सिनेमा हॉल में गर्लफ्रेंड और उसकी सहेली -2
(Cinema Hall Me Girlfriend Ki Chut Aur Uski Saheli- Part 2)
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keyboard_arrow_left सिनेमा हॉल में गर्लफ्रेंड और उसकी सहेली -1
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keyboard_arrow_right गर्लफ्रेंड की सहेली और थ्री-सम चुदाई -1
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अभी तक आपने पढ़ा..
अब मैं जबरदस्ती पूरा लौड़ा उसके हलक में डालने लगा। लेकिन मेरा लण्ड लम्बा बहुत था.. तो पूरा वो कभी ले ही नहीं पाई थी.. यदि किसी पोर्न स्टार के जैसे लेती.. तो उसके आंसू निकल जाते थे।
फिर उसकी सांस उखड़ी.. तो झट से अचानक ऊपर को हुई.. और मैंने महसूस किया कि उसके हल्के से आंसू आ गए थे.. उसने अपने मुँह को और मेरे लण्ड को स्कार्फ़ से पोंछा.. और अब अपने सीधे हाथ से मेरे लौड़े को तेज-तेज.. बहुत तेजी से ‘हैंडवर्क’ देने लगी। अब मैं भी आँखें बंद करके बैठ गया.. और लण्ड चुसाई का मजा लेने लगा।
अब आगे..
उसने गति और तेज बढ़ाई..
चूंकि मुझको झड़ने में काफी टाइम लगता है.. तो उसने पूछा- कब तक आने वाला है जान?
मैंने बोला- बस थोड़ा और..
मैं अपने हाथ को उसके हाथ के ऊपर रख कर आगे-पीछे करने लगा।
फिर थोड़ी देर बाद उसके हाथ दर्द करने लगे.. तो उसने हाथ हटा लिया..
उसने हाथ हटाया ही था कि साला इंटरवल करने से पहले ही कमीनों ने लाइट जला दी और मैं खड़े लण्ड पर कंट्रोल नहीं कर पा रहा था.. वैसे भी मैं चरम सीमा पर था।
फिर मैं खुद ही अपने लण्ड को खूब तेज-तेज आगे-पीछे करने लगा। कुछ ही सेकण्ड्स करने के बाद मेरा पानी तेज धार के साथ निकला.. जो सामने वाली सीट पर जाकर ‘छपाक’ से लगा.. गनीमत है कि सीट बड़ी होती है.. सो पुश्त पर ही माल चिपक गया था।
मैंने चैन की सांस ली- आह्ह..
मैंने देखा कि मेरी गर्लफ्रेण्ड आयशा अपने कपड़े सही कर रही थी.. और सब लोग सीटों से उठने लगे थे।
फिर आयशा ने बैग तुरंत मेरे लण्ड के ऊपर रख दिया और बैग के नीचे ही उसका स्कार्फ़ था.. जिससे मैंने झट से लण्ड पोंछ लिया। लण्ड को चड्डी मैं डालने का टाइम नहीं था.. तो ऐसे ही जीन्स के अन्दर डालकर ज़िप बंद कर ली.. और बेल्ट हल्की टाइट कर ली। फिर तुरंत बैग आगे को लेकर उठने लगा.. हम दोनों साथ ही उठे थे। जैसे ही हम दोनों अपनी तरफ से बाहर निकलने लगे.. तो आयशा ने देखा कि हमारी पीछे की सीट में उसकी एक सीनियर मैम सुरभि और एक बैचमेट प्रियंका बैठी थी.. जो उठ कर निकल रही थी।
उन्होंने आयशा को देख कर तुरंत ‘हाय’ बोला.. आयशा सोच में डूब गई.. और सोचने लगी कि क्या बोलूं..
उसने बोला- अरे प्रियंका.. तू यहाँ.. बताया नहीं.. मैं तेरे साथ ही आ जाती।
फिर उसने मैम की तरफ देख कर बोली- गुडआफ्टर नून मैम..
बैचमेट प्रियंका को मेरी गर्लफ्रेण्ड आयशा ने मेरे बारे में पहले से ही बता रखा था। यहाँ तक कि मैं भी प्रियंका को जानता हूँ.. मैंने उसकी कई पिक्स देखी हैं और कई बार छोटी मोटी मुलाकातें भी हुई हैं।
लेकिन मैम को भी कुछ समझ नहीं आया और वो थोड़ा अटपटा सा.. पर नार्मल सा रियेक्ट कर रही थीं।
फिलहाल इंटरवल में अब हम चारों बाहर आए।
मैं टॉयलेट में चला गया.. और गर्ल्स भी वाशरूम की ओर निकल गईं। मैं वापस आया तो मैंने देखा कि प्रियंका बैचमेट.. मेरी गर्लफ्रेण्ड आयशा को अलग ले जाकर बात कर रही थी और उसकी सीनियर मैम सुरभि.. पॉपकॉर्न लेने लगी थी।
प्रियंका ने मुझको देखा तो वो लोग अलग हो गए.. और नार्मल रियेक्ट करने लगे।
फिर हम इंटरवल के बाद फिल्म देखने गए और इस बार हमारे बाजू की सीट्स खाली ही थीं.. तो वो दोनों भी सीधे वाले कार्नर में हमारे साथ ही बैठ गईं।
अब स्थिति कुछ इस प्रकार थी कि पहले सुरभि.. प्रियंका.. आयशा.. फिर मैं एकदम दूसरी तरफ।
सुरभि का फिगर अंदाजन 36-30-36 का रहा होगा.. प्रियंका का फिगर लगभग 34-28-34 का था।
अब मूवी स्टार्ट हुई.. तो गरम सीन्स अभी आने स्टार्ट हुए थे.. मैं फिर गरम होने लगा था.. लेकिन अब कुछ डर लग रहा था.. तो बस अपनी किस्मत को कोस रहा था। शायद आयशा भी गरमा रही थी.. तो वो मेरे कान में आकर बोली- जान.. प्रियंका ने हमारा पूरा सीन देखा है।
मैं चौंका.. मैं एकदम शॉक्ड तो था.. लेकिन आयशा बोली- मुझको खुद प्रियंका ने बताया है।
मैं थोड़ा लज्जित सा महसूस करने लगा.. और शायद थोड़ी वो भी शर्मा रही थी।
फिर मैंने पूछा- और तुम्हारी सीनियर मैम सुरभि ने भी देखा क्या??
आयशा बोली- प्रियंका ने तो अपना बताया.. और मैम ने प्रियंका से ऐसी कोई बात नहीं की.. तो पता नहीं मैम ने देखा कि नहीं..
मैंने बोला- समझा लेना प्रियंका को कि वो मैम को न बताए..
फिलहाल हम मूवी देखने लगे.. मैं गरम हो रहा था.. तो उसके साइड से खुली आस्तीनों से मैं हल्के से हाथ डालकर उसके मस्त मम्मों को स्पर्श करने लगा। तो आयशा ने जो बैग ढीला सा पकड़ा हुआ था.. उसने अपने मम्मों तक कर लिया..। मैंने तुरंत ही उसकी ब्रा खोल दी.. और झट से हाथ अपना हाथ उसके मम्मों में उगे हुए अंगूरों की ओर ले गया.. और चूचुक भींचने लगा.. कसके मसलने लगा.. वो गरम हो रही थी।
हम दोनों ने प्रियंका को इग्नोर करना स्टार्ट किया क्योंकि उससे तो हमें कोई भय ही नहीं था और वो भी मूवी देख रही थी।
फिर जब देखा प्रियंका मूवी में बिजी है.. तो मैं हल्के से स्मूच करने लगा।
लेकिन क्या पता था कि वो अपनी चोर निगाहों से देख रही थी.. और देखे भी क्यों नहीं.. हम कारनामा ऐसा जो कर रहे थे।
हम खूब एक-दूसरे के होंठों को चूस रहे थे.. मैं उसकी गर्दन पर भी चुम्बन कर रहा था.. तो गरम हो गई.. मैं फिर से अपना हाथ उसकी चूत तक ले जाने लगा.. लेकिन इस टाइम जीन्स बटन लगे होने के कारण टाइट थी।
तो मेरा हाथ देर से अन्दर जा पाया.. और थोड़ा सा ही गया।
मैंने उंगली करनी चाही.. तो उसने पैर फैला लिए.. मैं जैसे ही उंगली करने लगा.. तो उसका बैग हिलने लगा.. जिससे प्रियंका ने एक झटके में हमारी तरफ देखा.. लेकिन आयशा मेरी तरफ मुँह करके बैठी थी सो उसने नहीं देख पाया कि उसकी सहेली हम दोनों की हरकत देख रही है.. पर मैंने देखा कि उसने देख लिया था।
उसने आगे मुँह कर लिया.. मैंने उसे नजरअंदाज किया.. और इस बात को समझ कर मुझको बहुत तेज उत्तेजना होने लगी..
मैंने आयशा का हाथ लिया.. और अपने लण्ड के ऊपर जीन्स के ऊपर से ही रख दिया। वो भी अब उसको मस्ती से दबाने लगी।
फिर मैंने उसकी चूत में दूसरी उंगली डाली.. तो और ‘तेज..तेज.. करो..’ का इशारा करने लगी मैं तेज-तेज उंगली चलाने लगा।
आयशा गरम होकर मेरा लण्ड कसके दबोच रही थी और जीन्स के ऊपर से ही.. मेरे लण्ड पर मजबूत पकड़ बना कर कसके दबा रही थी।
उसका पानी निकल गया.. उसने लम्बी सांस ली और उसने मेरे लण्ड से तुरंत हाथ हटा लिए।
जैसे ही उसको याद आया कि बगल में कोई और भी है.. वो फिर से सजग हो गई।
फिर उसने मेरे हाथ को पोंछा.. और हल्के से खुद का हाथ डालकर उसने अपनी जीन्स को सही किया।
मेरा काम अभी नहीं हुआ था सो मैंने उसका हाथ जबरदस्ती अपने लण्ड पर हाथ रख दिया.. तो उसने हटा लिया।
उसने कहा- जान कोई और भी है..
तो मैंने बोला- तो क्या हुआ.. मैम तो दूर हैं.. प्रियंका ने देखा भी.. तो उसे समझा देना.. लेकिन प्लीज़ कर दो.. अब कंट्रोल नहीं हो रहा..
उसने मुँह बना कर बैग मेरे ऊपर फेंक दिया.. और थोड़ी तेज आवाज में कहा ताकि प्रियंका सुन सके।
‘लो अब तुम पकड़ो.. इतनी देर से पकड़ रखा है..’
मेरी तरफ देख कर बोला मैं उसकी तरफ देख रहा था तो देखा कि प्रियंका.. आयशा की तरफ देख रही थी।
मैंने देखा तो उसने नजरें चुरा लीं..
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हम दोनों नार्मल हो गए.. फिर थोड़ी देर बाद आयशा ने हाथ डाला और इस बार मैंने पहले से ही ज़िप खोल रखी थी।
वो थोड़ी चौंकी और फिर शरारत वाली हंसी में हँस दी.. उसने कस कर झटके से ही मेरे लौड़े को तुरंत दबोच लिया.. और तेज-तेज हिलाने लगी, जिस वजह से न चाहते हुए भी बैग हिलने लगा.. और प्रियंका ने फिर मेरी तरफ देखा.. मैंने अवाइड कर दिया।
आयशा तेज-तेज लण्ड हिला रही थी.. हमें पता ही नहीं चला.. कि कब मूवी का लास्ट सीन खत्म होने जा रहा और देखा तो मेरा फॉल हुआ ही नहीं था कि साली लाइट फिर से जल गईं। मैं शॉक्ड था.. आयशा भी बुत सी बन गई थी.. कि आज तो कुछ पता ही नहीं चला।
मैं डर के मारे जल्दी से अपना लण्ड अन्दर डालने लगा.. तब तक प्रियंका ने उसके कान में बोला- अरे आयशा.. बाकी का बाद में हिला लेना अब.. एक बार तो हो गया था न उसका..
आयशा चौंक गई..
(उसने यह बात बाद में फोन पर बताई थी)
फिर आयशा थोड़ा शरमाई और ढीठपन के स्वर में बोली- चल.. अच्छा धीरे बोल.. मैम सुन लेंगी..
इतने में प्रियंका फिर आयशा के कान में बोली- अरे आयशा मैडम.. अपनी ब्रा तो बंद कर ले..
वो हल्की हँसी और गुस्से में बोली- तू ही बंद कर दे न..
प्रियंका बोली- ला बंद कर दूँ.. नहीं तो सबसे सामने निकल भागेंगे..
फिर प्रियंका ने उसकी जल्दी से ब्रा बंद की.. मैंने देखा तो चौंका.. फिलहाल उस दिन हम दोनों मूवी के बाद अपने-अपने रास्ते निकल गए.. मैं घर की ओर आयशा अपने हॉस्टल की ओर..
यह थी मेरी कहानी.. अपनी राय.. शिकायतें.. तारीफें.. कृपया इस मेल में दें!
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जल्द ही अपनी अगली स्टोरी लिखूंगा.. थैंक्यू फॉर रीडिंग आपका विवान।
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