मेरी हॉट गर्लफ्रेंड की गांड चुदाई का मजा

(Girl Ass Butt Plug Story)

गर्ल एस बट्ट प्लग स्टोरी में अपनी गर्लफ्रेंड की चूत मारने के बाद मैं उसकी गांड मारने के लिए उसे तैयार करने लगा. पहले उसकी गांड में उंगली से मजा दिया फिर बट्ट प्लग से गांड खुली की.

दोस्तो, मैं प्रशांत झा एक बार पुन: आपकी सेवा में अपनी हॉट गर्ल फ्रेंड की चूत चुदाई के बाद गांड फाड़ने वाली सेक्स कहानी लेकर हाजिर हूँ.

पिछली कहानी
हॉट गर्लफ्रेंड की सीलतोड़ चुदाई का मजा
में आपने पढ़ा था कि किस तरह से मैंने अपनी क्लास में पढ़ने वाली हॉट लड़की काव्या को अपनी गर्लफ्रेंड बनाया और उसे अपने एक दोस्त के खाली फ्लैट में ले जाकर चोदा.

एक बार काव्या मेरे लंड से चुद गई, तो उसकी चूत में लंड के लिए चुनचुनी होने लगी और वह मेरे साथ लगातार चुदाई का मजा लेने लगी.

अब आगे गर्ल एस बट्ट प्लग स्टोरी:

डेढ़ महीने में दस बार काव्या की चूत का बाजा बजाने के बाद मैंने उसकी गांड मारने की तरफ अपना दिमाग लगाया कि किस तरह से इसकी पीछे वाले छेद का मजा लेना चाहिए.

मैं अब जब भी उससे मिलता, तो उसकी गांड पर जरूर हाथ फेरता.
उसे भी अच्छा लगता तो वह मुझसे कुछ नहीं कहती.

एक दिन चुदाई के समय मैं उसकी गांड पर हाथ फेरते हुए उसकी गांड के छेद में उंगली करने लगा.
वह उचक गई और कहने लगी- उधर कुछ नहीं करो.

मैंने कुछ जवाब नहीं दिया और अपनी उंगली को थूक से चिकना करके गांड में अन्दर बाहर करता रहा.
उसे भी शायद अच्छा लग रहा था तो उसने भी दुबारा से कुछ नहीं कहा.

उस दिन मैंने उसकी चूत में लंड के साथ साथ गांड में उंगली करके बेहद सुख प्राप्त किया था.
उसे भी अपनी गांड में उंगली करवाने में मजा आया था.

चुदाई के बाद हम दोनों बात कर रहे थे.
उसने कहा- तुम पीछे उंगली कर रहे थे, तो शुरू में तो अजीब सा लग रहा था … पर बाद में बड़ा अच्छा लग रहा था.
मैंने कहा- हां उधर एस में आगे से ज्यादा मजा आता है.

वह बोली- तुमको कैसे मालूम?
मैंने हंसते हुए कहा- मैंने अपनी गांड मरवाई है न!

वह जोर जोर से हंसने लगी और मुझे चिढ़ाती हुई बोली- अच्छा तो तुम गांडू भी हो!
मैंने कहा- हां बस अब तुम जल्दी से औंधी हो जाओ, तो तुमको भी गांड चुदवाने का सुख दे दूंगा.

इसी तरह से मजाक चलता रहा और मैंने यह महसूस किया कि वह गांड मरवाने के लिए मानसिक रूप से तैयार होने लगी थी.

अब हाल यह हो गया था कि जब भी मैं उसकी लेता तो वह अपनी गांड में उंगली करने के लिए जरूर कहती.
एक दिन मैंने तय कर लिया कि इसकी गांड में उंगली की जगह कुछ और डाला जाए.

मैंने नेट पर सर्च किया और कुछ गांड चुदाई के वीडियो भी देखे तो उसमें बट्ट प्लग मुझे समझ में आ गया.

साधारणतया बट्ट प्लग एक ऐसा आइटम होता है जो मूली के जैसा होता है, आगे से कम मोटा और उसके बाद मूली जैसा मोटा होता जाता है.

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गांड का गुल्ला

समस्या यह थी कि बट्ट प्लग किधर से लाऊं.
फिर ऑनलाइन खरीदने वाली साइट से दो तीन किस्म के बट्ट प्लग सर्च करके मँगवा लिए. उधर डिल्डो भी मिल रहे थे, पर वह उन्हें बाद में खरीदने की सोच कर बट्ट प्लग ले लिए.
यह सब एक सप्ताह में हो गया.

जैसे ही बट्ट प्लग आ गए तो मैंने अपनी छिनाल को बताया कि तेरी गांड के लिए खिलौने मँगवाए हैं.
वह हंसने लगी और बोली- गांड के लिए खिलौने कैसे होते हैं?

मैंने कहा- गुदगुदी देते हैं.
वह बोली- दिखाओ.

मैंने उसे सारे बट्ट प्लग दिखाए तो वह बड़ी खुश हुई.

उसी वक्त मैंने उसे चित लिटाया और उसकी टांगें अपने कंधों पर रख कर उसकी गांड में एक बट्ट प्लग चिकना करके लगा दिया.
वह आह करके मजा लेने लगी.

मैंने उसकी गांड में बट्ट प्लग की नोक लगाई थी और सोच लिया था कि धीरे धीरे यह मूली जैसा बट्ट प्लग जब मेरी छिनरो की गांड में अन्दर जाने लगेगा तो इसको मजा भी आएगा और इसकी गांड भी ढीली होना शुरू हो जाएगी.

अब मैंने उससे कहा- अपने हाथ से बट्ट प्लग की मुठिया पकड़ कर अपनी गांड में अन्दर बाहर कर.
वह करने लगी.

मैं उसकी एक चूची के निप्पल को मींजने लगा और जीभ से चूत के दाने को लिक लिक करने लगा.
उसको चूची मिंजवाने में और चूत का दाना कुरदवाने के साथ साथ अपनी गांड की खुजली मिटवाने में बेहद सुख मिलने लगा था.

वह कहने लगी- वाह मेरे चोदू सनम … क्या चीज मँगवाई है तूने … मजा आ गया … अब आ जा और मेरी चूत में अपना मूसल पेल कर मेरी चुदाई करना शुरू कर. मैं लंड के साथ साथ इस बट्ट प्लग से अपनी गांड की खाज भी मिटवाती जाऊंगी.
मैंने ओके कहा और पोज बना कर लंड चूत में पेल दिया.

लंड सैट हो जाने के बाद उसने खुद अपने हाथ से अपनी गांड में बट्ट प्लग लगाया और गांड की खुजली मिटवाने का सुख लेने लगी.

पर अभी वह अपनी गांड में बहुत अन्दर तक बट्ट प्लग नहीं ले रही थी.

मैंने अपने हाथ से उसकी गांड में बट्ट प्लग कुछ अन्दर ठूँसा, तो वह आह आह करने लगी.
मैंने पूछा- क्या हुआ?
तो वह बोली- दर्द होता है, गांड चिरती सी है.

मैं मन में सोच रहा था कि साली रांड … तेरी गांड चीरने के लिए ही तो मैं मरा जा रहा हूँ. अब तो तेरी गांड में वाईब्रेटर वाला डिल्डो पेल कर चूत चुदाई का मजा लूँगा, तब मुझे चैन आएगा.

इस तरह से दोस्तो, काव्या को चूत में लंड लेते समय अपनी गांड में बट्ट प्लग लेने की आदत हो गई.

फिर एक दिन हमेशा की तरह मैं उसे लेकर दोस्त के फ्लैट में गया.
मैंने उस दिन अपने साथ कुछ पेन किलर और सेक्स वर्धक गोलियां रख ली थीं.

घर के अन्दर घुसने के बाद मैंने दरवाजा बंद किया और हम दोनों के बीच किसिंग सीन शुरू हो गया.
किस करते करते मैंने उसका शर्ट उतार दिया और उसके चूचों को मसलने लगा.

कुछ देर बाद मेरा एक हाथ धीरे धीरे उसकी स्कर्ट के अन्दर पहुंच गया और उसकी पैंटी के ऊपर से उसकी चूत सहलाने लगा.
फिर मैंने अपने हाथ पीछे ले जाकर उसके चूतड़ों को थाम लिया और मसलने लगा.

अब हम दोनों बहुत गर्म हो चुके थे.
मैंने हम दोनों के कपड़े उतार कर फेंक दिए और मैंने उसे हॉल में ही टेबल पर लिटा कर कुतिया बना दिया.

हमेशा की तरह मैंने उसे कंडोम दिया जो उसने मेरे लंड पर पहना दिया और मैंने एक ही झटके में पूरा लंड उस रांड के भोसड़े में उतार दिया.

उसके मुँह से बस एक आह निकली और उसने बड़ी आसानी से मेरा लंड झेल लिया.

वह कहने लगी- बट्ट प्लग भी लगा.
मैंने कहा- अभी नहीं … थोड़ी देर बाद लगाऊंगा.
वह कुछ नहीं बोली.

फिर मैंने अपना इंजन चालू किया और तेजी से उसका भोसड़े का कीमा बनाने लगा. साथ में हम दोनों एक दूसरे को गालियां भी दे रहे थे.

काव्या- अन्दर तक घुसा मादरचोद … दम नहीं है क्या भोसड़ी के!
मैं भी उसे गालियां देते हुए बोला- साली रंडी आज तू देख कैसे तेरी नानी याद दिलाता हूं. चोद चोद कर चूत गांड का भोसड़ा न बना दिया तो मेरा भी नाम प्रशांत नहीं … तू बहुत बड़ी छिनाल है साली … बड़ा मस्त चुदाती है आह आह.

काव्या- चल चल बड़ा आया भोसड़ा बनाने वाला … आज मैं भी देखती हूं साले कितना दूध पिया है तूने अपनी भोसड़ी वाली मां का … लगा धक्के मादरचोद!
मैं- साली मां तो आज तेरी चुदेगी छिनाल रंडी … तू देखती जा कुतिया तुझे कैसे रांड बनाता हूं.

कुछ देर बाद हम दोनों झड़ गए और हमने किचन में जाकर पानी पिया.

फिर हम दोनों हॉल में आ गए और टीवी में एक पेनड्राइव लगा कर ब्लू फिल्म देखने लगे.
उसमें एक लड़का एक रंडी को बाथरूम में ले जाकर उसकी गांड मार रहा था.

मैंने जानबूझ कर पेनड्राइव में ऐसा ही वीडियो डाला था.
अब हम दोनों गर्म हो गए.

मैं उसे लेकर बाथरूम में चला गया.
अन्दर जाकर मैंने शॉवर चला दिया और हम एक दूसरे को नहलाने लगे.

मैंने उसके चूचे, चूत और गांड पर साबुन लगा कर खूब रगड़ा और उसे गर्म कर दिया.

उसने भी मेरे लंड पर साबुन लगाया और लंड को खड़ा कर दिया.

अब मैंने शॉवर बंद कर दिया क्योंकि मैं चाहता था कि जब मैं उसकी गांड मारूं, तो उसकी गांड चिकनी रहे.

इसलिए मैंने उसे बाथटब के सहारे झुका दिया और उसकी गांड के छेद में साबुन लगाने लगा.
पहले एक उंगली, फिर दूसरी उंगली घुसा कर मैं उसकी गांड के छेद को खोलने लगा.

अब मैंने अपने लंड पर भी अच्छे से साबुन लगाया और उसकी गांड के छेद पर घिसने लगा.
वह आह आह करने लगी और कहने लगी- बट्ट प्लग से कर ले … पर लंड नहीं पेलना!

मैंने उसे समझाया कि चूत की सील टूटने वक्त भी दर्द हुआ था ना, फिर कितना मजा आया था … इस बार भी ऐसा ही होगा. बस थोड़ा सा दर्द होगा बर्दाश्त कर लेना. मैं आराम से करूंगा.
मेरे समझाने पर वह मान गई.

उसकी गांड तो वैसे भी अब तक काफी खुल गई थी.

मैंने धीरे से अपना लंड उसकी छेद में घुसाया और धक्का दे दिया.
अभी केवल सुपारा ही अन्दर गया था कि वह रोने लगी और लंड बाहर निकालने को कहने लगी.

बट्ट प्लग में पहले नोक अन्दर जाती थी, तो दर्द नहीं होता था.
लंड का सुपारा कोई नोक थोड़ी होती है. वह तो मोटा होता है और मेरे लौड़े का सुपारा तो वैसे भी किसी आंवले के जैसा था.

मैं उसकी गांड में सुपारा ठांस कर कुछ देर रुका रहा.
फिर मैंने एक जोरदार धक्का मारा और मेरा पूरा लंड उसकी गांड में समा गया.

वह चिल्लाने लगी. उसकी आंखों में आंसू थे.
फिर मैंने पीछे से उसके चूचे पकड़े और दबाने लगा.

कुछ देर बाद वह शांत हुई.
मैंने धीरे धीरे आगे पीछे करना शुरू किया.
उसे धीरे धीरे मजा आने लगा और वह भी गांड को पीछे की ओर धकेलने लगी.

वह कुछ बोल नहीं रही थी लेकिन मजे से चुदवा रही थी.
कुछ देर बाद मैं उसकी गांड में ही झड़ गया और हम दोनों उसी बाथटब में लेट गए.

लगभग आधा घंटा बाद हम दोनों उठे और नहा कर नंगे ही बाहर आ गए.
हमने हॉल में बैठकर अपना टिफिन खत्म किया.

मैंने उसे अपनी जांघ पर बिठा रखा था और उसे खिला रहा था.
वह भी अपने हाथों से मुझे खिला रही थी.

टिफिन खत्म करने के बाद मैंने उसे एक पेनकिलर दी और हम दोनों ने अपने कपड़े पहन लिए.

टाइम देखा तो अभी स्कूल की छुट्टी होने में आधा घंटा बाकी था.
तो हम दोनों वापस बैठ गए और टीवी से पेनड्राइव निकाल कर एक पिक्चर चला दी.

मैंने उसे वापस अपनी गोद में बिठा लिया.
आधा घंटा तक हम दोनों ने टीवी पर फिल्म को देखा, फिर हम दोनों छुट्टी के समय पर वहां से निकल गए.

अगली सेक्स कहानी में मैं आपको बताऊंगा कि कैसे मेरे दोस्त ने उसे चोदा. फिर कैसे उसके पड़ोसी ने उसकी चूत का भोसड़ा बनाया.
तब तक के लिए सभी चूत की देवियों को मेरा नमस्कार.

गर्ल एस बट्ट प्लग स्टोरी पर अपना प्यार मुझे मेल के जरिए देते रहिए … और हां, लंड वालों से भी प्यार देने की गुजारिश है.
मेरी मेल आईडी है
[email protected]

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