गर्लफ़्रेंड शिप्रा की मस्त चुदाई

(Girl Friend Shipra Ki Mast Chudai)

दोस्तो.. मेरा नाम नीलेश पटेल है। 19 साल का हूँ मेरा जिस्म एकदम कसरती है। दिखने में एक बेहद आकर्षक बन्दा हूँ। मैं गुजरात के बड़ोदा से हूँ और इस वक्त बीसीए की पढ़ाई कर रहा हूँ।
मैं अन्तर्वासना का एक नियमित पाठक हूँ। मुझे इसकी चूत चुदाई की कहानियाँ बहुत पसंद हैं।

आज़ मैं आपको अपनी स्टोरी बताने जा रहा हूँ कि कैसे मैंने अपनी कॉलेज की लड़की मेरी गर्लफ़्रेंड के साथ चुदाई की।
यह बात उस वक्त की है.. जब मैं बीसीए के दूसरे सेमेस्टर में था। इसी सेमेस्टर में हमारे कॉलेज में अहमदाबाद से एक लड़की ट्रांसफ़र हुई थी, उसका नाम शिप्रा गुप्ता था, वो काफ़ी सुंदर थी, उसका फिगर एकदम मस्त था.. यही कोई 36-23-32 का और वो एकदम गोरी-चिट्टी थी।

मेरा तो मन उसे पहली बार देखते ही चोदने का कर रहा था तो एक दिन मौका पाकर मैंने उससे बात शुरू की।
मैंने पूछा- आपका नाम क्या है?
बोली- शिप्रा गुप्ता।
मैं औपचारिकता से मुस्कुराने लगा.. फिर वो बोली- मेरा यहाँ पर कोई दोस्त नहीं है.. क्या आप मेरे दोस्त बनोगे।
जैसे उसने मेरे मन की बात ही छीन ली हो, मैंने भी झट से ‘हाँ’ कर दी।

उसके परिवार में उसका छोटा भाई था.. वो भी बी ई कर रहा था, उसके पापा बैंक में मैनेजर थे और उसकी मम्मी एक गृहणी थीं।
हमारी दोस्ती हो गई और ऐसे ही क्लास में आते-जाते हम काफ़ी करीब आ चुके थे।

एक दिन मौका देख कर मैंने उसे ‘आई लव यू’ बोल दिया और उसने भी ‘हाँ’ कहा।
फ़िर एक दिन उसके सभी घर वाले मंदिर के दर्शन करने गए हुए थे। मंदिर करीब 100 किलोमीटर दूर था, आने और जाने में करीब काफी समय लगने की उम्मीद थी।
इसलिए उसने मुझे मेरे मोबाइल पर फोन करके बुलाया।

मैं उसके घर गया और देखा कि वो सिर्फ़ एक पतली सी नाइटी में थी। नाइटी के अन्दर उसने ब्लैक ब्रा और पैंटी पहन रखी थी.. जो कि साफ़ दिखाई दे रही थी।

उसे इस तरह देखते ही मेरी नीयत खराब हो गई और मैंने उससे पूछा- क्या अकेली हो.. बाकी सब लोग कहाँ गए हैं?
उसने चुदासी आवाज में कहा- मंदिर गए हैं.. जरा देर से आयेंगे।
इतने सुनते ही मैंने उसे अपनी बाँहों में ले लिया और उसे किस करने लगा।
मैंने उसे अपनी बाँहों में उठाया और अन्दर बेडरूम में ले गया और उसके होंठों पर किस करने लगा।

करीब 15 मिनट तक मैंने उसे किस किया। वो एकदम उत्तेजित हो चुकी थी और कामुकता से चिल्लाए जा रही थी ‘आह्ह.. मजा आ गया.. ओह्ह.. लव मी..’

फिर मैंने उसकी नाइटी को फाड़ दिया, अब वो सिर्फ़ टू पीस में थी, मैंने अपनी पैंट-शर्ट भी खोल दिए, मैं सिर्फ़ चड्डी में रह गया था। फिर मैंने उसे ऊपर से नीचे की तरफ़ किस करना शुरू किया। किस करते हुए जब मैं उसके चूचों के पास आया.. तो मैंने उसकी ब्रा भी खोल दी।
यह देख कर मैं पागल हो गया कि उसके इतने मोटे चूचे एकदम पूरी तरह से सख्त हो चुके थे और उसके चूचुक पूरी तरह से तन रहे थे।
मैंने उसे चूसना शुरू किया तो वो मस्ती में चिल्ला उठी- प्लीज़.. नीलू.. आह्ह.. मजा आ गया.. आह.. फक मी.. जल्दी करो।
फिर मैंने उसकी पैंटी भी निकाल दी और अब वो मेरे सामने बिल्कुल नंगी थी।

मैंने भी अपनी चड्डी खोल दी। मेरा 8 इंच का मोटा तगड़ा लंड देख कर वो घबरा गई और बोली- प्लीज पूरा मत डालना। मैंने सुना है कि काफ़ी दर्द होता है।
मैंने कहा- जान दर्द से ज्यादा मजा आता है, तुम देखती जाओ बस..

मैंने अपना लंड उसके मुँह में डालना चाहा तो उसने मना कर दिया और बोली- इसे इसकी सही जगह.. मेरी चूत में ही डालो।
मैंने उसकी चूत को चाटना शुरू किया और काफ़ी देर तक चाटता रहा, उसके मुँह से चीखें निकल रही थीं- प्लीज़.. नीलू.. आह्ह.. मजा आ गया.. आह.. फक मी.. जल्दी करो अब बर्दाश्त नहीं हो रहा है.. अपने पास समय भी कम है.. फास्ट.. फक मी.. आह्ह..

उसने मुझे खींच कर अपने ऊपर लिटा लिया और मैंने उसके कंधों को अपने हाथों से कस कर पकड़ लिया और अपना लंड उसकी चूत में डालने लगा।
अभी सिर्फ़ दो इंच ही अन्दर गया होगा कि वो जोर से चिल्लाई और उसने पीछे हटने की कोशिश की.. मगर मैंने भी उसे पूरे जोर से पकड़ रखा था।
फिर एक और झटके से मैंने अपना करीब तीन चौथाई लंड उसकी चूत में डाल दिया।

वो एकदम से तड़फ गई और जोर से चिल्लाई- उई.. माँ.. मैं मर गई.. आह्ह.. प्लीज़.. छोड़ो मुझे.. मुझे नहीं चुदना..
मैंने उसे फिर एक और झटका दिया और अब मेरा पूरा लंड उसकी चूत में था, उसके मुँह से काफ़ी तेज आवाज निकल रही थीं लेकिन कुछ ही देर में उसे भी मजा आने लगा।
उसने कहा- नीलू अब मुझे मजा आ रहा है.. तेज-तेज चोदो..

मैंने धीरे-धीरे अपनी स्पीड बढ़ाते हुए फ़ुल स्पीड पर चुदाई चालू कर दी।
अब वो मस्ती में चिल्ला रही थी- प्लीज जोर से चोदो.. आह्ह.. प्लीज.. फक मी..
करीब 20 मिनट तक मैं उसे चोदता रहा, फिर उसकी चूत में से पानी निकल गया और उसने मुझे और सख्ती से पकड़ लिया।

अब मैं समझ चुका था कि उसका पानी निकल चुका है।
यह जानते ही मैंने अपनी स्पीड और तेज की.. फिर थोड़ी देर में मेरा भी पानी निकल गया और जब मेरा माल निकलने लगा.. तो मैं उसके ऊपर ही लेट गया और फिर थोड़ी देर बाद मैंने फिर से उसे चोदा।

उस दिन मैंने उसे तीन 3 बार चोदा।
फिर जब भी मौका मिलता.. हम खूब चुदाई करते थे।

उम्मीद है मेरी यह सच्ची चूत चुदाई कहानी पढ़ कर आपको मजा आया होगा.. मुझे ईमेल लिखें।
[email protected]

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