कॉलेज गर्ल की क़सी हुई बुर- 2

(Nangi Ladki Ke boobs)

नंगी लड़की के बूब्ज़ चूसने का मौका मुझे तब मिला जब मेरे पड़ोस में रहने वाली जवान लड़की मेरे कमरे में सेक्स का मजा लेने आई. मैंने शुरुआत किसिंग से की.

कहानी के पहले भाग
पड़ोस की लड़की की वासना जगाई
में आपने पढ़ा कि मेरे पड़ोस की एक लड़की को मैंने सेक्स केलिए उत्तेजित करके चुदाई के लिए तैयार कर लिया था.
अब आगे :

उसकी बातों ने मुझे बहुत गर्म कर दिया था।
जैसे-तैसे अपने आप को कंट्रोल किया।

अब अक्सर हमारी बातें फोन पर होने लगी थीं।

पूनम की जवानी उफान पर थी।
इस उम्र में किसी भी लड़की से वासना भरी बातें करने से लड़की की कामवासना चरम पर पहुँच जाती है।
जो उनके लिए कंट्रोल करना बहुत मुश्किल है।

पूनम का भी यही हाल था।
उसे जब भी मौका मिलता, मुझे फोन कर देती।
मैं भी पूनम को अपनी कामुक बातों से खूब गर्म करता।

मुझे पता था कि मैं पूनम की आग को जितना भड़काऊँगा, उतना ही जल्दी वो मुझसे मिलन के लिए तड़पने लगेगी।

अब हमारे बीच काफी गंदी और उत्तेजक बातें होने लगी थीं।
जो पूनम के लिए काफी असहनीय हो रही थी।

पूनम की कामवासना भी चरम पर पहुँच चुकी थी।

आखिर एक दिन उत्तेजनावश पूनम के मुँह से निकल ही गया, “उफ्फ्फ अभय, मुझे अब सच में चरम सुख का एहसास करा दो। अब मुझसे और सहन नहीं होता।”

ये सुनते ही मेरे जिस्म में उत्तेजना की लहर दौड़ गई।
मैं समझ चुका था कि पूनम अब अपनी जवानी मुझ पर लुटाने को तैयार है।

मैं भी तुरंत बोला, “उफ्फ पूनम, तुम्हें तुम्हारी जवानी का वो एहसास कराऊँगा कि तुम्हारी बुर मेरे लंड की दीवानी हो जाएगी।”
“अभय, कुछ मत बोलो प्लीज़, बस बुझा दो मेरी प्यास को।”

अब हम दोनों मिलन के लिए तैयार हो चुके थे।

लेकिन माधुरी के कारण थोड़ी दिक्कत हो रही थी।
क्योंकि पूनम ने कहा था, “हमारे बीच जो भी हो रहा है, माधुरी को पता नहीं चलना चाहिए।”

शायद पूनम डर रही थी कि कहीं माधुरी किसी से कुछ बोल न दे।

हम लोग कुछ प्लान बना ही रहे थे कि अचानक एक दिन माधुरी पूनम से बोली, “मुझे एक हफ्ते के लिए घर जाना है। कुछ ज़रूरी काम आया है।”

पूनम को तो जैसे मुँह माँगी मुराद मिल गई थी।
उसने मुझे तुरंत मैसेज करके बताया, “माधुरी कुछ दिनों के लिए घर जा रही है।”
ये मैसेज पढ़ते ही, यकीन मानिए दोस्तों, मेरी खुशी का ठिकाना न रहा।

मैं अगले दिन का बेसब्री से इंतज़ार करने लगा कि कब माधुरी बस से आगरा के लिए निकले।

अगले दिन माधुरी और पूनम साथ में निकले।
पूनम माधुरी को छोड़ने बस स्टॉप तक गई।

जब माधुरी बस में बैठकर आगरा के लिए निकल गई, तब पूनम घर आकर मुझे मैसेज की, “माधुरी आगरा के लिए निकल गई है।”

ये पढ़ते ही मेरे अंदर की उत्तेजना और बढ़ने लगी।
मेरा विशाल लंड बेकाबू होने लगा।

मैंने पूनम को रिप्लाई किया, “मैं आ रहा हूँ तुम्हारे रूम में।”
लेकिन पूनम ने मना कर दिया, बोली, “अभी नहीं अभय जी, रात को मैं आपके रूम में आऊँगी।”

मैं भी मन मारकर बोला, “ठीक है पूनम।”
अभी दिन के 12 बजे थे, मैं रात होने का इंतज़ार करने लगा।

मैंने थोड़ी ही देर में पूनम को फिर से फोन किया।

पूनम ने फोन उठाकर बोली, “मैं आपको एक घंटे में कॉल करती हूँ। थोड़ा पर्सनल काम कर रही हूँ।”
मैं भी समझ गया कि पूनम क्या कर रही है।

करीब 2 घंटे बाद पूनम का फोन आया, बोली, “अभय जी, मैं रात को 9:30 बजे तक आपके रूम में आऊँगी।”

मैं भी बोला, “ठीक है,”
और फोन रख दिया।

मैं रात होने का इंतज़ार करने लगा।
घड़ी की सुइयाँ भी मानो धीमी रफ्तार से चलने लगी हों।

जैसे-तैसे शाम के 6 बज चुके थे।
मैं पूनम का इंतज़ार कर रहा था।

धीरे-धीरे 9 बजने को हुए।
मेरी उत्तेजना और बढ़ने लगी।

ठीक 9:45 पर मेरे घर की डोर बेल बजी।

मैंने जैसे ही दरवाजा खोला, मेरे सामने पूनम खड़ी थी।

पूनम को देखते ही मेरी उत्तेजना बढ़ने लगी।
वह मेरे सामने सलवार और टी-शर्ट में खड़ी थी।

टी-शर्ट के ऊपर से उसकी चूचियों का उभार काफी मादक लग रहा था।
टी-शर्ट में उसकी चूचियाँ गोल-गोल कसी हुई थीं, जो काफी टाइट लग रही थीं।
जैसे ही मेरी नज़र उसके मुँह पर गई, उसे देखकर ऐसा लगा जैसे कोई अप्सरा मेरे सामने खड़ी हो।

बाल खुले हुए थे, जो सीधा उसकी कमर तक आ रहे थे।
होंठों पर लाल रंग की लिपस्टिक लगी हुई थी, जो उसकी यौवन को और मादक बना रही थी।

उसके होंठ बहुत रसीले लग रहे थे, जो किसी भी मर्द को पागल बनाने के लिए काफी थे।

मैंने जैसे-तैसे खुद को संभाला और पूनम को अंदर आने दिया।

जैसे ही पूनम अंदर आई, मैंने दरवाजे को लॉक कर दिया।

दरवाजा लॉक होते ही मैं पूनम के पास आया और उसे कसके अपनी बाहों में भर लिया।

जैसे ही उसे बाहों में भरा, उसकी कसी हुई चूचियों का एहसास मेरे सीने पर होने लगा।
उसकी चूचियों का एहसास होते ही मेरे अंदर वासना की लहर दौड़ गई।

पूनम को भी एहसास होने लगा था इसलिए पूनम ने भी मुझे कसके भींच लिया।

जैसे ही मेरी नज़र पूनम के होंठों पर गई, मैंने एक जोरदार चुम्बन उसके होंठों पर जड़ दिया।

पूनम को भी अब उत्तेजना का एहसास होने लगा था।

वो भी अपने आप को रोक नहीं पाई।
और हम एक-दूसरे के होंठ में होंठ डालकर चूसने लगे।

करीब 5 मिनट तक एक-दूसरे के होंठों को चूमते और चूसते रहे।

मेरा हाथ अब पूनम की पीठ को सहलाना शुरू कर दिया था, जिससे पूनम की वासना और बढ़ने लगी।

अब मेरा हाथ उसकी पीठ को सहलाते-सहलाते उसकी कमर तक पहुँच चुकी थी।

मेरे हाथ की हथेलियों ने उसकी कमर का नाप लेने की कोशिश करने लगी।

पूनम समझ चुकी थी कि मैं उसकी कमर का नाप लेने की कोशिश कर रहा हूँ।
उसने मेरी आँखों में देखते हुए अपने रसभरे होंठों से मेरे गाल पर एक चुम्बन दिया और मेरे कानों में अपने वासनामय स्वर में बोली, “आप जिसकी नाप लेने की कोशिश कर रहे हैं, उसकी साइज़ 30 है।”

उसकी वासनामय स्वर सुनते ही मेरा लंड खड़ा होने लगा।
जो सीधा उसकी सलवार से होते हुए उसकी बुर से टकराने लगा।

मेरे लंड का एहसास अपनी बुर पर पाते ही पूनम और उत्तेजित होने लगी।

दोस्तो, अब तक आपको पूनम की चूची और कमर का साइज़ पता चल चुका होगा।

अब बारी थी उसकी कसी हुई गांड की।
जिसे मेरा हाथ बखूबी अंजाम देने के लिए उसकी कमर से नीचे की ओर बढ़ने लगा।

जैसे ही मेरा हाथ उसकी कमर से नीचे की ओर जाने लगा, पूनम ने मेरा हाथ पकड़ लिया।

और बोली, “बस करो अभय। ये आपके लिए स्पेशल है, इसकी नाप बेडरूम में लेना।”

ये सुनते ही मैं मदमस्त होने लगा।
और पूनम को अपनी बाहों में उठाकर बेडरूम की तरफ बढ़ने लगा।

बेडरूम की तरफ जाते हुए मैं पूनम को निहार रहा था।

उसके होंठों की लिपस्टिक हमारे चुम्बन से पूरी बिखर चुकी थी, जो उसके होंठों को और मादक बना रही थी।

जैसे ही मैं बेडरूम में पहुँचा, पूनम को बेड पर लेटा दिया और बेडरूम का दरवाजा लॉक करके पूरी लाइट जला दी।

लाइट जलाकर बेड के पास गया तो पूनम बेड पर लेटी मचल रही थी।
उसकी दोनों चूचियाँ टी-शर्ट के ऊपर से काफी उभरी हुई नज़र आ रही थीं, जिसे देखकर कोई भी पागल हो जाए।

टी-शर्ट के नीचे उसकी सलवार उसकी सुंदरता में चार चाँद लगा रही थी।

मैं भी अपने आप को रोक न पाया और झट से पूनम के ऊपर चढ़ गया।
पूनम ने भी मुझे कसके अपनी बाहों में भींच लिया।

उसकी दोनों चूचियाँ मेरे सीने से टकराने लगीं, जो मुझे असीम आनंद का सुख दे रही थीं।

पूनम ने भी मुझे अपनी बाहों में कस लिया।
हम फिर से एक-दूसरे के होंठों को चूमने लगे।

पूनम के होंठों को चूसने से पूनम बहुत गर्म होने लगी।

मैं पूनम को और गर्म करने के लिए उसके जिस्म के हर अंग को चूमने लगा—उसके रसीले होंठों को, उसके गोरे गालों को, उसके नेक को।

दोस्तों, लड़कियों में अत्यधिक उत्तेजना पैदा करने के लिए चूमने के साथ-साथ उनके कानों में गंदी से गंदी और उत्तेजक बातें बोलने से लड़की और गर्म होने लगती है।
ये बातें सीधा उसकी बुर पर असर करती हैं, जो उनके लिए सहन कर पाना बहुत मुश्किल होता है।
उनके कानों में जितनी ज्यादा उत्तेजक और कामुक बातें बोली जाएँ, उतना ही ज्यादा उसकी बुर कामरस छोड़ने लगती है।

पाठिकाएँ अब तक समझ चुकी होंगी कि अभय जी चुदाई में काफी मंझे हुए मर्द हैं।

मैं भी पूनम के होंठों को चूसते हुए धीरे-धीरे उसकी गालों की तरफ बढ़ने लगा।
जैसे ही मेरी गर्म साँसों के साथ उसके गालों पर चुम्बन शुरू हुआ, उसकी सिसकियाँ और तेज़ होने लगीं।

उसके गालों को चूमते हुए अब तक मैं उसके कानों तक पहुँच चुका था।
जैसे ही उसके कान के लौ को अपने मुँह में लेकर चूसना शुरू किया, पूनम पूरी तरह वासना में मचल उठी और उसके मुँह से जोर की “आह्ह्ह” निकल गई।

पूनम अब बेड पर पूरी तरह से मचल रही थी।
उसने अपनी टाँगों को एक-दूसरे के साथ रगड़ना शुरू कर दिया।

उसके कान के लौ को चूसते हुए जैसे ही उसके कान में अपने वासनामय स्वर में बोला, “पूनम, मेरा लंड खड़ा हो गया है।”
ये सुनते ही पूनम के मुँह से “उफ्फ अभय” निकल गई।
और उसकी कमर अपने आप ऊपर उठ गई।

मुझे आभास हो गया कि कमर ऊपर उठते ही उसकी बुर से हल्की कामरस छूट गई है।

अब मैं धीरे-धीरे पूनम की गर्दन को चूमते हुए उसकी चूची की ओर बढ़ने लगा।

जैसे ही पूनम की चूची के पास पहुँचा, पूनम की दोनों चूचियाँ मेरा स्वागत करने के लिए मदमस्त तनी हुई थीं।

जैसे ही मैंने उसकी चूचियों को अपने मुँह में लिया, पूनम के मुँह से जोर की सिसकियाँ निकल गईं, “उफ्फ्फ आह्ह ह्ह्ह।”
मानो उसके बदन में करंट-सा दौड़ गया हो।
वो पूरी तरह से कामवासना में मचल उठी।

मैं लगातार उसके टी-शर्ट के ऊपर से उसकी चूचियों को मसलते हुए चूसे जा रहा था।

अब मैं उसकी चूचियों को चूमते और सहलाते हुए धीरे-धीरे नीचे की तरफ आने लगा।

जैसे ही पूनम के पेट के पास पहुँचा, उसके पेट को चूम लिया।
जैसे ही उसके पेट पर चुम्बन लिया, उसकी साँसें और तेज़ हो गईं।

उसकी साँसों के साथ-साथ उसकी चूचियाँ भी ऊपर-नीचे हो रही थीं, जो बहुत ही मादक लग रही थीं।

अब मैं पूनम की कमर को सहलाते हुए और नीचे आने लगा।

जैसे ही मेरे हाथ उसकी कमर से नीचे आने लगे, उसकी साँसें और तेज़ चलने लगीं।

पूनम समझ चुकी थी कि अब उसके आखिरी नाप की बारी आ चुकी है।

जैसे ही मेरे हाथ उसकी कमर से नीचे आने लगे, उसकी नाप लेने के लिए ज़रूरी था उसकी कमर का ऊपर उठना।
मुझे अच्छे से पता था कि उसकी कमर कैसे ऊपर उठानी है।

जैसे ही मेरे हाथ उसकी कमर से थोड़ा नीचे तक आए, मैंने एक जोरदार चुम्बन उसके सलवार के ऊपर से उसकी गर्म बुर पर दे दिया।
मेरी गर्म साँसों का चुम्बन उसकी बुर पर होते ही उसकी एक जोर की सिसकारी निकल गई, “आह्ह!”
और उसके साथ उसकी कमर भी अपने आप ऊपर उठ गई।

उसकी कमर ऊपर उठते ही बड़ी सहजता से मेरे हाथों ने उसकी कसी हुई गांड पर हाथ फेरते हुए पूनम की गांड का माप ले लिया।
और यकीनन ये बताने के लिए काफी था कि पूनम की गांड का साइज़ 36 था।
जिसे पूनम ने बिना किसी संदेह के स्वीकार कर लिया कि अभय का तजुर्बा बिल्कुल सही है।

माप लेते समय मेरी उंगलियों ने उसकी गांड की दरार में जो हरकतें कीं, उससे पूनम और गर्म हो गई।
नाप लेने के बाद अब मैं उसकी सलवार के ऊपर से उसकी जाँघों को सहलाने लगा।

मेरी हरकतों ने पूनम का बुरा हाल कर दिया था।

वो बिस्तर पर कामुक होकर मचल रही थी।
उसकी जाँघें सहलाते-सहलाते जैसे ही मेरे हाथ उसकी बुर के पास पहुँचा, मेरी हथेलियों को बुर की गर्माहट महसूस होने लगी।

जैसे ही मेरे हथेलियों का स्पर्श उसकी सलवार के ऊपर से उसकी बुर पर हुआ, पूनम “आह्ह्ह” के साथ उछल पड़ी।

उसकी पैंटी का गीलापन सलवार के ऊपर से साफ-साफ पता चल रहा था।
जो ये बताने के लिए काफी था कि उसकी बुर पूरी तरह कामरस से भीग चुकी है।
अब मैं फिर से धीरे-धीरे ऊपर की ओर आने लगा और पूनम को चूमते हुए उसकी टी-शर्ट उतारने लगा।

लेकिन पूनम शरमाते हुए मना करने लगी।
मैं भी धीरे-धीरे उसकी चूचियाँ सहलाते हुए उसे गर्म करने लगा।

जैसे ही पूनम कामवासना में मदहोश हुई, एक ही झटके में उसकी टी-शर्ट उतार दी।

टी-शर्ट उतरते ही ब्रा में कसी चूचियाँ बिल्कुल मेरे सामने तनकर खड़ी हो गईं।

पूनम ने लाल रंग की ब्रा पहन रखी थी, जिस पर फूल बने हुए थे।
ब्रा में उसकी चूचियाँ बहुत ही मादक दिख रही थीं।

पूनम के निप्पल ऊपर की तरफ तने हुए थे।
नॉन-पैडेड ब्रा होने के कारण उसके निप्पल का उभार बिल्कुल साफ-साफ दिख रहा था जो बहुत मादक लग रहा था।
उसकी ब्रा में कसी हुई उसकी चूचियाँ मानो ब्रा फाड़कर बाहर आने को मचल रही हों।

पूनम अपने हाथों से अपनी चूचियों को छुपाने की नाकाम कोशिश करने लगी।

लेकिन उसकी चूचियाँ उसके हाथों में छुपने से बगावत कर रही थीं।
मानो वो ब्रा फाड़कर मेरे मुँह में आना चाहती हों।

मैंने पूनम को बेड पर लेटा दिया और उसकी हाथों को उसकी ब्रा से हटाकर उसकी हथेलियों को अपनी हथेलियों में दबा लिया।
जिससे पूनम की दोनों चूचियाँ बिल्कुल मेरे मुँह के सामने आ गईं।
बिल्कुल तनी हुई, मानो मेरे मुँह में जाने के लिए तड़प रही हों।

जैसे ही उसकी तनी हुई चूचियों को ब्रा के ऊपर से ही मुँह में लिया, पूनम “उफ्फ” के साथ पूरी तरह मचल उठी।
उसके मुँह से लगातार सिसकियाँ निकल रही थीं, “आह्ह उम्म्म्म उई ईम्मा!”
जो काफी मादक स्वर में निकल रही थीं।

नंगी लड़की की सिसकियों से पूरा रूम वासनामय हो गया था।
मैं पूरी तन्मयता से उसकी दोनों चूचियाँ सहलाते हुए चूस रहा था, जो पूनम के लिए असहनीय था।

आप नंगी लड़की की कहानी पढ़कर हर भाग पर अपने विचार मुझे बताते रहें.
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