पुरानी सहपाठिन की चुत चुदवाने की तमन्ना

(Classmate Sexy Girl Porn Story)

नवीन सेन 2022-02-02 Comments

सेक्सी गर्ल पोर्न स्टोरी में पढ़ें कि मैं अपनी क्लास की एक लड़की को पसंद करता था पर कुछ कर नहीं पाया. वही लड़की मुझे एक शादी में मिली तो बात हुई.

दोस्तो, मेरा नाम नवीन है. मैं आज आपको अपने साथ बीती एक सच्ची घटना बताने जा रहा हूं.

पहले मैं आप लोगों को अपना परिचय दे देता हूं.
मैं (हरियाणा दिल्ली एनसीआर) से हूं. मेरी हाइट 5 फिट 10 इंच रंग साफ है. मेरी उम्र अभी 22 साल की है. मेरे लंड का साइज 6 इंच है और ये 3 इंच मोटा है.

इस सेक्सी गर्ल पोर्न स्टोरी की शुरूआत तब होती है जब मैं स्कूल में पढ़ता था.
तब मेरी कक्षा की एक लड़की, जिसका नाम मीनाक्षी (बदला हुआ नाम) था.

वो दिखने में बहुत सुंदर थी. वो मुझे पसंद भी करती थी, सारा टाइम मेरी तरफ देखती रहती थी.
मैं भी उसको पसंद करता था. कक्षा में ये बात सबको पता थी.

उसके भरे हुए दूध और उठे हुए चूतड़ मेरे लंड में आग लगा देते थे.
आप खुद ही अंदाजा लगा सकते हो, तब उसका फिगर क्या रहा होगा, उस वक़्त मेरी समझ कच्ची थी इसलिए इन सब बातों की तरफ इतना ज्यादा ध्यान नहीं दे पाता था कि ऐसा क्यों हो रहा है और उसे अपने नीचे कैसे लाऊं.

ऐसे ही कुछ समय बाद हमारा स्कूल पूरा हो गया और हम दोनों अलग हो गए.

फिर मेरी ग्रेजुएशन पूरी हो गई थी और मैं अपने घर रह कर आगे की तैयारी कर रहा था.

मुझे एक दिन शादी का इन्विटेशन आया.
ये शादी मेरे दोस्त मुकुल की थी और उसने अपने स्कूल के सभी लड़के और लड़कियों को बुलाया था.

मैं अब एक अच्छी दिखने वाली बॉडी वाला हो गया था क्योंकि मैं गांव में रहता हूं तो खेतों में काम करने की वजह से मेरी देहयष्टि काफी अच्छी थी.
साथ ही मेरा ड्रेस सेंस भी काफी अच्छा है.

जब शादी का निमन्त्रण आया तो मैं चला गया.

मुझे अभी शादी में आए हुए कुछ ही देर हुई थी कि तभी अचानक मेरी नजर एक लड़की पर चली गई.
उसका फिगर किसी परी जैसा था. वो एकदम काम की देवी लग रही थी. उसका फिगर 34-30-36 का था.

उसको मैं देख ही रहा था कि अचानक वो मेरे पास आकर बोली- अगर मैं गलत नहीं हूं, तो तुम नवीन हो ना?
मैं एकदम से चौंक गया और उसको पहचानते हुए बोला- अरे तुम तो मीनाक्षी हो ना?
उसने मुस्कान के साथ कहा- हां मैं मीनाक्षी हूँ.

हम दोनों एक दूसरे को देख कर बहुत खुश हुए. हम दोनों बातें करने लगे और एक दूसरे के बारे में जानकारी ले ही रहे थे कि तभी पीछे से एक व्यक्ति आया.
उसके हाथों में एक बच्चा था.
वो मीनाक्षी से बोला- बेबी भूखा है, लो इसको दूध पिला कर सुला दो.

तब मीनाक्षी ने मेरा और अपने पति का इंट्रोडक्शन करवाया.
उस वक़्त मेरे सारे अरमानों पर जैसे पानी फिर गया.

उसका पति जल्दी में था तो उसके पति ने मीनाक्षी से कहा- मुझको काम की वजह से अभी जाना होगा और मैं कल शाम तक आ पाऊंगा. तुम कैब बुक कर लेना.

इतना कहकर वो चला गया और मीनाक्षी और मैं एक तरफ बैठ गए.
मीनाक्षी ने मेरे सामने ही अपने बच्चे को चूची से दूध पिलाने लगी.

उसकी चूचियों पर मेरा मन भी उस बच्चे की तरह टूट पड़ने का होने लगा.

मैं अभी मीनाक्षी की चूचियों को घूर ही रहा था कि उसने मुझे टोक दिया- क्या देख रहे हो नवीन?
मैं झेम्प गया और हम दोनों बातें करने लगे.

ऐसे ही कब 3 घण्टे बीत गए, पता ही नहीं चला.

मीनाक्षी ने बातों बातों में मुझसे पूछा- नवीन, तुम स्कूल में मुझे पसंद करते थे ना!
मैंने भी कहा- हां, तुम भी तो मुझे ही देखती रहती थी.
वो हंस दी.

फिर मैंने कहा- अब इन सब बातों का क्या फायदा. अब क्या हो सकता है.
वो बोली- इसका जवाब अभी कुछ देर बाद दूंगी.

उस समय तक शादी भी पूरी हो चुकी थी और हम दोनों को भी काफी देर हो चुकी थी. उस समय रात के 2:00 बज चुके थे.

मीनाक्षी ने कहा- यार, अब मैं घर कैसे जाऊं, मुझे तो अब कोई कैब भी नहीं मिलने वाली.
मैंने मीनाक्षी से कहा- मैं तुमको घर छोड़ देता हूं.

मीनाक्षी ने भी मेरी इस बात को मान लिया.

उसने पूछा- तुम किस व्हीकल से हो?
मैंने उससे कहा- मेरे पास बाइक है, तुम्हें बेबी के साथ बाइक पर बैठने में कोई दिक्कत तो नहीं होगी?
वो बोली- नहीं … बन जाएगा.

अब हम दोनों मेरी बाइक पर निकल पड़े.
रास्ता काफी खराब था तो वो मुझे कसके पकड़ कर बैठी थी. उसकी चूचियां मुझे मेरी पीठ पर महसूस हो रही थीं.

आधे घंटे के सफर के बाद हम मीनाक्षी के घर पहुंच गए.

मैंने कहा- अब मैं चलता हूँ.
मीनाक्षी ने दरवाजा खोलने के लिए चाबी लगाई और बोली- यहां तक आए हो, तो एक चाय तो पीते जाओ.

मैं कुछ नहीं बोला.

उसने दरवाजा खोला और मुझे अन्दर बुलाया- नवीन, हो तो अब भी बहुत कुछ सकता है … अगर तुम चाहो तो.

मेरी उस बात का जवाब इतनी देर बात मुझे इस तरह से मिला तो मेरे मन में उसे चोदने का ख्याल आने लगा.

अब तक उसका बेबी भी सो चुका था. मीनाक्षी ने अपने बेबी को एक कमरे में सुला दिया और मेरे लिए चाय बनाने किचन में जाने लगी.

मैंने मना कर दिया कि मैं चाय नहीं पीता.
फिर वह मुझे बैठने का कह कर कपड़े चेंज करने चली गई.

कुछ देर बाद वो एक बड़ी ही सेक्सी सी नाइटी पहन कर आई तो मैं उसे भूखी निगाहों से देखने लगा.
वो भी मेरी नजरों को पढ़ रही थी.

फिर वो मेरे पास बैठ गई और बोली- बेबी को सारा दिन उठाने की वजह से मेरी गर्दन बहुत ज्यादा दुख रही है. तुम चाय नहीं पीते हो ये जानकार मुझे बड़ा अचम्भा हुआ.
मैंने कहा- हां यार, गांव में चाय पीने का चलन नहीं है इसलिए मना किया.

ये सुनकर हंस कर बोली- अच्छा ये बात है … तो इस समय पीने के लिए मैं कुछ और लाती हूँ.

वो उठी और सामने बनी अलमारी से शराब की बोतल लेकर और सिगरेट की डिब्बी लेकर मेरे पास बैठ गई.

वो बोली- इससे तो परहेज नहीं है न … लो इसे पी लो, इससे सारी थकान मिट जाती है. ये तो गांव में भी पी जाती है.

जब उसने मुझे भी शराब पीने के लिए कहा तो पहले मैंने मना कर दिया.

मैंने कहा- यार, मैंने इससे पहले कभी नहीं पी है.
वो बोली- कुछ नहीं होता यार … आज मेरे साथ ट्राई करो. मजा आ जाएगा.

उसके कहने पर मैंने हामी भर दी.
उसने पैग बनाए और हम दोनों ने चियर्स करके शराब की चुस्कियां लेना शुरू कर दीं.

दो पैग में ही मुझे नशा चढ़ने लगा.
मीनाक्षी धीरे धीरे चार पैग गटक गई.
उसको भी नशा हो गया था.

उसने मेरी तरफ सिगरेट बढ़ाई, मैंने एक सिगरेट सुलगाई और उसकी जवानी को घूरने लगा.

वो नशीली निगाहों से मुझे देख रही थी.
मैंने उसकी आंखों में प्यास से झांका तो उसने अपने होंठ गोल करके एक चुम्बन सा हवा में उछाल दिया.

मैंने भी उसे पुच्च करके दूर से ही चूमा.

उसे नशे में न जाने क्या हुआ कि वो मेरी जिप खोलने लगी.

मैंने भी उसे नहीं रोका. उसने मेरी पैंट में हाथ डाल दिया और मेरे लंड को सहलाने लगी.

मैं खुद भी मन ही मन यही चाह रहा था. मैं उसके सामने नशे में होने का नाटक करने लगा.

कुछ देर बाद वह भी समझ गई कि मैं भी यही चाहता हूँ.
वह मुझे किस करने लगी.

मैं भी उसके किस का जवाब किस से देने लगा, उसके कपड़ों में हाथ डालकर उसकी गांड को सहलाने लगा और एक हाथ से उसकी चूचियों को मसलने लगा.

वह शराब के नशे के कारण पहले से ही गर्म थी.
मेरे सहलाने के कारण और ज्यादा गर्म होने लगी.

उसने धीरे धीरे मेरे सारे कपड़े उतार दिए.
मैंने भी उसके एक-एक करके सारे कपड़े उतार दिए.
उसने सिर्फ ब्रा पैंटी ही पहनी थी.

मैंने उसकी पैंटी पर से उसकी चूत़ पर किस कर दिया और उसकी खुशबू लेने लगा.
वो मस्त हो रही थी और आह आह कर रही थी.

फिर मैंने धीरे से उसकी पैंटी निकाल दी और अब मेरे सामने उसकी नंगी चूत थी जिस पर एक भी बाल नहीं था.
मैं जिंदगी में पहली बार किसी चूत को देख रहा था.

हम दोनों बिल्कुल नंगे हो चुके थे और हम अभी तक हॉल में ही थे.

हम दोनों एक दूसरे के शरीर को चिपकाए हुए अपने जिस्मों को आपस में रगड़ रहे थे.

वो बोली- मुझे बेडरूम में ले चलो.
मैंने उसको अपनी गोद में उठा लिया और उसके बेडरूम में ले आया.

उसको बेड पर लेटाने के बाद मैंने उसके पैरों पर किस करना शुरू कर दिया.
पैरों पर से किस करते करते मैं ऊपर की तरफ बढ़ गया, उसकी जांघों पर किस करने लगा.

वह काफी उत्तेजित हो गई थी. उसकी चुत गीली होने लगी थी.

मैं उसकी चुचियों को उसके बेबी की तरह पीने लगा.
उनसे काफी दूध निकल रहा था.

मैं कुछ देर बाद नीचे लेट गया और वह मेरे ऊपर 69 की पोजीशन में आ गई.
उसने मेरा लंड चूसना चालू कर दिया और मैं उसकी चूत चाटने लगा.

उसकी गांड मेरे मुँह पर टिकी हुई थी. मैं उसकी चूत के अन्दर तक अपनी जीभ डालता और उसको अपनी जीभ से चोदने लगता.
साथ ही मैं अपनी एक उंगली उसकी गांड में डालने लगा.

वो मेरी उंगली के मजे लेने लगी. वो आंह आंह करने लगी तो मैं समझ गया कि इसे गांड कुरेदवाने में मजा आ रहा है … तो चुसवाने में भी मजा लेगी.
अब मैं अपनी जीभ से उसकी गांड को चोदने लगा.

दस मिनट तक हम दोनों ऐसे ही करते रहे.

वह बहुत ज्यादा गर्म हो चुकी थी और कहने लगी थी- नवीन, अपनी वर्षों पुरानी तमन्ना पूरी कर लो.

मैंने उसको सीधा लेटा दिया और उसके ऊपर आकर अपना लंड उसकी चूत पर टिका दिया.

उसने अपनी गांड उठा कर लंड अन्दर पेलने का इशारा किया तो मैंने एक ही झटके में ही पूरा लंड अन्दर घुसा दिया.

वह एकदम से तड़फ उठी.
उसने पूरी तरह से अपने शरीर को अकड़ा लिया और बोली- आंह नवीन … मुझे दर्द हो रहा है … जरा धीरे करो.
मैं उसको धीरे धीरे धक्के लगाने लगा.

कुछ देर में उसको आनन्द आने लगा. कुछ देर बाद मैंने पोजीशन बदल दी और उसको अपनी कुतिया बना कर उसको पीछे से चोदने लगा.

वह जोर जोर से उह आह की आवाजें निकालने लगी ‘उह ह ह … अहा अहा …’
मैं बीच-बीच में अपना लंड निकाल कर उसकी चूत़ और गांड को चाटने लगा.

कुछ देर बाद मैंने उसको अपनी गोद में बैठा लिया और उसकी चूचियां मसलने लगा.
वो मेरी गोद में बैठकर उछलने लगी.

हमारी चुदाई की पच पच की आवाज आने लगी जिससे मुझमें और जोश भर रहा था.
आज मेरा लंड भी झड़ने का नाम नहीं ले रहा था.

लगभग 30 मिनट की दमदार चुदाई के बाद मैं और वह एक साथ झड़ गए.
चुदाई के बाद हम दोनों ऐसे ही सो गए. कुछ शादी की थकान और कुछ चुदाई की थकान थी.

सुबह जब मेरी आंख खुली तो मैं बिना कपड़ों के अपने आपको देख कर डर गया कि अब मीनाक्षी मुझसे क्या कहेगी.
मैं उसको कैसे मुँह दिखाऊंगा.

तभी मीनाक्षी कमरे में आकर मुझे चाय का कप देती हुई मुस्कुराने लगी.
मैं मीनाक्षी से नज़रें नहीं मिला पा रहा था.

मैंने कहा- सॉरी मीनाक्षी, कल नशे में मैं बहक गया था.
मीनाक्षी बोली- ये मत कहो नवीन, तुमने मुझे वह सुख दिया है, जो मैं शुरू से ही तुमसे पाना चाहती थी. तुमने आज मेरी पुरानी तमन्ना पूरी कर दी.

यह बात सुनकर मैं मुस्कुरा दिया और अपनी बांहें फैला दीं.
उसने मुझे किस किया और मेरी गोद में बैठ गई.

मैंने कहा- मैं चाय पीता ही नहीं हूँ.
वो बोली- हां मैं भूल गई थी, चलो तुम दूध पी लो.
अब हम दोनों हंसने लगे.

उस सेक्सी गर्ल ने मेरे मुँह में अपना एक दूध दे दिया. मैं उसके दूध को चूसने लगा.

कुछ ही देर में गर्मी बढ़ गई और हमारे बीच एक दमदार चुदाई हुई.

चुदाई के बाद मैं अपने कपड़े पहन कर घर आ गया.

अब जब भी वह अकेली होती है, वह मुझे कॉल करके अपने घर बुला लेती है.
हम दोनों जमकर सेक्स करते हैं.

हमारा रिलेशन एक साल तक चला, फिर उसके पति की बदली हो गई और उसको उसके साथ जाना पड़ा.

मगर उसने मुझे सेक्स करने की लत लगा दी.
अब मैं हमेशा चूत का भूखा रहता हूं.

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