मुंहबोले भाई ने मेरी कुंवारी चूत मारी

(Hot Virgin Sex Porn Kahani)

अदिति आर्य 2024-07-15 Comments

हॉट वर्जिन सेक्स पोर्न कहानी में पड़ोस के एक लड़के को मैंने मुंहबोला भाई बना रखा था. एक रात हम दोनों हॉरर मूवी देख रहे थे, उसमें सेक्स भी था. बस हम गर्म हो गए. और हमने सेक्स किया।

यह कहानी सुनें.

नमस्कार दोस्तो!
सबसे पहले मैं अपने बारे में बता दूं।
मेरा नाम सोनल है और मैं 21 साल की हूँ। मेरे फिगर का साइज 30-28-30 है। मैं लखनऊ की रहने वाली हूँ।

मेरे परिवार में मेरे मम्मी और पापा है। मेरा कोई भाई नहीं था।

हमारे घर के सामने एक परिवार रहता था।
उनके घर में भी सिर्फ अंकल-आंटी और उनका एक लड़का था।
तो मैं उसे ही अपना भाई मानती थी।

उसका नाम निकुंज था। वह मेरी ही उम्र का था।
उसकी और मेरी खूब बनती थी।

अब देर ना करते हुए हॉट वर्जिन सेक्स पोर्न कहानी पर आती हूँ।

यह बात तब की है जब मैं और निकुंज स्कूल पास कर चुके थे और हम कॉलेज में एडमिशन लेने की तैयारी कर रहे थे।

जैसा कि आप लोगों को पता है कि बारहवीं के एग्जाम मार्च में खत्म हो जाते और कॉलेज जुलाई में शुरू होता है।
इस दौरान हम लोग खाली ही रहते थे।

मैं और निकुंज हमेशा एक–दूसरे के घर आया–जाया करते थे।
हमारे परिवार में अच्छी बनती थी तो किसी को कोई दिक्कत नहीं थी।

एक दिन मैं निकुंज के घर गई।
उसके घर पर कोई नहीं था।

उसके मम्मी-पापा किसी काम से बाहर गए हुए थे।
वे लोग 3 दिन बाद वापिस आने वाले थे।

निकुंज और मैं ऐसे ही बात कर रहे थे।
फ़िर निकुंज ने मुझसे पूछा– रात को क्या कर रही है?
मैंने बोला– कुछ नहीं फ्री हूँ।

तो उसने रात को उसके घर डरावनी मूवी देखने के लिए बोला।
मैंने भी हाँ कर दिया।

हम दोनों ने प्लान बनाया कि रात को वह मेरे घर आएगा और खाना खाएगा। फ़िर वह मेरी मम्मी से बोलेगा कि आज रात हम मूवी देखने का सोच रहे हैं तो सोनल मेरे घर रुक सकती है क्या?

फिर वह मेरे घर रात को खाना खाने आया खाने के बाद उसने मम्मी से पूछा– छोटी मम्मी, आज सोनल को मेरे घर भेज दो हम लोग रात को मूवी देखेंगे।

निकुंज मेरी मम्मी को छोटी मम्मी बुलाता था।

‍तो मम्मी ने कहा– ठीक है लेकिन दोनों रात को अकेले डरना मत, कोई दिक्कत हो तो यहीं आ जाना सोने!
हमने हाँ की और मैं रात को सोने के कपड़े लेने चली गई।

मुझे रात को लेगिंग्स (पजामी) और सॉक्स (जुराब) पहन कर सोने की आदत है।

अब हम निकुंज के घर आ चुके थे।
तभी मैंने निकुंज से कहा– यार, चॉकलेट खाने का मन है, ले आओ और चिप्स भी ले आना मूवी देखने में मजा आएगा, तब तक मैं चेंज कर लेती हूँ।

वह दुकान पर गया और समान ले आया।
मैंने भी तब तक चेंज कर लिया था।

जब तक वह आया मैंने लाल लेगिंग्स (पजामी), ऊपर सफेद टीशर्ट पहन ली और पिंक सॉक्स पहने हुए थी।
जैसा कि मैंने बताया हम दोनों भाई बहन थे तो उसने भी ज्यादा ध्यान नहीं दिया।

हम लोग उसके बेडरूम में चले गए और डरावनी मूवी लगा ली।

गर्मी होने की कारण हम लोगों ने एसी को 16 पर कर दिया और लाइट बंद कर के मूवी देखने लगे।
जैसे ही डरावना सीन आता हम दोनों एक–दूसरे का हाथ पकड़ लेते।

अब कमरे में ठंडी हो चुकी थी तो हम लोगों ने कम्बल ओढ़ लिया।

हम लोग मूवी एंजॉय कर रहे थे।
तभी मूवी एक सीन आया, एक भूत एक लड़की को जबरदस्ती चूम रहा था और उसकी जांघ सहला रहा था।

हम दोनों ने एक साथ वह पार्ट आगे बढ़ाया और फिर से देखने लगे।
लेकिन अगले ही सीन में फ़िर वह भूत उस लड़की को चूम रहा था।

इस बार हम दोनों लोग देखते रहे और शायद हम दोनों के अंग जाग चुके थे।

निकुंज का हाथ मेरी जांघ पर आ गया और वह मेरी चुस्त पजामी के ऊपर से ही हाथ फेरने लगा जो मुझे भी अच्छा लग रहा था।
तभी मैंने चॉकलेट को खोला और खाने लगी।

मैं पूरी गर्म हो चुकी थी।

मैंने नीचे पैंटी भी नहीं पहनी थी जिसकी वजह से मेरी पजामी गीली हो चुकी थी।

निकुंज का हाथ गलती से वहां चला गया और उसने कहा– तुमने पजामी में ही सुसु कर दी डर के मारे!

फ़िर हम दोनों हंसने लगे।
क्योंकि हम दोनों को इसका कुछ अंदाजा नहीं था।

धीरे–धीरे मूवी में रोमांटिक सीन आने लगे और हम दोनों काफी गर्म चुके थे।

निकुंज का हाथ अब वही कर रहा था जो मूवी में हो रहा था।
उसका एक हाथ मेरे चूची पर और एक हाथ मेरी जांघ पर था।

तभी मूवी में भूत और लड़की जोर–जोर से स्मूच करने लगे।
निकुंज को पता नहीं क्या हुआ अचानक उसने मेरे हाथ से चॉकलेट ली और खा गया।

मैंने ऐसे ही उसको मारा और हमारी शरारत शुरू हो गई।
इसी बीच वह मेरे चूची को दबा रहा था बार–बार!

तभी एकदम से मैं पलंग पर गिर गई और निकुंज मेरे ऊपर गिर गया।
उसके होंठ मेरे गालों पर आ लगे।

हम दोनों में इतने गर्म हो चुके थी कि हम लोग कब लड़ते–लड़ते एक–दूसरे चूमने लगे पता ही नहीं चला।
निकुंज मेरे चूची को एक हाथ से सहला रहा था और दूसरे से मेरी गांड को मसल रहा था।

अब हम दोनों पागल की तरह एक–दूसरे को चूम रहे थे।

निकुंज ने मेरी टीशर्ट निकलवा दी और मेरे चूची को पीने लगा।
मेरी चूचियां नुकीले हैं आम जैसी और वह भी उनको आम के जैसे चूस रहा था।

तभी उसने धीरे–धीरे मेरी नाभि में अपनी जुबान डाल दी और चूमने लगा।
वह अब मेरी पजामी के ऊपर से ही चूत को चाट रहा था और पानी का स्वाद ले रहा था।

तभी उसने अपने भी कपड़े निकाल दिए और अंडरवियर में आ गया।
मुझे जोर–जोर से चूमने लगा और मेरे चूतड़ों पर मारने लगा।

अब वह मेरी टांगों के बीच आया और मेरी पजामी निकल दी।
अब सिर्फ मैं सॉक्स में थी।

उसने अपना भी अंडरवियर निकाल दिया।
उसका लंड काफी लंबा और 3 इंच मोटा था।

हम दोनों ने एक सेक्स मूवी लगा ली ताकि वर्जिन सेक्स पोर्न में और मजा आ सके।

अब उसमें लड़की ने भी पिंक सॉक्स पहनी हुई थी और लड़के ने ब्लैक सॉक्स तो वह फट से गया और ब्लैक सॉक्स पहन कर आया।
जैसे ही आया बोला– जैसा ये करेगें वैसे ही हम लोग भी करेगें।

तभी हम दोनों ने फ़िर से चूमा–चाटी शुरू कर दी।
वह बार–बार मेरे चूतड़ों पर मार रहा था।

अब उसने मेरे मुंह के सामने अपना लंड किया और चूसने को बोला।

मुझे घिन आ रही थी तो मैंने उस पर चॉकलेट लगाई और उसको चाटने लगी।
वह भी मेरी चूत में चॉकलेट लगा कर चाट रहा था।

2 मिनट के बाद मैं झड़ गई और वह मेरा सारा पानी पी गया।
फ़िर मै शांत पड़ गई।

उसने चूत चाटना चालू रखा तो मैं फ़िर से गर्म हो चुकी थी।
निकुंज अभी नहीं झड़ा था क्योंकि मैं उसका लंड केवल चाट रही थी।

निकुंज ने वीडियो में देखा कि लड़का अब लड़की को चोद रहा था।

तो वह भी मेरी टांगों के बीच आया और मिशनरी पोजीशन में मेरी टांगों को अपने कंधों पर रखा।
फ़िर अपना लंड मेरी चूत पर रगड़ने लगा।

उसने एकदम से धक्का लगाया लेकिन उसको सही जगह का ही नहीं पता था।

मैंने उसका लंड छेद पर रखा और कहा– अब लगाओ धक्का!
उसने मेरे कहते ही चूत में धक्का लगा दिया और उसके लंड का टोपा मेरे अंदर जा घुसा।
मेरी चीख निकल गई तभी उसने डर के मारे लंड को बाहर निकाल लिया।

फ़िर वह मुझसे पूछने लगा– दर्द ज्यादा हो रहा है क्या?
मैंने ‘हाँ’ कहा।

हम लोगों को इतना पता नहीं था।

हमने देखा कि वीडियो में लड़का लड़की के चूत के अंदर लंड डाल रहा था और लड़की बस ‘आह्ह आह’ कर रही है।

तभी निकुंज ने नेट पर पढ़ा कि एक बार दर्द होगा फ़िर अंदर लंड जगह बना लेगा तब नहीं होगा।
इस बार हम लोगों ने फ़िर से शुरू की।

निकुंज का लंड डर से मुरझा गया था।
मैंने उसको मुंह में लिया और उसको खड़ा किया।

फ़िर निकुंज ने अपना लंड मेरी चूत के छेद पर सेट किया और धक्का लगाया तो फिसल गया।
उसने ढेर सारा थूक मेरी चूत पर लगाया और अपने लंड पर भी लगाया।

फ़िर टांगों को अपने मुंह के पास लाकर सूंघने लगा और वह मेरी जुराबों को भी सूंघ रहा था।
मैंने अपने हाथों से उसका लंड सेट किया।

उसने सॉक्स सूंघते हुए एक जोरदार धक्का लगाया।
अबकी बार उसके टोपे से कुछ ज्यादा लंड मेरे अंदर जा चुका था।

उसने कुछ देर ऐसे ही रखा और मेरी गर्दन पर चूमने लगा और कान पर काटने लगा।
फ़िर उसने मेरे होंठों पर अपने होंठ रखे।

मैंने आँखों से सहमति दी।
उसने एक धक्का और मारा और इस बार पूरा लंड मेरी चूत में समा गया।

मेरी आँखों से आँसू आने लगे।
मैंने उसके होंठों को दर्द के मारे काट लिया।

उसने दर्द में ही दे दनादन धक्के मारने शुरू कर दिए बिना किसी रहम के!
अब मेरा दर्द कुछ कम हुआ और मैं भी गांड उठा–उठा कर चुद रही थी।

उसका पूरा लंड अन्दर तक जा रहा था।
करीब 5 मिनट बाद मैं झड़ गई पर वह मुझे चोदे जा रहा था।

पता नहीं उसको मेरी सॉक्स में से कौन सा नशा मिल गया था, वह उसको सूंघ कर बस धक्के लगाए जा था।
मेरे मुंह से बस ‘आआह्ह … ओह और जोर से’ निकल रहा था।
वह इससे भी उत्तेजित हो रहा था।

करीब 15 मिनट बाद वह मेरी चूत में ही झड़ गया।
हम दोनों कुत्तों की तरह हाम्फने लगे।

उसने पूछा– मजा आया?
मेरे मुंह से निकला– बहुत!

वह अब मुझे चूमने लगा और बोला– आज से हम दोनों गर्लफ्रेंड-ब्वॉयफ्रेंड, बस दुनिया के सामने भाई–बहन रहेंगे।
फ़िर उसने तुरंत अपनी कछुए वाली रिंग मुझे पहना दी।
मैं भी बहुत खुश हुई।

अब कुछ अच्छा हुआ तो उसने चॉकलेट को अपने होंठों के बीच लिया और मुझे वैसे ही खिलाया।
हम दोनों थोड़ा–थोड़ा चबा कर एक–दूसरे के मुंह में डाल देते।

इतनी देर में उसका लंड फ़िर खड़ा हो गया।
तब वह बोला– एक बार और करें?

लेकिन मेरी हालत ऐसी नहीं थी कि फ़िर से मैं उसको झेल पाऊं।
तो मैंने मना कर दिया।

उसने भी जबरदस्ती नहीं की क्योंकि अभी उसके घर वाले 2 दिन और नहीं आने वाले थे।

हम लोग चूमते हुए सो गए।

सुबह जब उठे तब देखा कि बेडशीट पर खून लगा था और मेरी चूत पाव रोटी बन चुकी थी।
मुझसे चला भी नहीं जा रहा था।

तब निकुंज उठा, उसने मुझे एक पेनकिलर दी और मेरी चूत की गर्म पानी से सिकाई की ताकि मुझे आराम मिले।

कुछ देर बाद मुझे अच्छा महसूस हुआ और मैं कपड़े पहनने लगी।

तभी निकुंज ने कहा– ये सॉक्स मुझे दे दो!
मैंने उससे पूछा– क्यूं?
तो उसने बताया– मुझे लड़कियों के सॉक्स बहुत अच्छे लगती हैं।

मैंने उसको मोजे दे दिए और कपड़े पहन कर अपने घर आ गई।

अब जब तक उसके घर वाले नहीं आए।
हम दोनों ने दिन–रात खूब सेक्स किया।

निकुंज ने मेरी गांड भी मारी, उसकी कहानी अगले भाग में लिखूंगी।
तब तक के लिए विदा!

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