मेरा गुप्त जीवन- 129
(Mera Gupt Jeewan- part 129 Beauty Contest Ka Aarambh)
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ब्यूटी कांटेस्ट का आरम्भ
थोड़ी देर में दोनों मैडम आ गई, आते ही दोनों ने मुझ को गले लगाया और अपने वक्ष मेरी छाती से रगड़े और अपने हाथों से मेरे लंड को टच करती हुई अपनी सीटों की तरफ गई।
मधु मैडम तो सेंटर सीट पर थी रूबी मैडम और मैं दोनों इनकी बगल पर थे। दोनों ने बड़ी प्यारी बनारसी सिल्क की साड़ी और ब्लाउज पहन रखे थे और बहुत ही खूबसूरत लग रही थी।
मैं उनके पास गया और धीरे से बोला- माशाल्लाह… आप दोनों तो हुस्न का मुजस्मा लग रही हैं और किसी फिल्म की हीरोइन से किसी तरह भी कम नहीं हो।
रूबी मैडम ने उठ कर मुझको लबों पर एक चुम्मी दी और एक कसी जफ्फी मार दी और मेरे चूतड़ों पर हाथ फेरा।
तभी कम्मो कमरे में दाखिल हुई और मैडमों को सारा प्लान बताया।
मधु मैडम ने कहा- सिर्फ हम दो जजों से काम नहीं चलेगा एक और जना जज होना चाहिये ना? सोमू को हमारे साथ जज बना दो और वैसे भी वो इन सबको चख और परख चुका है ना! क्यों रूबी?
रूबी बोली- आप ठीक कह रही हैं मैडम, सोमू मास्टर को हमारे साथ जज बना दो! क्यों सोमू, जज बनोगे ना?
मैं बोला- जैसा आप कहो मैं तो आपके इशारों का ग़ुलाम हूँ!
मधु मैडम हंस दी और बोली- यार, सोमू तुम ग्रेट हो।
मैं बोला- आपकी ज़र्रा नवाज़ी है वरना बंदा किस काम का है!
मधु मैडम बोली- ज़हे नसीब सोमू, तुम्हारे जैसा अगर मेरा पति हो तो लाइफ बन जाए!
मैं बोला- क्या अभी पति नहीं है क्या?
मधु मैडम बोली- पति तो है लेकिन साला किसी काम का नहीं, हर वक्त पिये रहता है और रात को खर्राटे भरता है।
मैं चुप रहा।
बैठक को साफ़ कर दिया गया था और बीच का हिस्सा खाली कर दिया गया था और बैठक के आखिर में तीन जजों की कुर्सियाँ लगी हुई थी और सामने एक छोटा सा टेबल रख दिया था जिस पर पानी का जग और कुछ गिलास रखे हुए थे।
थोड़ी देर में कार्यक्रम शुरू हुआ।
प्रोग्राम के मुताबिक हेमा हर एक लड़की का नाम एक लिस्ट से पढ़ रही थी जिसकी कार्बन कापी हम तीनो के पास भी थी और उसके आगे मार्क्स लिखने का भी कॉलम बना हुआ था।
एक एक कर के सब लड़कियाँ बैठक में बने खुले स्थान पर आ रही थी और मॉडल्स की तरह आगे पीछे होकर अपने हुस्न का जलवा दिखा रही थी और कुछ क्षणों में वापस जा रही थी।
और हम जज उनकी सुंदरता के मुताबिक़ नंबर प्रदान कर रहे थे।
हुस्न का यह कार्यक्रम कोई आधा घंटा चला और फिर शुरू हुआ स्ट्रिप टीज़ का प्रोग्राम जिसमें लड़कियों को एक एक करके अपने शरीर के सारे कपड़े उतारने थे और वो भी म्यूजिक पर डांस करते हुए।
सारे कपड़े उतारने के बाद उनको बैठक में ही रहने का आदेश था जब तक सब लड़कियों को निर्वस्त्र होने का प्रोग्राम समाप्त नहीं होता।
स्ट्रिप टीज़ का कार्यक्रम शुरू होने से पहले दोनों मैडमों ने अपने थैले से 2-3 रंगीन बोतलें निकाली और अपने ग्लासों में डालने लगी और मुझसे भी पूछा- क्यों सोमू, यह सोम रस पियोगे क्या?
मैं बोला- नहीं मैडम, मैं अपनी ठंडी कोकाकोला ही पियूँगा।
सबसे पहले आने वाली लड़की जूली थी जिसने निहायत ख़ूबसूरती के साथ अपने कपड़े उतारने शुरू किये।
सबसे पहले उसने हल्के से डांस करते हुए अपनी स्कर्ट के साथ का ब्लाउज उतार दिया और फिर डांस करते हुए उसने अपनी ब्रा भी उतार दी और अपने गोल और सॉलिड मुम्मों को हवा में लहराते हुए वो मेरे पास आई, अपने स्तनों को मेरी नाक के नीचे घुमाते हुए वापस नाचती हुई बैठक के सेंटर में चली गई और वहाँ उसने काफी टीज़ करते हुए अपनी स्कर्ट को भी धीरे धीरे नीचे खिसका कर उतार दिया और अब वो सिर्फ अपनी पिंक सिल्क पैंटी में थी और वो बेइंतेहा सेक्सी लग रही थी।
मेरे साथ जुड़ कर खड़ी हुई थी कम्मो रानी जिसके हाथ में अपनी लिस्ट थी जिसमें वो पेंसिल से नंबर दे रही थी।
एक दो चक्कर सिर्फ पैंटी में लगाने के बाद उसने अपनी सिल्क की टाइट पैंटी भी कुछ देर में उतार दी और अपने पूरे नंगे शरीर के साथ वो सारी बैठक में खूब मटक मटक कर चलती हुई हम तीनो जजों के पास आई।
रूबी मैडम के पास आई तो मैडम ने हाथ आगे बढ़ा कर उसके एक मोटे मुम्मे को थोड़ा सा मसला और मधु मैडम ने उसके दूसरे मम्मे को फील किया और मेरे पास आई तो मैंने उसके चूतड़ों को थोड़ा सा दबाया।
फिर वो बैठक के बीच पहुँच कर सब देखने वालों को फ्लाइंग किस करके एक कुर्सी पर बैठ गई।
हेमा ने दूसरी लड़की का नाम पुकारा जो सैंडी थी, उसने भी बड़ी खूबसूरती से अपना शारीरिक प्रदर्शन किया, पूरी तरह से नंगी होने के बाद वो मेरे पास सबसे पहले आई, मेरी गोद में आकर बैठ गई और मेरे लंड को हाथ से छू कर दूसरी दोनों मैडमों को चूमती और छेड़ती हुई अपनी सीट पर जाकर बैठ गई।
अब आने वाली लड़की आबिदा थी जिसने बहुत ही सुंदर स्कर्ट और टॉप पहन रखा था और उसने भी अपने कपड़े बड़े ही इत्मीनान से और सादगी से उतारे।
जब वो भी पूरी निर्वस्त्र हो गई तो अपनी काली चूत की ज़ुल्फ़ों, जो खासतौर से चमक रही थी, में अपनी उँगलियों में घुमाती हुई वो पहले मैडमों के इर्द गिर्द घूमी और फिर मेरे पास आई और मेरे लबों पर एक हॉट चुंबन जड़ कर और मेरे लौड़े को अपना हाथ लगा कर वापस चली गई।
अगली लड़की नंदा थी, उसने एक छोटा सा घाटनों जैसा नीचे से बाँधने वाला ब्लाउज और झिलमिलाता हुआ लहंगा पहन रखा था और वो बेहद खूसूरत लग रही थी।
उसके कपड़े उतारने का स्टाइल थोड़ा भिन्न था क्यूंकि उसने पहले अपना लहंगा उतार दिया, फिर उसने ब्लाउज की गाँठ खोली और उसे उतार दिया और फिर उसने अपनी लाल चमकी वाली पैंटी उतार दी। फिर वो नाचती हुई मैडमों के इर्द गिर्द घूमी और फिर मेरे पास आई और मेरे मुंह से अपने मुम्मो को जोड़ कर उसने एक झटके में अपनी ब्रा को अलग कर दिया।
उसके मोटे और गोल मम्मे उछल कर मेरे मुंह की तरफ लपके लेकिन मैं उससे एक कदम आगे था और ऐन मौके पर मैंने अपना मुंह पीछे खींच लिया।
इस तरह नंदा का वार खाली गया लेकिन मैंने उसको सजा देने के लिए उसको पकड़ लिया और उसके चूतड़ों पर हाथ रख कर उसके मुंह पर अपना मुंह रख दिया और एक ज़ोरदार चुम्मी उसके होटों पर जड़ दी।
सब लड़कियों ने खूब ज़ोर ज़ोर से तालियाँ मारी और कहा- वाह सोमू राजा, क्या फुर्ती दिखाई है तुमने!
कहानी जारी रहेगी।
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