रैगिंग ने रंडी बना दिया-64
(Lollypop Ya Lund: Ragging Ne Randi Bana Diya- Part 64)
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अब तक की इस इंडियन सेक्स स्टोरीज में आपने पढ़ा था कि फ्लॉरा के अतीत में उसके चचेरे भाई जॉन की कामुक नजर फ्लॉरा के कमसिन शरीर को भोगने के लिए मचल उठी थी.
अब आगे..
फ्लॉरा की एक आदत थी जो उसकी माँ को बिल्कुल पसंद नहीं थी. वो लॉलीपॉप की बहुत शौक़ीन थी. जब भी उसे मौका मिलता.. वो बस लॉलीपॉप चूसने लगती और यही बात जॉन को उसका दीवाना कर गई. जॉन ने सोचा ये लॉलीपॉप को ऐसे चूसती है तो लंड कैसे चूसेगी. फिर उसने एक प्लान किया और बाजार से कुछ जरूरी चीजें लाकर अपने बैग में रख दीं.
दूसरे दिन फ्लॉरा के मॉम-डैड घर में नहीं थे तो उसने सोचा आज अपने प्लान को अंजाम देने का मौका अच्छा है.
जॉन- फ्लॉरा इधर आओ.. तुम सारा दिन ये क्या चूसती रहती हो?
फ्लॉरा- भाई ये लॉलीपॉप है और ये मेरी फेवरिट है.. इसको चूसे बिना मुझे मज़ा नहीं आता है.
जॉन- अच्छा ये बात है मगर ये छोटी सी लॉलीपॉप क्या चूसती हो.. अमेरिका में तो ये बड़ी-बड़ी और मोटी लॉलीपॉप होती हैं, अलग-अलग फ्लवर्स की.. मैं कुछ अपने साथ लाया भी हूँ, मगर अभी तक तुझे दी नहीं.
फ्लॉरा- रियली भाई.. प्लीज़ मुझे दे दो ना प्लीज़ प्लीज़ प्लीज़.. मुझे वो बड़ी वाली लॉलीपॉप चूसनी है, उसका टेस्ट कैसा होगा उम्म्म.. सोच कर ही मुँह में पानी आने लगा है.
जॉन- अच्छा तो तुझे बड़ी वाली लॉलीपॉप चूसनी है.. मगर उसके लिए मेरी 2 शर्त हैं
फ्लॉरा- कैसी शर्त भाई.. आप बस जल्दी बोलो.
जॉन- देखो बेबी तुम्हारी मॉम को तुम्हारा सारा दिन लॉलीपॉप चूसना पसंद नहीं. अब उनको पता लगेगा कि मैंने तुम्हें बड़ी वाली लॉलीपॉप दी है, तो वो नाराज़ हो जाएंगी इसलिए तू ये बात किसी को नहीं बताएगी.. तू पहले मुझसे ये वादा कर.
फ्लॉरा- ओके भाई.. मैं आपसे पक्का वादा करती हूँ. ये बात हम दोनों के सिवा किसी को भी पता नहीं लगने दूँगी. बस.. और अब दूसरी शर्त क्या है?
जॉन- दूसरी शर्त ये है कि तेरे हाथ बँधे होंगे और तेरी आँखें भी बंद होगी. तू मेरे हाथ से बड़ी लॉलीपॉप चूसना, तू उसे देख भी नहीं सकती है ओके..!
फ्लॉरा- भाई ये क्या शर्त है ऐसे मुझे मज़ा कैसे आएगा.. नहीं नहीं प्लीज़ ऐसा मत कहो आप.. मैं अपने हाथ से पकड़ कर ही लॉलीपॉप चूसूंगी ना.
जॉन- नहीं ये शर्त तुम्हें माननी होगी. नहीं तो जाने दो, चूसो अपनी ये छोटी वाली लॉलीपॉप.. मैं चला अपने कमरे में.
जॉन वहां से चला गया और फ्लॉरा भी उसके पीछे-पीछे आ गई.
जॉन- क्या हुआ क्यों आई हो मेरे पीछे?
फ्लॉरा- अच्छा भाई आप जैसा कहोगे.. मैं कर लूँगी प्लीज़ मुझे बड़ी वाली लॉलीपॉप चूसना है.. उसका टेस्ट कैसा है.. ये देखना है.
जॉन- ओके तो चलो ये कुर्सी पर बैठ जाओ.. पहले तुम्हारे हाथ और आँख बंद करता हूँ, फिर तुझे मज़ा देता हूँ.
फ्लॉरा तो लालच में थी, उसे क्या पता था कि जॉन उसे क्या चुसवाएगा. उसने जॉन की बात मान ली और बैठ गई.
जॉन ने अच्छे से फ्लॉरा के हाथ बांधे और आँख पर पट्टी लगा दी. फिर अपना लंड पेंट से बाहर निकाल लिया और साथ ही अपने बैग से एक ड्रॉप्स वाली बोतल भी निकाली, जिसमें पाइनॅएपल का रस था.
फ्लॉरा के नर्म होंठ लंड पर लगेंगे, ये सोच कर ही उसका लंड खड़ा हो गया था. फिर जॉन ने सुपारे पर अच्छे से रस लगाया और फ्लॉरा के एकदम पास जाकर खड़ा हो गया.
जॉन- बेबी मुँह खोलो और हाँ ये अलग किस्म की लॉलीपॉप है.. इस पर दाँत मत टच करना. ये यहाँ की जैसी नहीं है.. समझ गई ना तुम! वरना फिर दोबारा नहीं चूसने दूँगा.
फ्लॉरा- ठीक है भाई.. अब दे दो ना.. देखो मैंने कब से चूसने के लिए मुँह खोला हुआ है.
फ्लॉरा ने अपना मुँह खोल लिया था. अब जॉन कहाँ पीछे रहने वाला था, उसने धीरे से सुपारा उसके होंठों को टच किया.
फ्लॉरा ने जीभ निकाल कर उसको चाटा और उसका टेस्ट उसको बहुत अच्छा लगा.
फ्लॉरा- उम्म्म वाउ भाई ये तो पाइनॅएपल फ्लेवर है.. मेरे मुँह में पूरी दो ना.. मुझे इसको अच्छे से चूसना है.
जॉन ने धीरे से लंड उसके मुँह में पेल दिया और वो मज़े से लंड को चूसने लगी. वैसे उसकी मोटाई से उसको दिक्कत हो रही थी मगर स्वाद के मारे वो चूस रही थी. जॉन भी पक्का खिलाड़ी था वो ड्रॉप से बार-बार लंड पर रस डाल रहा था ताकि फ्लॉरा को किसी तरह का शक ना हो.
फ्लॉरा- उम्म्म भाई मस्त है.. मगर ये लॉलीपॉप बहुत मोटी और बड़ी है मुँह में ठीक से जा नहीं रही.
जॉन- मोटी है मगर मजेदार भी है, चल अबकी बार तू बस इसे मुँह में लेकर होंठ से दबा लेना. मैं इसे अन्दर-बाहर करूँगा तो तुझे ज़्यादा मज़ा आएगा.
फ्लॉरा ने बात मान ली तो जॉन अब उसके मुँह को चोदने लगा और उसका पानी निकलने वाला था. एक बार तो उसने सोचा इसके मुँह में ही धार मार दूँ, फिर सोचा नहीं इससे काम बिगड़ जाएगा और उसने जल्दी से लंड बाहर निकाल लिया. लंड का सारा वीर्य ज़मीन पे गिर गया.
फ्लॉरा- अरे क्या हुआ भाई मज़ा आ रहा था.. निकाल क्यों लिया आपने?
जॉन ने जल्दी से लंड अन्दर किया और रुमाल से वीर्य साफ कर दिया. फिर फ्लॉरा को खोल दिया और उसके पास खड़ा रहा.
फ्लॉरा अपने होंठों पे जीभ घुमा कर जॉन को देख रही थी.
फ्लॉरा- भाई कितना मज़ा आ रहा था.. आपने निकाल क्यों ली और चूसने देते ना.
जॉन- नहीं अभी बस टेस्ट के लिए था. बाकी रात को चूसना और हाँ इसमें एक ट्विस्ट भी है, जो तुझे रात को बताऊंगा.
फ्लॉरा- कैसा ट्विस्ट भाई.. अभी बताओ ना.. प्लीज़ और मुझे वो लॉलीपॉप देखनी भी है. अब तो आप दिखा दो प्लीज़!
जॉन- बोला ना, अभी नहीं रात को बताऊंगा.
फ्लॉरा- अच्छा ठीक है मगर भाई एक बात बताओ.. पाइनॅएपल के टेस्ट के साथ कुछ नमकीन सा स्वाद भी मुझे लगा वो कैसे?
जॉन- ओह तो तूने ये गौर कर ही लिया, यही तो ट्विस्ट है. चल तुझे बता देता हूँ. ये अलग किस्म की लॉलीपॉप है इसको चूसते रहो, फिर लास्ट में इसका फ्लेवर चेंज हो जाता है और ढेर सारा रस एक साथ निकलता है जो नमकीन होता है.. मगर बहुत अच्छा होता है.
फ्लॉरा- वाउ ये तो बहुत मस्त चीज है. प्लीज़ भाई मुझे वो ट्विस्ट दिखाओ ना.. एक साथ बहुत सारा रस.. वाउ मज़ा आएगा.
जॉन- हाँ रात को पक्का तुझे उसका स्वाद चखा दूँगा मगर ये बात हम दोनों के सिवा किसी को भी पता नहीं लगनी चाहिए.
फ्लॉरा- अरे मैंने प्रोमिस किया ना, मैं किसी को नहीं बताऊंगी.. पक्का..!
जॉन को यकीन हो गया था कि अब ये किसी को कुछ नहीं बताएगी और फिर वो बाहर चला गया. रात को सबने साथ डिनर किया.
एक बात आपको बताना भूल गई कि जॉन के आने के बाद फ्लॉरा की पढ़ाई अच्छी हो गई थी क्योंकि वो उसकी मदद करता था और अक्सर उसे रात को या शाम को पढ़ाया करता था.
आज भी पढ़ाई के बहाने जॉन उसे अपने कमरे में ले आया और जब उसके मॉम-डैड सो गए, तो उसने वही सुबह वाला खेल शुरू कर दिया.
फ्लॉरा- भाई प्लीज़ अब बार-बार ऐसे मत बांधो ना.. मुझे लॉलीपॉप देखनी भी है.
जॉन- देख कुछ दिन तू ऐसे ही मज़ा ले. फिर अगले हफ्ते जब तेरे मॉम-डैड शादी में केरल जाएँगे ना.. तब तुझे हाथ में देकर कहूँगा कि ले अब जितना मर्ज़ी चूस इसको.
जॉन को पता था कुछ दिनों बाद फ्लॉरा के पेरेंट्स शादी में जाने वाले हैं और फ्लॉरा को सफ़र जमता नहीं है, तो वो नहीं जाएगी. बस इसी लिए उसने फ्लॉरा को ये बात कही और फ्लॉरा भी ये बात जानती थी तो उसने भी ‘हाँ’ कह दी.
फ्लॉरा- अच्छा ठीक है.. तब दिखा देना मगर अभी तो चूसने दो और हाँ अबकी बार लास्ट तक चुसवाना मुझे ढेर सारा रस पीना है.. उम्म्म मज़ा आएगा.
जॉन- ठीक है मेरी जान अभी कौन सा फ्लेवर चूसना है ये बता दे मुझे.
फ्लॉरा- ओह यानि आपके पास अलग अलग फ्लवर्स की लॉलीपॉप हैं.. वाउ भाई मज़ा आएगा. ऐसा करो आप ऑरेंज की लाओ.
जॉन ने फिर वैसे ही अपने लंड पे रस लगाया और फ्लॉरा के मुँह में लंड घुसा दिया. अब फ्लॉरा मज़े से लंड को चूस रही थी और जॉन उसके मुँह को चोद रहा था.
फ्लॉरा- उम्म्म आह भाई ये नमकीन वाला फ्लेवर भी मस्त है. सिर्फ़ यही लॉलीपॉप है क्या.. और ऐसी कोई नहीं है?
जॉन- हाँ बेबी है ना.. अभी लाता हूँ उसमें तुझे और ज़्यादा मज़ा आएगा.
जॉन ने लंड को साफ किया और फिर फ्लॉरा को चूसने के लिए कहा. अब कोई रस नहीं था. फ्लॉरा सीधे लंड को चूस रही थी और मज़ा ले रही थी.
जॉन जब झड़ने के करीब हुआ तो उसने फ्लॉरा का सर पकड़ा और उसके मुँह को चोदने लगा.
जॉन- हाँ ऐसे ही फास्ट चूस.. आह.. ढेर सारा रस आने वाला है.. गुड चूस आह ऐसे ही.
फ्लॉरा भी रस के चक्कर में लंड को कस कर चूसने लगी और फिर जो वीर्य की धार उसके गले में गई. एक बार तो वो हड़बड़ा गई मगर फिर उसने सारा रस गटक लिया और जब रस ख़त्म हो गया तो लंड को अच्छे से चूस कर साफ कर दिया. उसने लंड से आखिरी बूंद तक निचोड़ कर चूस ली.
जॉन जब शांत हो गया.. उसने जल्दी से लंड बाहर निकाल लिया और फिर फ्लॉरा को खोल दिया.
फ्लॉरा- वाउ भाई ये रस तो बहुत ही मस्त स्वाद वाला था और अलग भी.. मैंने आज तक ऐसा रस नहीं चखा था. वैसे ये कौन सा फ्लेवर था?
जॉन- यही तो सरप्राइज है.. जब इसका सही वक़्त आएगा, मैं तुझे बता दूँगा तब तक बस तू ऐसे ही अलग-अलग फ्लेवर्स का मज़ा लेती रहना.
दोस्तो ये सिलसिला अब शुरू हो गया था जॉन को जब भी मौका मिलता, वो फ्लॉरा को लंड चुसा देता और फ्लॉरा भी उसके लंड चूसने की आदी हो गई. उसको वीर्य पीना अच्छा लगने लगा था. वो अलग बात है कि वो उसको लॉलीपॉप समझ कर चूसती थी.
तय कार्यक्रम के अनुसार जॉय और ममता किसी शादी से शहर से बाहर गए, आपको याद है ना मैंने बताया था उनको शादी में केरल जाना था. बस वो चले गए, फ्लॉरा की स्कूल की छुट्टी थी.. वो उसे भी लेकर जाना चाहते थे मगर फ्लॉरा नहीं गई. वो जॉन के पास घर पर रुक गई और जॉन इसी दिन का तो इंतजार कर रहा था कि कब वो लोग जाएं और वो फ्लॉरा को चोद दे.
साथियो, आपसे एक इल्तिजा है कि आप मर्यादित भाषा में ही कमेंट्स करें क्योंकि मैं इंडियन सेक्स स्टोरीज की लेखिका हूँ, बस इस बात का ख्याल करते हुए ही सेक्स स्टोरी का आनन्द लें और कमेंट्स करें.
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कहानी जारी है.
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