मेरी चूत का लंड से पहला साक्षात्कार- 1
(Cute n Sweet Girl Sex Kahani)
क्यूट न स्वीट गर्ल सेक्स कहानी में पढ़ें कि मैं तब तक कमसिन और कुंवारी थी. मेरी वासना इतनी नहीं थी कि मैंने किसी लड़के से चुदाई का सोचूँ. उंगली मेरी साथी थी.
अन्तर्वासना के सभी दोस्तों को फिर से एक बार डॉली चड्ढा का नमस्कार!
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मेरी सभी कहानियों को पाठकों का बहुत-बहुत प्यार मिला जिसके लिए मैं पाठकों की आभारी हूं।
कई पाठकों ने मेरी पहली चुदाई के बारे में जानने की इच्छा प्रकट की है।
तो सभी पाठकों की इच्छा का सम्मान करते हुए दोस्तो … आज मैं आपको अपनी वह क्यूट न स्वीट गर्ल सेक्स कहानी बताने जा रही हूं कि मेरी चूत का लंड से पहला साक्षात्कार कब और कैसे हुआ।
यहाँ कहानी सुनें.
दोस्तो, जब मैंने कॉलेज में एडमिशन लिया तो मेरी उम्र लगभग 19 साल से थोड़ा ज्यादा थी।
मैं हॉस्टल में रहती थी और मेरी रूम पार्टनर शिवानी नाम की एक लड़की थी।
हम दोनों ने जवानी में नया नया कदम रखा था और इसी वजह से दोनों की चूत में खुजली ज्यादा होने लगी थी।
हॉस्टल में रहकर हम लोग नंगे चित्रों वाली किताबों को पढ़ने में रुचि लेने लगी।
बाद में धीरे-धीरे मेरे और शिवानी के मध्य लैसबियन रिलेशन भी बन गए।
हम दोनों एक दूसरी की चूत में उंगली करती थी और एक दूसरी के स्तनों को चूसती भी थी।
हम दोनों को अब अपनी चूत में लंड लेने की बहुत इच्छा होने लगी थी।
तभी सर्दियों की छुट्टियों में मैं घर आई।
पिछले काफी दिनों से मैंने अपने अंडर आर्म और चूत के बाल नहीं हटाए थे।
एक दिन मेरे घर से सभी लोग दो दिन के लिए बाहर गए थे तो मैंने सोचा क्यों ना मैं अकेले में इस काम को अंजाम दे दूं।
मुझे बाजार से कुछ दूसरे सामान भी खरीदने थे. अतः मैं अपनी स्कूटी लेकर बाजार गई तथा सभी सामानों की खरीदी के बाद एक जनरल स्टोर पर आई।
यह जनरल स्टोर हमारे बिल्कुल पास में रहने वाले एक अंकल का था.
लेकिन अभी काउंटर पर उनका नहीं उनका बेटा जतिन बैठा हुआ था।
मुझे देखकर वह मुस्कुराया और बोला- नमस्ते डॉली! आपको क्या चाहिए?
“भैया, मुझे एक लेडी शेव रेजर चाहिए!” मैंने जतिन के नमस्ते का जवाब देते हुए कहा।
जतिन ने दुकान में देखा तो पाया कि ‘लेडी शेव रेजर’ उसके पास खत्म हो गया है।
उसने मुझसे कहा- डॉली, अभी तो मेरे पास नहीं है दो-तीन दिन में मंगवा कर दे दूं तो चलेगा?
“भैया अभी घर में कोई नहीं है, इसलिए मैं चाह रही थी कि आज शेविंग निपटा देती हूं। चलिए कोई बात नहीं मैं बाजार जा कर कहीं और से खरीद लेती हूं।” मैं बिना सोचे समझे अपनी धुन में बोलती चली गई।
“अरे इतने से काम के लिए कहीं और जाने की जरूरत नहीं है। तुम घर चलो मैं थोड़ी देर में मंगवा कर खुद तुम्हें घर पर दे दूंगा।” जतिन ने मुझे समझा कर घर भेज दिया।
जतिन की बात मानकर मैं घर पर आ गई और अपने लिए खाना बनाने के बाद मैंने सोचा कि नहा कर शेव करना ठीक रहेगा क्योंकि त्वचा और बाल दोनों ही नर्म होने के कारण अच्छी तरह से शेव करते बनता है।
जब मैं नहा कर वॉशरूम से बाहर आई तो मैंने देखा कि मेन डोर कॉल बेल कोई बजा रहा है।
इस वक्त मैंने एक बिना बाहों का गाउन पहना हुआ था।
मैंने दरवाजा खोला तो जतिन खड़ा था.
उसने मुझे लेडी शेव रेजर दिया।
मैंने जतिन को धन्यवाद दिया और उससे रुकने को कहा ताकि मैं पैसे अंदर से लाकर उसे दे सकूं।
जतिन ने मुझसे एक गिलास पानी मांगा तो मैंने उससे घर में आकर बैठने के लिए कहा और मैं पानी और पैसे लेने के लिए अंदर चली गई।
पानी देकर जब मैंने जतिन को पैसे देने चाहे तो उसने मना करते हुए कहा- इस प्रकार के आइटम के लिए तो पैसा मत दिया करो। अगर और भी किसी चीज की जरूरत हो तो मुझे जरूर याद करना।
“आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। आपने मेरी बहुत बड़ी समस्या को हल कर दिया।” मैंने जतिन को धन्यवाद देते हुए कहा।
“अगर किसी नाजुक जगह के बाल निकालने हो तो थोड़ा सावधानी के साथ निकालना, नहीं तो त्वचा पर कट लग जाता है रेज़र से! तुम शेव करने से पहले शेविंग क्रीम लगाकर ब्रश से झाग बना लेना उसके बाद शेव करना। अगर मेरी मदद चाहिए तो मैं कर दूं क्या?” जतिन ने शरारत से मुस्कुरा कर कहा।
“नहीं नहीं … मैं खुद कर लूंगी; अब तुम जाओ।” मैंने जतिन से कहा।
“तो शर्मा क्यों रही हो यार? अगर मैं अच्छी तरह से शेव कर दूंगा तो तुम्हारे बॉयफ्रेंड को देखकर बहुत अच्छा लगेगा।” जतिन जाने के लिए उठ खड़ा हुआ और मुझसे बोला।
“इसमें शर्म जैसी कोई बात नहीं है, लेकिन वैसे भी मेरा कोई बॉयफ्रेंड नहीं है।” मैंने जतिन को लगभग धकेलते हुए कहा।
“अगर सच मैं तुम्हारा कोई बॉयफ्रेंड नहीं है तो अच्छे से शेव कर लो, तुम्हें अच्छा बॉयफ्रेंड मिल जाएगा। मेरी मानो तो मुझसे शेविंग का सही तरीका एक बात जान लो. फिर हमेशा चिकनी बनकर घूमते रहना।” जतिन ने मुझे छेड़ने के मूड में कहा।
जतिन की दलील सुनकर मेरा मन भी अंदर से कुछ डांवाडोल सा होने लगा।
उसकी दलीलों से मेरा इतना ब्रेन-वॉश सा हो गया कि मुझे भी ऐसा लगने लगा कि मेरी शेव अच्छे से ही होनी चाहिए।
मैंने मन ही मन सोचा कि अगर मैं जतिन को अपनी अंडर आर्म्स सेव करने के लिए अनुमति दे देती हूं तो बाद में मैं शेविंग के सही तरीके को जानकर अपनी चूत को स्वयं शेव कर लूंगी।
हिम्मत करके मैंने जतिन को बोला- भैया, अगर आप ठीक समझो तो मेरी अंडर आर्म्स के बाल शेव करके आप सही तरीका बता दीजिए। बाकी जगह मैं खुद कर लूंगी।
मेरी बात सुनकर जतिन मन ही मन बहुत खुश हो गया और उसने बोला- बिल्कुल ठीक डॉली। तुम अगर रेडी हो तो मैं अभी शेव किए देता हूं। तुम इंतजार करो मैं घर से शेविंग ब्रश और क्रीम लेकर आता हूं।
यह बोलकर जतिन अपने घर गया और तुरंत शेविंग क्रीम और ब्रश लेकर वापस आ गया।
जतिन ने मुझे एक स्टूल पर बैठने के लिए कहा और उसके कहे अनुसार मैं स्टूल पर बैठ गई।
मैंने स्लीवलैस गाउन पहन रखा था इसलिए मेरी अंडर आर्म्स को और ज्यादा एक्सपोज़ करने की जरूरत नहीं थी।
जतिन ने पहले मेरी दाहिने हाथ को ऊपर कर मेरी अंडर आर्म पर शेविंग क्रीम लगा कर ब्रश से झाग बना कर त्वचा को मुलायम बना दिया.
इसके बाद लेडीज रेजर की सहायता से अंडर आर्म के सारे बाल शेव कर दिए।
यही प्रक्रिया उसने मेरी बांयी अंडर आर्म के लिए भी दोहराई।
इसके बाद उसने गीले कपड़े से मेरी अंडर आर्म को पौंछ कर साफ कर दिया।
इसके बाद जतिन मुझसे बोला- डॉली अब देख, तेरी अंडर आर्म चिकनी और साफ होकर कितनी सुंदर लग रही है।
मैंने ड्रेसिंग टेबल के आईने में अपनी आर्म ऊपर करके देखा।
वाकयी मेरी दोनों बगलें चिकनी होकर बहुत सुंदर लग रही थी।
जतिन ने थोड़ा बॉडी लोशन ले कर मेरी अंडर आर्म्स पर लगा कर मालिश कर दी।
तब मैंने खुश होकर जतिन को धन्यवाद दिया।
मैंने जतिन को बोला- तुम बैठो। मैं तुम्हारे लिए कॉफी बना कर लाती हूं।
“उधर की शेविंग भी कर दूं फिर तुम एक साथ ही मुझे कॉफी पिलाना!” जतिन मेरी टांगों की ओर इशारा करते हुए बोला।
“बेशर्म! बाकी जगह की शेविंग मैं खुद करूंगी।” मैंने हंसते हुए जतिन को मना किया और कॉफी बना कर ले आई।
कॉफी पीते हुए जतिन ने मुझे फिर से समझाया कि उस जगह की शेविंग काफी सावधानी से की जाती है. नहीं तो त्वचा में कट लग जाते हैं।
उसने मुझसे बार-बार बोला कि वह पूरी सावधानी के साथ मेरी झांटों की शेविंग अच्छे से कर देगा।
जतिन ने अपनी बातों और दलीलों से मुझे कुछ इस कदर सम्मोहित कर लिया कि मैं अपनी चूत की शेविंग उससे कराने के लिए तैयार हो गई।
जैसे ही मैंने हामी भरकर अपनी सहमति प्रदान की, जतिन के मुंह पर मानो एवरेस्ट फतह की खुशी छा गई।
कॉफी पीने के बाद जतिन ने मुझसे एक पुराना तौलिया लिया और उसे बेड पर बिछा दिया।
जतिन के निर्देश के अनुसार मैं बेड पर इस तरह लेट गई कि मेरे नितंब वाला हिस्सा तौलिए पर रहे।
बेड पर चढ़कर जतिन भी मेरे पैरों के पास बैठ गया और उसने धीरे धीरे मेरे गाउन को ऊपर उठाना शुरू किया।
मारे शर्म के मैंने तो अपनी आंखों को अपने हाथ से ढककर बंद कर लिया।
यह देखकर जतिन जोर से हंसने लगा और मुझसे अपनी आंखें खोलने के लिए कहा।
मैंने अपनी आंखें नहीं खोली तो जतिन ने मेरा हाथ मेरी आंखों से हटा दिए और प्यार से मुझसे कहा- इतना शर्माने की जरूरत नहीं है डॉली! बस 15 मिनट में तेरे जंगल का सफाया हो जाएगा।
अब जतिन में मेरा गाउन पूरी तरह से ऊपर उठा दिया।
अंदर मैंने एक सादा पैंटी पहन रखी थी।
जतिन मेरी पैंटी उतारने लगा और उसके अनुरोध पर मैंने अपने नितंब ऊपर की तरफ करके उसे पैंटी उतारने में सहयोग किया।
अब मेरी नंगी चूत जतिन की आंखों के सामने थी और वह मेरी चूत पर घुंघराले काले बालों को देख रहा था।
जब जतिन काफी देर तक मेरी चूत को निहारता रहा तो मैंने उससे कहा- अरे जल्दी करो ना … ऐसे क्या देख रहे हो?
मेरा ऐसा कहने पर जतिन झेंप गया और उसने चूत पर थोड़ा शेविंग क्रीम लगा दी और ब्रश से मेरी चूत के बालों वाले हिस्से में झाग बनाने लगा।
ब्रश के चूत पर स्पर्श होने से मुझे हल्की सी गुदगुदी हो रही थी और ना चाहने के बावजूद मेरे मुंह से ‘आहह हहहह’ की आवाज हल्के हल्के निकलने लगी।
त्वचा मुलायम होने के बाद हल्के हल्के हाथ से जतिन ने मेरी चूत की शेविंग कर दी और उसके बाद मुझे करवट ले कर टांगें चौड़ी करने के लिए कहा।
मैं जतिन के बताये अनुसार करवट लेकर लेट गई।
अब जतिन ने मेरी गुदा पर क्रीम लगाकर गुदा मार्ग के आसपास के बालों को भी शेव करके हटा दिया।
सच पूछो तो इस पूरी क्रिया में जतिन ने अपने आप को कंट्रोल में रखा और मेरी चूत के साथ-साथ मेरी गांड के आसपास के हिस्से के भी बाल निकाल दिए जो मैं स्वयं नहीं निकाल पाती थी।
“सुंदर!” अपना कार्य समाप्त करके मेरी चूत के हिस्से को तौलिये से पौंछते हुए जतिन ने कहा।
“अब नहा कर देख … तू हर जगह से चिकनी और सुंदर लग रही है।” जतिन ने अपने हाथों को धोते हुए कहा।
“बहुत-बहुत धन्यवाद भैया। आप बैठिए मैं अभी नहा कर आई।” मैंने जतिन को मुस्कुराकर कहा और तौलिया लेकर नहाने चली गई।
मैंने नहाते हुए अपने शरीर को अच्छी तरह से देखा वाकई मेरे अंदरूनी हिस्से कोमल तथा सुंदर लग रहे थे।
बाल हट जाने की वजह से मेरी चूत वाकई सुंदर दिख रही थी।
मेरी चूत एक लड़के ने शेव की है यह सोच कर भी मुझे रोमांच हो रहा था।
खैर मैं नहा कर बाहर आई और तौलिए को सूखने के लिए डाला।
अब मैं जतिन के सामने आकर मुस्कुराते हुए बैठ गई।
जतिन भी मुझे देख कर शरारत से मुस्कुरा रहा था।
प्रिय पाठको, आपको इस क्यूट न स्वीट गर्ल सेक्स कहानी में मजा आ रहा होगा. मुझे कमेंट्स और मेल में बताएं.
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क्यूट न स्वीट गर्ल सेक्स कहानी का अगला भाग: मेरी चूत का लंड से पहला साक्षात्कार- 2
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