गांव की देसी भाभी की मालिश और चुदाई
गाँव में पड़ोस में एक देसी भाभी से मेरी दोस्ती हो गयी. मैं भाभी को छोड़ना चाहता था क्योंकि वो बहुत सेक्सी थी. मेरी चुदाई कहानी पढ़ कर पता लगाएं कि क्या मैं भाभी को चोद पाया.
ओरल सेक्स की हिंदी चुदाई कहानियों का मजा लें जिनमें लड़की द्वारा लंड चूसने और लड़के द्वारा चूत चाट के एक दूसरे को मजा देने का वर्णन है.
Oral Sex ki Hindi chudai kahani
गाँव में पड़ोस में एक देसी भाभी से मेरी दोस्ती हो गयी. मैं भाभी को छोड़ना चाहता था क्योंकि वो बहुत सेक्सी थी. मेरी चुदाई कहानी पढ़ कर पता लगाएं कि क्या मैं भाभी को चोद पाया.
जब तक लड़की को चुदाई में पूरा मजा ना मिले, उसका पानी ना निकले तो वो बेचैन हो जाती है. ऐसी ही एक लड़की अपनी प्यासी जवानी को ठंडी करने मेरे पास आयी.
यह कहानी मेरी और मेरे घर में रह रही किरायेदार लड़की की है. मेरे घर में दो लडकियाँ रह रही थी. पढ़ें कि कैसे मैंने उनमें से एक को पटाया और उसकी चूत चोदी.
मेरी बड़ी साली की शादी मेरे पास के ही एक गाँव में हुई है. मेरी साली मुझे बहुत मजाक करती थी. एक बार मैं दोपहर में उसके घर गया तो वो उदास दिखी. मैंने पूछ लिया.
अपनी अम्मी की वासना शांत करने के लिए मैंने अपने पड़ोसी अंकल से बात की. अंकल मेरी बात मान कर मेरी अम्मी पर डोरे डालने लगे. मैंने भी उनकी मदद की.
चोरी करने घुसा था मैं उस घर में लेकिन अँधेरे में मैं एक लड़की को चोद कर आ गया. मुझे बहुत अच्छा लगा था. अब आगे की कहानी में पढ़ें कि मैंने कैसे दोबारा उसे चोदा.
मेरे चाचा की शादी पिछले साल हुई थी. जब मैंने पहली बार चाची को देखा तो सेक्सी चाची के मोटे चूचे देखता ही रह गया. किस्मत ने किस तरह से मुझे चाची की चूत दिलवाई?
मेरी सहकर्मी शादीशुदा है. उसके नैन नक्श का जवाब नहीं ... उसका गदराया बदन लंड खड़ा कर देता है. मेरा बहुत मन था कि मैं उसकी चुदाई करूं. मेरी तमन्ना कैसे पूरी हुई?
मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं बनी तो मैंने फेसबुक पर जिगोलो की नकली आईडी बना ली. एक दिन महिला की फ्रेंड रिक्वेस्ट आयी। उसने बताया कि वह सेक्स की भूखी है।
हमारे घर भाभी की चचेरी बहन आई तो हम दोनों की दोस्ती हो गयी. मैं उसे चाहने लगा था. एक बार फोन पर मैंने उससे अपने प्यार का इजहार कर दिया. तो फिर क्या हुआ?
कॉलेज में एक लड़के ने मुझे प्रपोज़ किया तो मैंने हाँ कहने में देर ना की. उसके बाद हम दोनों चुम्माचाटी भी करने लगे. हम सेक्स के लिए बेताब थे. हमने अपनी पहली चुदाई कैसे की?
मेरे फौजी पति मेरी चूत की खूब चुदाई करते थे. एक बार दीदी बीमार हो गई, मुझे उसके घर जाना पड़ा. वहां मेरी चूत की प्यास के साथ ही जीजा के साथ की वो पुरानी यादें ताजा हो गईं ...
बेरोजगारी का मारा मैं मजदूरों के साथ खड़ा था कि एक औरत मुझे अपनी गाड़ी में बैठा कर अपने घर ले गयी. वहां उसने मुझसे क्या काम करवाया? उसने मुझे अपनी वासना का शिकार बनाया.
पड़ोसन की जवान बेटी को मैं चोद चोद कर पूरे मजे ले चुका था. अब बारी उसकी मम्मी की थी. मैंने उस पर अपना जाल फेंका तो वो भी आसानी से फंस गयी या नहीं? पढ़ें कहानी के इस भाग में!
मेरे पास लण्ड अब भी था पर मैं मन से और लिबास से औरत थी और अपने दोनों पतियों के साथ प्यार से रहती थी। तभी होली आयी तो हमने वो त्यौहार कैसे मनाया?
पड़ोसन की बेटी को मैं पेपर दिलाने लखनऊ ले गया. वहां होटल में चुदाई के खूब मजे लेने के बाद दूसरे दिन हम वापस आ गए. लेकिन अब मैं उसकी दोबारा चुदाई के जुगाड़ में था.
मैं पड़ोस में रहने वाली सेक्सी आंटी को देखा करता था. आंटी के मोटे चूचों को देख कर सेक्स चढ़ जाता था. एक दिन उसके घर जाकर मुझे उसकी चूत चोदने का मौका भी मिल गया. कैसे?
मेरे घर के सामने एक सेक्सी गांड वाली भाभी को मैं झाड़ू लगाते हुए देखता था. एक दिन उसको मैंने चूत के बाल साफ करते हुए देखा तो उसके बाद मेरा क्या हाल हुआ?
मैं नंगा होकर जमीन पर लेट गया. नम्रता अपने कपड़े उतार मेरे पैरों के बीच बैठ गई. उसने मेरे कूल्हे पर तड़ाक-तड़ाक कर के दो तमाचे जड़ दिए और कुप्पी को गांड के अन्दर डालने लगी.
मेरी भतीजी ने मुझे सोता हुआ समझ कर मेरे लंड से खेलना शुरू कर दिया था. मैं मजा ले रहा था. आज तो मुझे जवान चूत मिलने वाली थी. लेकिन तभी ...