चूत एक पहेली -27
(Chut Ek Paheli-27)
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अब तक आपने पढ़ा..
पूजा के अंकल टैक्सी ले आए थे.. बाहर आकर पूजा ने पायल को गले लगाया और गाड़ी में बैठ कर चली गई।
उसी टाइम टोनी ने उन लड़कों को इशारा कर दिया कि ये ही वो लड़की है।
लड़का 1- हाय जानेमन.. कहाँ जा रही हो.. ये बिजलियाँ गिराते हुए..?
लड़का 2- अरे रुक ना जान.. अपना नाम तो बता कर जा..
उनकी बातों से पायल गुस्सा हो गई मगर उनके मुँह लगना उसने ठीक नहीं समझा.. तो वो चुपचाप आगे आ कर रिक्शा को रोकने लगी।
लड़का 3- अरे जान.. कहाँ जाना है.. हम छोड़ देंगे.. आ जा..
पायल कुछ कहती.. इसके पहले एक लड़के ने उसका हाथ पकड़ लिया।
अब आगे..
पायल- हे छोड़ो मुझे.. क्या बदतमीज़ी है ये?
बस यही वो पल था.. जब टोनी अपने दोस्तों के साथ मैदान में उतार गया।
टोनी- ओये.. लड़की का हाथ छोड़.. वरना हाथ उखाड़ दूँगा तेरा..
लड़का 1- क्यों तू कौन है रे.. ज़्यादा हीरो ना बन.. चुपचाप निकल जा यहाँ से.. नहीं सारी हेकड़ी निकाल देंगे..
तभी सुनील और विवेक भी उनसे उलझ पड़े और कुछ देर बाद वो सब वहाँ से भाग गए।
पायल- थैंक्स.. आप नहीं आते तो पता नहीं क्या हो जाता..
टोनी- अरे नहीं नहीं.. ये तो मेरा फर्ज़ था.. वैसे मेरा नाम टोनी है..
पायल- ओह.. रियली.. आप बहुत अच्छे हैं मैं पायल खन्ना हूँ।
टोनी- अच्छा अच्छा.. वैसे आप यहाँ क्यों खड़ी हो.. कहाँ जाना है.. मैं आपको छोड़ देता हूँ?
पायल- मैं रिक्शे के लिए खड़ी हूँ.. घर जाना है.. आप क्यों तकलीफ़ करते हो.. मैं चली जाऊँगी।
टोनी- ओह.. अच्छा एक बात है.. आप अकेली जा रही हैं आपको लेने कोई नहीं आया.. आप कहाँ की रहने वाली हो?
पायल- अरे मैं यहीं की हूँ.. पापा काम में बिज़ी हैं और दो भाई हैं मगर उनको अपने दोस्तों से ही फ़ुर्सत नहीं मिलती.. मुझे लेने क्या आएँगे.. मैं चली जाऊँगी..
टोनी- दो भाई हैं? क्या मैं उनका नाम जान सकता हूँ.. क्योंकि मेरे भी दोस्तों का सरनेम खन्ना है..
पायल- अच्छा उनके नाम क्या हैं?
टोनी- एक पुनीत और दूसरा रॉनी..
पायल- ओह.. रियली.. यही तो मेरे भाई हैं देखो इत्तेफ़ाक की बात.. आज तक मैंने कभी आपको देखा नहीं.. मगर आप मेरी मदद को आ गए और मेरे भाई के दोस्त भी निकले.. चलो अब मैं चलती हूँ.. घर जरूर आना आप..
टोनी- अरे नहीं.. ऐसे-कैसे चली जाओगी और कभी और नहीं.. आज ही मैं आपके घर चलूँगा आपके साथ ही.. समझी अब आपको मेरी बात माननी होगी..
पायल- अरे ये आप-आप क्या लगा रखा है.. मैं आपसे छोटी हूँ.. मुझे तुम भी बुला सकते हो आप..
टोनी- हाँ क्यों नहीं.. तुम चलो वो सामने मेरी कार खड़ी है.. तुम जाकर बैठो.. मैं बस एक मिनट में एक जरूरी कॉल करके आया..।
पायल मुस्कुराती हुई गाड़ी की तरफ़ जाने लगी.. तभी टोनी ने भाई को फ़ोन लगाया।
भाई- क्या हुआ.. फ़ोन क्यों किया.. जाओ..
टोनी- हाँ भाई जा ही रहा हूँ.. बस आपको बताने के लिए फ़ोन किया कि आप ब्लू शर्ट में बड़े मस्त दिख रहे हो.. आप भाई नहीं.. बिग बॉस हो..
भाई- ओह्ह.. क्या बोल रहे हो.. कैसी ब्लू-शर्ट मैं.. कुछ समझा नहीं..
टोनी- आकर सब समझा दूँगा भाई.. नहीं नहीं.. सन्नी भाई.. हा हा हा बहुत मास्टर माइंड है ना तू.. चल अभी जाता हूँ आकर बात करता हूँ बाय..
भाई कुछ बोलता उसके पहले टोनी ने फ़ोन काट दिया और कार की तरफ़ बढ़ गया।
इधर सुनील और विवेक की नज़र सन्नी पर ही थी.. जब फ़ोन पर वो बात कर रहा था.. तो उसके माथे पर पसीना आ गया था और तभी ये दोनों उसके सामने आ गए।
सन्नी- तुम दोनों यहाँ क्या कर रहे हो और टोनी कहाँ है?
विवेक- हा हा हा.. अब हम इतने भी चूतिए नहीं है सन्नी भाई.. हा हा हा… हम सब जानते हैं।
सन्नी- चुप रहो.. ज़्यादा बनो मत और जब तक मेरी बात टोनी से नहीं हो जाती.. अपना मुँह बन्द रखना.. समझे.. नहीं तो सारे किए कराए पर पानी फिर जाएगा.. अब जाओ यहाँ से..
वो दोनों चुपचाप वहाँ से निकल गए.. उधर गाड़ी में टोनी अपनी मीठी बातों से पायल को बहला रहा था।
पायल- आप बातें बहुत अच्छी करते हो.. दिल करता है बस आप बोलते रहो और मैं सुनती रहूँ।
टोनी- अरे ऐसा कुछ नहीं है.. मैं तो बस ऐसे ही बकवास करता रहता हूँ.. आपको पता नहीं कैसे य अच्छी लग रही हैं।
दोनों बातें करते हुए पायल के घर तक पहुँच गए..
जब दोनों साथ घर के अन्दर गए तो अनुराधा के चेहरे पर ख़ुशी की लहर दौड़ गई.. उसने आवाज़ देकर दोनों भाइयों को भी बुला लिया।
अनुराधा- अरे मेरी प्यारी बेटी.. कितनी देर लगा दी आने में.. और तुम्हारे साथ ये कौन है?
पायल- वो माँ वहाँ कोई रिक्शा नहीं मिला.. तब ये मिल गए.. ये भाई के दोस्त हैं मुझे घर तक छोड़ने आए हैं।
अनुराधा- अच्छा किया बेटा.. तुम बैठो.. मैं खाने का इंतजाम करती हूँ.. अब घर तक आए हो तो खाना खाए बिना नहीं जाने दूँगी..
टोनी कुछ बोलता उसके पहले ऊपर से दोनों नीचे आते हुए दिखाई दिए। अनुराधा वहाँ से रसोई की तरफ़ चली गई मगर टोनी को देख कर दोनों के होश उड़ गए।
पायल भाग कर दोनों से मिली.. वो उनसे मिलकर बहुत खुश थी।
पुनीत की तो सिट्टी-पिट्टी गुम हो गई थी टोनी को देख कर उसका गला सूख गया था।
पायल- अरे आप दोनों को क्या हो गया है.. ऐसे क्या देख रहे हो? ये आपका दोस्त टोनी ही है.. कोई भूत नहीं.. जो आप दोनों इसे देख कर ऐसे डर रहे हो हा हा हा..
रॉनी- त..तो..तुम यहाँ कैस?
टोनी कुछ बोलता.. उसके पहले पायल ने सारा हाल उनको सुना दिया।
पुनीत- किसकी इतनी मजाल.. जो हमारी बहन को छेड़ने की हिम्मत की.. सालों को जान से मार दूँगा में..
पायल- अरे नहीं भाई.. इसकी जरूरत नहीं है.. टोनी ने उनको अच्छा सबक़ सिखा दिया है।
टोनी कुछ बोलना चाहता था.. तभी उसका फ़ोन बजने लगा, उसने फ़ोन उठाया और बस इतना कहा कि 5 मिनट में आता हूँ.. वेट करो..
टोनी- सॉरी पायल मुझे जाना होगा.. फिर कभी आऊँगा.. तुम पर मेरा लंच उधार रहा.. ओके बाय..
पायल- ओह टोनी.. थोड़ा रुक जाते तो अच्छा होता.. चलो अब जा ही रहे हो तो ‘थैंक्स..’ कि आपने मेरी इतनी हेल्प की..
टोनी- अरे इसमें थैंक्स क्या.. तुम कोई पराई थोड़ी हो.. ओके रॉनी एंड पुनीत.. चलता हूँ और हाँ शाम को मिल रहे हो ना.. या कल मिलोगे?
रॉनी- ओके, जाओ मैं शाम को कॉल कर दूँगा तुमको..
पायल- भाई आप दोनों के चेहरे ऐसे उतरे हुए क्यों हैं?
पुनीत- अरे कुछ नहीं.. बस ऐसे ही.. तू सुना क्या चल रहा है.. तेरे एग्जाम कैसे रहे और अबकी बार तू कहीं नहीं जाएगी.. समझी अब बहुत हो गया बस.. अब तू हमारे साथ ही रहेगी..
अनुराधा- अरे बेटा.. मैं तो समझा कर थक गई.. हर बार मेहमान की तरह आती है और चली जाती है। अबकी बार तुम दोनों ही इसे समझाना कि यह इसका भी घर है.. ऐसे हॉस्टल में रहना अच्छा नहीं..
रॉनी- आप टेन्शन मत लो आंटी.. अबकी बार हम इसको नहीं जाने देंगे।
काफ़ी देर तक वहाँ बातें होती रहीं.. अनुराधा ने टोनी के बारे में पूछा तो पायल ने बता दिया कि उसको कोई काम था.. वो चला गया..
पायल- ओके मॉम.. मैं फ्रेश होकर आती हूँ.. उसके बाद सब साथ में लंच करेंगे ओके बाय ब्रो..
सन्नी- हाँ जानता हूँ.. तुझे भी और तेरी औकात भी मुझे पता है..
टोनी- सन्नी भाई.. ये बहुत ज़्यादा हो रहा है.. अब काम की बात करो..
सन्नी- देख टोनी.. तुझे पैसे से मतलब होना चाहिए.. इसके अलावा तू अपना दिमाग़ लगाना बन्द कर..
टोनी- बिग बॉस, अब तक तो आपने सिर्फ़ खुरचन दी है.. अब कोई तगड़ा माल दो.. तो अपना दिमाग़ चलाना तो क्या.. ताला लगा के बन्द कर दूँगा मैं..
सन्नी- मैं जानता था.. मेरा राज़ जानने के बाद तू अपना मुँह जरूर खोलेगा.. इसी लिए उसे बन्द करने का बंदोबस्त करके आया हूँ।
इतना कहकर सन्नी ने नोटों की एक गड्डी टोनी के पास फेंकी।
टोनी- ओह.. बिग बॉस आप महान हो.. बस ऐसे ही पैसों की बारिश करते रहो मेरे को क्या.. तुम पुनीत की बहन को चोदो.. या उसको रंडी बनाओ..
सन्नी- क्यों अब आया ना अपनी औकात पर.. चल पहले ये बता तुझे पता कैसे लगा मेरे बारे में?
टोनी- भाई बुरा मत मानना.. वैसे तो आप बहुत माइंड वाले हो.. मगर पैसे देते टाइम मैंने आपकी पिक देख ली थी और ये पहली बार होता तो शायद में कन्फ्यूज ही रहता.. मगर पहले भी अक्सर पार्टी में मैंने आपके पर्स में ये पिक देखी हुई थी.. तो बस में फ़ौरन समझ गया कि ये आप हो।
सन्नी- यदि मेरा पर्स चोरी हो गया होता और ये किसी और के पास होता तो?
टोनी- नहीं भाई.. टोनी इतना कच्चा नहीं है.. मुझे पता था आप अगर भाई हो तो वहाँ रहोगे.. और हुआ भी वैसा ही.. उसके बाद भी मैंने ब्लू शर्ट वाली बात बोली ताकि पक्का कनफर्म हो जाए और बस हो गई बात कन्फर्म.. हा हा हा..
सन्नी- साला पक्का कुत्ता है तू.. बस फ़र्क इतना है उसकी नाक तेज होती है और तेरी आँख तेज है।
टोनी- भाई कुत्ता नहीं.. अपुन बाज है.. जो दूर से भी शिकार को देख लेता है और आप तो बहुत पास थे मेरे..
सन्नी- चल अब ये सब बातें बंद कर.. वहाँ क्या हुआ.. ये बता?
दोस्तो, उम्मीद है कि आपको कहानी पसंद आ रही होगी.. तो आप तो बस जल्दी से मुझे अपनी प्यारी-प्यारी ईमेल लिखो और मुझे बताओ कि आपको मेरी कहानी कैसी लग रही है।
कहानी जारी है।
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