रैगिंग ने रंडी बना दिया-60
(Jawan Ladki Ki Chudai: Ragging Ne Randi Bana Diya- Part 60)
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अब तक की इस जवान लड़की की चुदाई स्टोरी में आपने पढ़ा था कि संजय ने सुमन की चुत को चूस कर उसे झड़ा दिया था लेकिन अब वो सुमन की चुत पर अपना लंड घिसने लगा. ये अनायास ही होने लगा था तो सुमन चौंक उठी क्योंकि उसे चुदवाना नहीं था.
अब आगे..
संजय और सुमन के इस खेल में टीना इतनी खोई हुई थी कि बस पूछो मत, वो अपनी चुत को रगड़ रही थी और बहुत ज़्यादा उत्तेजित हो गई थी.
सुमन ने टीना के हाथ को पकड़ कर उसे इशारा किया कि संजय को रोको वरना बहुत बड़ी गड़बड़ हो जाएगी. तब जाकर टीना ने आँखें खोलीं और एक बार तो वो भी सोच में पड़ गई कि संजय ऐसा कैसे कर सकता है. वो ये अच्छी तरह जानता है कि इसके नीचे मैं नहीं, सुमन है.. फिर भी ये सुमन की चुत पर पर लंड सैट कर रहा है.
संजय- वाह टीना.. मज़ा आ गया आज तक इतना मज़ा नहीं आया. आज पता नहीं तेरी चुत के रस का स्वाद ही अलग था.. उम्म अब तक जीभ लपलपा रही है. अब मुझे लंड तेरी चुत में घुसा कर ही सुकून मिलेगा.
टीना- नहीं संजय एक मिनट रूको प्लीज़ अन्दर मत डालना.. बस एक मिनट रुक जाओ मेरे प्यारे संजू.. उसके बाद जितना चाहे मज़ा ले लेना.
संजय- अरे यार अब क्या हुआ मेरा लंड बहुत अकड़ रहा है.. अब बर्दाश्त नहीं होता.
संजय की बात सुनकर सुमन के होश उड़ गए.. उसे लगा अब वो नहीं बचेगी.
टीना- मैंने मना कब किया है.. मगर ऐसे नहीं.. मैं आज घोड़ी बन कर चुदना चाहती हूँ.. बस मुझे पोज़िशन चेंज कर लेने दो.. फिर तुम आराम से चोद लेना.
संजय- ठीक है जानेमन मुझे तो तूने अँधा बना दिया.. कुछ देख भी नहीं सकता. अब मैं तो ऐसे ही रहूँगा चल जल्दी से बन जा घोड़ी.. अब मुझसे बर्दाश्त नहीं होता.
संजय के कहने की देर थी कि सुमन झट से उठ कर अलग हो गई और टीना उसकी जगह घोड़ी बन गई और संजय के लंड को पकड़ कर चुत पर सैट कर दिया. संजय ने एक ही झटके से लंड चुत में पेल दिया.
टीना- आह.. मेरे संजू उफ.. अब जाकर मेरी चुत को सुकून मिला आह..
संजय- अभी तो तेरा रस निकाला था मेरी जान तब सुकून नहीं मिला था क्या..!
टीना- कितनी भी चुत को चटवा लूँ.. मगर असली मज़ा तो लंड के चुत में जाने पर ही आता है. अब बातें ही करोगे या चोदोगे भी..!
दोनों ये बातें सुमन को सुनाने के लिए कर रहे थे और इसका असर सुमन पर हो रहा था. अभी कुछ देर पहले ही वो ठंडी हुई थी मगर इनकी चुदाई का सीन देख कर वो फिर से अपनी चुत रगड़ने लगी थी.
संजय अब स्पीड से लंड को अन्दर-बाहर करने लगा और टीना मस्ती में आ गई- आह.. आह चोदो संजू मज़ा आ गया.. उफ़ यू आर बेस्ट फकर आह.. फक मी हार्ड आह.. फक मी डीप उम्म्ह… अहह… हय… याह…
संजय- ले मेरी जान आह.. तेरी चुत को तो आज ठंडी करके ही दम लूँगा.
ये दोनों अब फुल मस्ती में आ गए थे और इनकी बातें सुमन को पागल बना रही थीं. लंड का चुत में अन्दर-बाहर होना उसे और ज़्यादा उत्तेजित कर रहा था. वो लगातर अपनी चुत को रगड़ रही थी और उसकी ये उत्तेजना अब चरम पर थी. जल्दी ही उसकी चुत ने पानी छोड़ दिया.
संजय भी अब स्पीड से झटके मारने लगा था.. शायद उसका भी वीर्य अब निकलने वाला था. जब सुमन को ये अहसास हुआ उसने जल्दी से अपने आप को संभाला और कपड़े पहन कर टीना को इशारा किया कि वो जा रही है. इस वक्त टीना भी अब चुदाई के चरम सुख का मज़ा लेना चाहती थी तो उसने जाने को कह दिया. अब टीना भी गांड को हिला-हिला कर संजय का साथ देने लगी.
सुमन चुपचाप वहां से निकल गई और इधर ये दोनों साथ में ठंडे हो गए. चुदाई का तूफान थम गया था मगर संजय को ये पता नहीं था कि सुमन चली गई है. वो वैसे ही पट्टी बांधे हुए टीना के बराबर में लेट गया.
संजय- उफ़ टीना, तेरी चुत क्या कमाल की है.. आज तो मज़ा आ गया.
टीना ने कुछ नहीं कहा.. वो कमरे से बाहर गई और जब उसे तसल्ली हो गई कि सुमन चली गई, तब उसने मेन डोर लॉक किया फिर वापस आ गई.
संजय- तुम कुछ बोलती क्यों नहीं यार.. मैं कब से बोले जा रहा हूँ.
टीना- अब ये पट्टी निकाल दो.. वो चली गई है.
संजय ने जल्दी से आँखें खोलीं और टीना को एक जोरदार किस कर दिया.
संजय- ऊओ माय डार्लिंग टीना आई लव यू.. तूने कमाल कर दिया. साली को कैसे उल्लू बना कर मेरे नीचे ले आईं.. कसम से मज़ा आ गया. उस टाइम तो ऐसा लगा साली की चुत आज ही फाड़ दूँ.
टीना- मुझे भी यही लगा था कि तुम आज उसको चोदने वाले हो. अच्छा हुआ मैंने टाइम रहते तुम्हें रोक दिया.
संजय- पागल, मैं ऐसा कुछ नहीं करने वाला था.. बस उसको लंड का अहसास करा रहा था. वैसे भी जब तक वो पक्की चुदासी होकर खुद नहीं कहती, तब तक मैं उसे नहीं चोदने वाला.. समझी तू..!
टीना- यार, वो चुदने के लिए अभी रेडी नहीं है.. तुम अगर आज उसे चोद देते तो वो तुम्हारी दीवानी हो जाती.
संजय- नहीं टीना.. ऐसे तो मैं उसे कब का चोद चुका होता. मैं उसे रंडी बनाना चाहता हूँ.
संजय की आँखों में अचानक गुस्सा देख कर टीना ने उसके बालों को सहलाना शुरू कर दिया.
टीना- अरे ये क्या.. ऐसे गुस्सा होकर क्यों बोल रहे हो तुम? और एक बात बताओ तुम ये उस बेचारी को रंडी बनाने पे क्यों तुले हो?
संजय- अरे मैं गुस्सा कहाँ हूँ.. बस ऐसे ही आवाज़ थोड़ी तेज हो गई.. और रही बात उसको रंडी बनाने की.. तो यार मैं कौन सा उससे धंधा करवाऊंगा. बस सब दोस्त मिलकर उसके साथ एंजाय करेंगे.
टीना- वो तो तुम कर ही रहे हो.. मैं हूँ, फ्लॉरा है.. तो उसमें ऐसा क्या खास है?
संजय- यार उसकी मासूमियत और भोलापन देख कर मन में ख्याल आया कि अगर ये शराफत का नकाब उतार दे तो हम सभी को कितना मज़ा देगी.
टीना- उसका वो नकाब अब उतर चुका है.. तू नहीं जानता वो लंड की कितनी प्यासी है. तूने अभी देखा ना कैसे वो मज़े से तुम्हारे लंड को चूस रही थी!
संजय- अरे अभी कहाँ.. अभी तो उसकी चाहत और बढ़ानी होगी. तब कहीं जाकर वो पक्की रंडी बनेगी हा हा हा हा..
टीना- संजय कहीं ऐसा ना हो तुम देर कर दो और वो किसी और से चुदवा ले.
संजय- ये क्या बकवास कर रही है तू! वो किसी और से कैसे चुदवा सकती है हाँ?
टीना- तू गुस्सा मत हो मेरी बात ध्यान से सुन.. उसका बाप आजकल उस पर बड़ा प्यार जता रहा है. उसको मॉर्डन ड्रेस भी दिला दिए और उसके जिस्म की गर्मी से उसका लंड खड़ा भी होने लगा है.
संजय- ये तू क्या बोल रही है.. ठीक से समझा मुझे?
टीना ने शुरू से सारी बात संजय को बताई.. जिसे सुनकर वो हंसने लगा.
टीना- अब तुम्हें क्या हो गया है?
संजय- साला हरामी, अपनी ही बेटी के मज़े ले रहा है हा हा हा.. अच्छा है बहुत अच्छा है. ये खेल चलने दे इससे सुमन की तड़प और बढ़ेगी. तू एक काम कर उसको और आइडिया दे.
टीना को कुछ समझ नहीं आया तो संजय ने उसे कुछ बातें समझाईं कि अब आगे वो सुमन को क्या करने को कहेगी, जिसे सुनकर टीना की आँखों में चमक आ गई.
टीना- वाउ यार ये तो मस्त आईडिया है. तुमने तो सुमन की प्राब्लम का हल निकाल दिया.
संजय- मगर ध्यान रहे बस जितना बताया.. उतना ही होना चाहिए उससे ज़्यादा हुआ तो साला बूढ़ा ठरकी सुमन की चुत फाड़ के रख देगा और मैं लंड हाथ में लिए हिलाता रह जाऊंगा.
टीना- ठीक है जानू.. अब सुमन को मारो गोली और मेरी प्यास अच्छे से बुझाओ. आज तुमने मेरी चुत नहीं चाटी.
संजय- अबे चुदाई के पहले तो चाटी थी.
टीना- अच्छा ये बात है उस सुमन की चुत चाटी थी.. मेरी नहीं समझे..!
संजय- मेरी तो आँख बंद थीं मुझे क्या पता तू थी या सुमन.
टीना- बस बस ज़्यादा बनो मत, उसकी चुत कैसे मज़े से चाट रहे थे. चलो अब शुरू हो जाओ.. नहीं तो चैन से रहने नहीं दूँगी.
संजय फिर से मस्ती के मूड में आ गया अब वो दोनों एक-दूसरे को मज़ा देने लग गए. कभी संजय चुत को जीभ से कुरेदता, कभी टीना की पूरी चुत होंठों से दबा कर चूसता. टीना भी अब संजय का पूरा साथ देने लगी. वो दोनों 69 के पोज़ में थे और टीना लंड को अच्छे से चूस रही थी.
थोड़ी मस्ती के बाद यहाँ चुदाई शुरू हो गई और अबकी बार संजय ने जमकर टीना को चोदा. उसको चोद कर 3 बार ठंडा किया, तब कहीं जाकर संजय के लंड ने पानी उगला.
अब तक टीना थक गई थी और संजय भी बहुत थक गया था क्योंकि उसने रात को पूजा की चुदाई और इस वक्त उसने टीना की मस्त चुदाई कर दी थी.
थोड़ी देर दोनों वहीं लेटे बातें करते रहे.. फिर अपने अपने रास्ते हो लिए.
सुमन दो बार ठंडी हुई थी और यहाँ से निकल कर वो अपने घर चली गई. अब उसके साथ क्या हुआ.. ये भी जान लेते हैं.
सुमन जब घर गई तो हेमा ने उसे खाने के लिए कहा मगर उसने ‘भूख नहीं है..’ कह कर अपने आपको कमरे में बंद कर लिया. उसकी माँ ने बहुत कोशिश की मगर वो नहीं मानी और आख़िरकार हेमा थक कर वहां से चली गई.
सुमन ने कपड़े बदले और बेड पर पेट के बल लेट कर वो उस पल को याद करके मुस्कुराने लगी.. जब संजय उसको चूम रहा था, उसके नाज़ुक बदन को अपने हाथों से मसल रहा था.
सुमन- उफ़ संजय ये आपने क्या कर दिया.. मेरे पूरे जिस्म में आग लगा दी आपके हाथों का स्पर्श अभी भी मैं महसूस कर रही हूँ. क्या सच में सेक्स करने में इतना मज़ा मिलता है.
वह ऐसे ही बहुत देर तक सोचती रही फिर थकान से उसको नींद आ गई.
उधर गोपाल और मोना को आप शायद भूल गए तो चलो हम लोग आज उनके घर भी झाँक आते हैं.
दोपहर को गोपाल सोकर उठा तो मोना उसके लिए चाय बना कर ले आई.
गोपाल- जानेमन, आजकल तुम बहुत बदल गई हो.. पता नहीं मगर मुझे ये अजीब लगता है. जब तुम्हें चोदने का बोलता हूँ तो मना कर देती हो.. मुझसे नाराज़ हो क्या..?
दोस्तो, मेरी इस जवान लड़की की चुदाई स्टोरी पर मर्यादित भाषा में ही कमेंट्स करें.
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जवान लड़की की चुदाई कहानी जारी है.
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