चूत एक पहेली -90
(Chut Ek Paheli- Part 90)
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अब तक आपने पढ़ा..
सन्नी- बहुत खूब पायल.. मुझे तुमसे यही उम्मीद थी। इस टोनी से ज़्यादा मज़ा मैं तुम्हें दूँगा और तेरी ऐसी मस्त चुदाई करूँगा कि तू बस याद करेगी।
पुनीत- सन्नी.. तू ये क्या बकवास कर रहा है.. हाँ पायल मेरी बहन है..सन्नी- अरे यार.. बुरा क्यों मान रहा है.. ये टोनी उसको चोदेगा.. तो तू खुश हो जाएगा क्या? और तेरा खास दोस्त करेगा तो तुझे प्राब्लम है साले.. ये गेम तू कब से खेल रहा है.. आज तक नहीं सोचा कि जिन-जिन लड़कियों को तू यहाँ लाता था.. वो भी किसी की बहन होती थीं.. अब जो हो रहा है चुपचाप देख..
सन्नी के बदले तेवर देख कर पुनीत की गाण्ड फट गई.. वो कुछ बोलने की हालत में नहीं था।
सन्नी आगे बढ़ा और पायल के पास जाकर उसको गोद में उठा लिया।
अब आगे..
पायल बस उसको देखती रही और वो उसको दूसरे कमरे में ले गया।
कोमल ने अपने कपड़े पहन लिए थे और वो एक कमरे में चली गई।
टोनी अपने दोस्तों के साथ बियर पीने में मस्त हो गया और साथ में वो गंदी-गंदी बातें भी कर रहा था।
टोनी- साली रंडी.. पहले सन्नी से चुदेगी.. अब देखना थोड़ी देर बाद उसकी चीखें बाहर आने वाली हैं।
अर्जुन भी उनके साथ बियर पीने बैठ गया था।
पुनीत- रॉनी, यह क्या हो गया.. हाँ.. देखो सन्नी हमारा खास दोस्त है.. वो क्या बोलकर गया है अभी?
रॉनी- तुम इतने टेन्शन में क्यों हो.. वो ऐसा मौका कोई नहीं छोड़ता… समझे.. और वैसे भी ये खेल तुम्हारा ही जमाया हुआ है.. अब भुगतो..
पुनीत को तो कुछ समझ ही नहीं आ रहा था कि अब वो क्या करे.. वो एक कोने में बैठ गया और बियर पीने लगा.. मगर बार-बार वो उस कमरे की तरफ़ देख रहा था.. जिसमें पायल और सन्नी गए थे।
उधर सन्नी ने पायल को बिस्तर पर लेटा दिया और अपने कपड़े निकालने शुरू कर दिए।
पायल- बहुत जल्दी में हो तुम.. अपने दोस्त की बहन को कर पाओगे?
सन्नी- अब क्या बताऊँ मेरी जान.. तू है ही ऐसी माल कि देर तक बर्दाश्त करना मुश्किल हो रहा है.. वैसे भी तेरी नज़र तो अर्जुन पर थी.. मगर मैंने बात को संभाल लिया और अब देख पहला मौका मुझे मिला है।
पायल- अर्जुन है ही ऐसा.. कि उसको देख कर मन मचल सा गया था मेरा.. और वैसे भी कपड़े निकालते टाइम उसने हरकतें ऐसी कीं कि बस मैं उसकी तरफ़ खिंचने लगी।
सन्नी ने बातों के दौरान सारे कपड़े निकाल दिए.. बस अंडरवियर नहीं निकाला।
पायल की निगाहें सन्नी को लौड़े के उभार को गौर से देख रही थीं.. उसको वो काफ़ी बड़ा लग रहा था।
सन्नी- ऐसे क्या देख रही हो जान?
पायल- देख रही हूँ काफ़ी बड़ा लग रहा है.. अब इसे आज़ाद कर दो तो ठीक से देख सकूँ!
सन्नी- इतनी भी क्या जल्दी है मेरी जान.. पहले थोड़ा प्यार तो कर लूँ तुम्हें.. उसके बाद देखना..
इतना कह कर सन्नी बिस्तर पर चढ़ गया और पायल के ऊपर लेट कर उसके होंठ चूसने लगा.. उसके मम्मों को दबा के मज़ा लेने लगा।
पायल भी सन्नी का साथ दे रही थी उसकी उत्तेजना बढ़ गई थी। सन्नी अब पायल के निप्पल को चूस कर मज़ा लेने लगा था।
पायल- आह्ह.. उफ़फ्फ़.. सन्नी प्लीज़ आराम से करो ना.. आह्ह.. नहीं आह्ह..
सन्नी तो जैसे बरसों का प्यासा था.. बस वो पायल के जिस्म को चूस कर सारा रस निकाल देना चाहता था।
दस मिनट तक जबरदस्त चुसाई के बाद पायल अब काम वासना की आग में जलने लगी थी, अब उसकी चूत को लौड़ा ही शान्त कर सकता था।
पायल- इसस्स.. आह्ह.. सन्नी.. अब बस भी करो.. आह्ह.. घुसा दो अपना लौड़ा मेरी चूत में.. आह्ह.. जल्दी..
सन्नी ने पायल को कहा- वो बिना हाथ लगाए उसका अंडरवियर निकाले.. तभी वो उसकी चूत को शान्त करेगा।
पायल तो काम वासना में जल रही थी फ़ौरन मान गई। सन्नी खड़ा हो गया और पायल अपने दांतों से अंडरवियर पकड़ कर निकालने की कोशिश करने लगी।
थोड़ी कोशिश के बाद वो नीचे कर पाई और सन्नी का 8″ का नाग फुँफकारता हुआ उसके सर से टकराया.. जिसे देख कर पायल के होंठों पर मुस्कान आ गई, वो उसको हाथ लगा कर देखना चाहती थी.. मगर सन्नी जल्दी से पीछे हट गया।
पायल अचम्भित सी होकर सन्नी को देखने लग गई- क्या हुआ छूने दो ना.. कितना मस्त लौड़ा है तुम्हारा..
सन्नी- मेरी जान ऐसे नहीं.. तुम अपने नर्म होंठों से छूकर इसकी ओपनिंग करो।
पायल ने बोलने के साथ ही अपने होंठ लौड़े पर रख दिए और किस करने लगी। वो धीरे-धीरे किस करती हुई अपनी जीभ से सुपारा चाटने लगी।
सन्नी- आह्ह.. ऐसे ही करो डार्लिंग.. मज़ा आ रहा है.. आह्ह.. चूस ले.. अब आ लेले पूरा मुँह में आह्ह..
पायल बड़े प्यार से लौड़े को चूस रही थी.. उसके गले तक पूरा लौड़ा घुसा कर सन्नी उसके सर को पकड़ कर चोद रहा था।
सन्नी- आह्ह..ह ले आह्ह.. चूस आह.. मज़ा आ रहा है आह्ह…
उधर बाहर पुनीत बार-बार उस कमरे की ओर देख रहा था जिसमें पायल और सन्नी गए थे।
विवेक- टोनी भाई.. वो देखो कैसे पुनीत बार-बार उधर देख रहा है।
टोनी- अबे पुनीत क्या सोच रहा है अभी तो सन्नी उसको लौड़ा चुसा रहा होगा.. थोड़ी देर रुक इसकी रंडी बहन की चीखें आती होगीं.. हा हा हा हा..
पुनीत गुस्से में उसको मारने आगे बढ़ा तो रॉनी ने उसको पकड़ लिया।
रॉनी- कहाँ जा रहे हो.. अब तुम ये गुस्सा काबू में रखो।
पुनीत- उस कुत्ते को देखो वो पायल को क्या बोल रहा है..
रॉनी- तो क्या ग़लत बोल रहा है.. एक रंडी को रंडी नहीं कहेगा तो क्या कहेगा हाँ बोलो?
रॉनी का अंदाज अचानक बदल गया था उसकी आवाज़ में कड़कपन आ गया था।
पुनीत- तू कैसी बातें कर रहा है.. वो हमारी बहन है।
रॉनी- चुप साला कुत्ता कहीं का.. वो बहन होगी तेरी.. समझे मेरे लिए तो वो एक रंडी है बस.. और आज ये सब उसको यहाँ पर चोद कर उसे पक्की रंडी बना देंगे।
पुनीत की समझ के बाहर बात हो गई थी कि अचानक ये रॉनी को क्या हो गया।
पुनीत- रॉनी तू होश में तो है.. ये कैसी बातें बोल रहा है तू.. हाँ.. वो सिर्फ़ मेरी बहन है.. तेरी कुछ नहीं?
रॉनी- होश में ही बोल रहा हूँ कुत्ते.. आज तक जो था वो सब नाटक था। ये बरसों की आग जो मेरे दिल में लगी थी.. आज वो लावा बनकर बाहर आएगी।
पुनीत- तू कहना क्या चाहता है?
रॉनी- बदला लेना चाहता था मैं तेरे उस कुत्ते बाप से.. और तेरी इस रंडी बहन से बरसों बाद आज मुझे मौका मिला है.. हा हा हा हा हा..
सब के सब चौंक गए कि यह क्या हो रहा है.. ये सीन तो कहानी से अलग चल रहा है.. रॉनी के मुँह से ऐसी बातें सुनकर सब हैरान थे।
अन्दर से मुनिया और कोमल भी बाहर निकल आई थीं।
पुनीत- तू बदला ले रहा है हमसे.. मगर किस बात का बदला.. हाँ बोल?
रॉनी- बताऊँगा.. सबर कर.. पहले सन्नी को.. तेरी रंडी बहन को चोदकर बाहर आ जाने दे.. उसके बाद तुझे सब बताऊँगा।
पुनीत गुस्सा हो गया और रॉनी की तरफ़ लपका.. मगर अर्जुन ने उसको पकड़ लिया और कुर्सी पर बैठा दिया।
अर्जुन- इतनी भी क्या जल्दी है पुनीत बाबू.. पहले हमें पायल की ठुकाई तो कर लेने दो.. उसके बाद तेरी पिटाई भी कर देंगे हम..
रॉनी- मुनिया वहाँ क्या खड़ी है.. जल्दी रस्सी लेकर आ.. इस कुत्ते को बाँध कर बैठा दो यहाँ.. ताकि उस रंडी की चुदाई में रुकावट ना आए।
अर्जुन- जा मुनिया.. जल्दी जा.. साला बहुत ताक़त लगा रहा है।
मुनिया भाग कर रस्सी ले आई और अर्जुन ने पुनीत को कुर्सी से बाँध दिया और सब उसके पास आ गए।
टोनी- रॉनी ये सब चक्कर क्या है.. मेरा तो सर घूम रहा है?
रॉनी- चुप साले.. तेरे जैसे आदमी को रॉनी द ग्रेट का प्लान कहाँ समझ में आएगा.. ये सब कुछ मेरा प्लान था समझे तुम?
टोनी- मतलब तुम और सन्नी मिलकर ये सब कर रहे थे?
रॉनी- हाँ और आज के दिन के लिए मैंने बहुत इन्तजार किया है।
इनकी बातें होती रहेगी.. हम थोड़ा पायल को भी देख लेते हैं।
पायल लौड़े को मज़े से चूस रही थी और सन्नी ‘आहें..’ भर रहा था। सन्नी ने लौड़ा बाहर निकाल लिया और पायल को लेटा दिया।
पायल- आह्ह.. अब घुसा दो.. आह्ह.. बर्दाश्त नहीं हो रहा मुझसे..
सन्नी ने पायल के पैरों को मोड़ा और लौड़ा चूत पर सैट करके जोरदार धक्का मारा.. जिससे पूरा लौड़ा जड़ तक चूत में समा गया और पायल के मुँह से बहुत ज़ोर से चीख निकली.. जो बाहर सबको सुनाई दी।
टोनी- ले भाई पुनीत तेरी बहन की चूत फट गई.. गाड़ दिया झन्डा किले पर सन्नी ने.. हो गया उसकी चूत का मुहूरत.. हा हा हा हा!
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पुनीत- रॉनी प्लीज़.. मुझे खोल दे इन कुत्तों के हवाले पायल को मत कर.. देख वो कैसे चिल्ला रही है।
रॉनी- चुप साला.. बहनचोद कहीं का.. जिस दिन तूने उसकी सील तोड़ी थी.. उस दिन नहीं सोचा उसको कितना दर्द हुआ होगा.. जो आज उसके लिए रहम की भीख माँग रहा है।
रॉनी एक के बाद एक झटके पुनीत को दे रहा था और साथ ही साथ बाकी सब भी यह सुनकर चौंक गए थे।
पुनीत- तत..तू यह क्या बकवास कर रहा है हाँ?
आप मुझे अपनी प्यारी ईमेल लिखो और बताओ कि आपको मेरी कहानी कैसी लग रही है।
कहानी जारी है।
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