एयरहोस्टेस की चूत की चुदास
(Airhostess Ki Chut Ki Chudas)
दोस्तो.. मेरा नाम है चन्द्रभान है.. मेरे दोस्त मुझे राहुल भी कहते हैं.. मेरा लंड 6 इंच लंबा और 3.5 मोटा है।
मैं इस साइट का नियमित पाठक हूँ.. इसलिए आज अपनी स्टोरी आप सब के साथ शेयर करने जा रहा हूँ।
यह मेरी पहली कहानी है.. अगर कोई मुझसे गलती हो जाए.. तो उसके लिए माफ़ कर दीजिएगा।
मैं दिल्ली में रहता हूँ और साउथ दिल्ली में स्टडी करता हूँ। एक दिन मैं अपने कोचिंग जा रहा था और चलते-चलते मैं अपने मोबाइल पर गाने सुन रहा था.. कि अचानक एक लड़की से मेरी टक्कर हो गई.. और उसकी सारी बुक्स गिर गईं।
मैंने उसको देखा तो देखता ही रह गया.. वो बहुत ब्यूटीफुल दिख रही थी.. मैंने उसकी बुक्स उठाने में मदद की और उससे ‘सॉरी’ बोला.. तो उसने भी मुझे आँखों से मुस्कुराते हुए ‘सॉरी’ कहा और चली गई।
फिर अगले दिन वही लड़की फिर मुझे आती दिखी.. तो मैंने भी उसे देख कर स्माइल की और उसने भी स्माईल की.. और चली गई।
इस तरह कई दिनों तक यही चलता रहा।
मैंने एक दिन हिम्मत करके उससे बात की.. मैंने पूछा- आप रोज स्माइल क्यों करती हो?
वो कुछ नहीं बोली.. तो मैंने उससे उस दिन की टक्कर पर फिर से ‘सॉरी’ बोला!
तो यारों यकीन नहीं मानोगे कि जब उसने बोलना शुरू किया तो उसकी आवाज इतनी प्यारी थी कि मैं सुनता ही रह गया।
उसने कहा- इट्स ओके..
फिर मैंने हिम्मत करके उससे आगे बात करनी शुरू की।
मैंने पूछा- तुम यहाँ क्या करती हो?
तो उसने कहा- मैं यहाँ साउथ दिल्ली की एक एयरहोस्टेस कम्पनी से कोर्स कर रही हूँ।
तो फिर मैंने भी अपनी पहचान दी कि मैं भी संस्कृत कोर्स कर रहा हूँ।
फिर हम चलते-चलते बात करने लगे। मैंने उसका नाम पूछा तो उसने अपना नाम दिव्या बताया।
इस तरह हम काफ़ी दिन तक मिलते रहे और हम दोनों ने अपना मोबाइल नम्बर भी एक-दूसरे को दे दिया और अब काफ़ी देर तक फोन पर बातें करते रहते.. और काफ़ी जगह घूमने भी जाने लगे।
एक दिन उसने मुझे कॉल किया और कहा- आज मेरी क्लास जल्दी खत्म हो गई है.. तो तुम आ जाओ.. कहीं घूमने चलते हैं।
तो मैंने अपनी बाइक ली और चला गया.. कुछ ही देर में मैं उसकी कम्पनी के बाहर उसका इंतज़ार कर रहा था।
तभी मैंने देखा कि वो एयरहोस्टेस की ड्रेस में बाहर आ रही थी। मैं उसे देखता ही रह गया.. उसने एयरहोस्टेस की हाफ स्कर्ट पहन रखी थी और उसकी गोरी-गोरी टाँगें दिख रही थीं।
मैं तो उसे देखता ही रह गया.. वो बहुत ब्यूटीफुल लग रही थी।
कुछ देर बाद वो अपने कपड़े बदल कर आई और मेरी बाइक पर बैठ गई.. मैंने पूछा- कहाँ चलना है?
तो वो बोली- कहीं किसी मॉल में चलते हैं।
तो मैं उसे अंसल प्लाज़ा में ले गया।
हमें वहाँ पहुँचने में करीब 25 मिनट लगे.. वो बाइक पर मुझे कस के पकड़ कर बैठी थी। मुझे मजा आ रहा था.. मैं बार-बार ब्रेक मार रहा था।
कुछ ही देर बाद हम वहाँ पर पहुँच गए और हम घूमने लगे। तो मैंने देखा कि वहाँ पर काफ़ी कपल्स घूम रहे थे और वो हमें बार-बार देख रहे थे क्योंकि वो लग ही रही थी इतनी हॉट एंड सेक्सी..
मैं भी इस बात को नोट कर रहा था.. शायद उसे भी यह बात पता होगी और फिर अंत में हम अंसल के गार्डन में गए।
वहाँ भी काफ़ी कपल बैठे थे और एक-दूसरे से किस कर रहे थे और हम उन सबको देख कर आगे चले गए।
मैंने भी सही वक्त का फ़ायदा उठा कर उससे प्रपोज कर दिया.. मैंने कहा- दिव्या आई लव यू.. मैं तुम से यह बात काफ़ी दिन से कहना चाहता था.. लेकिन कह नहीं पाया..
तो वो कुछ देर चुप रही और बोली- अब हमें चलना चाहिए…
हम वापिस आकर बाइक पर बैठे और अपने-अपने घर आ गए।
मुझे तो काफ़ी डर लग रहा था कि उसने बुरा तो नहीं मान लिया। मैंने उसे कॉल भी नहीं किया कि कहीं वो और बुरा ना मान जाए।
फिर रात में 1:30 बजे उसका कॉल आया.. मैं तो देखता ही रह गया।
मैंने कॉल अटेंड की और हैलो बोला.. तो उसने कुछ नहीं बोला।
फिर मैंने उसे ‘सॉरी’ कहा और साफ़ कह दिया- जो मेरे दिल में बात है.. मैंने वो कह दी थी।
मैंने फिर उससे पूछा- डू यू लव मी..???
तो कुछ देर बाद वो बोली- तुम्हें क्या लगता है कि एक लड़की इतनी रात को 1:30 पर कॉल क्यों करेगी?
तो मैं समझ गया कि बात क्या है.. फिर उसने मुझे ‘आई लव यू’ कह दिया और मैं इतना खुश हुआ कि क्या बताऊँ यारों कि जैसे मुझे कोई परी मिल गई हो.. अरे वो भी तो परी है.. एयरहोस्टेस है न..
आख़िर मैं हम दोनों ने करीब 2 घंटे तक बातें की और फिर सो गए।
फिर अगले दिन हमने मिलने का प्रोग्राम बनाया।
अगले दिन जब हम मिले.. तो उसकी आँखें कुछ झुकी हुई थीं.. तो मैंने पूछा- इसमें शरमाने की क्या बात है?
तो वो कुछ नहीं बोली.. बस बाइक पर बैठ गई।
हम वहाँ से अंसल प्लाज़ा की ओर निकल गए.. वहाँ पहुँचते ही मैंने बाइक पार्क की और उसका हाथ अपने हाथ में लेकर चलने लगा। उसे भी काफ़ी अच्छा लग रहा था।
हमने वहाँ बर्गर खाया और कोक पी.. फिर बातें करने लगे।
उसने कहा- चलो गार्डन में चलते हैं!
तो मैंने कहा- ठीक है..
हम गार्डन में गए.. वहा फिर से वही सीन था कि कपल्स एक-दूसरे को किस कर रहे थे।
हम भी एक अच्छी सी जगह जाकर बैठ गए और बातें करने लगे।
बातें करते हुए उसने पूछा- ये सब प्यार कर रहे हैं.. तुम कुछ नहीं करोगे?
मैं उसकी यह बात सुनते ही दंग रह गया.. मैं जोश में आ गया।
मैंने उसे अपने पास खड़ा किया और किस करने लगा.. उसने भी मुझे कस कर पकड़ लिया।
अब मैंने फ़िल्मी स्टाइल में उसके चेहरे को अपने हाथ से जोर से पकड़ लिया और किस करने लगा।
वो भी मुझे किस करने लगी.. हम दोनों 10 मिनट तक किस करते रहे।
फिर मैंने थोड़ी हिम्मत करके अपना हाथ धीरे-धीरे नीचे उसके मम्मों पर ले गया और बिल्कुल आराम से सहलाने और दबाने लगा।
वो कुछ नहीं बोली.. वो अपने कंठ से ‘आ..अहा..’ निकाल रही थी।
वो भी गर्म हो गई थी.. इतने में वहाँ एक फीमेल गार्ड.. जो गार्डन में आ गई थी.. उसे देखते ही हम अलग हो गए और फिर हम वहाँ से चले गए।
कई दिनों तक यही चलता रहा.. हम कभी अंसल गार्डन में या बुद्धा गार्डन जाकर किस करते और काफ़ी टाइम तक मोबाइल पर बातें करते।
इस तरह से काफ़ी दिन गुजर गए.. मुझे मौका ही नहीं मिल रहा था।
आख़िर मैं मुझे एक मौका मिल गया.. उसका रात को फोन आया और बोली- राहुल, कल मेरे मम्मी-पापा जयपुर जा रहे हैं और 2 दिन बाद आएंगे..
मैं तो खुश हो गया.. मुझे तो इसी मौके का इंतज़ार था।
फिर अगले दिन उसने फोन किया और कहा- राहुल तुम 11 बजे मेरे घर आ जाना.. क्योंकि मेरे मम्मी पापा 9 बजे निकल जायेंगे..
मैंने कहा- ठीक है..
मैं तैयार हो कर ठीक 11 बजे उसके घर पहुँच गया।
दरवाजा खोलते ही जब मैंने उसको देखा तो यारों मैं तो बस देखता ही रह गया.. उसने गुलाबी रंग का टॉप और स्कर्ट पहन रखी थी.. जिसमें वो बिल्कुल हॉट एंड सेक्सी माल लग रही थी।
उसने मुझे अन्दर बुलाया और मैं अन्दर जाकर सोफे पर बैठ गया। वो मेरे लिए पानी लेकर आई और झुक कर मुझे जैसे ही पानी देने लगी.. तो उसके मम्मों की झलक दिखी.. वो बहुत भरे हुए दिख रहे थे।
मैं उनको देख कर पागल सा हो गया। किसी तरह मैंने कंट्रोल किया और मैंने पानी पिया..
अब हम दोनों बातें करने लगे… बातें करते-करते.. वो मुझे अपने कमरे में ले गई।
जैसे ही कमरे में पहुँचे कि उसने मुझे किस करना चालू कर दिया.. मैंने भी उसे चूमना चालू कर दिया।
इस तरह करीब 20 मिनट तक हम चूमा-चाटी करते रहे और 20 मिनट बाद वो बोली- सिर्फ़ चुम्बन ही करते रहोगे या कुछ और भी करोगे?
यह सुनते ही मैं गर्म हो गया और किस करते हुए उसके मम्मों को दबाने लगा। उसके मस्त मम्मों को दबाते हुआ मेरा हाथ अब धीरे-धीरे नीचे जाने लगा।
मैं अपना हाथ उसकी स्कर्ट में डालते हुए उसकी चूत पर पहुँच गया.. वो पूरी तरह मदहोश हो गई थी। उसकी चूत पूरी गीली हो गई थी।
अब मैं अपनी उंगली उसकी चूत में धीरे-धीरे अन्दर-बाहर करने लगा था और एक हाथ से उसके मम्मों को दबाए जा रहा था.. साथ ही होंठों को चुम्बन करे जा रहा था।
वो पागल हुए जा रही थी.. अब मैंने धीरे-धीरे उसके सारे कपड़े उतार दिए और वो बिल्कुल नंगी हो गई थी।
क्या बताऊँ दोस्तों.. नंगी होकर वो बिल्कुल किसी पोर्न एक्ट्रेस जैसी सेक्सी और हॉट लग रही थी और उसका गोरा बदन.. तो मानो एकदम दूध जैसा था।
अब मुझसे कंट्रोल नहीं हो रहा था.. मैंने उसे गोद में उठाया और बिस्तर पर ले गया।
बिस्तर ले जाते ही मैंने अपना लंड उसे दिखाया.. तो वो डर गई और कहने लगी- इतना बड़ा और मोटा.. मैं कैसे झेलूँगी?
मैं बस मुस्कुराता रहा और अपना लौड़ा हिलाता रहा।
वो कहने लगी- मेरी चूत तो इतना मोटा लंड नहीं सह पाएगी.. ये फट जाएगी..
तो मैंने कहा- डरो मत.. पहली बार में थोड़ा दर्द होगा.. पर बाद में कभी नहीं होगा..
लेकिन वो मना कर रही थी.. मैंने कुछ नहीं देखा और अपना लंड उसके मुँह में डाल दिया और कहने लगा- चूसो..
वह मना कर रही थी.. लेकिन किसी तरह उसे मनाया और वो मान गई, वो लौड़ा चूसने लगी।
दोस्तो, आप को यकीन नहीं होगा कि वो मेरे लंड को ऐसे चूस रही थी कि मानो जैसे लॉलीपॉप हो.. और उसे भी मजा आ रहा था..
कुछ ही देर में मैं झड़ गया और सारा माल उसके मुँह में ही डाल दिया.. कुछ माल उसके गालों पर गिरा.. तो वो उसे ऊँगली से लेकर चाटने लगी।
मैंने कहा- अब मेरा लंड तुम्हारी चूत में जाएगा..
वो चुप रही।
कुछ देर बाद जब मेरा लण्ड दोबारा खड़ा हुआ तो मैंने उसे पोजीशन में करके अपना मोटा लंड उसकी चूत में डाल दिया।
अभी सुपारा ही घुसा था.. तो वो चिल्ला उठी.. तो मैंने उसके होंठ पर अपना होंठ रख दिया और एक जोर का झटका मार दिया।
उसकी आँखों में से पानी आने लगा और वो कहने लगी- छोड़ दो मुझे..
मैं कहने लगा- अभी कुछ देर दर्द होगा बाद में नहीं होगा..
इस तरह मैं और जोर से झटके मारने लगा।
अब उसकी चूत में से खून आने लगा था.. लेकिन मैंने उसे नहीं बताया.. कुछ ही पलों के बाद उसे भी मजा आने लगा था।
काफ़ी देर तक मैंने उसे लगातार चोदा और बाद में उसकी गांड भी बहुत मारी.. हमें चुदाई में काफ़ी मजा आने लगा था।
इस तरह मैंने उसको 2 दिन तक नॉन स्टॉप चोदा और उसकी चूत और गांड सुजा डाली। उसे भी मुझसे चुदवाने का शौक हो गया और इस तरह मैं उसे जब भी मौका मिलता.. खूब चोदता।
यह मेरी सच्ची कहानी है.. मुझे आप सभी के कमेंट्स का इन्तजार है..
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