्कूल में थी और उसके बाद फिर जब मैं कॉलेज में थी, वहाँ मैंने कभी किसी लड़के को अपने करीब तक नहीं आने दिया था।
जबकि मेरे पीछे लड़को की लाइन लगी हुई थी।

मुझे ये सब पता था कि लड़के लड़कियों के बीच क्या क्या होता है, चुदाई किसे कहते हैं.
मुझे इस सबकी सारी जानकारी थी।
लेकिन मुझे अपने परिवार की इज्ज़त काफी प्यारी थी।

मेरा चेहरा दिखने में काफी खूबसूरत और आकर्षक है और मेरा फिगर बिल्कुल साँचे में तराशा हुआ है।
मेरा फिगर 34–30–36 का है और आज कल के मर्दो को ऐसा फिगर काफी पसंद आता है।

जब भी मैं कॉलेज ड्रेस में कॉलेज जाती थी तो मेरे कुर्ते के सामने से मेरे तने हुए दूध को लोग काफी गंदी नजर से निहारते थे।
ऊपर वाले ने मुझे ऐसा बदन दे दिया है जिसको पाने के लिए लोग तरस रहे हैं।

लेकिन जिसने भी इस बदन को पाया है उसने इसको अच्छी तरह से निचोड़ लिया है।

दोस्तो, अब न्यू कॉल गर्ल फर्स्ट स्टोरी की शुरुआत करते हैं और जानते हैं कि कैसे एक छोटे से कस्बे में रहने वाली एक साधारण लड़की मुंबई पहुँच गई और वहाँ अमीरों की रातें रंगीन करने लगी।

बात है 2018 की जब मेरे घरमें मम्मी पापा मैं और मेरी छोटी बहन रहते थे।
पापा एक फैक्टरी में काम करते थे जिससे किसी तरह से ही घर का गुजारा चल रहा था।
कम पैसों के बाद भी पापा ने हमे अच्छे से पढ़ाया लिखाया।

उस समय मैं अपने कॉलेज के आखरी साल में थी और मेरी छोटी बहन 10वीं क्लास में थी।

हम चारों अपने परिवार में किसी तरह से सुखी थे.
लेकिन अचानक एक दिन मेरे पापा को हार्ट अटैक आया और उनकी मृत्यु हो गई।

पापा के जाने के बाद घर में जैसे दुःख का पहाड़ आ गया।
घर चलाने के लिए पैसों की बेहद किल्लत होने लगी जिसके कारण मम्मी को एक कपड़े की दुकान में काम करना पड़ा।

किसी तरह से मैंने अपने कॉलेज का आखरी साल पूरा किया और उसके बाद आगे की पढ़ाई न करते हुए किसी काम की तलाश में लग गई।

लेकिन मैं जहाँ भी काम के लिए जाती थी तो किस्मत मेरा साथ नहीं देती थी।

एक तो हमारे छोटे से कस्बे में किसी भी काम के लिए इतने कम पैसे मिलते थे कि उससे कुछ होने वाला नहीं था।
मैं अपनी छोटी बहन की पढ़ाई पूरी करवाना चाहती थी और इसके लिए मेरा काम करना बेहद जरूरी था।
काम की तलाश करते हुए मैंने अपने कस्बे में जगह जगह प्रयास किया लेकिन मेरे हाथ में कुछ नहीं लग रहा था।

घर की हालत खराब होती जा रही थी और उसके कारण मेरा दिमाग काम नहीं कर रहा था और मैं काफी परेशान रहने लगी थी।

फिर एक दिन मैं बस स्टैंड में खड़ी हुई बस का इंतजार कर रही थी।
तभी मेरे पास एक कार आकर रुकी और अंदर से किसी ने मेरा नाम पुकारा।

मैंने अंदर देखा तो अंदर मेरी एक कॉलेज की सहेली मोना थी।
उसने मुझे अंदर बुलाया और मैं कार में बैठ गई।

बात करते हुए हम दोनों एक रेस्टोरेंट में गई और वहाँ नाश्ता करते हुए बात करने लगी।

मैंने उससे पूछा तो उसने बताया- मैं मुंबई में जॉब कर रही हूं और काफी अच्छे पैसे मिल जाते हैं।

मोना ने अपनी कमाई से ही मुंबई में फ्लैट, कार सब ले रखी थी।
केवल दो साल में ही उसने अपनी जिंदगी काफी अच्छी बना ली थी और वो ऐशो-आराम की जिंदगी जी रही थी।

बात करते हुए मैंने उसे अपनी परेशानी के बारे में बताया.
तो उसने मुझसे कहा- अगर तुझे सच में पैसों की जरूरत है तो मेरे साथ मुंबई चल! वहाँ वहाँ मैं तेरी जॉब का इंतजाम कर सकती हूं. अगर तुझे जॉब पसंद आएगी तो ठीक है, तू वही मेरे साथ रहकर जॉब कर लेना. अगर तुझे जॉब पसंद नहीं आया तो तू वापस लौट आना।

मैंने उसे अपना नम्बर दिया और 2 दिन में सोचकर बताने के लिए बोली।

घर आकर उसी शाम को मैंने अपनी माँ से इस बारे में चर्चा की।

पहले तो मेरी माँ को मेरा मुंबई जाकर काम करना अच्छा नहीं लगा लेकिन किसी तरह से मैंने अपनी माँ को राजी कर लिया।

मैंने अगले दिन ही अपनी सखी मोना को यह बात बताई और मोना ने एक सप्ताह के अंदर मुंबई चलने के लिए कहा।

जल्दी ही मैंने मुंबई जाने की पूरी तैयारी कर ली और उसके बाद मैं और मोना उसकी कार से मुंबई के लिए निकल गए।

4 घण्टे के सफर के बाद हम लोग मुंबई पहुँच गई और हम मोना के फ्लैट में पहुँच गयी।

जैसे ही मोना ने अपने फ्लैट का दरवाजा खोला और मैं अंदर गई, उसके फ्लैट के अंदर का नजारा देख मैं दंग रह गई।
दो बेडरूम वाला आलीशान फ्लैट जिसके हर कमरे में एयरकंडीशनर लगा हुआ था।
शानदार सोफा और शानदार बेड के साथ साथ बेहतरीन किचन।

केवल दो साल में ही मोना ने इतनी कामयाबी हासिल कर ली थी.
ये सब देखते हुए मैंने उससे पूछ ही लिया- मोना ये सब तूने अकेली ही कैसे कर लिया और तेरी सैलरी कितनी है?

इसका जवाब देते हुए उसने कहा- सैलरी तो मेरे ऊपर ही है, जितना काम उतनी सैलरी। और आगे तुझे सब पता चल जाएगा. चिंता न कर … तू अभी मुंबई आई है. यहाँ कुछ दिन एन्जॉय कर घूम फिर … यहाँ तुझे किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं होने वाली।

दो दिन मैं मोना के साथ रही और मोना ने मुझे मुंबई घुमाया।

तीसरे दिन दोपहर में हम दोनों उसके फ्लैट में आराम कर रही थी.
तभी उसके पास किसी का फोन आया.
उससे बात करने के बाद मोना ने मुझसे कहा- आज मुझे जॉब में जाना पड़ेगा और रात में तुझे अकेली ही रहना होगा।

शाम को 8 बजे एक कार आई और मोना तैयार होकर उस कार से अपने जॉब में चली गई।
मैं उस रात उसके फ्लैट में अकेली ही रही।

सुबह उठकर मैंने फ्रेश होने के बाद नाश्ता तैयार किया और करीब 9 बजे मोना भी वापस आ गई।
मोना आते ही नहाने चली गई.

नहाने के बाद हम दोनों ने चाय नाश्ता किया और मोना बेडरूम में सोने चली गई।

मैं कुछ देर तक टीवी देखती रही और फिर मैं भी बेडरूम में गई।
उस वक्त तक मोना गहरी नींद में सो चुकी थी।

जब मैं उसके बेडरूम में गई तो वह केवल ब्रा पेंटी पहने हुए ही सो रही थी।
मैं भी उसके बगल में जाकर लेट गईं।

फिर मैंने गौर किया कि मोना के बदन में जगह जगह पर काटने जैसे निशान बने हुए थे।
उसकी जांघ, नाभि के पास, कंधे और गले के नीचे साफ साफ निशान दिखाई दे रहे थे।

उस वक्त मेरे मन में बड़ा अजीब ख्याल आया कि कहीं मोना कुछ गलत काम तो नहीं कर रही है?
फिर मैंने सोचा कि हो सकता है कि यह मेरा वहम हो।

उसी दिन शाम को जब मैं और मोना खाना खा रही थी तो मैंने मोना से पूछ ही लिया- तू क्या जॉब करती है?
पहले तो मोना टालमटोल करती रही लेकिन जब मैंने उससे उसके बदन पर पड़े निशान के बारे में पूछी तब उसने मुझे सब कुछ खुलकर बताया।

उसने बताया- जब मैं पहली बार मुंबई आई थी तो मुझे कही भी जॉब नहीं मिल रहा था. और तब मेरी मुलाकात एक एजेंट से हो गई और उसकी मदद से ही मैं एक हाई प्रोफाइल कॉलगर्ल बन गई। मैं बड़े बड़े अमीर लोगों की रातें रंगीन करती हूं।

मोना देखने में बेहद खूबसूरत है और उसका फिगर भी बेहद सेक्सी है।
उसका ही फायदा उठाकर उसने इतने पैसे और संपत्ति जोड़ ली थी।

फिर मैंने उससे पूछा- मेरे जॉब का क्या हुआ?
तो उसने मुझसे कहा- अगर तू तैयार है तो तुझे भी मैं इस काम में लगा सकती हूं। हम दोनों यहाँ साथ में रहेंगी और तुझे अलग से घर लेने की भी कोई जरूरत नहीं है।

उसकी ये सब बातें सुनकर मेरा मन ही टूट गया था।
मैं तो मुंबई सोचकर आई थी कि यहाँ अच्छी सी नौकरी मिल जाएगी और उससे मेरे घर की तकलीफ दूर हो जाएगी।

मोना ने मुझसे कहा- मैं तुझे जोर नहीं दे रही हूं. लेकिन अगर तुझे अपने घर की हालत सुधारनी है तो यह काम कर सकती है। इस बात का कभी किसी को कुछ पता नहीं चलेगा और यह बात हमेशा हम दोनों के बीच ही रहेगी।

उस वक्त मैंने मोना को किसी तरह की कोई सहमति नहीं दी और बिना कुछ बोले चुपचाप खाना खाने के बाद कमरे में सोने चली गई।

रात में मैं केवल बिस्तर पर लेटी हुई थी लेकिन नींद मेरी आँखों में कही भी नहीं थी।
मैं मोना की बातों को बड़े गौर से सोच रही थी.

अपने और अपने घर के हालात देखते हुए मैंने सोचा कि मैं एक लड़की हूँ और कभी न कभी किसी न किसी के साथ तो मुझे सेक्स करना ही है। ज्यादा से ज्यादा क्या होगा, मेरी शादी नहीं होगी. लेकिन मेरे कारण मेरी बहन का तो भविष्य बन जायेगा और यहाँ मुंबई जैसे शहर में मुझे कौन पहचानता है और किसी को क्या पता चलने वाला है कि मैं मुंबई में क्या करती हूं।

यही सब सोचते हुए मैंने मोना को हाँ करने का मन बना लिया।

अगली सुबह जब मैं और मोना चाय पी रही थी, तभी मैंने मोना को अपने मन की सारी बातें बता दी और उसे कहा- अगर ये बात हमेशा गुप्त रहेगी तो मैं तैयार हूं. लेकिन हम दोनों यहाँ क्या करती हैं, गांव में कभी किसी को भनक भी नहीं लगनी चाहिए।

मोना मेरी बातों से पूरी तरह से सहमत थी और उसने मुझसे वादा किया- हम दोनों मुंबई में क्या करती हैं, यह बात जिंदगी में कभी भी गांव तक नहीं जाएगी।

उसी दोपहर में मोना ने किसी को फोन किया और उससे बात करने के बाद मुझे कहा- शाम को तैयार होकर रहना. एक एजेंट आने वाला है, वह तुझसे मिलना चाहता है।

दोपहर में ही हम दोनों ब्यूटीपार्लर गई जहाँ मोना ने मेरे बॉडी का पूरा वैक्स करवाई और मसाज फेशियल भी करवाई।

उसके बाद तो मेरा पूरा बदन और ज्यादा दमक उठा और मेरा पूरा बदन चमकने लगा था।

शाम को मोना ने मुझे अपनी एक स्कर्ट दी और मुझे पहनने के लिए बोली।
मैंने उस दिन से पहले कभी भी स्कर्ट नहीं पहनी थी और मुझे काफी अजीब सा लग रहा था।

मेरी आधी जांघें दिख रही थी और इसके साथ साथ उस ड्रेस का गला काफी नीचे तक था जिससे मेरे 40% दूध बाहर निकले हुए थे और दोनों दूध के बीच की लाइन बिल्कुल सामने थी।

करीब 7 बजे एक आदमी फ्लैट में आया.
वह करीब 30-35 साल का था।
उसका नाम अशोक था.

उसके साथ मोना काफी खुलकर बात कर रही थी, लगता था उन दोनों के बीच काफी दोस्ती थी।

मोना ने अशोक से कहा- ये मेरी सहेली है, इसका नाम मोनिषा है. यह हम लोगों के साथ काम करना चाहती है। इसके बारे में मैंने इसे सब बता दिया है. बस तू इसके लिए अच्छे से अच्छा ग्राहक तलाश कर और इसको पैसों के बारे में बता! यह अभी पूरी तरह से कुँवारी है, किसी मर्द ने आज तक हाथ भी नहीं लगाया।

यह बात सुनकर अशोक मेरी तरफ बड़े अजीब निगाह से देखने लगा और उसने मुझे ऊपर से नीचे तक देखने के बाद कहा- अगर ये सही में कुँवारी है तो इसकी नथ उतरवाने के लिए मेरे पास काफी अच्छे अच्छे ग्राहक हैं। इसके लिए तो लाइन लग जायेगी. आज कल इसकी जैसी गदराई जवानी के ही तो अच्छे पैसे मिलते हैं. और ऊपर से यह अभी कुँवारी है। इसकी पहली रात के लिए मैं बड़े आराम से एक लाख का ग्राहक ला सकता हूँ. लेकिन उम्र में ज्यादा ही मिलेंगे।

मोना ने कहा- उम्र की कोई दिक्कत नहीं है, पैसों के साथ साथ सेफ्टी जरूरी है।
अशोक बोला- उसकी चिंता तुम लोग मत करो. बस मैं दो दिन में इसके लिए ग्राहक सेट करता हूं। और पहली बार के हिसाब से अच्छे पैसे दिलवाने का वादा करता हूँ।

उसके बाद अशोक ने अपने मोबाइल से मेरी फ़ोटो लेना शुरू किया.
कुछ फ़ोटो सामने से और कुछ फोटो पीछे से लेने के बाद वह चला गया।

वो गुरुवार का दिन था और अगले दो दिन उसका कोई पता नहीं चला।

फिर रविवार को सुबह सुबह उसका फोन आया और उसने कुछ देर बाद आने के लिए कहा।

सुबह करीब 11 बजे अशोक आया और मोना से बात करने लगा।

कुछ देर बाद मोना ने मुझे बुलाया और मैं भी उन दोनों के साथ बैठ गई।

अशोक बोला- मेरा एक बहुत पुराना ग्राहक है जो कि एक बड़ी कंपनी का मालिक है। उसे मैंने मोनिषा की फ़ोटो दिखाई तो वह तुरंत ही तैयार हो गया. और वह मोनिषा को अपने साथ 3 दिन रखने के लिए एक लाख रुपये देने के लिए तैयार है। अगर तुम दोनों को मंजूर है तो आज शाम को चलना होगा और अगले 3 दिन उसके साथ रहना होगा।

मोना मेरी तरफ देखते हुए मुझसे बोली- क्या बोलती है, तैयार है तू?
मैंने भी अपनी पूर्ण सहमति देते हुए मोना को हाँ कह दी।

मोना बोली- ठीक है. पहली बार तुझे इतने पैसे मिल रहे हैं. लेकिन अगली बार से कम ही पैसे मिलेंगे और जितने भी पैसे मिलेंगे उसका 10% अशोक को देना होगा।

मैंने उसे हाँ बोल दी.
शाम को आने के लिए कह कर अशोक चला गया।

दोपहर में ही मैं और मोना मार्केट चली गई और मोना ने मेरे लिए एक काफी सेक्सी सी ड्रेस और 4 सेट ब्रा पेंटी ख़रीद कर मुझे दी।

शाम को मोना ने मुझे अपने हाथों से तैयार किया और ठीक 6 बजे अशोक मुझे लेने के लिए आ गया।
मैंने मोना को बाय कहा और अशोक की कार में बैठकर चली गई।

आगे क्या हुआ और अशोक मुझे कहाँ लेकर गया, उसके बाद किस तरह से मेरी पहली चुदाई हुई और 3 दिन में मेरे साथ क्या क्या हुआ, ये सब जानने के लिए न्यू कॉल गर्ल फर्स्ट स्टोरी का अगला भाग जरूर पढ़ें।
[email protected]

न्यू कॉल गर्ल फर्स्ट स्टोरी का अगला भाग: मुंबई जाकर मैं बन गई रंडी- 2

What did you think of this story??

Comments

Scroll To Top