पप्पू का इंट्रो
(Pappu Ka Intro)
मैं अन्तर्वासना का पिछले तीन साल से पाठक हूँ !
आप सबकी कहानी पढ़ कर मुझे लगा कि मैं भी कहानी लिखूँ, यह एक सच्ची कहानी है।
मैं फैशन डिज़ाइनिंग का छात्र हूँ। बात तब की है जब मैं नया नया नेशनल फैशन डिज़ाइनिंग संस्थान यानि निफ्ट में आया था।
निफ्ट में लड़के बहुत ही कम आते हैं और जो नै आई लड़कियों को बॉयफ़्रेंड नहीं मिलता, तो जो सीनियर गर्ल होती हैं, वे ही नए आए लड़कों को पटाने लगती हैं।
मेरे साथ भी यही हुआ, कॉलेज के बाहर सबकी रैगिंग चल रही थी, तभी एक सीनियर गर्ल आई और मुझे बुलाया, बोली- अपना इंट्रो दो !
मैंने अपना सब कुछ बताया, नाम और जहाँ से मैं हूँ वो सब !
तो वो सुन कर हँसने लगी, बोली- अरे अपने पप्पू का इंट्रो दो ना !
मैं कुछ समझा नहीं और चुपचाप खड़ा रहा।
तो वो हँसने लगी, मैं नजर झुका कर खड़ा था क्यूंकि सीनियर से आँखें मिला कर बात करना मना होता है।
फिर उसने मेरे से पूछा- कुछ खाओगे??
तो मैंने ना में सर हिला दिया।
फिर उसने पूछा- कुछ पी ही लो !
मैं थैंक्स बोला और चुप हो गया।
फिर उसने मेरा मोबाइल नंबर लिया और बोला- जब भी कहीं बुलाऊँ तो आ जाना !
मैंने हाँ में सर हिलाया।
मैंने तो उसको सही से नहीं देखा था लेकिन उसकी आवाज बहुत सेक्सी थी, मैं अपने कमरे में आ गया।
शाम के पाँच बजे होंगे, मेरे मोबाइल पे रिंग आई, मैंने कॉल रिसीव की।
उधर से आवाज आई- कॉलेज के पास आओ ! अभी !
और फोन कट गया।
मैं जल्दी से गया तो मुझे एक लड़की ने बुलाया, फिर पूछा- कैसे हो?
मैं आवाज सुन कर समझ गया कि यह वही सीनियर लड़की है जिसने मेरा नंबर लिया था।
इस बार मैंने उसकी तरफ देखा तो मैं बस देखता ही रह गया। वो किसी फिल्मी हीरोइन से कम नहीं थी, वो काले टीशर्ट और हॉट पैंट में थी।
मैंने काफ़ी देर के बाद बोला- ठीक हूँ !
तो वो मुस्कुराने लगी और बोली- चल आज तेरी रैगिंग लेती हूँ !
मैं तो बस उसमें खोया था और उसके साथ चल दिया।
वो कॉलेज के पास ही एक फ्लैट में रहती थी। पहली ही मंजिल पर कमरा था उसका !
कमरे में तीन बेड लगे थे लेकिन कमरे में कोई नहीं था।
उसने कमरे का दरवाजा लॉक किया और बोली- अभी मेरी रुममेट लोग नहीं आई हैं ! साली सब की सब चुदक्कड़ हैं, चुदवा रही होंगी घर पर अपने बॉयफ़्रेन्ड के साथ…
मैंने चुदाई का नाम किसी लड़की के मुँह से पहली बार सुना था।
फिर वो मेरे पास आकर बोली- तुम वर्जिन हो??
मेरी पहले से ही गर्लफ़्रेंड तो थी लेकिन मैंने चुदाई नहीं की थी। तो मैंने हाँ में सर हिलाया…
तब वो बोली- तब तो और मजा आएगा…
इधर मेरे लण्ड का बुरा हाल था, वो मेरे बहुत ही पास खड़ी थी…
उसने बोला- डरो मत ! और बिंदास होकर मस्ती करो ! यहाँ सब खूब मस्ती करते हैं…
उसने मेरे सामने अपना लैपटॉप दिया और बोली- तुम थोड़ी देर सोंग सुनो ! मैं कुछ खाने को लती हूँ।
फिर वो किचन में चली गई।
मैंने लैपटॉप ऑन किया तो उसके डेस्कटॉप पर ही अन्तर्वासना डॉट कॉम का लिंक सेव था… मैं उसके लैपटॉप के फोल्डर देखने लगा तो उसके लैपटॉप मैं बहुत सारी ब्लू फिल्में थी।
मैं एक फिल्म देखने लगा, मैं देख ही रहा था, तभी वो आ गई।
मैंने लैपटॉप जल्दी से बंद कर दिया लेकिन मेरा लंड खड़ा हो गया था और उसको भी शायद पता चल गया गया था…
फिर उसने कहा- पहले हम हम लोग मैगी खाते हैं।
मैंने उसके साथ खाया और वो किचन में प्लेट रखने चली गई। जब वो वापस आई तो सिर्फ ब्रा और हॉट पैंट में ही थी।
क्या मस्त चूचियाँ थी उसकी !
मन तो कर रहा था बस जोर से पकर कर चूसने लगूँ… पर मैंने किसी तरह से खुद को काबू किया…
वो पास आकर बोली- चल तो अब तू रैगिंग दे ! बहुत हो गई मस्ती… चल सामने आकर खड़ा हो जा !
मैं उसके सामने जाकर खड़ा हो गया…
तो बोली- अपने पप्पू का इंट्रो दो !!!
मैं कुछ नहीं बोला तो उसने मरे जीन्स का बटन खोल दिया… फिर उसने एक एक करके मेरे सारे कपड़े उतार दिए।
मैं नंगा उसके सामने खड़ा था…
तब उसने मेरे लंड को पकड़ कर बोला- साले तेरा लंड तो आठ इंच से कम का नहीं होगा…
वो मेरे लंड को हिलाने लगी और प्यार से चूमने लगी।
मैं मज़े में आँख बंद करके जन्नत का सैर कर रहा था…
पांच मिनट तक मेरा लंड चूसने के बाद उसने मुझे बोला- मेरे कपड़े नहीं उतारोगे?
मैं अब जोश में था… मैंने उसको बेड पर लिटाया और उसकी पैंट को उतार दिया वो काली पैंटी पहने थी…
फिर जब मैंने उसकी ब्रा को खोला तो उसका चूचियाँ फ़ुदक कर लहरा उठी…
उसने जल्दी से मुझे बेड पर पटक दिया और खुद मेरे ऊपर आ गई और मेरा लंड चूसने लगी…
मैं पागल हो चला था…
उसके चूतड़ मेरे मुँह की तरफ थे, मैंने जल्दी से अपनी ऊँगली से पैन्टी के ऊपर से ही उसके चूतड़ों की दरार में गांड के छेद में सहलाने लगा…
उसने मेरे से पूछा- कभी चूत भी देखी है?
मैंने बोला- हाँ देखी है पर सिर्फ़ ब्लू फिल्म में…
तो वो बोली- आज लाइव देख ले..
उसने अपना पैंटी उतारी और मेरी तरफ चूत को करके बोली- ले देख ले…
उसकी चूत एकदम गोरी गोरी थी, और ऐसा लग रहा था कि आज ही उसने अपना बाल साफ़ किए होंगे !
फिर उसने कहा- अबे किस कर ना मेरी चूत पे !
मैं भी जल्दी से उसकी चूत पे किस करने लगा…
मैंने तो किस नहीं किया था पहले कभी किसी की चूत पर लेकिन अन्तर्वासना पर कहानी पढ़ कर मेरे को सब पता था कि कैसे करते हैं… मैं अपनी जीभ से उसकी चूत को सहला रहा था और वो ‘आह आह आह उष उह उह…’ कर रही थी।
मैं दस मिनट तक उसकी चुदी चुदाई फ़ुद्दी को चूसता रहा हूंगा कि तब उसने बोला- अब मत तड़पा और जल्दी से मेरे को चोद !
मैंने भी उसके पैर ऊपर किये और अपना लंड उसकी चूत के होंठों पर रगड़ने लगा।
फिर तो वो पागल हो गई.. और गांड उठा कर मेरे लण्ड को अपने अंदर लेने के लिए बेताब होने लगी…
फिर मैंने उसकी चूत में अपना आठ इंच का लंड पूरा उतार दिया…
वो जोर जोर से चिल्लाने लगी-… और जोर से चोद भैन के लौड़े ! चोद…और जोर से…
मैं जोर जोर से धक्के लगाने लगा।
फिर उसने मुझे नीचे लेटने को कहा और खुद मेरे ऊपर आ गई और मेरे लंड को अपनी चूत में पूरा उतार लिया और फिर अपने कूल्हों को ऊपर नीचे करने लगी।
मैं मस्ती में झूम रहा था।
फिर कुछ देर बाद वो जोर जोर से चिल्लाने लगी, और मेरा भी जाने वाला था तो मैंने उसको कहा- मैं जाने वाला हूँ !
तो बोली- अंदर ही निकाल दे ना साले… कई दिन बाद जोरदार लण्ड मिला है ! बहुत तड़प रही थी ऐसे लौड़े के लिए मैं ! आज तो बस भिगो दे मेरी चूत को अन्दर तक…
फिर कुछ देर के बाद मैं और वो साथ-साथ झर गए और वो मेरे ऊपर लेट गई…
मैंने रात भर उसको खूब चोदा.
सुबह में उसने मुझे गाण्ड मारने को कहा तो मैंने उसकी गांड भी मारी… उसने मेरे को खूब मस्ती करवाई…
बाद में उसने अपनी रूममेट को भी मेरे से खूब चुदवाया…
उसकी सहेली और आगे की चुदाई की कहानी अगली कहानी में…
आप मुझे जरूर बताइएगा कि आपको मेरी कहानी कैसी लगी !
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