दोस्त ने अपनी बहन को चुदवाया-2

(Dost Ne Apni Behan Ko Chudwaya- Part 2)

पप्पू किंग 2018-12-11 Comments

अब तक इस सेक्स स्टोरी के पहले भाग
दोस्त ने अपनी बहन को चुदवाया-1
में आपने जाना था कि मेरे दोस्त रवि ने अपनी बहन को रंडी बनाने की ठान लिया था. वो रंडी बाजार से एक रिक्शे वाले को मुफ्त में चूत दिलाने की बात कह कर घर ले आया था.
अब आगे..

वो रिक्शा वाला मान गया. उसकी उम्र कुछ 50 साल होगी. वो काला और खूब मोटा था.

रवि ने उस दिन खूब दारू पी रखी थी. जब वो रिक्शे से उतरा तो उसके कदम लड़खड़ा रहे थे. ये देख कर मैं रवि को उसके रूम तक छोड़ने जाने लगा, तो उसने मुझे पीछे से धक्का मारा और नेहा को बुलाने लगा.

नेहा उस वक्त एक टाईट सी शर्ट और मिनी स्कर्ट पहने हुए थी. तभी रवि ने रिक्शा वाले से बोला- आज अपने लंड का रिक्शा मेरी बहन की चूत पर चढ़ा दे. इसको बहुत सारे लंड चाहिए. यही है तेरी रंडी.. जा चोद ले.
मैंने रवि से कहा- ये क्या कह रहे हो यार?
रवि बोला- मेरी बहन है.. मैं जिससे चाहूँ उसे चुदवा दूँ.
मैं कुछ नहीं बोला और कमरे में जाकर सोफे पर बैठ गया.

रिक्शा वाला नेहा को अपनी जांघ पर बैठा कर उसे किस करने लगा. नेहा उससे चुदने में हिचक रही थी लेकिन रिक्शा वाला बहुत हट्टा कट्टा था. उसने बोला- जान, सही से चुदवा लो वरना वियाग्रा खा कर चोदा, तो सुबह तक चोदूँगा. अभी मुझे मज़े लेने दो.. फिर मैं चला जाऊंगा.

मैं सोफे पर बैठे देख रहा था. उधर रवि नशे की टुन्नी में सो गया था.

रिक्शा वाला लुंगी में था, उसने लुंगी से लंड निकाला और नेहा से चूसने को कहा. नेहा वियाग्रा वाली चुदाई से डरती थी. उसने तुरंत लंड मुँह में ले लिया और चूसने लगी.
रिक्शा वाला बोला- अरे वाह रानी.. तुझे तो कोठे में होना चाहिए. क्या मस्त लंड चूसती हो. आज से तेरा घर ही मेरा कोठा है.. मैं रोज़ तुझे चोदने आऊंगा.

उसने नेहा की शर्ट एकदम से फाड़ दी और उसके एक दूध को अपने मुँह में रख कर चूसने लगा. रिक्शा वाले के मुँह ने पान था.. जो नेहा की चूचियों पर लग गया था और उसके बूब्स लाल हो गए थे.

इसके बाद रिक्शावाले ने नेहा के मम्मों पर पानी डाल कर उन्हें साफ़ किया. फिर वो रसोई में चला गया. किचन से वो मक्खन ले आया और उसकी चूचियों पर मल दिया. अब वो नेहा की चूचियों पर लगे मक्खन को खाने लगा. वो मक्खन खाते समय नेहा की चूचियों को अपने मुँह से कसकर दबा देता और नेहा की चीख निकल जाती.

मैंने पहली बार इस तरह से चुदाई देखी थी. मुझे इसमें मज़ा आने लगा. मैं सोच रहा था कि रवि भी किस शैतान को पकड़ लाया था. रिक्शे वाला उसकी बहन नेहा को पूरा निचोड़ रहा था.

रिक्शा वाला बहुत देर तक रवि की बहन की चूचियों से खेलता रहा. उसके बाद अचानक उसने पैंटी फाड़ कर अपना मजबूत हाथ नेहा की चूत में डाल दिया. नेहा के मुँह से ‘आआआह..’ की जोरदार आवाज़ निकल गई. फिर उसने अपना लंड नेहा की चूत में डाला और तेजी से अन्दर बाहर करने लगा. एक घण्टे बाद उसने चोदना बंद करके अपने लंड को नेहा के मुँह में डाल दिया.
इस तरह से नेहा और रिक्शे वाले की चुदाई संपन्न हुई.

रिक्शा वाला अपने कपड़े पहन कर 200 रूपये नेहा के मम्मों पर फेंक कर बोला- जानू रंडी से ज्यादा मज़ा तेरी चुत में है.

ये सब देख मेरा लंड भी खड़ा हो गया और मैंने अलमारी से एक कंडोम निकाल कर और रवि की बहन को खूब चोदा. मैंने कंडोम इस लिए लगाया था कि रिक्शे वाले के लंड ने नेहा को चोदा था.

मैंने नेहा की चुदाई करते हुए उससे पूछा- रिक्शे वाले का लंड कैसा था.
वो बोली- मेहनती आदमी का मजबूत लंड था.. मुझे अपनी चूत फटती सी महसूस हुई. मुझे बहुत मजा आया.

हम दोनों ने चुदाई के बाद साथ में ही नहाया और नंगे बेड पर लेट गए.

सुबह रवि उठा तो रात की सारी बातें भूल गया था. वो बोला कि आकाश जब से नेहा यहाँ आयी है, तुम तो उनको चड्डी तक पहनने नहीं देते. कितना चोदोगे.. क्या जीजा बनना चाहते हो. कम से कम मेरे सामने तो तुम दोनों कपड़े पहन लिया करो.

नेहा समझ गयी कि भैया कल रात की बात दारू की वजह से भूल गया है. नेहा बेड से उतरने वाली थी कि मैंने उसको बेड पर खींच लिया और सुबह से ही उसे चोदना शुरू कर दिया.

तभी रवि चाय बना कर लाया और बोला- अरे.. सुबह होते ही चुदाई शुरू कर दी.. लो ये चाय रखी है. चुदाई के बाद चाय पी लेना.
फिर वो भी उसी बेड पर चाय पीते हुए चुदाई देखने लगा. उसको कोई फर्क नहीं पड़ रहा था कि उसकी बहन सामने चुद रही है. उसके भाव से ऐसा लग रहा था. जैसे वो सामने उसकी बहन ना होकर कोई रंडी चुद रही हो.

रवि चाय की चुस्की लेते हुए बोला- यार, कभी अपनी बहन को बुला ले.
यह सुन मुझे गुस्सा आ गया क्योंकि मैं उसकी तरह चूतिया नहीं था.. जो अपनी बहन को लौंडो से चुदवाते देखूं.
इसी गुस्से के कारण मैंने नेहा की चुदाई की स्पीड बढ़ा दी. उसकी चीख़ निकल गयी- आहह… उम्म्ह… अहह… हय… याह… आआह!

रवि बोला- अब बस कर.. छोड़ दे मेरी बहन को.
लेकिन मैं नहीं रुका और बल्कि बगल की दराज से वियाग्रा निकाल कर खाई और नेहा को चोदना शुरू कर दिया. मैंने पूरे आधे घण्टे तक उसकी बहन नेहा को चोदा. जब उसकी बहन की आंख से आँसू निकलने लगे, तब मैंने उसकी चुत से लंड बाहर निकाला.

रवि समझ गया कि मेरी बहन को बुलाने वाली बात से मैं बुरा मान गया. इसके बाद रवि ने मेरी बहन की चुदाई की बात कभी नहीं की.

मेरी बहन की बात से मैं गुस्सा तो था लेकिन तब भी इस बात को जानता था कि मेरी दीदी हॉस्टल में लड़कों के कितने लंड ले चुकी है. दरअसल मैं अपनी बहन की चरित्रहीनता के कारण ही घर से बाहर निकल गया था. उसकी चर्चा सुनकर ही मुझे अपनी पुरानी बातें याद आने लगीं.

मेरी बहन की उम्र भी 22 साल की थी. उसके भी बड़े बड़े दूध थे.. गोल गांड वाला मस्त फिगर था. मुझे मालूम था कि मेरी बहन की पहली चुदाई घर के नौकर ने की थी, जो 40 साल का था. वो एक साल तक मेरी बहन को खूब चोदता रहा था. मैं उस समय ये सब छुप कर देखता और अपनी बहन की चुदाई के मज़े लेता था. कभी कभी अपने दोस्तों को भी दीदी चुदाई छुपकर दिखाता था.

जब वो स्कूल से कॉलेज गयी, तो हर महीने कोई न कोई लड़का उसको चोदता रहता था. उसके कुछ लड़कों के साथ की चुदाई के वीडियो पूरे कॉलेज में वायरल हो गए थे. मेरे दोस्तों के पास भी मेरी बहन सी दीदी की चुदाई के वीडियो थे. वे लड़के तो मेरे सामने वीडियो देखते रहते थे.

मैंने खुद भी देखा था कि एक वीडियो में 2 लड़के मेरी बहन को चोद रहे थे और तीसरा लड़का चुदाई की वीडियो बना रहा था. मेरी बहन बिस्तर पर चुदाई करवाते हुए अपनी चीख़ निकाल रही थी.
उसने चुदाई को अपना धंधा बना लिया था.. जिससे हमारे घर का खर्च चलने लगा था.

मेरी बहन रोज़ रात को देर से घर आती और कुछ अमीर लड़के बड़ी कार से उसको छोड़ने आते.

एक शाम, मैं अपने दोस्त के साथ एक सुनसान रोड पर बाइक पर बैठ कर सिगरेट पी रहा था. मैंने देखा एक कार रुकी. कुछ देर बाद कार से जोर जोर से आवाजें आने लगीं और कार हिलने लगी. मेरे दोस्त बोला- यार, इस कार में पक्का किसी लौंडिया की मस्त ठुकाई चल रही है.

मैंने कार को हिलते देखा तो मुझे भी लगा कि सच में कोई चूत चुद रही है.
मेरा दोस्त बोला- चल देखते हैं.
मैं बोला- तू चल.. मैं बाइक को साइड में खड़ा कर आता हूं.
वो चला गया.

मेरा दोस्त सफारी कार के अन्दर झांकने लगा, तो 6 फिट का गंजा आदमी उसको पीटने लगा. वो गंजा बोला- साले चुदाई देखेगा.

मेरे दोस्त ने उसकी बात का मतलब समझा कि वो चुदाई देखने के लिए पूछ रहा है. उस चूतिये ने बोल दिया कि हाँ देखना है.

पता नहीं उस आदमी ने क्या सोचा और गुस्सा होने की जगह कहा- ओके, तो यहीं से खड़े होकर चुदाई के मज़े ले. अभी 3 लंड से उसकी चूत चुदने के बाद मेरा नंबर आएगा. तब तू देखना कि मैं उस लौंडिया को कैसे चोदता हूँ.

तभी मैं भी वहाँ आ गया. उस आदमी ने मेरा कॉलर पकड़ लिया. मेरे दोस्त ने कहा- ये मेरे साथ है भाई.. क्या ये भी चुदाई देख सकता है?

तो उसने मेरे लिए भी हाँ कर दिया. कार में 5 आदमी थे और सबके सब 35 और 45 साल के थे. वे सब किसी लड़की को चोद रहे थे. लेकिन मैं उस लड़की की शक्ल नहीं देख पा रहा था.

मैं बहुत खुश था कि ग्रुप वाली चुदाई देखने को मिल रही है. तभी एक आदमी की आवाज आई- चल अभी अगला कौन चोदने आ रहा है?

तभी 6 फीट का लंबा सा आदमी आया. वो बोला- मेरा नंबर है.

उस लम्बे आदमी ने उस लड़की को जैसे ही गोदी में उठाया, वैसे ही उसकी शक्ल मैंने देख ली. मैं एकदम से चौंक गया कि ये तो मेरी बहन है. मेरा दोस्त मेरी बहन को नहीं जानता था, वो उसकी चुदाई के मज़े ले रहा था.

मैंने भी कुछ न कहने की जगह बहन की चुदाई देखना ठीक समझा. मैंने देखा कि मेरी बहन के स्तन उस आदमी के कंधों पर थे. वो मेरी बहन को अपनी गोद में लेकर चोद रहा था और बोल रहा था कि आज पचास हजार वसूल ही कर लूंगा.

पचास हजार की बात सुनकर मुझे समझ आ गया कि ये सब रईसजादे हैं और मेरी बहन को चोदने का सौदा किया है.

सभी 5 आदमियों में से 3 आदमी मेरी बहन को चोद कर आगे वाली सीट पर नंगे बैठ गए थे.

उस लम्बे आदमी के बाद एक आदमी और मेरी बहन को चोदने वाला था. उस लम्बे आदमी ने थोड़ी देर बहन को चोदा और उसके बाद वो लंड झाड़ कर किनारे हो गया. अब आखिर वाला 45-48 साल का आदमी था. उसने मेरी बहन से कहा- ले लंड चूस.
मेरी बहन उसका लंड चूसने लगी. दो मिनट में उस आदमी का लंड कड़क हो गया तो वो आदमी मेरी बहन से बोला- चल अब तू उल्टी हो कर लेट जा.

मेरी बहन औंधी लेट गई तो उस आदमी ने अपना काला भुजंग सा मोटा लंड मेरी बहन की चुत में डाल दिया और रगड़ने लगा. फिर वो आदमी मेरी बहन को सीधा कर चोदने लगा. उसने मेरी बहन की चूत को बड़ी देर तक रगड़ा. मुझे ऐसा लग रहा था कि मेरी बहन ने कोई चुदाई की क्षमता बढ़ाने वाली दवा खाई हुई थी तभी तो वो पांच आदमियों के बड़े बड़े लंड से चुदा पा रही थी. लगभग एक घण्टे तक धकापेल चुदाई के बाद सब थक गए थे. वे सब बियर पीने लगे थे.

तभी मेरी बहन ने अपने कपड़े समेटे और चुदाई के बाद पचास हजार मांगे. मेरी बहन ने कहा- मुझे जाना है.. जल्दी पैसे दो.

उसमें से एक काला आदमी उठा और मेरी बहन के मम्मों पर जोर से झापड़ मारते हुए उसकी चूचियों को दबा दिया. जिससे मेरी बहन की चीख निकल गयी. उस आदमी ने बोला कि बाहर दो दर्शक भी हैं.. पहले उनसे भी चुदवा, तब पैसे मिलेंगे.

जिस आदमी ने मेरे दोस्त को चुदाई देखने के परमीशन दी थी. वो हमसे बोला- तुम दोनों भी अन्दर आ जाओ.. और चोद लो इस रंडी को.
मेरा दोस्त मुझसे बोला- चल बे चलते हैं.
लेकिन मैंने कहा- मैं नहीं जाऊंगा.
वो बोला- ठीक है.. तू यहीं रुक, मैं इस लौंडिया के दूध पी कर आता हूं.

फिर मेरा दोस्त मेरी बहन के पास गया और वो सीधे मेरी बहन के एक दूध को अपने मुँह से खींचने लगा. फिर वो मेरी बहन से बोला- चल मुँह खोल साली..

वो अपने लंड से मेरी बहन के मुँह की चुदाई करने लगा. जब उसका लंड पूरा खड़ा हो गया, तो उसने भी मेरी बहन की चूत में अपना लंड पूरे दम से पेल दिया और अन्दर बाहर करने लगा.
मेरी बहन की चूत से ‘चट.. चट..’ सी आवाजें आने लगीं.

मेरे दोस्त ने मेरी बहन की चूत चुदाई करके अपने लंड का माल उसके मम्मों पर गिरा दिया.
ये देख कर वहाँ सभी हँसने लगे. वे बोले- यार तू तो न जाने कब का प्यासा था.

इसके बाद उन्होंने दीदी को पैसे दिए और कहा- अब तू जा और अलगे हफ्ते दुबई से कुछ लोग आएंगे, हम तुझे फोन कर देंगे तो तू से फिर आ जाना.

जैसे ही वो कपड़े पहनने लगी, मैं दोस्त के साथ वहां से निकल गया. फिर मैं अपना घर छोड़ कर यहां दिल्ली आ गया क्योंकि मुझे इस जलालत के पैसे से जिन्दगी जीना दुश्वार लगने लगा था. अब मैं कुछ इज़्ज़त का काम करना चाहता था.

ये सब मैं रवि से नहीं बताना चाहता था कि मेरी बहन उसकी बहन से भी बड़ी चुदक्कड़ है और वो पैसे के लिए चुदती है.

यह कहानी एक सत्य घटना पर आधारित है. इस सेक्स स्टोरी में बहन की चुदाई को मसालेदार बनाने में कुछ डायलॉग जोड़े गए हैं.. बाकी कहानी का आधार एकदम सत्य है.
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