चॉकलेट जैसी चूत वाली सविता की सील तोड़ चुदाई
(Chocolate Jaisi Choot Wali Savita Ki Seal tod Chudai)
मेरा मेरा नाम सोनू है, मेरी उम्र 21 साल की है, मैं हिसार (हरियाणा) का रहने वाला हूँ। मैं देखने में भी मस्त हूँ और खुश रहने वाला लड़का हूँ। मेरी हाइट पूरी 5’8″ की है.. मेरा शारीरिक सौष्ठव भी मस्त है। मेरे हथियार का नाप कुछ ज्यादा ही मस्त है.. हरियाणा का हूँ न।
कुल मिला कर एकदम मस्त और बिंदास रहने वाला इंसान हूँ। अभी मैं पढ़ता हूँ और इंटरनेट पर काम करके कुछ पैसे बना लेता हूँ।
मैं अपनी पहली सच्ची कहानी आप सबको बताने जा रहा हूँ। ये मेरी पहली सच्ची कहानी है।
मेरी गर्लफ्रेण्ड का नाम सविता था, वो दिखने में ठीक थी, उसका रंग चॉकलेट जैसा सांवला था।
उसके हसीन बदन देख कर किसी का भी उस पर दिल आ जाएगा। उसका फिगर 34बी-30-34 का था। उसके चूचों के बीच की गली दिखती रहती थी। सविता की गाण्ड गोल और मोटी थी।
अब मैं आपको सब को बताने जा रहा हूँ। मैंने कैसे सविता को गर्लफ्रेंड बना कर उसकी सील तोड़ी।
मैं जब बी.एससी. के पहले साल में था, तब वो मेरी क्लासमेट थी। मैं उसे पहले से जानता था क्योंकि वो मेरे साथ स्कूल में पढ़ती थी। इसलिए हमारी पहले से थोड़ी बहुत बातचीत होती थी।
कॉलेज में हम दोनों साथ रहने लगे और रोज मिलते थे, सविता रोज घर से खाना लाती थी और हम दोनों मिलकर खाते थे।
ऐसे ही 6 महीने निकल गए और पता ही नहीं लगा, हम अच्छे दोस्त बन गए और रोज रात को बात होने लगी।
फिर सविता का जन्म-दिन आया और हम दोनों साथ में मूवी देखने चले गए।
उस दिन ‘हेट स्टोरी-2’ मूवी लगी हुई थी, उसमें कुछ हॉट गाने भी थे। वो मूवी देखने के बाद हम दोनों की सोच बदल गई।
एक रात मैंने फ़ोन पर सविता को ‘आई लव यू’ बोल दिया और उसने बोला- मैं कल कॉलेज में मिल कर बात करूँगी।
अलगे दिन हम कॉलेज में मिले और सविता ने बोला- मैंने कल रात तुम्हारे बारे में बहुत सोचा, तुम अच्छे लड़के हो, तुम्हें मुझसे भी अच्छी लड़की मिल जाएगी।
मुझे पता था वो झूठ बोल रही है, मैंने उसका हाथ पकड़ कर उसको ‘आई लव यू’ बोला तो उसने भी ‘आई लव यू टू’ बोल दिया और तब से हम गर्लफ्रेंड एंड बॉयफ्रेण्ड बन गए।
अब हम दोनों हर शानिवार मूवी देखने जाते, हम दोनों में मूवी के दौरान चुम्बन भी हुए, मैंने उसके चूचे भी कई बार दबाए.. जो मुझे बहुत मज़ा देते थे।
एक दिन हम दोनों ने मिल कर क्लास में प्लान बनाया कि हम दोनों एक दिन साथ रहेंगे और बहुत सारी मस्ती करेंगे।
अगले दिन हम कॉलेज नहीं गए और मैं उसको अपने कमरे पर ले आया।
वो भी अपनी कुछ सहेलियों के साथ कमरा किराए पर लेकर रह रही थी।
सविता ने टॉप और टाइट जीन्स डाल रखी थी। मैं और सविता मेरे कमरे में आकर मेरे बिस्तर पर बैठ गए।
मैंने उसका हाथ पकड़ कर बोला- मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ।
यह कह कर मैंने उसको गले से लगा लिया।
सविता ने कहा- आई लव यू सो मच।
मैंने कहा- मैं तुमको चुम्बन कर लूँ..
तो उसने मना कर दिया।
मैंने कहा- क्यों?
सविता- जब करना ही है तो पूछ क्यों रहा है।
हँसते हुए सविता ने मेरे होंठों पर अपने होंठ रख दिए। पांच मिनट तक हम चुम्बन करते रहे। इसी बीच मैं सविता के टॉप में हाथ डाल कर उसकी कमर पर हाथ फेरता रहा। उसकी कमर बहुत मुलायम और चिकनी थी।
मेरे मन में ख्याल आया कि जब कमर ही इतनी मस्त है तो चूत कैसी होगी।
चुम्बन करने के बाद हम दोनों ने एक-दूसरे की तरफ देखा। मैंने उसको उठा कर बिस्तर लिटाया, फिर से हम दोनों चुम्बन करने लगे।
सविता बोली- अब बस भी करो यार।
मैंने कहा- अब तो कुछ किया भी नहीं।
सविता- तो किसने मना किया है कि कुछ मत करो।
मैंने सविता की चूचों को पकड़ा और दबाने लगा.. वो एकदम से मचलने लगी। फिर उसने मना कर दिया। उसकी चूची सख्त हो गई थी और हाथ में भी नहीं आ रही थी।
ऐसा लग रहा था कि सविता की चूचियां फूल कर दोगुनी हो गई थीं। हो भी क्यों ना.. अभी तो जवानी आई थी।
मैंने सविता का टॉप उतारा और उसकी चूची ब्रा को फाड़ कर निकलना चाह रही थीं।
मैंने उसकी ब्रा को निकाल दिया और उसकी एक चूची को चूसने गया। दूसरी चूची को हाथ से मसलने लगा।
काफी देर तक चूची चूसने और मसलने के बाद उसकी चूचियाँ बहुत कठोर हो गई थीं। उसी दौरान सविता ने मेरी शर्ट उतार दी थी। सविता की आँखें लाल हो कर पानी निकाल रही थीं, ये सारा नशा जवानी का था।
सविता को मैंने बिस्तर पर चित्त लेटाया और उसकी जीन्स खोलने लगा, जीन्स टाइट फंसी हुई थी, जीन्स उतरने के बाद देखा उसने लाल रंग की पैंटी डाल रख थी।
मैं उसके ऊपर आ गया और होंठों पर चुम्बन करने लगा.. साथ ही उसकी चूत को हाथ से मसलने लगा।
सविता बहुत ज्यादा मचलने लगी, गाण्ड को उठाने लगी, मैंने उसको उल्टा लेटा दिया, कमर पर चुम्बन करते-करते गाण्ड तक आ गया।
मैंने देखा कि सविता की गाण्ड नंगी है। सविता ने VString टाइप की पैंटी पहन रखी थी।
मैंने उसके कूल्हों पर चुम्बन किया और खूब मसले.. साथ ही 3-4 जोर से थप्पड़ भी मारे।
सविता ने मादक तरीके से ऐसे चिल्लाई.. जैसे उसकी गाण्ड को चपतयाने से मज़ा आ रहा हो, उसकी कामुक आवाजों ने मुझे पागल कर दिया, मैं उसकी गाण्ड को और प्यार से थप्पड़ मारने लगा।
वो बोली- जानू.. बस करो अब दर्द सा हो रहा है।
अब मैं बस उसको चोदना चाहता था, मैंने उसको सीधा लेटा कर उसकी पैंटी को निकाला।
चूत चिकनी और इतनी छोटी थी.. जैसे अभी कच्ची कली हो।
मैं उसकी चूत को चूसने लगा, चूत से पानी रिस रहा था।
दो मिनट चूत चूसने के बाद मैंने उसको कंडोम दिया।
उसने मेरी जीन्स निकाल कर मेरे लंड को हिलाया.. कंडोम पहनाया।
मैंने सविता को प्यार से चुम्बन करते हुए लेटाया और कहा- अब थोड़ा सा दर्द होगा मेरे लिए सहन कर लेना।
सविता ने एक कंटीली सी स्माइल दी।
मैंने सविता की चूत कर लंड रख कर घिसा और उसकी चूत के दाने लौड़े से मसला। फिर धीरे से चूत की दीवारों को अलग करके लंड को चूत के छेद में सैट कर दिया।
अब मैंने सविता की कमर पकड़ कर जोर से धक्का लगाया, मेरा सख्त लंड उसकी कमसिन चूत के अन्दर घुस गया।
लौड़ा घुसते ही सविता चिल्लाने लगी- छोड़ दो मुझे.. बहुत दर्द हो रहा है।
मैंने उसकी एक न सुनी और एक और जोर से धक्का लगा दिया और पूरा लंड चूत में समा गया।
अब मैं सविता के ऊपर लेट गया, उसे चुम्बन करने लगा, उसको थोड़ा सा आराम मिला।
फिर एक बार लंड को चूत से निकाल कर देखा तो चूत का खून लौड़े में लगा हुआ था।
मैंने सविता को नहीं बताया.. और फिर से लंड डाल कर उसकी चुदाई करने लगा। कुछ मिनट की चुदाई के बाद हम दोनों झड़ गए.. और बाँहों में बाँहें डाल कर हम दोनों एकदम निढाल होकर चिपक गए.. पता ही नहीं चला कि हम दोनों कब सो गए।
फिर 3 बजे उठ कर मैं सविता को छोड़ कर आया।
उसके बाद हम बहुत बार मिले, मैंने चॉकलेट जैसी चूत का कई बार मज़ा लिया।
अब सविता मुंबई अपनी फैमिली से साथ चली गई, मैं फिर से एक चूत की तलाश में हूँ।
मेरी यह सच्ची कहानी आपको कैसी लगी, आप मुझे मेल करके जरूर बताइए।
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