बुआ की पड़ोसन कुंवारी लड़की की चुत चुदाई
(Desi Girlfriend Sex Kahani)
यह देसी गर्लफ्रेंड सेक्स कहानी मेरी बुआ के घर के पास रहने वाली कुंवारी लड़की से मेरी दोस्ती और उसके बाद उसकी सील तोड़ चुदाई की है.
दोस्तो, मेरा नाम हर्षवर्धन है. मैं दिखने में ठीक-ठाक हूं.
लगातार जिम जाने को वजह से मेरी बॉडी शेप में है और मेरे लंड का साइज 6.5 इंच है. ये ओरिजिनल नाप है … लड़कियां देखना चाहेंगी तो उन्हें दिखा भी सकता हूँ.
मैं अहमदाबाद के नजदीक के एक गांव से हूं.
जब भी मैं अपनी बुआ के घर जाता, तो उनके पड़ोस में ही मेरा मन लगा रहता था क्यूंकि पड़ोस में रहने वाले की बेटी सोनल मुझे बड़ी भाती थी.
यह देसी गर्लफ्रेंड सेक्स कहानी उसी लड़की के साथ की है.
सोनल दिखने में कांटा माल लगती थी. उसकी फिगर 32-30-34 की थी, जो मुझे उसे चोदने के बाद में पता चला था.
उसकी उम्र मेरे से दो साल छोटी थी. वो 20 साल की थी, उसके बूब्स … आह क्या बताऊं दोस्तो, जी करता था कि अभी पकड़ कर ख़ा जाऊं.
धीरे धीरे हम दोनों में बातचीत होनी शुरू हुई. फिर वहां से मैं अपने घर वापस आ गया.
ये हुआ यूं कुछ इस तरह कि काफी दिनों के बाद एक दिन मेरी बुआ के लड़के का कॉल आया.
उसने बताया कि मम्मी पापा यानि कि मेरे फूफा ओर बुआ का कार एक्सिडेंट हुआ है वो और काफी घायल हुए हैं.
मैं बुआ फूफा के घर जाने की तैयारी में लग गया. मैं उनके घर आ गया.
फिर 15 दिनों के बाद जब उन्हें डिस्चार्ज किया गया.
तब मैं उनकी सेवा करने की लिए कुछ दिनों के लिए वहां पर रहने लगा.
उस समय पड़ोस वाली सोनल भी आ-जा रही थी.
उसी दौरान उस पड़ोस वाली सोनल से मेरी बात चालू हो गई.
हमारी बातचीत पढ़ाई को लेकर शुरू हुई.
उसका रुझान भी मुझे कुछ सकारात्मक लगा तो मैं उससे कुछ ज्यादा ही बात करने लगा.
एक बार बात शुरू हुई तो उसकी तरफ से भी अच्छा रिस्पांस मिला.
हम दोनों पांच दिनों तक नियमित रूप बात करते रहे.
फिर हमने एक दूसरे के नंबर आपस में बदल लिए.
मुझे उम्मीद ही नहीं थी कि वो मुझे अपना नम्बर दे देगी. जब उसे मुझे अपना फोन नम्बर दिया तो मेरी तो मानो लॉटरी लग गई थी.
अब हम दोनों बात करते करते काफी करीब आ गए थे.
आग उस तरफ भी लगी थी. ये समझ आते ही मैंने उसे प्रपोज कर दिया.
हमने एक दूसरे को आई लव यू बोल दिया और हम दोनों की रेलगाड़ी पटरी पर दौड़ चली.
चार दिन बाद हालत ये हो गई थी कि फोन पर ही हम दोनों काफी देर देर तक बातें करने लगे थे.
वो अभी भी बीच बीच में फूफा के घर आती रही थी. बल्कि यूं कहूँ कि अब वो कुछ ज्यादा देर तक रुकने लगी थी.
बातों ही बातों में हम दोनों धीरे धीरे सेक्स के बारे में भी बातें करने लगे थे.
इसकी शुरुआत ऐसे हुई कि मैंने उसे एक दिन एक सेक्स क्लिप भेज दी.
क्लिप भेजने के बाद मैंने उससे सॉरी कहा तो वो बोली- अरे यार, सॉरी किस बात की. उस उम्र में ये सब देखना मुझे भी अच्छा लगता है.
फिर मैं उससे खुलता चला गया.
उसे मैंने फ्री सेक्स कहानी की लिंक भेज दी.
उसने लिंक खोल कर सेक्स कहानी पढ़ी तो वो मुझसे मजा लेने लगी.
मैंने उससे पूछा कि क्या तुमने पड़ोसन लडकी वाली सेक्स कहानी पढ़ी?
वो बोली- हां पढ़ी … और मुझे बड़ा मजा आया.
मैंने कहा- तुम भी तो मेरी पड़ोसन हो.
तो वो इतरा कर बोली- हां मैंने उसी को ध्यान में रख कर सेक्स कहानी का मजा लिया है.
मैंने कहा- अब सेक्स कहानी को हम दोनों प्रयोग करके भी देख सकते हैं.
वो हंस दी और बोली- देखूँगी.
मैंने कुछ आगे बढ़ कर कहा- उसमें कुंवारी पड़ोसन लड़की की सेक्स कहानी पढ़ो … फिर बताना.
वो बोली- मैं भी कुंवारी ही हूँ.
उस तरह से वो भी मेरे साथ लंड चुत की बातों में रस लेने लगी थी.
उसकी तरफ से इस तरह की बातें होना शुरू हुईं तो मुझे समझ आ गया कि उसे चुदने की लालसा है.
ये समझ आते ही मुझे तो मानो सोनल की चूत चोदने का नशा चढ़ गया था.
मैंने उससे कहा- मैं तुम्हें पाना चाहता हूँ.
वो बोली- पा तो लिया है और कितना पाना है?
मैंने कहा- मैं तुम्हें पूरा पाना चाहता हूँ.
वो धीमे से बोली- हां मेरा भी मन है हर्ष … मैं भी तुम्हें पूरा पाना चाहती हूँ.
अब दिन रात हम दोनों इसी के बारे में बातें करने लगे थे.
वीडियो कॉल के जरिए हम दोनों एक दूससे को काफी अन्दर तक देख चुके थे.
मैंने उसके सामने अपने लंड को हिला कर उसे काफी बार गर्म किया था. मैंने उसके नाम की कई बार मुठ भी मारी.
हम दोनों देर रात तक बात करने लगे थे.
एक दिन बात करते करते मैं उसके घर के पीछे की तरफ चला गया और उसे भी वहां पर आने का कहा.
मेरे बहुत बार कहने पर वो आने के लिए राज़ी हुई.
फिर जैसे ही वो डरती हुई आई, मैंने उसे गले से लगा लिया और पागलों की तरह किस करने लगा.
वो भी मेरा साथ दे रही थी.
थोड़ी देर बाद जब उसे होश आया कि वो कहां पर है, तो वो बिना कुछ बोले वहां से चली गई.
फिर उसका कॉल आया और उसने बताया कि वहां पर कोई भी आ जा सकता था इसलिए वो चली गई थी.
अब रोज़ हम इसी तरह थोड़ी थोड़ी देर के लिए मिलने लगे.
फिर मैंने उसे सेक्स करने के लिए बोला, पर उसने पहले मना किया.
मैंने कहा- तुम तो मुझे पूरा पाना चाहती थी … अब क्या हुआ?
वो बोली- यार डरती हूँ कि कहीं कुछ गड़बड़ न हो जाए.
मेरे काफी समझाने के बाद वो राज़ी हुई.
मगर अब जगह और मौका की तलाश आड़े आ गई.
अब जब भी मैं उसे देखता, तो सोचता कि अभी पकड़ कर चोद दूँ.
जब भी वो मार्केट जाती, मेरे लिए कुछ ना कुछ ले आती और रात को घर के पीछे मिलते वक्त दे देती.
फिर मेरी बेसब्री ख़तम होने का दिन आ गया.
उसने बताया कि उसकी मम्मी, उसके नाना के यहां जाने वाली हैं.
मैंने उसे उसी दिन मिलने के लिए कहा.
उसने हामी भर दी.
मगर उसने कहा कि घर पर मिलने में रिस्क है. तुम कुछ और सोचो.
फिर काफी सोचने के बाद मैंने उसे मार्केट आने के लिए कहा.
जिस दिन उसकी मम्मी उसके नाना के घर गईं, उसी दिन मैं अपनी बाइक लेकर मार्केट पहुंच गया और उसके फोन का इंतजार करने लगा.
करीब आधा घंटा बाद उसने कॉल करके बताया कि फलां जगह पर आ जाओ.
मैं फट से वहां पर पहुंच गया और उसे बाइक पर बिठा कर नजदीक एक गेस्ट हाउस में आ गया.
वहां पर मैंने पहले ही बात कर ली थी.
मैं रूम की चाभी लेकर सीधा रूम में आ गया.
अन्दर आते ही मैं शुरू हो गया.
उसने टॉप और जींस पहनी थी. वो पटाखा लग रही थी.
मैंने उसको अपनी बांहों में ले लिया और किस करने लगा, बूब्स दबाने लगा.
वो भी मूड बना कर आई थी इसलिए वो भी गर्म होने लगी और मेरा साथ देने लगी.
मैंने धीरे धीरे उसके सारे कपड़े उतार दिए. वो सिर्फ ब्रा और पैंटी में थी. उसने ब्लैक कलर का सैट पहना हुआ था, जिसमें एक पोर्नस्टार की तरह दिख रही थी.
मुझसे रहा नहीं जा रहा था, सो मैंने उसे सीधा बेड पर पटक दिया और उसके ऊपर चढ़ गया.
अब 5 मिनट तक हम दोनों लिपलॉक करते हुए मजा लेने लगे.
उसे चूमते चाटते हुए पैंटी के ऊपर ही उसकी चूत में उंगली करने लगा.
चूत पर उंगली की वजह से वो मुझे काटने लगी, मस्ती करने लगी.
मैंने उसकी नई ब्रा और पैंटी फाड़ कर निकाल दी.
तो वो गाली देने लगी- साले अब मैं क्या पहन कर जाऊंगी?
मैंने कहा- अबे यार, ब्रा पैंटी क्या बाहर दिखाने हैं. जींस टॉप पहन कर चली जाना.
वो हंस दी.
मैं उसके मम्मों को निचोड़ने लगा, दोनों निप्पलों को बारी बारी से अपने दांतों से काटने लगा.
वो अपने हाथ से मुझे अपने दूध पिलाने लगी और मादक आवाजें भरती हुई मुझे उकसाने लगी.
मैं भी कामवासना में अँधा हो गया था. मैं उसे बेहद गर्म करने लगा था.
वो भी मेरे जिस्म को जकड़ती हुई अपने नाखून गड़ाने लगी.
कुछ देर बाद मैं सीधा उसकी चूत पर आ गया और चुत चाटने लगा.
वो अपने हाथों से मेरा सिर दबाने लगी. उसकी चूत पाव रोटी की तरह फूली हुई थी.
मैंने उसकी टांगें फैला दीं और उसकी चिकनी चुत को अपनी जीभ से चाटने लगा.
उसकी चुत के दाने को अपने होंठों से पकड़ कर खींचने लगा.
इसका नतीजा ये हुआ कि कोई 5 मिनट में वो झड़ गई.
मैं उसकी चुत का सारा रस चाट गया और उसे फिर से कामुक कर दिया.
उसके बाद मैंने अपना लंड चाटने को बोला तो साली मना करने लगी.
कुछ जोर देने के बाद लंड का टोपा चूसने लगी.
मैं अपनी आंख बंद करके उसके बाल पकड़ कर दबाने लगा.
वो मना करती रही पर मैंने जोर देते हुए लंड उसके मुँह में घुसाना जारी रखा.
लंड अन्दर तक जाने के बाद वो सांस न ले पाने की वजह से खांसने लगी, उसका दम घुटने लगा था.
फिर मैंने उसके मुँह से लंड निकाल लिया और थोड़ी देर रुक गया.
उसके बाद मैंने उसको अपने ऊपर लिया और उसकी चूत में लंड डालने लगा.
लंड का टोपा ही चुत में घुसा था कि वो चिल्लाने लगी.
मैंने उसे अपने नीचे ले लिया क्योंकि पहली बार में लड़की को लंड की सवारी नहीं कराई जा सकती थी.
अब मैं उसे किस करने लगा और लंड चूत में पेलने की कोशिश करने लगा.
कुछ देर बाद लंड चुत में घुस गया.
वो कराहने लगी मगर मैं धक्के लगाने लगा.
धीरे धीरे करके मैंने पूरा लंड उसकी चूत में डाल दिया.
उसकी आंखों से पानी आने लगा और वो मुझे गाली बकने लगी.
थोड़ी देर रुकने के बाद धीरे धीरे धक्के लगाने शुरू किए.
अब उसको भी मज़ा आने लगा.
धकापेल चुदाई शुरू हो गई.
दस मिनट में वो दो बार झड़ गई.
फिर मैंने उसे घोड़ी बनाया और पीछे से लंड डालने लगा.
करीब पांच मिनट बाद मैंने भी उसकी चूत में अपना माल छोड़ दिया.
झड़ने के बाद मैं उसके ऊपर ही लेटा रहा.
थोड़ी देर बाद वो मेरे लंड से खेलने लगी और मैं उसे किस करने लगा.
मेरे लंड ने भी अपनी हरकत में आना शुरू कर दिया और एक बार फिर से लंबी चुदाई चली.
अबकी बार 15 मिनट के बाद मैंने अपना लंड चूत से निकाल कर उसके बूब्स पर सारा माल छोड़ दिया.
उस दिन तीन बार चुदाई करने के बाद मैंने देसी गर्लफ्रेंड को वापिस मार्केट में छोड़ दिया.
वहां से मैं बुआ के घर आ गया और वो अपने घर चली गई.
उसके बाद मैंने उसके घर पर ही उसकी गांड मारी. वो सेक्स कहानी मैं बाद में लिखूंगा.
आपको देसी गर्लफ्रेंड सेक्स कहानी कैसी लगी, प्लीज़ मेल जरूर करना.
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