बहू की मेहरबानी, सास हुई बेटे के लंड की दीवानी-2
जब मैं पेशाब करने उठी तो तू और अशोक चुदाई कर रहे थे, तुम्हारे कमरे से सिसकारियाँ आहें... और तुम्हारी पायल की छमछम की आवाज आ रही थी। मैं समझ गई थी कि मेरा बेटा मेरी बहू की चुदाई कर रहा है।
नोन वेज यानि चोदने की और चुदवाने की रसीली कहानियां. पता नहीं इसका नाम नोन वेज किसने रखा था! लेकिन हमारे बहुत सब पाठक मित्रों को इसी नाम से हिंदी सेक्स कहानियाँ खोजने की आदत है!
Non veg story jisme chudne aur chodne ki baatein aap ke lie sex ke anubhaw karne wale ya use dekne wale logo ne likhi hui he.
Sexy non-veg sex stories of people who either experienced it or they saw it live being done. These horny Indian Hindi stories will make you give a hard-on or watery pussy!
जब मैं पेशाब करने उठी तो तू और अशोक चुदाई कर रहे थे, तुम्हारे कमरे से सिसकारियाँ आहें... और तुम्हारी पायल की छमछम की आवाज आ रही थी। मैं समझ गई थी कि मेरा बेटा मेरी बहू की चुदाई कर रहा है।
मैं पापा के बाथरूम में भी नंगी होकर शावर लेने लगी, मेरी नज़र दरवाज़े पर गयी, जहाँ पापा खड़े मुझे फटी फटी आँखों से देख रहे थे, उनकी नज़र मेरे चेहरे से नीचे उतर कर मेरी छाती पर थी।
यह कहानी काल्पनिक भी हो सकती है और सत्य भी... पढ़ें कि कैसे एक हरामी बाबा ने एक भाग्य की मारी सुन्दर औरत की मजबूरी और नादानी का फ़ायदा उठा कर उसका यौन शोषण किया उसकी रजामंदी से!
मेरी दो चाचियों ने मुझे नंगा किया और खुद भी नंगी थी. दोनों रंडियां भूखी शेरनी की तरह मेरे लंड पर टूट पड़ीं. मैं तो जैसे हवा में उड़ने लगा था. बड़ी चाची ने लंड अपने गले से नीचे तक ले कर पूरा मुँह में भर लिया.
चाचा ने मेरे दोनों चूतड़ों को फैला कर गांड के छेद को खोला और जोर जोर से गांड चाटने लगे. उन्होंने मेरी गांड में अन्दर तक अपनी जीभ घुसा दी. मैं जीभ की खुरदुरापन महसूस करके एकदम से उछल पड़ी.
वो मेरा सर अपनी चुत में दबाने लगी और उसकी बड़बड़ाहट और तेज़ हो गयी- वाह्ह्ह... पॉप... मेरे... गंदे... पापा... पापा तुम गंदे हो! ओह पापा... यू आर वैरी डर्टी, तुम बहुत गंदे हो!"
मुझे लड़कों के साथ सेक्स करने में उतना ही मज़ा आता है, जितना कि किसी लड़के को लड़की के साथ करने में आता है, मुझे भी लड़कियों में इंट्रेस्ट उतना ही है.. जितना कि लड़कों में है क्योंकि मैं बाइसेक्सुअल हूँ.
मेरे हाथ मेरे बेटे की डायरी लगी, उसे पढ़ा तो उसने उसमें अपने सेक्स के किस्से लिखे हुए थे। सबसे ज्यादा हैरानी तो मुझे तब हुई जब उसने एक पेज पे मेरे बारे में लिखा हुआ था। मुझे बहुत गुस्सा आया.
साली, तेरी गांड बहुत बहुत हॉट है.. भैन की लौड़ी क्या उठान है तेरे चूतड़ों के.. काश और पहले तुम मुझसे खुल जातीं तो हम आज तक में हम दोनों कितनी बार मस्त चुदाई कर चुके होते!
मैं जूही के बेडरूम में पंहुचा, देखा कि वहां पूजा बिस्तर पर लेटी हुई थी उसे देख मेरे पैरों के नीचे से ज़मीन खिसक गयी, उसने अपने शरीर पर एक भी कपड़ा नहीं पहना था।
आप मेरे गांडू जीवन की गाथा का एक भाग पढ़ रहे हैं जब मैं एक छोटे कसबे में पोस्टिंग पर गया था. वहां मेरी बहुत इज्जत थी और मुझे वो इज्जत बना कर रखनी थी. साथ ही गांड की प्यास भी बुझानी थी.
मैं रेलगाड़ी से अपने पति के पास असम जा रही थी, मेरे केबिन में एक सेक्सी लेडी आई. उससे मेरी दोस्ती हो गयी जो जल्दी ही काफी गहरी हो गयी जब हमने सेक्स की बातें शुरू की. आगे क्या हुआ, पढ़ें मेरी सेक्स स्टोरी में!
मेरी माँ एकदम जवान और बहन अभी अभी जवान हुई थी, दोनों माँ-बेटी का शरीर एकदम कैसा हुआ है। एक दिन हम भाई बहन ने अपनी मम्मी को किसी गैर मर्द से चुदाई करवाते देखा तो हमारी कामुकता जाग गयी.
मैंने अपनी बहन और भी को सेक्स करते देखा तो वे दोनों मुझे समझाने लगे कि वे क्या कर रहे थे. उन्होंने मुझे बताया कि वे दोनों एक दूसरे के यौन अंगों की खुजली मिटा रहे थे. फिर वे मुझे करके दिखाने लगे.
मैं अपनी बीवी को गैर मर्द से चुदवाने ऋषिकेश ले गया था. वहां पर मैंने उन दोनों को मौक़ा दिया. आखिर मैंने अपनी बीवी को अपनी आँखों के सामने चुदते देखा या नहीं? पढ़ें मेरी बीवी की चुदाई की कहानी में!
मेरे दोस्त की बीवी मुझे अपने सेक्स जीवन के बारे में बता रही थी. एक बारिश वाली रात में उसने अपनी बहन और भाई को एक अकेले कमरे में नंगे देखा, भाई नंगी बहन के ऊपर लेटा हुआ था और उसके चूतड़ ऊपर नीचे हो रहे थे.
मेरी रानी बेटी, मैं तो बस चुदवाने के लिए तरसती रहती हूँ. हकीकत में भले तू मेरी बेटी है लेकिन समाज के सामने मेरी बहन है अब तो मेरे पति की साली भी है सब रिश्ते नाते की माँ चोद दे बेटी!
मेरे नौकर का बेटा हमारे घर भी आ जाता था. एक दिन मैंने देखा कि वो मुझे घूरता रहता है, मेरे छोटे कपड़ों में से दिख रहे मेरे नंगे बदन को ताड़ता रहता है. मुझे भी मजा लेने की सूझी और मैंने अपना खेल शुरू कर दिया.
नैनीताल से दिल्ली ट्रेन से आते समय एक लड़की मेरे साथ बैठी. रात का समय था, सब सो रहे थे लेकिन मैं उस सेक्सी माल को देखे जा रहा था. हिम्मत करके मैंने उसकी चूची को छू दिया. फिर क्या हुआ?
सब लड़कियों की तरह रेखा रानी को भी चुदाई का कण्ट्रोल अपने हाथ में लेकर बड़ा मज़ा आ रहा था. उसने अपना निचला होंठ दांतों में दबा रखा था और हचक हचक कर मुझे चोद रही थी.