गर्लफ्रेंड की चुत की पहली चुदाई की कहानी

(Girlfriend Ki Chut ki Pahli Chudai Ki Kahani)

दोस्तो.. मेरा नाम अरविंद कुमार, मैं यमुना नगर से हूँ। मेरी हाइट 5’7″ है और दिखने में भी ठीक-ठाक हूँ। मेरी उम्र 23 साल की है और अभी तक अविवाहित हूँ।

मैं कई सालों से अन्तर्वासना पर हिंदी सेक्स कहानी पढ़ता आ रहा हूँ। मैं अन्तर्वासना पर प्रकाशित हर स्टोरी पढ़ता हूँ और मुझे अन्तर्वासना की हर सेक्सी स्टोरी अच्छी भी लगती है।

इन कहानियों को पढ़ कर मेरा भी दिल किया कि मैं अपनी स्टोरी अन्तर्वासना पर आप सभी के साथ शेयर करूँ। यह मेरी पहली स्टोरी है.. अगर मैंने कुछ ग़लत लिख दिया हो तो प्लीज़ माफ़ कर देना!

मेरी एक गर्लफ्रेंड थी उसका नाम स्वीटी था.. यह नाम बदला हुआ है, उसकी उम्र भी 23 साल है। उसका रंग थोड़ा सांवला है.. पर वो बहुत मस्त माल है।

मेरी गर्लफ्रेंड दिखने में थोड़ी मोटी थी और उसकी गांड बाहर को निकली हुई थी। उसका साइज़ 34-28-36 का था, वो दिखने में बहुत मस्त माल थी, उसको देखते ही मेरा लंड खड़ा हो जाता था पर अभी पिछले महीने उसकी शादी हो चुकी है।

हम दोनों एक-दूसरे को बहुत लव करते थे। वो एकदम बिंदास थी.. जब भी वो मेरा पास आती थी.. तो मैं उसको किस करता था और उसके मम्मों को चूसता था।

जब वो मुझे किस करने लगती थी तो मैं उसकी गांड और चुत में भी हाथ जरूर फेरता था पर शुरुआत में जगह ना होने की वजह से हम सेक्स नहीं कर पाए थे।

उसके साथ के दिनों की बात है.. एक दिन गर्मियों के दिन में वो 3 बजे मेरा पास आई, उस दिन मेरा दोस्त मेरे पास बैठा था.. तो मैंने अपने दोस्त से किसी रूम के लिए बोला.. तो उसने झट से अपना रूम मेरे को दे दिया और मैं अपनी गर्लफ्रेंड के साथ कार में उस दोस्त के रूम पर चले गए।

उसके कमरे में जाकर दोस्त ने हम सबके लिए चाय बनाई और चाय पीकर वो कमरे में हम दोनों को अकेला छोड़ कर चला गया। अब हम दोनों ही रूम पर रह गए।

उसके बाद मैंने स्वीटी को पीछे से अपनी बांहों में भर लिया और उसकी गर्दन पर किस करने लगा। वो मेरा साथ देने लगी तो अब मैं उसके गालों पर चूमने लगा। अगले ही पल वो मेरी छाती से लग गई और मुझको किस करने लगी।

हम दोनों एक दूसरे को किस करते हुए आहिस्ता आहिस्ता एक दूसरे के कपड़े उतारने लगे।

स्वीटी शुरू में थोड़ा घबरा रही थी क्योंकि यह उसका फर्स्ट टाइम था.. हालांकि मेरा भी पहला मौका था.. पर मैं इतना नहीं घबरा रहा था।

हमारी दोस्ती को एक साल होने वाला था और हफ्ते में 3-4 बार हमारी चूमा चाटी चलती रहती थी। मैंने अब उसकी शर्ट उतार दी थी और उसके मम्मे ब्रा के ऊपर से ही दबाने लगा तो उसने अपने मम्मे मेरे मुँह की ओर उठा दिए, मैं ब्रा के ऊपर से ही उसके दूध चूसने लगा।

मैंने ब्रा के ऊपर से ही उसके मम्मों को चूसते हुए उसकी ब्रा खोल दी। ब्रा खुलते ही उसके मम्मे एकदम उछल कर मेरे सामने थिरकने लगे, उसके मम्मे बहुत टाइट थे और दबाने पर मुलायम भी थे।

मुझको उसके मम्मे चूसने में बहुत मजा आ रहा था और वो भी मम्मे चुसवाते समय कामुक सीत्कार कर रही थी, उसके मुँह से ‘उम्म्ह… अहह… हय… याह… आह..’ की हल्की-हल्की आवाजें निकल रही थीं।

मैं उसके मम्मों को चूसते-चूसते हल्का सा काट लेता.. तो वो सिसकारी भर लेती। मैं उसके एक मम्मे को हाथ से दबा रहा था और दूसरे को मुँह से चूस रहा था।

अब मैं उसके मम्मों को चूसते-चूसते नीचे की तरफ जा रहा था और वो सिसकारियां भर रही थी।

मैंने उसको किस करने के बाद अपनी गोद में उठा कर बिस्तर पर लिटा दिया और उसके पूरे बदन को चूसने लगा, अब मेरे साथ वो भी हॉट हो चुकी थी।

मैं अभी उसको और चूसना चाहता था क्योंकि उसका फिगर था ही इतना मस्त.. कि मुझसे रुका ही नहीं जा रहा था। मैं ये मौका कैसे छोड़ सकता था कि उसको पूरी तरह ना चूसूं!

मैंने अब उसकी जाँघों पर किस करना शुरू कर दिया.. ओर वो और जोर से आवाज़ें निकालने लगी। उसकी मादक आवाजें मुझको और उत्तेजित कर रही थीं।

हालांकि मुझको चुत चाटना पसंद नहीं है.. पर मैं उसकी जाँघों से होता हुआ टांगों तक उसको किस करने लगा। अब उसने चुदास से भरते हुए मुझको पकड़ कर अपने ऊपर खींच लिया और एक हाथ से मेरा लंड पकड़ लिया।

अब वो मेरा लंड को हिलाने लगी, उसका हाथ लगते ही मेरा लंड और कड़क हो गया। उसने अब मुझको लिपकिस करना शुरू कर दिया था। कुछ मिनट तक हम दोनों लिपकिस करते रहे, जिससे हम दोनों और गरमा गए।

कुछ ही पल बाद वो कहने लगी- अब बर्दाश्त नहीं होता.. प्लीज़ डाल दो.. मेरी चुत में.. फाड़ दो आज मेरी चुत.. आह्ह..
मैंने अपना लंड उसकी चुत पर लगाया और पेलने की कोशिश की, पर लंड उसकी कसी हुई चुत में अन्दर नहीं जा रहा था।

फिर मैंने लंड और चुत पर थूक लगाया और उसकी चुत के मुँह पर लंड रख कर जोर का झटका मारा, तो मेरे लंड का टोपा उसकी चुत में घुस गया।

सुपारा घुसते ही वो दर्द से कराहने लगी और लंड बाहर निकालने के लिए बोलने लगी.. पर मैंने उसकी कोई बात नहीं सुनी और एक और तगड़ा झटका मार दिया, जिससे मेरा लंड उसकी छूट में आधा घुस गया।

इस बार उसकी तेज चीख निकल गई, पर मैंने झटका लगाने के साथ ही साथ उसके मुँह पर हाथ लगा दिया था, जिससे उसकी आवाज़ बाहर नहीं निकल पाई।

फिर मैंने उसके मुँह को अपने मुँह में दबाते हुए एक झटका और मारा। अब मेरा पूरा लंड उसकी चुत में घुस चुका था और उसकी चुत से खून निकलने लगा था। चूंकि ये उसका फर्स्ट टाइम था तो सील टूटने पर खून निकलना तो स्वाभाविक था।

मेरा लंड भी पहली बार किसी चुत में घुसा था तो दर्द तो मेरे लंड में भी हुआ। उसकी कसी हुई चुत में जाकर मेरे लंड की ऊपरी खाल छिल गई थी.. इसलिए मुझे भी बड़ी जलन से होने लगी थी।

कुछ पल हम दोनों यूं ही पड़े रहे.. दर्द के बाद लंड ने चुत में जगह बना ली तो वो भी नॉर्मल होने लगी।

अब मैंने धीरे-धीरे लंड को अन्दर-बाहर करना शुरू कर दिया और अब वो भी मेरा साथ देने लगी। कुछ ही पलों बाद उसको बहुत मज़ा आने लगा और अब वो ‘आ.. अहह.. उह.. आआह..’ की आवाजें निकाल-निकाल कर सेक्स का मजा लेने लगी।

उस दिन मैंने उसको 3 बार चोदा.. मेरी सबसे बड़ी कमज़ोरी ये है कि मैं चुत के साथ-साथ लड़की की गांड भी मारना पसंद करता हूँ।

इसके बाद मैंने दो लड़कियों की चुदाई और की.. वो मैं अभी नहीं लिखूंगा।

दोस्तो, आपको मेरी कहानी कैसी लगी। प्लीज़ मेरी कहानी के लिए अपने ईमेल जरूर करना।
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