भाभी की चचेरी बहन की मस्त चूत चुदाई- 2
(Hot Nude Girl Sex Story)
हॉट न्यूड गर्ल सेक्स स्टोरी में पढ़ें कि जब मैंने भाभी की बहन को नंगी चूत में उंगली करते देखा तो मैंने उसे पकड़ लिया और चुदाई के लिए राजी कर लिया.
हैलो फ्रेंड्स, मैं यश हॉटशॉट एक बार फिर से आपका अपनी कहानी में स्वागत करता हूँ.
पिछले भाग
भाभी की चचेरी बहन को नंगी देखा
में अब तक आपने पढ़ा था कि शिल्पा अपनी चूत में उंगली करती हुई मादक आवाजें निकाल रही थी. उसे इस तरह से देख कर मैं अपने लंड को सहला रहा था.
अब आगे हॉट न्यूड गर्ल सेक्स स्टोरी:
तभी मैंने देखा कि शिल्पा अपने बॉयफ्रेंड से बातें करते हुए कह रही थी कि जानू तुम्हारा लंड लेने का बहुत मन कर रहा है … आह डाल दो अन्दर. पूरे चार हफ्ते हो गए हैं. हम दोनों ने सेक्स नही किया है. जानू आज तुम्हारा लंड अपनी चूत में लेने का मेरा बहुत मन कर रहा है.
ये सब बातें करते हुए शिल्पा अपनी चूत में एक उंगली फेरने लगी.
जैसे ही उसकी चूत में आधी उंगली गई, उसकी मस्त आवाज निकलने लगी ‘अअअह हहह …’
कुछ ही देर में उसने अपनी पूरी उंगली चूत में डाल ली और अन्दर बाहर करती हुई सिसियाने लगी.
वो अपनी गांड उठा उठा कर बार बार नीचे रख रही थी.
उसकी कामुक सिसकारियां मेरे कानों में भी पड़ रही थीं जिससे मेरा भी बुरा हाल हो चला था.
मैं भी जोर जोर से अपने लंड को आगे पीछे कर रहा था.
मैंने भी देर न की और जल्दी जल्दी लंड हिलाते हुए अपना सारा माल नीचे फर्श पर निकाल दिया और कमरे से निकल गया.
जल्दी से नीचे जाकर मैंने लंड को धोया और सोचने लगा कि अगर अभी फिर से अन्दर चला गया तो शायद बात ना बने.
फिर मैं शायद ही इससे चुदाई की बात कर पाऊं.
मगर दूसरी तरफ एक बात ये भी सोच रहा था कि ये मौक़ा अच्छा है. अगर अभी कुछ कर पाया, तो ही कुछ बात बन पाएगी, नहीं तो ऐसा मौका नहीं मिल पाएगा.
कुछ पल सोचने के बाद मैं फिर से कमरे के दरवाजे पर आ गया.
इस बार मैंने दरवाजा जानबूझ कर तेज धक्के से खोला.
पर साली के कान में लीड लगी हुई थी जिस वजह से उसको कुछ सुनाई ही नहीं दिया.
मैंने देखा कि शिल्पा ने अभी अपनी चूत में दो उंगली डाल रखी थीं.
वो मजे में जोर जोर से आंखें बंद किए अपनी उंगलियों को जोर जोर से अन्दर बाहर करने में लगी थी.
कुछ देर बाद जब मुझे ऐसा लगा कि अब इसका होने वाला होगा, तो उससे पहले ही मैंने थोड़ी तेज आवाज सी की.
मेरी इस तेज आवाज से उसकी नजर मुझ पर पड़ी.
शिल्पा मुझे देख कर हड़बड़ा सी गई और जल्दी से उसने बेड की चादर को खींच कर अपने आपको ढक लिया.
उसी पल उसने कॉल को भी काट दिया.
नाटक करते हुए मैं भी उस रूम से बाहर निकल आया.
मैं दरवाजे बाहर के जैसे ही गया, शिल्पा ने मुझे पीछे से आवाज लगाई- यश रुको.
मैं पीछे मुड़ा.
शिल्पा ने अभी भी चादर ही ढक रखी थी.
मैं बोला- सॉरी शिल्पा मुझे पता नहीं था कि तुम यहां हो!
शिल्पा बोली- सॉरी क्यों बोल रहे हो, कोई बात नहीं.
मैं उसे देखने लगा.
वो शर्माती हुई बोली- यश, प्लीज ये बात किसी को मत बताना.
मैंने बोला- ठीक है, किसी को नहीं बताऊंगा. तुम टेंशन मत लो.
मेरे इतना बोलने पर शिल्पा बोली- थैंक्यू यश, तुम बहुत अच्छे हो.
पर शिल्पा का चेहरा देखते हुए नहीं लग रहा था कि वो मेरी बात से सहमत है.
मैं उससे बोला- तुम कपड़े पहन लो, मैं नीचे जा रहा हूँ.
जैसे ही मैं मुड़ा तो पीछे से शिल्पा आ गई. उसने मुझे अपनी तरफ मोड़ कर मेरे होंठों पर अपने होंठों को रख दिया और मुझे चूमने लगी.
मैंने थोड़ा नाटक करते हुए शिल्पा को अलग किया और कहा- शिल्पा ये क्या कर रही हो?
पर शिल्पा बोली- जब तुमने सब देख ही लिया है, तो अब छुपाने से क्या फायदा.
ये कहते हुए वो हॉट न्यूड गर्ल फिर से मुझे होंठों पर चूमने लगी.
मैंने भी ज्यादा नाटक करना सही नहीं समझा कि कहीं बना हुआ काम भी खराब ना हो जाए.
मैं भी उसके होंठों को चूमने लगा.
शिल्पा के साथ पहली बार उसके होंठों को चूमने का अलग ही मजा आ रहा था.
कुछ पल मैं ऐसे ही उसके होंठों को चूमता रहा. फिर मैंने उसके कान को चूमना शुरू किया, जो उसको और भी उत्तेजित कर रहा था.
मेरा हाथ चादर के ऊपर से ही उसके पीछे उसकी गांड पर आ गया. मैं दोनों हाथों से उसकी चूतड़ों को सहला रहा था.
अगले ही पल उसका हाथ मेरी जींस के ऊपर से ही लंड पर आ गया.
शिल्पा मेरे लंड को सहलाने लगी.
उसने मेरी चैन को खोला और लंड को बाहर निकाल लिया. उसके हाथ के छूने से मेरा लंड खड़ा होने लगा था.
मैं भी उसकी लपेटी हुई चादर के ऊपर से ही उसके चूचों को दबाने लगा.
उसको मजा आ रहा था.
मैंने शिल्पा को पकड़ कर अपनी तरफ खींचा और उसको अपने आगे ले लिया.
उसका मुँह दूसरी तरफ हो गया और पीठ मेरी तरफ थी.
मैंने पीछे से शिल्पा को अपनी बांहों में कस लिया और हाथ को आगे कर लिया.
उसकी चादर को थोड़ा साइड करके मैंने उसकी चूत को जैसे ही छुआ, वैसे ही शिल्पा की प्यारी सी आवाज निकलने लगी ‘ओ … यश …’
मैं उसकी चूत के दाने को रगड़ने लगा जिससे शिल्पा और भी उत्तेजित होने लगी.
मैंने पीछे से चादर को ऊपर किया और उसकी चूतड़ों से खुद को सटा दिया. अपने लंड से उसके नंगे चूतड़ों को सहलाने लगा.
वो भी अपनी गांड को पीछे किए जा रही थी.
मेरा एक हाथ उसकी चूत पर रगड़ रहा था और अब दूसरा हाथ मैंने उसके सीने के ऊपर लिपटी हुई चादर को नीचे कर दिया.
उसके दोनों चुचे साफ दिख रहे थे. इतनी देर से मैं इन चूचों को देख रहा था पर हाथ में लेने में मुझे और भी मजा आ रहा था.
शिल्पा भी मजे में आती जा रही थी. उसकी चूत के साथ साथ उसका बदन भी गर्म होने लगा था.
मैंने उसको फिर से घुमा दिया., अब उसका चेहरा मेरी तरफ था.
मैंने देर न करते हुए उसके चूचों को अपने कब्जे में किया और एक निप्पल को अपने मुँह में ले लिया.
मैं जोर-जोर से उसके दूध को चूसने लगा.
शिल्पा मादक सिसकारियां लेने लगी- अअअअ … यश आआह …
मैं शिल्पा का एक चूचा चूसने के साथ ही दूसरे चूचे को जोर-जोर से दबाए जा रहा था. कभी उसके निप्पल को अपनी दो उंगलियों के बीच में दबा कर हल्के हल्के रगड़ देता था, जिससे शिल्पा को और भी मजा आने लगता.
शिल्पा पहले ही गर्म थी. मेरा हाल भी ऐसा ही था लेकिन तभी शिल्पा ने मुझे एक बात बताई, जिसे सुन कर मेरे हाथ रुक गए.
मैं दंग रह गया.
उसने बताया कि उसने मुझे प्रीत की चुदाई करते हुए देखा है.
मैं एक बार को तो घबरा गया था.
फिर शिल्पा बोली- तुम टेंशन मत लो. मैं किसी को कुछ नहीं बताऊंगी. अभी तुम जो कर रहे हो, उसको पूरा करो.
मैंने अपने कपड़े जल्दी से उतार दिए.
अब मैं भी बिना कपड़ों के हो गया था.
मैंने जल्दी से शिल्पा के बदन से चादर को हटा दिया.
शिल्पा मुझे देख कर अभी भी शर्मा रही थी.
उसका नंगा बदन मस्त सेक्सी लग रहा था.
मैंने शिल्पा को लंड चूसने को कहा तो वो मना करने लगी.
मैं बोला- देखो तुमने इतना तो कर ही लिया है. अब अगर आगे मजा लेना है तो तुम्हें मेरा साथ देना होगा.
कुछ देर मनाने के बाद शिल्पा बोली- ठीक है, पर अगर मुझे ये अच्छा नहीं लगा, तो मैं ज्यादा नहीं करूंगी.
मैंने कहा- हां ठीक है.
अब शिल्पा नीचे बैठ गई. पहले तो उसने मेरे लंड को सहलाया और अपने होंठों पर जैसे ही लगाया, मुझे तो मस्त मजा आने लगा.
उसे भी लंड पसंद आ गया था या साली ड्रामा कर रही थी. जो भी हो, उसने अगले ही पल में मेरे लंड को मुँह में लेकर अन्दर बाहर करना शुरू कर दिया था.
कुछ ही देर में मैं उसका सर पकड़ कर अपना लंड अन्दर बाहर करने लगा, तो मेरा लंड उसके मुँह में ज्यादा ही अन्दर चला गया था.
एकदम से वो खांसने लगी और उसने लंड को मुँह से बाहर निकाल दिया.
वो सांस लेती हुई बोली- आह … अब नहीं करूंगी.
मैंने उसको अपनी गोद में उठा लिया और बिस्तर पर ले गया.
उधर मैंने उसको पीठ के बल लेटा दिया और उसके ऊपर चढ़ गया.
फिर उसके होंठों को चूमते हुए मैं उसके चूचों को चूसने लगा.
अब उसकी आवाज और जोर से निकलने लगी थी.
कुछ देर तक उसके दोनों चूचों को चूसने के बाद मैं बेहद उत्तेजित हो गया था.
मैं थोड़ा नीचे उसकी नाभि पर अपनी जीभ को गोल-गोल घुमाने लगा.
शिल्पा की मादक सीत्कारें ‘ऊओ ऊओ आअह्ह … आहह्ह आहह्ह … आआह्ह …’ माहौल को कामुक बनाने लगी थीं.
मैं उसकी पूरी बॉडी पर अपना हाथ चला रहा था.
अगले ही पल में मैं चूत पर आ गया.
मैं शिल्पा की जांघों पर हाथ से सहलाता रहा और साथ ही साथ उसको चूमता भी रहा.
ये सब शिल्पा को और भी अच्छा लगने लगा था.
फिर कुछ ही देर में मैंने जैसे ही उसकी चूत के दाने को अपनी जीभ से कुरेदा … वो सिहर गई.
मैं चूत चाटने लगा और शिल्पा आवाज निकालने लगी ‘आअह्ह ऊओह ऊओह्ह आआह …’
उसको अब और भी अच्छा लगने लगा था.
शिल्पा ने अपने दोनों हाथ मेरे सर पर रख दिए और गर्म आवाजें निकालती हुई कहने लगी- आह यश चाटो … और जोर जोर से चाटो … आहह्ह आज पहली बार इतना मजा आ रहा है.
मैं और जोर जोर से उसकी चूत के दाने को चाटने लगा.
जब मैंने देखा कि उसकी चूत काफी गीली हो गई है तो मैं उसकी चूत में जीभ डालकर अन्दर से रस चाटने लगा.
मेरी खुरदुरी जीभ को अपनी चूत के अन्दर पाकर शिल्पा जोर जोर से सांस लेने लगी और वो अपनी गांड भी उठाने लगी थी ‘ऊऊह हह आआह ऊओ हह …’
उसकी चूत को चाट चाट कर मैं लाल कर दिया था.
वो मेरे सर के बालों को सहला रही थी और अपनी गांड को भी मस्ती में इधर उधर कर रही थी.
शिल्पा बहुत गर्म हो चुकी थी और उसकी चूत भी बहुत गीली हो चुकी थी.
मैंने देर न करते हुए उसकी चूत में अपनी दो उंगलियां डाल दीं.
अभी उंगली अन्दर गई ही थीं कि शिल्पा ने अपनी गांड उठा कर पीछे कर लिया.
मैंने भी उसकी टांग को पकड़ कर नीचे की तरफ खींचा और उंगलियों को अन्दर बाहर करने लगा.
कुछ ही पल में मेरी पूरी उंगलियां चूत के अन्दर तक जाने लगी थीं.
जैसे जैसे मेरी उंगलियां चूत में अन्दर बाहर हो रही थीं, वैसे वैसे शिल्पा की सिसकारियां भी बढ़ती जा रही थीं.
वो मुझे लगातार चुदाई के लिए कह रही थी.
फिर मैं उठा और अपना लंड शिल्पा की चूत से रगड़ने लगा.
इससे शिल्पा को और भी अच्छा लगने लगा.
कुछ पल ऐसे ही करते हुए हो गया था शिल्पा लंड चूत में अन्दर पेलने के लिए लगभग गिड़गिड़ाने लगी थी.
मैंने भी बहुत देर से अपने आप को रोक रखा था.
इतने में शिल्पा के मोबाइल पर कॉल आया.
मैंने देखा तो अंजलि भाभी का कॉल था.
शिल्पा ने मुझसे रुकने का कह कर कॉल उठाया.
अंजलि भाभी ने पूछा- कहां हो?
वो थोड़ा घबराने लगी.
मैंने इशारे से उसे बताया कि कह दो कि कमरे में हूँ.
शिल्पा बोली- दीदी, मैं ऊपर कमरे में हूँ.
अंजलि भाभी बोलीं- तुम चाय बना कर रखना, मैं दस मिनट में आ रही हूँ.
शिल्पा बोली- ठीक है दीदी.
फोन कट गया.
एक बार के लिए तो हम दोनों ही डर गए थे कि अंजलि भाभी कहीं ऊपर तो नहीं आ गईं.
शिल्पा बोली- अभी रहने दो … बाद में कभी मौका मिला तो कर लेना.
मैं जानबूझ कर मान नहीं रहा था कि कहीं ये बाद में मना ना करने लगे. अभी तो इसको चोदा तक नहीं है.
मैंने कहा- बस अभी हो जाएगा.
शिल्पा बोली- मैं पक्का वादा करती हूं यश … तुम जब बोलोगे, तो कर लूंगी.
मैं उसे अपना लंड को दिखा कर बोला- इसका क्या करूं?
वो बोली- अच्छा चलो इसको हाथ कर देती हूँ.
मैंने कहा- नहीं, करना है तो मुँह में चूस कर ढीला कर दो.
उसने ज्यादा समय खराब करना ठीक नहीं समझा, वो बोली- हां कर दूंगी ठीक है … पर अभी उठो.
मैंने कहा- ठीक है.
शिल्पा उठी और नीचे बैठ गई और मैं खड़ा हो गया. शिल्पा मेरे लंड को अब हाथ में लेकर जोर जोर से चूसने लगी.
मुझे भी बहुत मजा आ रहा था और मैं उसके सर को पकड़ कर लंड पेल रहा था.
मैं ज्यादा अन्दर तक लंड नहीं पेल रहा था … बस आधा अन्दर तक ही डाल कर निकाल ले रहा था.
उसके हाथों से मेरे लंड को छूने से और चूसने से मुझे भी बहुत मजा आ रहा था.
जब वो अपनी जीभ से मेरे लंड को चाटती तो मुझे और भी ज्यादा मजा आ रहा था.
अब वो जोर जोर से मेरे लंड को पकड़ कर चूस भी रही थी और आगे पीछे भी कर रही थी.
कुछ देर में मुझे लगा कि अब बस हो जाएगा, तो मैंने उसको बताया नहीं.
वो बार बार पूछती- तुम्हारा हुआ या नहीं?
मैं भी ना बोल देता.
अगले ही पल में मैंने सारा माल उसके मुँह में निकाल दिया.
जैसे ही उसके मुँह में मैंने माल निकाला, उसका मुँह भर गया.
उसने झट से वीर्य उगल दिया और जल्दी ही बाथरूम में जाकर सब साफ करके बाहर आ गई.
शिल्पा ने अपने कपड़े पहने और थोड़ा गुस्सा होते हुए बोली- ये जो किया है ना … वो अच्छा नहीं है.
मैं कुछ नहीं बोला.
वो जल्दी से नीचे चली गई. मैंने भी जल्दी जल्दी सब साफ किया और थोड़ी देर बाद नीचे चला गया.
दोस्तो, आपने भी समझ लिया होगा कि शिल्पा मेरे लंड से फंस चुकी थी.
अब उसकी चुदाई की कहानी को मैं सविस्तार अगले अंक में लिखूँगा. इस हॉट न्यूड गर्ल सेक्स स्टोरी पर आप मुझे मेल जरूर करें.
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हॉट न्यूड गर्ल सेक्स स्टोरी का अगला भाग: भाभी की चचेरी बहन की मस्त चूत चुदाई -3
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