मुझे इससे क्या !-2
(Mujhe Isase Kya-2)
रंजना को उसी के घर में चोदा
हेलो दोस्तो, मैं आदित्य एक बार फिर से आप लोगो की सेवा में हाजिर हूँ।
आपने मेरी पहली कहानी
मुझे इससे क्या !
पढ़ी, आपके ढेर सारे मेल मिले, पढ़ कर मुझे बहुत ख़ुशी हुई।
आप लोग यकीन करो या ना करो पर अभी तक मैंने 8 लड़कियों के साथ शारीरिक सम्बन्ध बनाये हैं। एक बार फिर से आपको मैं आगे की कहानी बताता हूँ।
आप सब को मैंने पिछली बार बताया ही था कि मैंने कैसे रंजना की चुदाई की थी। यह हकीक़त है कि मैंने जिस लड़की को चोदा है उसने दुबारा मुझसे जरुर चुदवाया है क्योंकि मेरे चोदने का तरीका ही अलग है।
मैंने जब पहली बार रंजना को दुम्मास में चोदा, उसके बाद हम दोनों हमेशा, हमें जब भी मौका मिलता, तो चुदाई करते थे। जहाँगीरपुरा रोड में रंजना का एक फ़्लैट था जहाँ पर कोई नहीं रहता था, हमारा जब भी मन करता चुदाई का, हम कॉलेज का बंक मार कर वहीं पर जाकर चुदाई करते थे।
लगभग 15 दिन हो चुके थे और हमने कुछ नहीं किया था। कहते हैं लड़कियों को चुदाई के बाद तीसरे हफ्ते में सेक्स ज्यादा आता है और रंजना वैसे भी बड़ी चुदक्कड़ थी मेरी तरह, उसने मुझे शाम को कॉल किया कि कल हम मेरे फ़्लैट में चलेगे और प्यार करेंगे। कोई बेवकूफ ही होगा जो सामने से मिला निमंत्रण ठुकरा दे, मैंने तुरंत हाँ कर दी।
अगले दिन हम सुबह 7.30 आठवा गेट पर मिले, उसे अपनी बाइक पर बैठाया और हम उसके फ़्लैट के लिए निकल गए।
हम दोनों भीतर गए और दरवाजा बंद कर लिया, पूरे घर में सिर्फ हम दोनों ही थे, मुझे पता था कि जब आज रंजू ने खुद से कहा है तो पक्का आज की चुदाई में बड़ा मज़ा आएगा।
फ़्लैट खाली रहने के कारण वहाँ पर कोई बेड तो नहीं था, पर चद्दर और चटाई थे, रंजू ने बैग रखा और चटाई और चादर बिछाई।
मैंने कहा- क्या बात है, आज बड़ी जल्दी है क्या?
इस पर रंजू ने कहा- जल्दी नहीं है पर आज मुझे पूरे एक बजे तक जी भर कर चोदो, मेरी चूत बड़ी फुदक रही है।
मैं तुरंत उसके पास चटाई पर बैठा और जबरदस्त चुम्बन चालू कर दिया। लड़कियों को अगर चूमो तो उनकी आँखें तुरंत बंद हो जाती हैं।
आपको बता दूँ कि मुझे मुख सेक्स बहुत पसंद है, उसमें मुझे कुछ ज्यादा ही जोश आता है, मैंने उससे पूछा- क्या आज मुंह से करें?
तो उसने कहा- जो करना है, करो पर आज मेरी फुद्दी को बस मसल डालो।
मैंने उसे चूमते चूमते सबसे पहले उसकी टॉप उतार दी, उसके चूचे देखकर मेरी नीयत और ख़राब हो गई, उसने ब्रा नहीं पहनी थी।
मैंने कहा- साली, ब्रा क्यूँ नहीं पहनी?
तो उसने कहा- क्या करूँ, चुदाई की ख़ुशी में सब भूल गई।
उसके गोरे गोरे मस्त चूचों को मैं दोनों हाथों से बराबर दबा रहा था और उसकी बड़ी बड़ी चूचियाँ चूस रहा था, मैंने उसकी गर्दन, मुँह, पीठ सब जगह बहुत चूमा और चाटा और हम दोनों कण्ट्रोल से बाहर हो गए।
मैंने खड़े होकर अपने सारे कपड़े उतार दिए और रंजना को भी पूरा नंगा कर दिया। हम दोनों नंगे थे।
आपको बता दूँ कि मुझे चूत चूसना और गाण्ड चाटना बहुत पसंद है और मैंने वही किया।
मुझे आज मुख-सेक्स करना था तो शुरुआत भी मुझे ही करनी थी, मैंने कहा- चल साली, अपनी चूत ला, मुझे पीनी है।
तो वो बोली- ले ना साले, घुस जा पूरा मेरे भोसड़े में !
फिर क्या था, मैंने उसकी मस्त गोरी चूत चाटना शुरू कर दिया, उसकी आवाजें निकलने लगी- आह्ह आआआ ह्ह्ह्हह आह्ह्ह ऊऊम्म्म उम्म्म ऊऊम्म्म्म !
मुझे कोई गाली देकर चुदवाए तो मुझे बड़ा मज़ा आता है, मैंने भी कहा- ला भोसड़ी की मादरचोद ! बड़ी मस्त चूत है तेरी !
मैं उसकी चूत के भीतर तक अपनी जीभ डालकर चाट रहा था और रंजना सिसिया रही थी- आःह्ह आआह्ह्ह ऊऊम्म्म
मैंने तुरंत उसे उल्टा लिटा दिया और उसकी गाण्ड चाटने लगा।
उसे इस झटके का एहसास नहीं था और वो जोर से सिसिया उठी, उसने कहा- भोसड़ी के, क्या-क्या चाटेगा और कहाँ-कहाँ घुसेगा?
मैंने कहा- मादरचोद, तेरे हर छेद में आज अपना लौड़ा डालूँगा !
तो वो बोली- जहाँ डालना हो वहाँ बाद में डालना पर पहले साले मेरे मुँह में अपना लौड़ा डाल पहले !
मैं तुरंत 69 में हो गया और फिर से उसकी चूत चाटने लगा और वो मेरा 8′ लम्बा और 2.5′ मोटा लौड़ा मुँह में लेकर चूसने लगी।
दो मिनट बाद रंजू बोली- आदित्य, अब जल्दी से मेरी चूत में डालो, मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा है।
मैंने कहा- साली पहले कुतिया बन ! फिर मैं पीछे से डालूँगा।
वो बोली- साले, मेरी चूत मारेगा या गाण्ड?
मैंने कहा- दोनों !
तो बोली- ठीक है, ये ले !
और इतना कहकर वो तुरंत कुतिया बन गई, मैंने अपने लण्ड पर थूक लगाया और उसकी बुर में भी थूक लगाया और पीछे से दोनों चूतड़ों को फैला कर अपना लण्ड उसकी गाण्ड में डाल दिया।
मेरा मोटा लण्ड जैसे ही उसकी बुर में गया उसकी सांस जैसे रुक गई, वो बोली- आःह्ह्ह साले मार डालेगा क्या? आराम से चोद ना !
मैंने कुछ नहीं कहा और हल्के-हल्के 3-4 झटकों के बाद एक बड़ी जोर से झटका मारा और वो चिल्ला पड़ी- आ आआ आआआ !
फिर क्या था मैं उसकी बुर में चोद रहा था और उसकी गाण्ड साफ़ दिखाई दे रही थी, मैंने चोदते-चोदते ही उसकी गाण्ड में उंगली डाली तो वो चिहुंक उठी, मैं समझ गया कि गाण्ड अभी कोरी है।
मैंने चुदाई की गति थोड़ी धीमी की और ढेर सारा थूक लेकर उसकी गाण्ड के ऊपर डाल कर उंगली करने लगा तो वो बोली- साले, क्या कर रहा है?
मैंने कहा- मादरचोद, मुझे तेरी गाण्ड अभी मारनी है !
उसने कुछ नहीं कहा तो मैंने तुरंत अपना लण्ड उसकी बुर से निकाला और उसकी गाण्ड में डालने लगा।
अभी लण्ड 1′ ही गया होगा कि वो चिल्लाने लगी, मैंने उसे कस कर पकड़ लिया और थोड़ी देर के लिए रुक गया। मुझे जैसे लगा कि दर्द कम हो रहा है मैंने फिर धक्का लगाया और 1 जोर का झटका मारा और आधा लण्ड उसकी गाण्ड में !
पर वो चिल्लाने लगी, मैंने रुकते हुए उतने में ही हल्का हल्का झटका मारना चालू कर दिया और जैसे उसका दर्द कम हुआ, जोर से झटका मारा और मेरा पप्पू राजा रंजना की गाण्ड में पूरा घुस गया।
मैंने तब झटके मारना चालू कर दिया, वो बोली- आदित्य, आज तो तूने सच में मुझे कुतिया बना कर मेरी गाण्ड फाड़ दी ! अब जल्दी कर और पानी मेरी बुर में डालना।
अब मुझे भी काफी देर हो चुकी थी सो मैंने 20-25 झटके मारे और एक झटके में अपना लण्ड उसकी गाण्ड से निकाल लिया, इसके पहले कि रंजना कुछ बोलती, मैंने तुरंत उसे सीधा करके उसकी चूत में डाल दिया और वो चिहुंक उठी।
अब रंजना भी मेरा चुदाई में बराबर साथ देने लगी क्योंकि अब उसका भी उफान आने वाला था, रंजना चिल्लाने लगी- साले और जोर से चोद, जल्दी जल्दी चोद !
और मेरे मुँह से भी गालियाँ निकलती जा रही थी- ले मादर चोद, साली बड़ी चुदक्कड़ बनती है बहन की लौड़ी !
और झटके बराबर मारता जा रहा था, यही कोई 5 मिनट जल्दी-जल्दी झटके मारे और दोनों का जिस्म अकड़ने लगा, वो बोली- आःह्ह अआः और तेज आदि ! और तेज आआह्ह्ह आआह्ह !
और मेरा भी आआह्ह आआह्ह्ह ऊम्म्म और धड़ाम …. दोनों का पानी निकल गया, मेरा पूरा पानी उसकी चूत में समां गया और उसके पानी से मेरा पूरा लण्ड भीग गया।
5 मिनट तक हम आँखें बंद करके एक-दूसरे के ऊपर लेटे रहे, उसके बाद अलग हुए और हमने दो बार और चुदाई की।
आगे आपको बताऊँगा कि कैसे कॉलेज के बाथरूम में मैंने रंजना को चोदा।
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