कॉलेज की लड़की को पटाकर चोदा

(Beautiful girl Fuck Story)

देव 5 2022-08-11 Comments

ब्यूटीफुल गर्ल फक़ स्टोरी में पढ़ें कि कैसे मैंने एक सुंदर सेक्सी लड़की को पटाकर चोदा. वो मेरे दोस्त के घर के सामने पी जी में रह कर पढ़ी कर रही थी.

दोस्तो, कैसे हो आप सब!
आशा करता हूँ कि सभी सही सलामत होंगे और लॉकडाउन का मजा चुदायी करके लिया होगा.
मैं भी पिछले तीन सालों से अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ.

आज मैंने सोचा कि आज मैं अपनी भी एक सेक्स कहानी आप लोगों को सुनाऊं.

मैं रघु, बिहार का रहने वाला हूं. रंग फेयर, हाइट साढ़े पांच फुट, स्लिम जिम्नास्टिक बॉडी है.

पाठिकाओं की जानकारी के लिए बता दूँ कि मेरे शहजादे का साइज साढ़े छह इंच है और उसकी मोटाई ढाई इंच है. जो किसी भी लौंडिया या भाभी की चूत का पानी निकालने के लिए हर वक्त पूरी तरह से तैयार रहता है.
आज तक मैंने जिसे भी चोदा है, वो पूरा मजा लेकर चरमसीमा पर अवश्य पहुंचती है.

मुझे चूत चाटना, गांड चाटना बहुत पसंद है. जब तक इन छेदों को अच्छे से चाट कर पानी पानी न कर दूँ, मुझे चोदने में मजा नहीं आता है.

ये ब्यूटीफुल गर्ल फक़ स्टोरी दिल्ली की है. मैं उधर जॉब करता था.
मेरे एक फ्रेंड की भी वहीं जॉब थी तो कभी कभी मैं उसके पास आकर पार्टी कर लेता था.
उधर हम सब दोस्त मिलकर मजा लेते थे.

वो जिस जगह पर फ्लैट लेकर रहता था, वहीं उसके बाजू में कुछ लड़कियां भी रहती थीं जो कॉलेज में पढ़ाई करती थीं.
दोस्त के फ्लैट की बालकनी वाला गेट खुला रहने से सामने का फ्लैट का नजारा साफ़ दिखता था.

उन्हीं में से एक ऋतु नाम की लड़की थी.
वो मुझे पहली नजर में ही पसंद आ गई थी.

उसके फिगर के बारे में क्या बताऊं यार … सवा पांच फुट की हाइट, नशीली आंखें, मस्त रेशमी बाल और 34-28-36 की कामुक फिगर.
उसकी ऐसी मस्त चाल कि पीछे से देख कर ही लंड पैंट के अन्दर तूफान मचाने लगता था.

खैर … जब से मैंने उसे देखा, तब से ही मैं रोज उसके नाम की मुठ मारने लगा था.
मैंने सोच लिया था कि इसे कैसे भी करके चोदना है.

जब भी मैं अपने दोस्त के फ्लैट में जाता, तो उसे ही देखता रहता.
वो भी मेरी तरफ देखती और स्माइल देकर नजरें झुका लेती.

ऐसे ही एक महीने तक चलता रहा.

फिर एक दिन हिम्मत करके मैंने उसे रास्ते में रोका और पूछा- क्या मुझसे दोस्ती करोगी?
वो एकदम से बोली- मैं तो पता नहीं कब से इसी इंतजार में थी.

मेरी तो जैसे लॉटरी लग गई.
तुरंत हमने अपना नंबर एक्सचेंज कर लिया और हम दोनों के बीच बातचीत का दौर शुरू हो गया.

धीरे धीरे हम दोनों देर रात तक काफी बातें करने लगे.
उसने एक दिन पूछा- आपकी कोई जी एफ है?

मैंने साफ मना कर दिया और कहा- तुम्हीं बन जाओ मेरी जीएफ!
वो हंस दी और उस दिन से हम आपस में खुल गए.
हम धीरे धीरे फोन सेक्स करने लगे.

अब बारी उसे चोदने की आ गई थी.
वो भी राजी थी.

लेकिन चुदाई के लिए जगह का जुगाड़ नहीं हो पा रहा था.
फिर एक वीकेंड मैंने उससे कहा- चलो बाहर घूमने चलते हैं और संडे तक एंजॉय करेंगे, फिर मैं तुम्हें वापस छोड़ दूंगा.

वो झट से तैयार हो गई, शायद उसकी चूत में भी खुजली मची हुई थी.

तय समय पर मैं उसे पिक करने पहुंच गया.

उस दिन उसने टाइट स्किन फिटिंग जींस पहनी थी, जिसमें उसकी गांड का उभार साफ-साफ दिख रहा था.

ऊपर उसने टाइट फिटिंग का टॉप डाल रखा था जिसमें से उसकी 34 की चूचियां बाहर आने को बेताब कसी हुई थीं.
मैं उसे एकटक देखता ही रह गया.

वह कार के करीब आई और दरवाजा खोल कर बगल की सीट पर बैठ गई.

मैंने उसे एक टाइट हग दिया और उसे एक किस किया.
उसकी चूचियां मेरे सीने पर गड़ीं तो आह … मुझे एक बहुत ही अद्भुत आनन्द की अनुभूति हुई.

उसके बगल में बैठते ही यह सोच कर मेरा लंड खड़ा हो गया कि आज मैं इसकी जवानी को चोदूँगा.

फिर हम आधा घंटा में अपने गंतव्य स्थान पर पहुंच गए जहां मैंने पहले से एक अच्छा सा एसी रूम बुक कर रखा था.

रास्ते भर हम दोनों एक दूसरे का हाथ थामे हुए थे और दोनों के अन्दर एक तूफान समाया हुआ था कि कितनी जल्दी कमरे में पहुंच जाएं और एक दूसरे को अपने आगोश में भर लें.

होटल में पहुंचते ही फॉर्मेलिटी के बाद हम अपने रूम में पहुंचे.
रूम में पहुंचते ही मैंने दरवाजा बंद किया, सामान एक तरफ फेंका और उसे पीछे से कसके हग कर लिया.

हग करते ही हम दोनों के जिस्म आपस में जुड़ गए और मेरे लंड ने उसकी गांड पर एक हल्की सी चपत लगा दी.
उसका पूरा शरीर सिहर उठा.

उसे सीने से जकड़ते ही उसके 34 के चूचे मेरे सीने में गड़ गए और मुझे उसकी जवानी की महक ने मुझे अन्दर तक रोमांचित कर दिया.

मैंने उसके होंठों पर अपने होंठ लगा दिए.
लिप लॉक होते ही मैंने अपनी जीभ को उसके मुँह में डाल दिया और उसने उसे लॉलीपॉप की तरह चूसना शुरू कर दिया.

हम दोनों दस मिनट तक एक दूसरे के मुँह का रस पीते रहे.

मेरा हाथ सरकता हुआ उसकी चूचियों को टटोल रहा था और उसके हाथ मेरी पीठ से धीरे-धीरे मेरे लंड तक पहुंच गए.

अब वह जींस के ऊपर से ही लंड को सहला रही थी.
हम दोनों को ही कंट्रोल कर पाना मुश्किल हो रहा था.

मैंने आगे बढ़ना शुरू किया और उसकी गर्दन पर किस करते हुए उसकी चूचियों को मसलता रहा.
उसके मुँह से मादक सिसकारियां आना शुरू हो गई थीं.

तभी मैंने एक बार में ही उसका टॉप उतार फेंका और उसके मेरे सामने वो ब्रा में आ गई.
उसके दोनों कबूतर के उभार ब्रा के ऊपर से बड़े ही दिलकश दिखने लगे.

मैंने देर ना करते हुए उसकी ब्रा को भी एक ही झटके में उतार फेंका.
उसकी दोनों चूचियां उछल कर मेरे सामने आ गईं.

मैंने एक को पकड़ा और दूसरे को चूसना शुरू कर दिया.
एक मसलते हुए दूसरे को पीने में आनन्द आ रहा था.

मैं लगातार उसकी चूचियों को दबाते हुए बदल बदल कर एक दूसरे का रस पीता रहा.
साथ ही उसकी नाभि पर अपनी उंगलियों को घुमाता रहा.

उसकी मादक और कामुक सिसकारियों ने कमरे का माहौल बहुत ही रोमांचक कर दिया था ‘आह आह जानू प्लीज आज मुझे अपना बना लो.’

इसी बीच मैंने उसके चूचों के ऊपर 4-5 जगह लव बाइट्स दे दिए जिसने उसकी कामुकता और भड़का दी.

अब उसने मुझे बेड पर धक्का दे दिया और मेरे ऊपर चढ़ गई.
उसने खींचते हुए मेरी शर्ट के बटन खोलने की जगह तोड़ना शुरू कर दिए और मेरी शर्ट को मेरे शरीर से अलग कर दिया.

वो एकदम से मेरे ऊपर टूट सी पड़ी.
इस वक्त वो एक भूखे शेरनी की तरह लगने लगी थी.

मेरे होंठों से लेकर मेरे सीने से होते हुए उसने चूमना शुरू कर दिया.
वो मुझे किस करते हुए चाटने लगी और नीचे की ओर बढ़ती चली गई.

नीचे आकर उसने मेरी जींस को उतार दिया.
मैंने भी उसे उठा कर उसके कपड़ों को उसके शरीर से अलग करने लगा.

कुछ ही देर में हम दोनों ही सिर्फ और सिर्फ एक एक कपड़े में रह गए थे.
वह पैंटी में … और मैं कच्छे में था.

उसने एक बार में ही मेरे कच्छे को खींच कर मेरे शरीर से अलग कर दिया और मेरे लंड पर अपना हाथ फिराने लगी.
लंड की टोपी के चमड़े को नीचे करके उसने पहले तो उसे बहुत प्यार से किस किया.

फिर एक बार में ही उसने मेरे लौड़े को अपने मुँह में अपने गले तक उतार लिया.
वो लंड को लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी थी.

मैं कामोत्तेजना में भर कर सीत्कार करने लगा था.
मेरे गले से मादक आवाजें आने लगी थीं ‘आह चूसो और तेज तेज से चूसो.’

वो लगातार मेरा लंड चूसे जा रही थी.
कभी वो पूरा लंड मुँह से बाहर निकाल देती और कभी पूरा अन्दर ले लेती.

तभी मैंने उसे 69 में आने के लिए बोला और वो बिना लंड को मुँह से निकाले 69 की पोजीशन में आ गई.

मैंने उसके पैंटी को पीछे से निकाल कर चूतड़ों से नीचे सरका दी और उसकी गांड को सूंघा.
आह एक बहुत ही उन्मादक महक मेरे नाक में पड़ी और मैं खुद को रोक नहीं पाया.
उसकी गांड के छेद को मैंने अपनी जीभ से चाट लिया.

जैसे ही मेरी जीभ उसकी गांड में लगी, वो सिहर उठी और मेरी तरफ देख कर एक स्माइल दे दी.

अब मैंने उसकी पैंटी उतार दी और उसकी चूत को देखा, तो लगा जैसे एक फूली हुई पावरोटी हो.
चूत बिल्कुल क्लीन शेव थी जैसे उसने आज मेरे लिए ही साफ़ करके तैयार की हो.

मैंने देर न करते हुए अपनी जीभ को उसकी चूत में घुसा दिया और लपालप चूसना शुरू कर दिया.

वो तो जैसे पागल हुई जा रही थी.
मैं जीभ से ही उसे चोद रहा था और कभी कभी अपने दोनों हाथों से उसकी चूत की पंखुड़ियों को खोलकर उसके भगनासा को काट लेता था जिससे वो चिहुंक उठती थी.
उधर वो भी लगातार मेरे लंड को अपने थूक से सराबोर करके चूसने में लगी हुई थी.

अब मैं उसकी चूत को फैलाकर नीचे तक जीभ फेरने लगा था.
मैंने उसकी गांड को चाटना शुरू कर दिया.

उसे जैसे जन्नत का सुख मिल गया हो.
वो सिसकारी भरते हुए आहें भरने लगी लेकिन उसने मुँह से लंड नहीं निकाला.

दोस्तो, कभी किसी लड़की की चूत के साथ गांड चाटोगे तो वो दस मिनट की जगह पांच मिनट में ही चुदने को तैयार हो जाती है.
वही उसके साथ हुआ.

मैं कभी उसकी चूत चाटता तो कभी गांड.
और इसका नतीजा यह हुआ कि वो मुश्किल से पांच मिनट में अपना काम रस मेरे मुँह पर छोड़ती हुई स्खलित हो गई.

उसकी चूत ने ढेर सारा पानी छोड़ा था जिसे मैं पूरा का पूरा पी गया.

मैं उसकी चूत के रस का स्वाद का वर्णन नहीं कर सकता, इतना स्वादिष्ट रस था कि क्या बताऊं.

उसका काम तो हो गया था लेकिन वो मेरा लंड चूसे जा रही थी.
अब तो वो अपने हाथ से मेरे टट्टे भी सहलाने लगी थी.
कभी वो मेरे टट्टे सहलाती और कभी लंड को पूरा मुँह में लेती.

मैं भी थोड़ी देर बाद बहुत झड़ने के कगार पर पहुंच गया.

मैंने कहा- जान मैं आने वाला हूँ आह आए उह्ह्ह्ह … कहां निकालूं?
वो बिना कुछ बोले बस लंड चूसती गई और कोई एक मिनट बाद मैं उसके मुँह में ही झड़ गया.
उसने पूरा का पूरा रस पी लिया और लंड को निचोड़ निचोड़ कर बची हुई बूंदों को भी अपने गले में उतार लिया.

फिर उसने मेरे बाजू में लेट कर मुझे एक लंबा किस किया और हम दोनों एक दूसरे को पकड़ कर लेट गए और एक दूसरे को सहलाते रहे.
मैं एक हाथ से उसके निप्पल को मसलता रहा और एक हाथ से उसकी चूत को सहलाता रहा.
वो मेरे लंड को सहलाती रही.

कोई बीस मिनट के बाद हम दोनों आगे का खेल खेलने के लिए तैयार थे.

मैं पलट गया और उसे बेड के साइड में ले गया, उसकी गांड के नीचे एक तकिया लगा दिया.

मैं अपने साथ हमेशा एक एक्सट्रा डॉटेड और एक्सट्रा टाइमिंग वाला कंडोम रखता हूँ.
उस दिन तो मैंने एक पूरा पैकेट ले लिया था.

अब एक कंडोम मैंने अपने लंड पर लगा लिया.
तब तक वो एक हाथ से अपने चूचियों को मसलती रही और एक हाथ से अपनी चूत को सहला रही थी.

कंडोम लगाते ही मैंने उसकी टांगों को ऊपर हवा में उठा कर अपने कंधे पर रख लिया और उसकी चूत में अपना लंड डालने लगा.
उसकी चूत काफी टाइट थी.

मैंने एक बार में अपना आधा लंड उसके चूत में घुसेड़ दिया.
जिससे वो बिलबिला उठी और एक सीत्कार के साथ उसने गाली देना शुरू कर दिया- आंह कमीने … कहीं भाग नहीं रही … आराम से करो.

मैं थोड़ा रुक गया और अपने लंड को बाहर निकाल कर फिर से एक जोरदार शॉट दे मारा.
इस बार मैंने लंड को उसकी चूत की जड़ तक पेल दिया.

उसकी चीख निकलने को हुई मगर निकल ना सकी क्योंकि मैंने उसके होंठों को अपने होंठों से लॉक कर लिया था.

वो दर्द से कराह उठी और मेरी पीठ पर अपने नाखून गड़ा कर ‘उह उन्ह …’ करती रही.
मैं थोड़ी देर वैसे ही पड़ा रहा और जब उसका दर्द थोड़ा कम हुआ तो लंड को हिलाना शुरू कर दिया.

धीरे धीरे उसे भी मजा आने लगा और वो भी गांड उठा उठा कर मेरा साथ देने लगी.

मैं कभी लंड बाहर निकलता, कभी पूरा अन्दर ठोक देता, कभी उसे किस करता तो कभी निप्पल चूसने लगता.

वो लगातार आहें भरती जा रही थी और साथ ही साथ आवाज निकाल रही थी- आह आह ऊऊउ आआह्ह जान बहुत मजा आ रहा है … ऐसे ही पेलते रहो फाड़ दो इस चूत को … बहुत परेशान किया है इसने … भोसड़ा बना दो इसका … आह इतना चोदो कि इसकी भूख खत्म हो जाए … आह आहुउम्म चोदो और चोदो!

मैं भी अब अपनी फुल स्पीड में उसे चोदे जा रहा था.
कोई 15 मिनट इस पोजीशन में चोदने के बाद मैंने उसे घोड़ी बनने को बोला.

वो तुरंत पलट कर घोड़ी बन गई.
मैंने पीछे से उसके बाल पकड़े और एक बार में ही अपना पूरा लंड उसकी चूत में घुसेड़ दिया, इससे उसकी फिर से आह निकल गई.

फिर मैं लगातार उसे पेलता गया; हॉट गर्ल फक़ का मजा लेता गया.

इसी बीच उसका शरीर ऐंठने लगा और वो झड़ गई.
उसकी चूत से निकला हुआ पानी उसकी जांघों से बहता हुआ नीचे आ रहा था.
मैं उसे लगातार फुल स्पीड में चोदे जा रहा था.

रूम में फच फच की आवाज से और रोमांच पैदा हो रहा था.
फिर दस मिनट इस पोजीशन में चोदने के बाद मैंने उसे लगातार पांच मिनट तक मिशनरी पोजीशन में चोदा.
उसका हाल बेहाल हो गया था लेकिन वो भी चुदाने का पूरा मजा ले रही थी.

फिर थोड़ी देर बाद मेरा निकलने वाला था तो मैंने कहा- जान, मैं आने वाला हूं.
वो बोली- हां मैं भी आ गई. आह आह उफ्फ और जोर से फाड़ो और तेज़ मारो.

और ऐसा करते हुए हम दोनों 20-25 धक्कों के बाद एक साथ ही झड़ गए.
मैं उसके सीने पर गिर गया.

हम दोनों पसीने पसीने हो गए थे.

थोड़ी देर दोनों ऐसे ही लेटे रहे.
फिर वो मेरे लंड से कंडोम निकाल कर उसे मुँह से लगा कर सारा रस पी गई और मेरे लंड को चाट कर साफ कर दिया.

हम दोनों ने एक दूसरे को किस किया और फिर थोड़ी देर के लिए सो गए.
उन दो दिनों में हमने अलग अलग पोजीशन में बहुत बार चुदायी की.

मैंने उसकी गांड भी मारी; वो मैं अगली सेक्स कहानी में बताऊंगा.
दोस्तो, ये मेरी पहली कहानी है, तो प्लीज़ मेल करके बताएं कि आपको कैसी लगी मेरी ब्यूटीफुल गर्ल फक़ स्टोरी?
[email protected]

What did you think of this story??

Comments

Scroll To Top