चूत चुसाई, मुख मैथुन, चूत चटाई जीभ से लड़की की चूत को चाट कर मज़ा देना

ओरल सेक्स की हिंदी चुदाई कहानियों का मजा लें जिनमें लड़की द्वारा लंड चूसने और लड़के द्वारा चूत चाट के एक दूसरे को मजा देने का वर्णन है.
Oral Sex ki Hindi chudai kahani

अब्बू के दोस्त और मेरी अम्मी की बेवफाई -3

मेरी नंगी चूत भीगी हुई थी, चूत पर एक भी बाल नहीं था.. हल्का सा रोंया ही आया था। मेरी चूत पावरोटी की तरह फूली हुई थी। अंकल ने मेरी चूत को चूसना शुरू कर दिया।

दोस्त की भतीजी संग वो हसीन पल-4

अपनी चूत पर मेरे मोटे लंड का एहसास करके मीनाक्षी घबरा रही थी, उसकी घबराहट को दूर करने के लिए मैं मीनाक्षी के ऊपर लेट गया और कभी उसके होंठ तो कभी उसकी चूची को चूसने लगा।

पहली कुंवारी चूत मुझे मिली मुँह बोली बहन की -2

मैं अपने लंड का सुपारा उसकी चूत पर रख कर उसकी चूत पर रगड़ने लगा। तब उसने कहा- भैया इसको अन्दर म़त करना.. बहन हूँ तुम्हारी.. राखी बांधती हूँ।

चचेरे भाई की बीवी को ग्रुप सेक्स में शामिल किया -9

नया गेम शुरु हुआ निजी फ़ंतासी को लेकर… मधु ने पब्लिक प्लेस में चुदने की तो नीलेश ने नीता को काले हब्शी लौड़े से चुदवाने की अपनी फ़ंतासी बताई। मैंने दोनों को पूरा करने की ठान ली।

चचेरे भाई की बीवी को ग्रुप सेक्स में शामिल किया -7

मधु की चूत और गांड में लंड डले हुए थे। मैं और नीलेश एक साथ एक लड़की के दो छेदों को भरे होने का मज़ा ले रहे थे। मधु बहुत तेज़ तेज़ साँसों के साथ मचलने लगी।

मेरा गुप्त जीवन- 168

मैंने रितु और रानी भाभी को लेटने के लिए कहा, फिर ऊषा और शशि को अपन पास बुलाया और उनके मम्मों को थोड़ा छेड़ा, फिर उनको कहा- आप दोनों इन भाभियों से प्यार करें।

सेक्सी बहन की चूत गान्ड चोदने की तैयारी-4

काजल ने कहा- भैया मैंने बहुत कोशिश की.. लेकिन मैं डर जाती थी.. कि कहीं किसी को पता चल गया और मैं प्रेगनेंट हो गई तो क्या होगा.. ये सब सोच कर मैं डर जाती थी।

मेरा गुप्त जीवन- 167

बाकी जोड़े मेरी नक़ल करते हुए अपनी साथियों को पूरा आनन्द प्रदान कर रहे थे और रितु और रानी भाभी पूर्ण विस्मय से हमारे कार्यकलाप को देख कर गहरी सोच में पड़ गई।

चचेरे भाई की बीवी को ग्रुप सेक्स में शामिल किया -5

नीता शरारती मुस्कान के साथ बोली- तो आपकी बीवी अब तक कितने लंड ले चुकी है आपके सामने? और आप कितनी चूत चोद चुके है अपनी बीवी के अलावा?

पंजाबन भाभी को जन्म दिन पर चूत चुदाई का तोहफा -2

On 2016-05-16 Category: पड़ोसी Tags: Oral Sex, गैर मर्द

प्रीत ने मेरी जींस निकाल दी। अब उसने मेरे अंडरवियर में हाथ डाल कर मेरे लंड को निकाला और फिर मेरे लंड को आगे-पीछे करने लगी। मैंने प्रीत की पजामी निकाल दी!

फ़ौजी आंटी का पाँच बार पानी निकाला

मेरे होंठ उसकी गाण्ड की तरफ गए और दोनों मटकों को मैं चाटने लगा। उसकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं था.. लगता था जैसे उसके पति ने कभी वहाँ हाथ भी नहीं लगाया था।

शादी से पहले अलीशा ने रोज़ लिए चुदाई के मज़े

यह कहानी है एक लड़की की जो शादी से पहले अपने एक पड़ोसी लड़के से हर रोज रात को चूत चुदाई का मज़ा लेती रही। तो आप भी मज़ा लीजिए उसी लड़की के मुख से उसकी चुदाई भरी रातों का…

चरमानन्द परमानन्द

उर्वशी अपनी अन्तर्वासना में डुबकी लगते हुए आहें भरने लगी और सिसकारने लगी, मेरे सिर के बालों को दोनों हाथों से पकड़ अपनी ओर खींच कर मेरे होंठों को अपने होंठों में दबोच कर चूसने लगी।

मेरी चूत में गैर मर्द का पहला लंड

मैं बाहर आई तो देखा- तीनों नंगे मेरे बिस्तर पर चूमा-चाटी में भिड़े थे। दोनों लड़के मुझे देखकर मेरी ओर लपके.. दो गैर मर्दों को एक साथ नंगा मैं पहली बार देख रही थी.

शाज़िया की चूत गर्म हो गई

हमारी मुलाकात एक इंस्टिट्यूट में हुई थी और पहली नज़र में ही शाज़िया मुझे पसंद आ गई थी। बस मैंने देर ना करते हुए उसे प्रपोज कर ही दिया.. मगर उसकी तरफ से पहला जबाव नहीं आया।

प्रेम संग वासना : एक अनोखा रिश्ता -3

उसका सर मेरे सीने पर था और बालों से उसका चेहरा ढका हुआ था। मैंने जैसे ही उसके बाल उसके चेहरे से हटाये तो उसने अपना चेहरा उठा कर मेरी तरफ किया, मेरे और उसके होंठ आमने सामने थे।

सोनाली भाभी की दोस्ती से चूत चुदाई का सफ़र -1

मेरे हाथ सोनाली के चूचों को मसल रहे थे और धीरे-धीरे उसके कपड़े भी उतार रहे थे। सोनाली इतनी उत्तेजित हो गई थी कि उसको पता ही नहीं चला, मैंने कब उसको पूरी नंगी कर दिया।

मैं, मेरी बीवी और चचेरे भाई का सपना हुआ सच -11

भैया बोले- हाँ भाभी, वो आपके मुंह में जाने को बेताब है। मैं आपकी चूत चाटता हूँ, आप मेरे लंड को चूस डालिए, चलिए 69 में दोनों अपने अपने गुप्तांगों को परम सुख दें, हथियारों को थोड़ी धार देते हैं।

गर्लफ्रेंड ने घर बुला कर अपनी प्यास बुझवाई

मेरी एक गर्ल फ्रेण्ड है सेजल… मस्त माल है.. उसने मुझको फोन किया, तुम मेरे घर आ जाओ.. मैं घर पर अकेली हूँ। मैं कुछ मिनट में उसके पास पहुँच गया। उस दिन वो बड़ी मस्त लग रही थी।

मैं, मेरी बीवी और चचेरे भाई का सपना हुआ सच -10

मेरे पति दफ़्तर चले गए, पीछे से देवर भाभी रह गये तो कुछ ना कुछ गुल खिलना ही था। इस भाग में बस यही है कि भाई के पीछे देवर भाभी के बीच क्या क्या हुआ!

Scroll To Top