रिश्तेदारी में गर्म लड़की की चूत चुदाई
(Indian Fuck Story)
इंडियन फक स्टोरी में मेरी दोस्ती रिश्तेदारी में एक जवान लड़की से हो गयी. मैं कभी कभी उसके घर जाता था. एक रात मैं उनके घर सो रहा था तो मेरी नींद खुली. वह मुझे किस कर रही थी.
दोस्तो, मैं राज सिंह अपनी गर्ल फ्रेंड सीमा सिंह की चुदाई की कहानी में आप सभी का स्वागत करता हूँ.
आप सभी पहले से इस साइट पर अभी तक कई सारी कहानी पढ़ चुके होंगे.
मैं भी इधर 4 साल से सेक्स कहानी पढ़ रहा हूँ तो मैंने सोचा कि क्यों न अपनी इंडियन फक स्टोरी को भी आप लोगों के साथ साझा किया जाए.
सबसे पहले मैं अपने बारे में बता दूँ कि मैं उत्तर प्रदेश से हूँ और अभी कॉलेज स्टूडेंट हूँ.
चूंकि मेरा कॉलेज शहर में था तो मैं अपनी दूर की रिश्तेदारी में उनके घर में रहने आया था.
पर मुझे हॉस्टल में रहना ठीक लग रहा था इसलिए मैं हॉस्टल में रहने लगा था.
यह बात दो साल पहले की है.
मेरी गर्लफ्रेंड मेरे इन्हीं रिलेशन में से थी.
मेरे रिश्तेदारों के कई बार बुलाने के बाद मैं कभी कभी उनके घर चला जाता था.
उधर उनकी बेटी थी, उसका नाम सीमा था.
हम दोनों पहले नॉर्मल बात ही करते थे.
उस समय वह पढ़ाई के लिए अपनी बुआ के घर रहती थी.
फिर उसी साल वह भी अपनी पढ़ाई खत्म करके यहीं आ गई थी.
वह मुझसे उम्र में 4 साल बड़ी थी.
पहली बार जब मैं उसके घर गया तो वह मुझे देख कर काफी खुश थी.
उस समय उसे मुस्कुराती हुई देख कर मेरा लंड पहली बार उसके चोदने के लिए बेताब हो गया था.
फिर जब न रहा गया तो उनके घर के बाथरूम में जाकर मुठ मार कर बाहर आ गया था.
शायद उसने यह बात भांप ली थी.
रात हुई, तो सब लोग खाना खाकर एक ही कमरे में सोने लगे.
वहां उसके दादा दादी और उसका छोटा भाई आदि सब लोग सो रहे थे.
तभी रात में ऐसा लगा, जैसे कोई मुझे जगा रहा है.
मैं जैसे ही जागा और अभी मैं कुछ बोलता, वह मेरे होंठों पर अपने होंठ रख कर किस करने लगी.
मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था कि क्या करूं.
इससे पहले कभी हमारी इस तरह की कोई बात ही नहीं हुई थी और न ही हम दोनों ने कभी एक दूसरे को प्यार के नजरिए से देखा था.
आज अचानक से पहली बार मुझे किसी लड़की की तरफ से किस की पहल का मीठा अहसास हो रहा था.
कुछ ही पलों के बाद मेरा भी मन होने लगा और मैं भी उसका साथ देने लगा.
करीब दस मिनट तक लगातार किस करने के बाद मैंने उससे पूछा- मुझसे प्यार करती हो क्या?
तो वह बोली- हां बहुत.
मैंने कहा- मैं तुमसे छोटा हूँ!
वह बोली- मेरे लिए छोटे नहीं हो!
हम दोनों ने कुछ देर तक बात की और उस दिन अपने अपने बिस्तर पर सो गए.
फिर मैं सुबह उठा तो एक दूसरे को देख कर मुस्कुरा दिए.
बाद में मैं अपने हॉस्टल में आ गया और अब हम दोनों फोन पर सेक्सी चैट, वीडियो कॉल आदि करने लगे.
फिर एक दिन हमने मिलने का सोचा.
मैं उसके घर आ गया.
उस टाइम घर में उसकी मम्मी और दादा जी थे.
उस रात हम दोनों नहीं मिल पाए.
लेकिन दूसरे दिन, दिन में ही उसकी मम्मी कमरे में अन्दर दुबकी थीं.
वह ठंड का मौसम था.
हम दोनों एक कमरे में किताब लेकर बैठे थे; हम दोनों भी कंबल के अन्दर थे.
उसके दादा दूसरे कमरे में टीवी देख रहे थे; टीवी की आवाज भी तेज आ रही थी.
हम दोनों कंबल के अन्दर ही एक दूसरे को छूने लगे, फिर किस करने लगे.
थोड़ी ही देर में मेरा लंड पैंट के अन्दर ही टाइट हो गया.
वह भी गर्म हो चुकी थी.
इंडियन फक स्टोरी बनने का वक्त आ गया था.
हम दोनों होंठों से होंठ मिला कर किस करने लगे.
किस करते हुए ही मैंने अपना हाथ उसके कपड़ों के अन्दर डाला, तो उसकी चूत गीली हो चुकी थी.
मैंने बिना देर किए उसके ऊपर के सारे कपड़े निकाल दिए.
वह सिर्फ ब्रा और पैंटी में थी और क्या माल लग रही थी.
मैंने ब्रा के ऊपर से किस किया तो उसकी बॉडी अकड़ने लगी.
उसके बाद मैंने ब्रा को भी निकाल दिया.
उसके बूब्स की साइज़ 32 इंच की थी.
वह एकदम गोरी थी.
मैं उसकी चूची को पीने लगा. मैं बिना गाभिन किए एक कुंवारी लड़की के मम्मों में से दूध निकालने की कोशिश कर रहा था.
वह भी अपने हाथ से अपने दूध पकड़ कर मुझसे चुसवा रही थी और आह आह कर रही थी.
मैं उसकी आंखों में आंखें डालकर उसके निप्पल को अपने होंठों से दबा कर जीभ से लिकलिक करता तो वह उत्तेजना से अपने होंठ दांत से काट कर इस्स करने लगती.
इसी तरह से उसके दूधिया मक्खन से चिकने जिस्म को किस करते करते मैं उसकी चूत पर आ गया.
उसकी चूत एकदम गुलाबी थी और क्या मदहोश कर देने वाली महक आ रही थी.
सच में एकदम मस्त कचौड़ी सी फ़ूली बुर को देख कर लग रहा था कि मेरी किस्मत कितनी अच्छी है.
उसकी चिकनी चूत देख कर यही लग रहा था जैसे उसने आज मेरे लंड से ही चुदने के लिए झांटों की सफाई हो.
मैं उसकी चूत को किस करने लगा.
वह आह आह की आवाज निकालने लगी.
टीवी चलने की वजह से बाहर तक आवाज नहीं सुनाई दे पा रही थी.
उसकी चूत के दाने को किस करते हुए मैं उसे लगातार तड़फा रहा था.
वह व्याकुल भाव से बोली- आह राज डाल दो अब … आह और न तड़पाओ मुझे … चोदो न!
मैं उसको और तड़फाना चाहता था इसलिए मैं जानबूझ उसकी बात को सुने बिना ही उसकी चूत के दाने को ज़ोर ज़ोर से पकड़ कर चुभलाता रहा और किस करता रहा.
थोड़ी देर में उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया.
मैं उसकी चूत से रिसता पानी चाटता गया.
उसकी चूत को मैंने चाट कर पूरी तरह से साफ कर दिया.
मुझे भी उसकी चूत को चाटने में खूब अच्छा लग रहा था.
झड़ने के बाद लगातार चूत चाटने का नतीजा यह निकला कि वह वापस चुदासी हो गई.
अब वह मेरा लंड लेने के लिए मेरे लंड को टटोलने लगी.
मैंने अपनी पैंट के हुक पर उसका हाथ रख दिया.
उसने मेरे पैंट को खोलकर अंडरवियर नीचे कर दी और मेरा लंड पकड़ लिया.
उसके हाथ में मेरा लंड लोहे की रॉड की तरह कड़क था.
वह लंड को मसलने लगी और बोली- यह इतना कड़क कैसे हो गया?
मैंने कहा- जान, जब इसको चूत की खुशबू मिल जाती है न, तो यह चूत में जाने के लिए इतना कड़क हो जाता है!
वह हंस कर बोली- राज, कितने बिलों में जा चुका है तुम्हारा यह बड़ा सा हथियार?
मैंने कहा- आज पहली बार किसी के बिल में घुस रहा है जान!
वह बोली- क्या सच्ची में मेरा जानू कुंवारा है?
मैंने कहा- हां, अब तक सिर्फ हाथ से हिलाया है.
वह बोली- हाथ से भी क्यों हिलाया है?
मैंने कहा- जब तुमने पहली बार मुझे चूमा था न … तब अन्दर से ही एक आग सी लग गई थी और लंड बैठने का नाम नहीं ले रहा था … उसी दिन मुझे इसके साथ हाथ से ज्यादती करनी पड़ी थी.
वह लंड को मरोड़ती हुई बोली- फिर कैसा लगा था उस दिन?
मैंने कहा- सच में उस दिन लंड हिलाने से बड़ी राहत मिली थी लेकिन झड़ने के कुछ देर बाद ही तुम्हारे होंठों की याद फिर से आने लगी थी तो यह फिर से कड़ा हो गया था.
उसने पूछा- फिर क्या किया था?
मैंने कहा- कुछ रास्ता ही न था तो बस पकड़ कर सहलाता रहा था.
वह हंसने लगी.
मैंने कहा- अब हंसो मत … आज इसकी प्यास बुझाने के लिए रेडी हो जाओ.
वह बोली- लेकिन यार इससे तो मैं मर ही जाऊंगी!
मैंने कहा- लंड से चुदने से कोई लड़की नहीं मरती … और ना ही आजतक ऐसी कोई जानकारी मिली है.
वह हंस कर बोली- जानकारी किधर से लेते हो?
मैंने कहा- गूगल से!
वह बोली- गूगल से क्या पूछा था तुमने?
मैंने कहा- यही की चुदने से आजतक किसी लड़की की मौत हुई है क्या?
वह ध्यान से सुनने लगी और बोली- अच्छा तो फिर गूगल ने क्या कहा?
मैंने कहा- उसने लिखा कि स्वस्थ संभोग से किसी भी लड़की की मृत्यु होना नामुमकिन है.
वह मेरी बात से काफी आश्वस्त लग रही थी.
मैंने कहा- अब लंड चूस कर इसे प्यार तो कर लो!
वह नीचे को आई और मेरे लंड को अपनी नाक से रगड़ने लगी.
फिर वह मेरे लंड पर किस करने लगी और जीभ से चाटने लगी.
उसने लंड के सुपारे को चमड़ी हटा कर बाहर निकाला और उस पर अपनी जीभ फेर कर उसका स्वाद चखने लगी.
वह हंस कर बोली- बड़ा सॉल्टी है!
मैंने कहा- हां शुरू शुरू में सॉल्टी लगेगा .. पर बाद में मीठा लगने लगेगा.
वह मेरी तरफ घूर कर देखने लगी.
फिर बोली- तुमको कैसे पता कि शुरू शुरू में नमकीन लगता है और बाद में मीठा लगने लगता है?
मैंने कहा- गूगल बाबा से जाना.
वह हंस दी और बोली-यार, तुम तो सब कुछ पढ़ कर आए हो.
मैंने कहा- अब तुम चूसो भी यार!
वह मेरे लंड को मुँह में भर कर चूसने लगी और कभी कभी मेरे टट्टों को भी जीभ से चाटने लगी.
मैंने कहा- बहुत मस्त चूस रही हो … किधर से सीखा?
वह बोली- ब्लू-फिल्मों से सीखा.
मैंने कहा- आह सच में मस्त लंड चूस रही हो यार .. गजब की ट्रेनिंग ली है.
किसी भी लड़की से लंड चुसवाने का यह मेरा पहला अनुभव था; बहुत मस्त लग रहा था.
थोड़ी देर बाद मैंने उसके मुँह में अपना पानी छोड़ दिया.
उसने सारा रस पीकर लंड साफ कर दिया और मेरे होंठों को किस करने लगी.
मेरा लंड पहले की तरह फिर से 7 इंच का हो गया.
इस बार बिना देर किए मैंने उसकी चूत पर अपना लंड टिकाया और ज़ोर से धक्का दे मारा.
मेरा थोड़ा सा लंड उसकी चूत में घुस गया.
वह लंड के दबाव से हुए दर्द से जोर से चिल्ला उठी और रोती हुई लंड को बाहर निकाल लेने के लिए कहने लगी.
मैं रुक गया और उसको किस करने लगा.
कुछ पल बाद वह सामान्य हो गई और अपनी कमर उठाने लगी तो मैं समझ गया कि उसे इंडियन फक में मजा आने लगा है.
मैंने फिर से एक धक्का दे दिया.
इस बार मेरा पूरा लंड अन्दर घुस गया था.
वह अपनी चूत चिर जाने से फिर से चिल्लाई लेकिन इस बार मैं नहीं रुका.
मैंने उसके मुँह पर हाथ रखा और धक्के पर धक्के मारता गया
कुछ देर बाद वह भी मज़े लेने लगी और मादक आवाज निकालती हुई कहने लगी- आह … आह … और ज़ोर से करो … ज़ोर ज़ोर से करो मेरे राजा … आह फाड़ दो मेरी चूत आज … मुझे अपनी रानी बना लो.
यह बोलती हुई वह अकड़ने लगी और एकदम से झड़ गई.
वह मेरे साथ चुदवाने में पहले भी एक बार झड़ चुकी थी.
अभी मेरा नहीं हुआ था, तो मैं लगा रहा.
उसने मुझसे पूछा- तुम्हारा कब निकलेगा?
मैंने कहा- बस निकलने ही वाला है रानी … जल्दी बताओ कहां निकलूँ?
वह बोली- मेरी चूत में ही आ जाओ मेरे राजा … मुझे वीर्य का अहसास करना है. मैं दवा ले लूँगी.
मैंने ओके कहा और बिंदास चुदाई करने लगा.
कुछ 15-20 झटके देकर मैं उसकी चूत के अन्दर अपना रस निकाल कर उसके ऊपर ही गिर गया.
कुछ मिनट के बाद हमारा दूसरा दौर शुरू हो गया था.
हम दोनों ने अलग अलग पोज में एक राउंड और किया.
उसके बाद हम दोनों एक दूसरे को किस करके अलग हो गए और खुद को साफ करके कपड़े पहन लिए.
तब वह बोली- पहले दवाई की दुकान पर जाओ और दवाई ले आओ, नहीं तो अभी से मेरे राजा जी, तुम पापा बन जाओगे।
मुझे भेज कर वह खुद नहाने चली गई.
मैं भी उसकी दवाई लेने चला गया.
तो दोस्तो, कैसी लगी आपको हमारी इंडियन फक स्टोरी. प्लीज ईमेल और कमेंट्स करके जरूर बताएं.
अगली कहानी में बताएंगे कि हम दोनों ने इसके बाद कब और कैसे कैसे सेक्स किया.
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