कमसिन कातिल जवानी चुदने को मचल गई
(Hot Ladki Ki Deshi Sex Kahani)
हॉट लड़की की देशी सेक्स कहानी में पढ़ें कि हमारे घर में पड़ोसियों के रिश्तेदार ठहरे तो उनमें एक लड़की मेरी उम्र की थी. मैंने कैसे उसे सेट करके चोदा?
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार. मेरा नाम बलविंदर सिंह है.
मैंने अन्तर्वासना कर लगभग सभी कहानियां पढ़ी हैं.
आज मैं अपनी हॉट लड़की की देशी सेक्स कहानी बताने जा रहा हूं जो मेरे साथ आज से 7 साल पहले हुई थी.
सबसे पहले मैं अन्तर्वासना साइट को शुक्रिया अदा करना चाहता हूं जिसकी वजह से लाखों लोगों को अपने चरम सुख की प्राप्ति होती है और लोगों की कहानियां पढ़कर पाठक मजे लेते हैं.
मेरी पिछली कहानी थी: मामा की साली की वासना
मैं कुरुक्षेत्र हरियाणा का रहने वाला हूं.
यह कहानी जो मैं बताने जा रहा हूं, बिल्कुल सत्य है.
मेरी जिंदगी के 19 वर्ष बीत चुके थे और मैं अभी तक सिर्फ अपना लंड हिलाकर ही काम चला रहा था. मैं किसी लड़की को चोदने की फिराक में था.
मैं गांव में रहता हूं तो जब भी हमारे आस पड़ोस में शादी होती थी तो बहुत सारे मेहमान हमारे घर पर ठहरा दिए जाते थे क्योंकि हमारे घर पर बहुत जगह है.
हमारे घर के पिछली तरफ कुछ गरीब लोगों के घर हैं.
जब उनके यहां लड़की की शादी हुई तो बहुत सारे मेहमान आए थे. उनमें से कुछ मेहमानों को उन्होंने हमारे घर पर ठहरने के लिए पूछ लिया, तो मेरी मां ने मना नहीं किया.
शादी के दिन सुबह-सुबह ही सारे मेहमान आ गए. उनमें से एक 19-20 साल की लड़की थी, जो दिखने में ठीक-ठाक थी और हाइट भी अच्छी थी, मतलब चोदने लायक माल थी.
उन सबके आते ही मेरी निगाहें सिर्फ उस लड़की पर टिक गई थीं.
कुछ ही देर बाद उसकी निगाहें भी मेरे ऊपर पड़ गईं और उसकी कातिल निगाहों ने जैसे मुझे चीरकर रख दिया.
मैं उसकी तरफ देख कर हल्का सा मुस्कुरा दिया तो बदले में उसने भी थोड़ी सी स्माइल दे दी.
मैंने समझ लिया कि शायद इसके साथ काम बन जाएगा.
उसके बाद दोपहर को शादी में खाना वगैरह हुआ तो सब शादी वाले घर में चले गए और शाम को ही सोने के लिए वापस आए.
मेरी निगाहें तो शादी वाले घर में भी उस लड़की को ही ढूंढ रही थीं.
एक दो बार वह मिली और इशारों इशारों में आंखों से कुछ बात ऐसे भी हुई जैसे वह भी कुछ कहना चाहती हो.
अब मुझे रात का इंतजार था कि कब वह हमारे घर आए और कब कुछ बात बन सके.
रात के करीब 7:00 बजे वो सब लोग हमारे घर आए.
मैं घर के बाहर ही नजर लगाए टहल रहा था.
जब मैंने उस लड़की को आते देखा तो मेरा खुशी का ठिकाना ना रहा.
सब लोग सीधे अपने कमरों में चले गए और वह लड़की मुझे देख कर वॉशरूम जाने के बहाने बाहर आ गई.
वह बाहर आई तो मैंने हल्की सी आंख मार दी तो बदले में उसने भी स्माइल दे दी.
वह कातिल निगाहों से इस तरह देख रही थी, जैसे मैं उसे देख रहा था.
वॉशरूम जाने के बाद वह बाहर आई तो बाहर साबुन नहीं था.
वह सोच में पड़ गई, तो मैंने उससे पूछा- क्या हुआ?
उसने बोला- साबुन नहीं है.
मैं उसे साबुन देने के बहाने उसके पास चला गया.
घर के सभी लोग अन्दर थे, बाहर कोई नहीं था तो बात करने का अच्छा मौका था.
वो अपने हाथ होने लगी.
मैंने उससे पूछा- आपका नाम क्या है?
उसने अपना नाम पायल बताया और उसने मेरा नाम पूछा.
हम दोनों का परिचय हुआ.
उसने बताया कि वह 12 वीं क्लास में पढ़ती है. मैं भी उस समय 12वीं क्लास में था.
हाथ धोकर वह जाने लगी तो मैंने हल्के से उसका हाथ पकड़ लिया.
वो थोड़ा डर गई.
हमारे घर का बॉथरूम थोड़ा साइड में बना हुआ था, किसी के देखने का कोई डर नहीं था.
जब उसने कोई ख़ास विरोध नहीं किया तो मेरी हिम्मत बढ़ गई.
मैंने उससे कहा- मैं तुम्हें पसंद करता हूं.
तो उसने हल्की सी आंखें झुकाईं और फिर वही तिरछी निगाहों से मेरी तरफ देखा.
मैं समझ गया कि बात बन गई है. मैं धीरे से उसके और करीब आ गया.
पीछे दीवार थी तो वह पीछे हटती हुई दीवार से सट गई.
मैंने उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिए.
यह मेरी जिंदगी का प्रथम चुंबन था. मुझे बहुत मजा आ रहा था.
एक मिनट के बाद वह भी पूरा साथ देने लगी पर उसे शायद डर था कि कोई देख ना ले.
इसलिए वह मुझसे अलग हो गई.
उसकी सांसें जोर-जोर से चल रही थीं और आंखों में डर समाया हुआ था. साथ ही वासना के डोरे भी थे. मुझे दोनों का संगम उसकी आंखों में दिखाई दे रहा था.
थोड़ी थोड़ी तो मेरी भी फट रही थी पर आज पता नहीं क्यों, हाथ आई हुई चूत को मैं दूर नहीं जाने देना चाहता था.
इसलिए मैंने उससे कहा- अभी तुम अन्दर चली जाओ और रात को 10:00 बजे जब सब सो जाएं तो मिलने के लिए बाहर आ जाना.
उसने भी अपना सर झुका कर हां में जवाब दे दिया.
मैंने उसे छोड़ दिया तो वह मुझे देखती हुई अन्दर चली गई.
अब मैं रात के 10:00 बजने का इंतजार करने लगा और अन्दर जाकर लेट गया.
मैंने सोचा कि थोड़ी देर सो लेता हूँ, पर नींद कहां आ रही थी.
मन में तो चूत के ख्याल आ रहे थे.
धीरे-धीरे 10:00 बज गए.
मैं अपने अलग कमरे में सोता था तो मुझे तो आने में कोई दिक्कत नहीं थी.
मैं 10:00 बजे से भी पहले ही बाहर आकर खड़ा हो गया.
वह थोड़ी देर बाद आ गई.
उसके आते ही मैंने उसे पकड़ लिया और होंठों पर जोरदार किस शुरू कर दिया.
वह भी मेरा पूरा साथ देने लगी. शायद वह भी यही सब चाहती थी.
मैं उसे एक कमरे के बाजू में ले गया. उधर से किसी को कुछ नहीं दिख सकता था.
मैंने वो जगह साफ़ करके तैयार कर दी थी.
इधर लाकर मैंने उसके होंठों पर, गर्दन पर पीठ पर सब जगह किस किया.
उसके बाद मैंने उसे दीवार के सहारे लगा दिया और उसका कमीज को ऊपर उठा दिया.
उसने हाथ ऊपर कर दिए, तो मैंने कमीज उतार दी.
कमीज उतरने के बाद मैंने उसकी ब्रा के ऊपर से ही उसके एक चूचे पर कब्जा जमाया और दबाने लगा, दूसरे आम को पीने लगा.
कुछ देर बाद मैंने अपना एक हाथ उसकी सलवार में डाल दिया.
वह भी पूरी तरह गर्म हो चुकी थी, जल्दी ही उसने अपनी दोनों टांगें खोल दीं.
उसकी चूत के ऊपर एक भी बाल नहीं था.
मैंने एक हाथ उसके एक चूचे पर रखा हुआ था और दूसरे को मुँह में लेकर चूस रहा था. मेरा दूसरा हाथ उसकी चूत के अन्दर बाहर चलने लगा था.
उसकी चूत बहुत टाइट थी और वह बहुत ज्यादा गर्म हो चुकी थी.
मुझे लगा शायद उसका भी पहली बार था.
मैं करीब दस मिनट तक ऐसे ही पायल की चूत में उंगली करता रहा, तो उसमें से कुछ चिपचिपा सा माल निकल आया.
इसी के साथ उसकी सांसें उखड़ने लगीं.
मैंने उसकी सलवार नीचे कर दी. अब वह मेरे सामने सिर्फ ब्रा और पैंटी में थी.
तभी मैंने अपने सारे कपड़े उतारे और अपना लंड उसके हाथ के आगे कर दिया, फिर उसका हाथ पकड़ कर अपने लंड पर रख दिया और आगे पीछे करने लगा.
मैंने उससे मुँह में लंड लेने के लिए बोला पर उसने मना कर दिया तो मैं थोड़ा गुस्सा हो गया.
इस पर वह नीचे बैठ गई और अपना मुँह मेरे लंड के सामने ले आई.
उसके बाद उसने लंड के सुपारे पर हल्के से किस किया और लंड को मुँह में ले लिया.
आह … मुझे तो जैसे जन्नत ही मिल गई थी.
करीब पांच मिनट तक उसने मेरा लंड चूसा. कोई पहली बार मेरा लंड चूस रहा था तो जल्दी ही काम हो गया.
मैंने अपना सारा उसके मुँह में छोड़ दिया.
उसने वीर्य बाहर थूक दिया.
उसके बाद मैंने उसे खड़ा किया और झुड बैठ कर उसकी चूत पर अपना मुँह रख दिया.
वह भी अपना सर दीवार पर लगाकर तेज तेज सांसें लेने लगी.
उसका एक हाथ मेरे बालों में चल रहा था.
टांगें पूरी तरह से खुली हुई थीं और उसे पूरा मजा आ रहा था.
उसके मुँह से आह आह की आवाज निकल रही थी.
करीब 5 मिनट बाद मेरा लंड फिर से उफान पर आ गया.
फिर मैंने उसे नीचे लिटाया और उसकी चूत के ऊपर अपना लंड रगड़ने लगा.
मैंने कभी सेक्स नहीं किया था पर ब्लू फिल्में देख देख कर सब कुछ सीख गया था.
दो मिनट तक मैं लंड को उसकी चूत पर रगड़ता रहा.
उसके बाद जब वह तड़पने लगी और बोली- प्लीज अब डाल भी दो न इसको मेरी चूत में … ठंडा कर दो मेरी चूत को … बहुत आग लगी हुई है.
मैंने बोला- अभी कर देता हूं ठंडा इसको मेरी रानी!
तब मैंने अपने लंड को हाथ में पकड़ कर उसकी चूत पर सैट कर दिया.
आज मेरा लंड मुझे कुछ ज्यादा ही बड़ा लग रहा था और सुपारा भी फूला हुआ था.
मैंने अपने लंड को उसकी चूत पर रख कर जैसे ही धक्का मारा तो वह पीछे हटने लगी लेकिन मैंने उसे जोर से पकड़ कर रखा था.
वह बोलने लगी- आराम से करो.
तो मैं यूं ही रुक गया और फिर धक्का मारा तो मेरा सुपारा उसकी चूत में घुस गया.
वो तड़फने लगी.
मगर मैंने अचानक ही समझ लिया कि ये साली अब चिल्लाने वाली है तो मैंने अपने होंठ उसके मुँह पर लगा दिए.
वो कसमसा रही थी मगर तभी मैंने एक और तेज धक्का देते हुए बाकी बचा हुआ लंड भी उसकी चूत में पेल दिया.
वो बेहद तड़फ रही थी और उसकी आंखों से आंसू आ रहे थे.
करीब एक मिनट बाद वह शांत हो गई और कमर हिलाने लगी.
मैंने समझ लिया कि बंदी फिट हो गई.
अब मैंने लंड आगे पीछे करना शुरू कर दिया.
वो ‘उन्ह उह …’ करती हुई मेरा साथ देने लगी.
कुछ ही देर में हम दोनों के बीच भीषण चुदाई शुरू हो गई.
दोनों तरफ से धक्का पेल चुदाई चल रही थी.
कोई 5 मिनट तक मैंने उसको इसी आसन में चोदा.
उसके बाद मैंने उसको अपने ऊपर आने के लिए बोला लेकिन उसने मना कर दिया.
मैं खड़ा हो गया और उसे घोड़ी बना दिया, पीछे से उसकी चूत को चाटने लगा.
उसकी चूत में से नमकीन का स्वाद आ रहा था.
चूत का रस चाटने के बाद मैंने पीछे से अपना लंड उसकी चूत में डाल दिया, दोनों हाथ से उसकी गांड पकड़ रखी थी.
उसके मुँह से भी कामुक आवाजें आ रही थीं- आंह फाड़ दो बलविंदर … आह आई लव यू उन्हह आहह हहह आहहह.
फिर उसका शरीर अकड़ने लगा था. मैं समझ गया कि ये झड़ने वाली है.
दस बारह धक्कों के बाद उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया और वो ढीली पड़ गई.
पर मेरा काम अभी नहीं हुआ था, मैं ऐसे ही उसे चोदता रहा.
करीब 5 मिनट ऐसे ही चोदने के बाद मैंने अपना पानी उसकी चूत में निकाल दिया.
उसके बाद हम दोनों अलग हुए तो उसके चेहरे पर संतुष्टि के भाव साफ छलक रहे थे.
वह मेरे सीने से लग कर ‘आई लव यू …’ बोली.
फिर हम दोनों ने कपड़े पहने और कुछ पल बैठ कर बातें की.
उसने बताया कि वह पहले भी एक बार सेक्स कर चुकी है, पर तब भी इतना मजा नहीं आया था, जितना उसे आज आया है.
वह मेरी चुदाई से पूरी तरह संतुष्ट हो गई थी.
मैंने उससे उसकी पहली चुदाई और आज की चुदाई में फर्क जानना चाहा.
तो उसने बताया कि एक साल पहले उसने एक लड़के के साथ सेक्स किया था पर उसे बिल्कुल मजा नहीं आया था और ना ही उस लड़के ने उसकी चूत चाटी थी.
मैंने उसे बताया कि मुझे उसकी चूत चाट कर जन्नत का मजा मिला.
उसके बाद हम दोनों ने नंबर ले लिए.
उसने जाने से पहले मुझे एक जोरदार हग दी. मैंने भी उसके दूध मसल कर उसे चूमा.
उसके बाद वह अन्दर चली गई.
तीन दिन तक वो सब लोगों के साथ हमारे घर पर रुकी रही.
उस दौरान मैंने दो बार और उस हॉट लड़की की देशी चूत चोदी.
इसके बाद एक साल तक मेरी उससे बात होती रही और हमने कई बार अलग-अलग जगहों पर मिलकर चूत चुदाई का मजा लिया.
फिर उसकी शादी हो गई और मैंने उसको कॉल करना बंद कर दिया क्योंकि मैं नहीं चाहता था कि उसकी जिंदगी में मेरी वजह से कोई परेशानी हो.
पायल भी शादी के बाद मुझे कभी नहीं मिली लेकिन आज भी वह पहली चुदाई मुझे बड़ी याद आती है.
आप सब लोगों से निवेदन है कि मुझे ई-मेल करके बताएं कि मेरी सच्ची हॉट लड़की की देशी सेक्स कहानी आपको कैसी लगी. आज तक मैं कई बार सेक्स कर चुका हूं. आपने हौसला दिया तो एक एक करके सबके बारे में लिखूंगा.
धन्यवाद.
मेरी ईमेल आईडी है
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