घर की चूत- पहले दीदी, फिर माँ
मेरी दीदी जब घर में झाड़ू लगाती थी तो मैं उसकी चूची देखने की कोशिश करता रहता था. मन करता था कि उसकी चूत को ही चोद दूं. क्या मेरी दीदी भी मेरे बारे में ऐसा ही सोचती थी?
नोन वेज यानि चोदने की और चुदवाने की रसीली कहानियां. पता नहीं इसका नाम नोन वेज किसने रखा था! लेकिन हमारे बहुत सब पाठक मित्रों को इसी नाम से हिंदी सेक्स कहानियाँ खोजने की आदत है!
Non veg story jisme chudne aur chodne ki baatein aap ke lie sex ke anubhaw karne wale ya use dekne wale logo ne likhi hui he.
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मेरी दीदी जब घर में झाड़ू लगाती थी तो मैं उसकी चूची देखने की कोशिश करता रहता था. मन करता था कि उसकी चूत को ही चोद दूं. क्या मेरी दीदी भी मेरे बारे में ऐसा ही सोचती थी?
अपने भाई की ये अदा मुझे बड़ी पसंद थी. वो धीरे धीरे प्यार करते करते अचानक से जंगली हो जाता था, जब मैं इसकी कामना भी नहीं कर रही होती थी. यह बात मुझे और उत्तेजित करती थी.
नम्रता आयी, उसने अपनी गीली चूत को सीधा मेरे मुँह पर रख दिया. उसकी चूत से पेशाब की गंध आ रही थी. दूसरी तरफ नम्रता ने मेरे सोये हुए लंड को मुँह में भर लिया.
मैं अपने गांव गया तो मेरी बुआ भी आई हुई थी. वैसे तो सब नॉर्मल था लेकिन मेरे ताऊ जी और बुआ के बीच मुझे कुछ खिचड़ी पकती हुई दिखाई दी. मैंने जासूसी की तो पता चला कि ...
मेरा भाई मुझे कई तरीकों से गर्म कर रहा था. पहले हॉल में, फिर सड़क पर, फिर यहां अपनी ही बिल्डिंग में मुझे नंगी घुमा रहा था. मैं अब इतनी गर्म हो चुकी थी कि मुझे जिस मर्द का भी लंड मिले, मैं उससे चूत खोल कर चुद जाऊं.
मेरे पास लण्ड अब भी था पर मैं मन से और लिबास से औरत थी और अपने दोनों पतियों के साथ प्यार से रहती थी। तभी होली आयी तो हमने वो त्यौहार कैसे मनाया?
यह कहानी बताते हुए बहुत शर्म आ रही है पर मैं करूं भी तो क्या ... मुझे अपने दिल का बोझ हल्का करना है. मेरी माँ की फिगर अच्छे अच्छों का ध्यान भटका देती है. एक बार क्या हुआ कि ...
मैं नंगा होकर जमीन पर लेट गया. नम्रता अपने कपड़े उतार मेरे पैरों के बीच बैठ गई. उसने मेरे कूल्हे पर तड़ाक-तड़ाक कर के दो तमाचे जड़ दिए और कुप्पी को गांड के अन्दर डालने लगी.
वो घोड़ी बन गयी, उसने अपने सिर और छाती को बिस्तर से टिका दिया. इससे उसकी गांड और उठ गयी. मैंने गांड की ऊंचाई तक खड़ा होकर लंड को उसकी गांड के अन्दर पेल दिया.
सेक्सी भाभी की चूत चुदाई का मजा मैंने ले लिया था. उसने अगली बार मुझसे गांड मरवाने का वायदा किया था. पर उसके बाद हमारा बहुत दिन तक संपर्क नहीं हुआ. क्या मैं उसकी गांड मार पाया?
मैं अपनी छोटी बहन के साथ ट्रेन से बिहार से दिल्ली आ रहा था. रास्ते में हम दोनों ने कुत्ते-कुतिया की चुदाई देख ली और मेरी बहन की चूत मेरे दिमाग में घूमने लगी. तो फिर ...
मैं नया-नया जवान हुआ था. एक दिन रात को मैंने माँ के चूचों को अधनंगा देख लिया. चूचे देखकर मेरी जवानी जाग उठी. मेरी ये हवस मुझे कहाँ तक ले गई? मेरी माँ ने मेरा साथ दिया या नहीं?
जिस दिन पहली बार मैंने अपनी साली और सगी बहन को एक साथ एक बिस्तर पर चोदा था, वो मेरी जिंदगी का सबसे बेहतरीन दिन था. पढ़ें मेरी सेक्स की दुनिया की एक और कहानी.
बाप बेटी सेक्स की मेरी कहानी में पढ़ें कि कैसे मैंने अपने ससुर और उनकी सगी बेटी को आपस में चुदाई करते देखा. मेरी नयी नयी शादी हुयी थी और ये सब देखकर मैं स्तब्ध रह गयी.
मैं खुले में नहा रहा था. चाची मेरे साथ मजाक करने लगी तो मैंने उन पर पानी डाल दिया. उनके भीगे चूचे देख कर मेरी हवस जाग गई, मगर चाची की प्यास मुझसे कहीं ज्यादा थी!
हमारे मकान में दो लड़कियाँ अपने बाप के साथ किराये पर रहती थी. एक दिन मैंने उन दोनों को अपने बाप के साथ कमरे में नंगी देखा. मैंने क्या क्या देखा और फिर क्या किया?
मेरे दोस्त के पापा नहीं थे. उसकी मम्मी घर में दूकान चलाती थी. जब मैं दोस्त के घर जाता तो आंटी मुझे देखती रहती थी. एक दिन मुझे उनके बूब्ज़ ब्लाउज में से दिख रहे थे तो ...
मैं अपने पुराने स्कूल में अपना सर्टिफिकेट ठीक करवाने गया तो वहां पर जो मैडम थी, वो मुझे कुछ चालू सी लगी. उनकी बातें ही कुछ ऐसी थी. तो मैंने क्या किया? पढ़ कर मजा लें!
मैं गांडू था लेकिन मेरी मां ने मेरी शादी एक लड़की से करवा दी. सुहागरात भी हुई और मैंने उसे चोदा भी पर मज़ा नहीं आया। गांड मरवाने का मजा कुछ और ही था. तो आगे क्या हुआ?
मेरे बॉस ने गोवा ले जा कर मेरी सील तोड़ी. उसके बाद मेरे बॉस ने मुझे हर तरह से चोदा. एक दिन बॉस ने मुझे फार्महाउस पर बुलाया तो वहां क्या हुआ? कहानी पढ़ कर पता लगायें!