कामवासना की तृप्ति- एक शिक्षिका की जुबानी-1
इस टीचर सेक्स कहानी में पढ़ें कि अपने पति से काम असंतुष्ट टीचर ने अन्तर्वासना के एक लेखक से सम्पर्क किया और उसे अपनी अतृप्त यौन तृष्णा शांत करने को कहा.
गरमागरम सेक्स कहानी पढ़िए, खूबसरत कमसिन लड़कियों, हॉट भाभियों और चुदाई की प्यासी आंटियों की स्टोरीज का खजाना… स्कूल कॉलेज के स्टूडेंट्स के कामुकता भरे कारनामे!
Hindi mein Sexy Kahani padhen Chut chudai ki aur gaand marne ki. Ye sabhi kahaniya hame hamare lekhak mitro se mili he. Wo apni chudai ke anubhaw aap ko batayenge. Aap lund chusne ke anubhaw, chut me lund kaise dalte he aur gaand kaise marte he wo sab aap ko detail me aur mazedar wiwran ke sath batayenge.
इस टीचर सेक्स कहानी में पढ़ें कि अपने पति से काम असंतुष्ट टीचर ने अन्तर्वासना के एक लेखक से सम्पर्क किया और उसे अपनी अतृप्त यौन तृष्णा शांत करने को कहा.
मैं ऑटो स्टैंड पर खड़ा था. तभी मैंने देखा कि एक खूबसूरत लड़की सामने से चली आ रही थी. उसे देख कर मेरे दिल में अरमान जगा कि ये लड़की मेरे साथ ही ऑटो में बैठे.
सेक्स के प्रति हमेशा से ही मेरी लगन थी. मैं अपनी सहेलियों से और फोन से सेक्स के बारे में काफी कुछ सीख चुकी थी. मगर कभी मौका मिला नहीं कि किसी के साथ ऐसा करूं।
हॉस्टल में मेरे साथ मेरी पक्की सहेली रहती थी. हम दोनों सेक्सी गर्म माल थी पर अभी तक चूत चुदाई का मजा नहीं लिया था. हम आपस में लेस्बियन करती थी. पर लंड की जरूरत थी.
हिंदी सेक्स कहानी में पढ़ें कि कैसे मैंने अपनी एक्स-गर्लफ्रेंड की शादी के बाद उसके घर जाकर उसकी चूत चुदाई की. वो खुद कितना मजा ले रही थी मेरे लंड से चुदने का?
जॉब के कारण दो हमउम्र इंजीनियरों को बीवी को छोड़कर होटल में रहना पड़ रहा था. दिन तो काम में निकल जता था लेकिन रात को सेक्स याद आ जाता क्योंकि दोनों जवान थे.
मेरे किराये के मकान के पास में एक नव-विवाहित जोड़े के साथ जान-पहचान हुई तो मेरा दिल भाभी की ओर झुकने लगा. मैं उनको पटाकर भाभी के साथ सेक्स करना चाहता था.
मैं रिटायर्ड फौजी हूँ. बिल्कुल अकेला रहता हूँ क्योंकि पत्नी की मृत्यु बहुत साल पहले हो चुकी थी. मैं बहुत अकेलापन महसूस करता था. ऐसे ही जिन्दगी चल रही थी कि ...
हर लड़के का सपना होता है कि उसकी ज़िन्दगी में कोई लड़की ऐसी आये जो उसे यौन सुख दे. और लड़की भी यही चाहती है लड़का उसके जीवन को सुख से भर दे। लेकिन ...
मैंने सोचा क्या फर्क पड़ता है, किससे चुदवाऊँ, हमारी चुत तो बनी ही है लंड के लिए, ये बड़े लंड भी ट्राई कर लेती हूँ, किसी को क्या पता चल रहा है।
मैं उसके सफेद ब्लाउज के ऊपर से उसके मोम्मे दबाने लगा. फिर मैं नीचे साड़ी के अन्दर हाथ डाल उसकी टांगों को मसलता हुआ धीरे धीरे अपना हाथ उसकी जांघों पर फेरने लगा.
करीब दो घंटे तक वो लेस्बियन सेक्स करती रहीं. वो चारों किस कर रहीं थीं, एक दूसरे के मम्मों को दबा रही थीं ... एक दूसरी की चुत में उंगली घुमा रही थीं.
मेरे होंठ, नाक उसकी नाईटी, पैंटी के आवरणों सहित दोनों जांघों में ठीक उसकी योनि पर थे. मैंने लम्बी सांस ली. मेरे नथुनों में योनि से निकली जानी-पहचानी मादक महक भर गयी.
मैंने पैंटी में से हाथ निकाल कर अपने नाक के पास करके लम्बी सी सांस ली. मेरी हथेली से वसुंधरा के जिस्म के पसीने और डियो की मिलीजुली, सौंधी सी महक आ रही थी.
अचानक ही हवा में एक जादू सा घुल गया, यूं लगा कि फ़िज़ां कुछ और रंगीन हो गयी हो जैसे. सच कहता हूँ दोस्तों! कुछ मुस्कुराहटें होती ही इतनी दिलकश हैं कि पूछिए मत.
जिंदगी में याद रखने लायक सिर्फ एक रात ही तो है. जब-जब जी डोलता है, मन विचलित होता है ... तब-तब मैं उस रात की याद को कलेज़े से और ज़ोर से लगा लेती हूँ!
मैं, मेरी दीदी, मेरे जीजू और जीजू की बहन ने कई दिन एक साथ रह कर ग्रुप सेक्स का मजा लिया था. इसके बाद हमारे ग्रुप में दीदी की सहेली और उसके पति कैसे जुड़े?
फेसबुक से मेरी दोस्ती एक तलाकशुदा भाभी से हुई. मैं खुश था कि एक ना एक दिन उसकी चूत मुझे मिल ही जाएगी. मैं सोचता था कि मैं भाभी की चूत चाटूँगा, चूत का पानी पिऊंगा.
देवर भाभी सेक्स की इस कहानी में पढ़ें कि कैसे एक परिवार में विधवा भाभी और उसका एक देवर रह गए. देवर भाभी को माँ मानता था. जब वो जवान हुआ तो ...
शादी के बाद मैं अपने मर्द के अलावा बाप से भी चुदने का मजा लेती रही. फिर बापू की उम्र हो चुकी थी. तभी मैं घर में काम करने लगी. वहां के साहब का लंड मैंने कैसे लिया?