मौसी की बेटी भाई और उसके दोस्त से चुदी

(Double Chudai Chut Gand Ki)

मोनिका मान 2023-09-28 Comments

डबल चुदाई चूत गांड की करवाई मेरी मौसी की बेटी ने अपने भाई और उसके दोस्त से. वह हमारे घर आई, साथ में उसका भाई और भाई का दोस्त भी आया.

यह कहानी सुनें.

दोस्तो, मैं मोनिका मान उर्फ़ मोनी फिर से हाजिर हूँ अपनी कहानी लेकर।

मेरी पिछली कहानी
हिमाचली लड़कियों की दमन में सेक्स भरी मस्ती
को आपने जो प्यार दिया, मैं उसके लिए आप सबकी बहुत आभारी हूँ.

कुछ दोस्त मुझे नहीं जानते उनसे निवेदन है कि मेरी पिछली कहानियां पढ़ें और मेरे बारे में जान लें।

आज की कहानी में मेरी मासी की लड़की निहारिका की है जिसमें उसने डबल चुदाई चूत गांड की करवाई.

निहारिका के बारे में बता दूँ।

मेरी बहन निहारिका का रंग गोरा और 5 फ़ीट 4 इंच की हाइट है।
उसकी चूचियां 30 इंच की हैं जो सेब की तरह गोल हैं और ऊपर से गुलाबी निप्पल … बहुत ही कयामत लगती हैं.

निहारिका कमर बिल्कुल पतली लगभग 26 की और बड़े बड़े तरबूज की तरह 34 इंच के गोल कूल्हे हैं।
निहारिका के कूल्हों को देख कर लगता है कि दो बड़े बड़े तरबूज रख दिए हो।

निहारिका के बहुत से लड़कों से सम्बन्ध रहे हैं।
उसको ज्यादातर 25 से 30 साल के लड़के पसन्द आते हैं।

अब मैं सीधा कहानी पर आती हूँ.
उससे पहले आपको बता दूँ कि मुझे अन्तर्वासना के पाठकों के मेरी पिछली कहानी को लेकर बहुत से मेल आये लेकिन कुछ दोस्तों के मेल के जवाब नहीं दे पाई, उनसे मैं माफ़ी चाहती हूँ।

जब हम बहनें दमन घूमने गयी थी, तब हमारी ममा दिल्ली चली गयी थी पापा के पास!

पापा निकिता के लिए लड़का ढूंढ रहे थे तो जब पापा पिछली बार आये थे तब लड़के को देखने गए थे।
लड़का शिक्षा विभाग में बड़े पद पर नौकरी करता है।
पापा को उनका काम धाम पसन्द आ गया।

अब पापा आ रहे थे घर क्योंकि मेरी बहन निकिता को देखने के लिए लड़के वाले मेहमान आने वाले थे।

ममा ने मुझे कॉल की- घर की साफ सफाई कर देना अच्छे से … हम कल आ जायेंगे। और 2 दिन बाद निक्की को देखने के लिए लड़के वाले आ रहे हैं।
मैंने कहा- ठीक है।

मैंने निकिता को बताया- तुझे देखने लड़के वाले आ रहे हैं, हमें साफ सफाई करनी है।
निकिता बोली- कल सुबह उठ कर करेंगी, अब तो शाम के 5 बज गए।

उस रात हम खाना पीना खा कर सो गयी।

मैं बिना कपड़ों के सोती हूँ तो निकिता भी ब्रा पैंटी में सो गयी।

सुबह उठ कर निकिता ने चाय बनाई और मुझे उठा कर चाय दी और बोली- जल्दी से फ्रेश हो जा, साफ सफाई करनी है. और 11 बजे तक पापा भी आ जायेंगे।

मैं फ्रेश हो गयी और निकिता के पास रसोई में चली गयी, बिना कपड़ों के ही और रसोई साफ करने लगी।

हमारे घर में 4 कमरे ऊपर और नीचे 4 कमरे और रसोई है।

रसोई का काम निपटा कर हम दोनों पहले ऊपर के कमरे साफ करने लगी।
मैं और निकिता पानी से फर्श साफ करने लगी।

मैंने निकिता के ऊपर पानी डाल दिया।
निकिता भीग गयी।

तभी पापा का कॉल आया कि वे 2 दिन बाद आएंगे और लड़के वाले भी 4-5 दिन बाद आने वाले हैं।
मैंने नीकिता को बता दिया।

तभी निहारिका का कॉल भी आया कि वह हमारे शहर में किसी काम से आई हुई है और 20 मिनट में घर आ रही है। उसे यहां 2 दिन रुकना पड़ेगा।

मैंने पूछा कि आपको लेने आऊं या खुद आ जाओगी।
निहारिका ने कहा कि वह ऑटो में है और खुद आ जायेगी।

निक्की को भी निहारिका से मिले हुए तीन साल हो गए थे तो वह भी खुश हो गयी।

हम दोनों साफ सफाई में जुट गयी और निक्की बोली- फटाफट कपड़े पहन लो, निहारिका आने वाली होगी।
मैंने कहा- मैं और निहारिका एक साथ होती हैं तब कपड़े नहीं पहनती।

हमने बातों बातों में ऊपर की साफ सफाई कर दी थी और नीचे आ गयी।

थोड़ी देर बाद निहारिका ने कॉल किया- दरवाजा खोलो।
मैं ऐसे ही बिना कपड़ों के दरवाजा खोलने चली गयी।

दरवाजा खुलते ही निहारिका मुझे देख कर हंस दी और बोली- मोटी गांड, सो के उठी है क्या जो बिल्कुल नंगी घूम रही है?
मैंने कहा- नहीं, सफाई कर रही थी. अच्छा हुआ तू आ गयी। कुछ तो काम आसान होगा।

और हम अंदर आ गई।
मैंने निहारिका को पानी दिया और रसोई में चली गयी.

निकिता चाय बना रही थी।

तभी निकिता ब्रा पैंटी में ही बाहर आ गयी।
निहारिका ने निकिता को देखा और दौड़ कर हग कर लिया।

मैं चाय ले कर हॉल में आ गयी और हमने चाय पी, निकिता ने निहारिका से बातें की।

तभी मैंने निहारिका को कहा- जल्दी से कपड़े बदलो और लग जाओ साफ सफाई में!
निहारिका ने ऊपर मेरे रूम में जा कर कपड़े निकाल दिए और दूसरे कपड़े पहनने लगी.
मैंने मना कर दिया कि भीग जायेंगे, ऐसे ही बिना कपड़ों के चलो।

और हम नीचे आकर सफाई करने लगी।

मैंने देखा कि निहारिका की चूत बिल्कुल साफ थी।
शायद वह बॉयफ्रेंड से मिलने आई थी।

जब मैंने पूछा तो उसने बताया कि वह किसी काम से आई थी और भाई विक्की भी आएगा।

हम तीनों ने थोड़ी देर में ही साफ सफाई की और वहीँ पाइप के नीचे नहाने लगी।

निकिता ने कहा- खाना बना देती हूँ।
मैंने मना कर दिया- बाहर से मंगवा लो।

निहारिका भी बोली- भूख लगी है जोर से … बाहर से ही मंगवा लो।

हमने अपना शरीर पौंछा और निकिता ने खाना आर्डर कर दिया।

हम बिना कपड़ों के हाल में सोफे पर बैठ गयी।

थोड़ी देर में घर के दरवाजे की घण्टी बजी।

निकिता फटाफट काले रंग की ब्रा और पैंटी पहन कर ऊपर से ममा की पारदर्शी लाल रंग की नाईटी पहनी और दरवाजे खोलने चली गयी।

नाइटी में निकिता बहुत सुन्दर दिख रही थी.

दरवाजे पर एक हट्टा कट्टा लड़का खाना देने आया था।

निकिता ने उससे पाँच मिनट बात की, खाना लिया और वापस आ गयी।

हमने खाना कर बर्तन साफ किये और बैडरूम में आ कर टीवी देखने लगी।

तभी निहारिका के पास उसके भाई विक्की का फ़ोन आया और बोला कि वह आ रहा है, उसके साथ में उसका दोस्त भी है।

निहरिका ने मुझे बताया कि विक्की और उसका दोस्त आ रहे हैं।
मैंने कहा- दोस्त क्यों?
तो वह बोली- मेरा भी दोस्त है वह … और उसे मेरे और विक्की के बारे में पता है।

तभी निक्की बोली- पता है तो बुला लो।
निहारिका ने विक्की को बोल दिया कि आ जाओ।

हमने कपड़े पहन लिए।

थोड़ी देर में ही वे दोनों आ गए।

हमने उनको पानी दिया फिर चाय दी और कहा- हम तीनों बाहर जा रही हैं, तब तक आप आराम करो।
विक्की ने निहारिका को कहा- जल्दी आना … हमने वापस घर भी जाना है.
और कहा- निकिता है यहां … तो अपना काम कैसे बनेगा?
निहारिका ने कहा- 2 मिनट रुको, मैं सब सेट करती हूँ।

तब निहारिका मेरे पास आकर बोली- वे आज शाम को ही घर जायेंगे. और बोल रहे हैं कि निकिता घर पर है।
तब निक्की बोली- तू यहीं रुक जा, मैं और मोनी बाहर चली जाती हैं।

तभी हॉल में आकर निकिता बोली- मोनी, तू यहीं रुक जा … मैं और निहारिका बाजार होकर आती हैं.

फिर वह बोली- या ऐसा करो … निहारिका को क्यों तंग करना … मोनी तू चल मेरे साथ, 2 घण्टे का ही काम है। निहारिका तू रुक जा यहीं।
निहारिका मान गयी।

निक्की ने गाड़ी निकाली।
मैं और निक्की ब्यूटी पारलर पहुंच गयी।

निक्की ने अपनी आइब्रो बनवाई और वैक्स करवाई.
1 घण्टे में सब काम हो गया।

हमने खाने पीने का सामान जैसे स्नैक्स, कोल्डड्रिंक ब्रेड लिये और घर पहुंच गयी।
निक्की ने घर के बाहर ही गाड़ी खड़ी कर दी।

मेरे पास मेन गेट की चाबी थी.
मैंने दरवाजा खोला और अंदर जाकर फिर से बन्द कर दिया।

थोड़ा और अंदर गयी तो ममा के कमरे से आवाज आ रही थी लेकिन दरवाजे और खिड़कियां बिल्कुल खुली थी।

मैंने खिड़की से अंदर की तरफ देखा तो अंदर बेड पर विक्की नंगा लेटा था।
यह वही खिड़की थी जिसमें से मैं ममा पापा की और ममा के साथ अंकल की चुदाई देखा करती थी।

विक्की का लण्ड अपनी चूत में लेकर निहारिका विक्की के ऊपर लेटी थी।
और विक्की का दोस्त निहारिका की गांड में लण्ड डाल कर तेज तेज धक्के लगा रहा था।

निहारिका सिसकारियाँ ले रही थी, ऊँची ऊँची आवाज में इस्स्स स्स स्स स्स आःह्ह ह्ह्ह उफ की आवाजें निकाल रही थी … और तेज और तेज करने को बोल रही थी।

निक्की और मैं खिड़की से डबल चुदाई चूत गांड की देख रही थी।

थोड़ी देर बाद विक्की का दोस्त नीचे आ गया और निहारिका उसके ऊपर आ गयी।
विक्की बेड पर खड़ा हो गया अपना लण्ड निहारिका के मुंह में दे दिया।

निहारिका नीचे से अपने दोस्त से चूत चुदवा रही थी और विक्की से मुंह को चुदवा रही थी।

तभी विक्की ने निहारिका के मुंह में ही अपना सारा वीर्य निकाल दिया।
निहारिका बड़े चाव से सारा वीर्य पी गयी और अपने दोस्त के लण्ड पर जोर जोर से उछलने लगी।

दो तीन मिनट बाद निहारिका नीचे आ गयी और खुद को बेड के किनारे से लगा लिया और अपनी टांगों को ऊपर उठा कर सीने से लगा लिया.
तभी उसका दोस्त नीचे खड़ा हो गया और लण्ड को निहारिका की चूत पर सेट कर के एक ही झटके में पूरा लण्ड निहारिका की चूत में डाल दिया।

15 से 20 धक्कों में ही निहारिका झड़ गयी।
निहारिका के झड़ने के कुछ समय बाद ही उसके दोस्त ने झटके से लण्ड बाहर निकालकर निहारिका की गांड में डाल दिया और ताबड़तोड़ धक्के मारने लगा।

पाँच मिनट में ही निहारिका की गांड को अपने गर्म गर्म वीर्य से भर दिया और निहारिका के ऊपर ही गिर गया।

हम दोनों बहनें खिड़की से हट गयी और वापस बाहर गाड़ी में आ गयी।

पांच मिनट बाद मैंने निहारिका को कॉल किया, कहा – दरवाजा खोलो, हम आ गयी।

उन तीनों ने कपड़े सेट किये और बेडरूम की चादर ठीक कर के निहारिका ने दरवाजा खोल दिया।
हम अंदर आ गयी और उनको कोल्डड्रिंक दी और कुछ खाने को दिया।

हमने थोड़ी देर बात की और तभी विक्की जाने के लिए बोलने लगा.
तो निक्की ने उनको अपनी गाड़ी से बस स्टॉप तक छोड़ने चली गयी और निहारिका नहाने के लिए चली गयी।

नहाते हुए मैंने निहारिका से पूछा- कुछ हुआ?
तो निहारिका बोली- हाँ हमारा काम हो गया।

निहारिका नहा कर बाहर आई तो मैंने निहारिका की गांड पर हल्का सा चांटा लगाया और बोली- तेरी गांड भी मारी क्या?
तो निहारिका ने कहा- हाँ, गांड भी और चूत भी!

फिर वह मेरी गांड पर थप्पड़ मारती हुई बोली- तेरी गांड क्यूँ जल रही है?

मैंने निहारिका को बताया- हमने सब कुछ देख लिया था कि तू कितने मजे से लण्ड पर झूले झूल रही थी।
तभी निक्की आ गयी और आते ही निहारिका को देख कर बोली- 2-2 लण्ड कब से खाने लगी तू?
निहारिका हंस दी और बोली- जब से मोनी से बात होने लगी, तब से खाती आ रही हूँ।

खैर हम तीनों ने दो दिन तक भरपूर मजा लिया।
दो दिन बाद ममा पापा आ गए और निक्की का सारा सामान ले आये।

अब हम सब कायदे से रहने लगे।
मैं और निहारिका ऊपर अपने कमरे में और ममा पापा और निक्की नीचे के कमरे में।

निक्की का अलग से कमरा सेट कर दिया था।

प्रिय पाठको, अभी तक की इस डबल चुदाई चूत गांड की कहानी में आपको मजा आया होगा ना!
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डबल चुदाई चूत गांड की कहानी का अगला भाग: मेरे भाई ने मुझे और मौसेरी बहन को चोदा

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