चाची चार सौ बीस-1
चाची ने मेरे दोनों हाथ ऊपर खींच कर दबा दिये। अंकल मेरी टांगों की तरफ़ आ गये और उन्हें पकड़ कर दोनों और चौड़ा दिये। मेरी चूत खुल गई। अंकल का लण्ड हाय राम ...
किसी लड़की का नंगा बदन देखने को मिल जाए तो क्या कहने… ऐसे ही जवान भाभी, आंटी, गर्ल्स का नग्न शरीर देख कर मजा लूटने की कहानियां यहाँ पढ़ा कर मजा लें!
चाची ने मेरे दोनों हाथ ऊपर खींच कर दबा दिये। अंकल मेरी टांगों की तरफ़ आ गये और उन्हें पकड़ कर दोनों और चौड़ा दिये। मेरी चूत खुल गई। अंकल का लण्ड हाय राम ...
मैं अन्तर्वासना का नियमिक पाठक हूँ। मैं आप सब को अपनी एक सच्ची कहानी सुनाने जा रहा हूँ। मुझे मालूम है कि आप सोच रहे होंगें कि सब ऐसा ही कहते हैं कि यह मेरी सच्ची कहानी है। पर आपको विश्वास हो ना हो, यह एक सच्ची कहानी है जो मेरे साथ घटी है। वो […]
कहानी का पहला भाग : शीशे का ताजमहल-1 शबनम ने दीवान पर मेरे सोने की व्यवस्था कर अन्दर चली गई। मुझे नींद नहीं आ रही थी, मेरा मन अब शबनम के प्रति बदल चुका था। मैंने तय कर लिया था कि शबनम को अब बुरी निगाह से नहीं देखूँगा और न उसके बारे में कुछ […]
भाभी बोलीं- चिंता न कर ! हम दोनों की यह यात्रा चुदाई यात्रा होगी। दोनों मस्त होकर चुदवाएंगी, तू जितने लंडों से खेलना चाहेगी उतने से खिलवाऊँगी तुझे।
सुबह 9 बजे मेरी नंगी चूत में भाभी ने अपनी उंगली घुसा दी, मैं हड़बड़ा कर उठी, भाभी ने मेरी चूचियाँ दबाते हुए चुटकी ली और बोलीं- अब उठ जाओ, देवर जी ऑफिस जाने वाले हैं, दो बार पूछ गए कि भाभी उठीं या नहीं ! जाओ और थोड़ा अपनी जवानी का रस पिला आओ।
हेलो दोस्तो ! मेरा नाम राज है। मैं मेरठ का रहने वाला हूँ। मेरी उमर 22 साल की है। यह मेरी पहली कहानी है। यह बात लगभग चार साल पुरानी है जब मैं गर्मियों की छुट्टी में एक ऑफिस में काम सीखने के लिए लगा था। वहाँ पर एक लड़की काम करती थी जो बहुत […]
मेरा नाम खुशी है और अब मेरी उम्र 22 साल है. मैं एक बहुत सुंदर और जवान स्त्री हूँ, मेरा कद 5 फुट 6 इंच है और मेरा रंग बहुत साफ़ है. मेरा जिस्म बिल्कुल किसी कारीगर की तराशी हुई संगमरमर की मूर्ति की तरह है, लोग मुझे इस डर से नहीं छूते कि मेरे […]
विजय अग्रवाल, दिल्ली हम पांच दोस्त हैं, सभी शादीशुदा। मैं विजय और मेरी पत्नी मानसी, गपिल और अंशु, विकास और आरुशी, सजल और मनु, अजय और नीतू। हम सभी के परिवार आपस में दोस्ताना हैं और अक्सर साथ साथ बैठ कर दारू पीते हैं, हमारी बीवियाँ भी दारू पीती हैं। हम लोग साल में एक […]
नमस्ते दोस्तो, आपने मेरी पहले आ चुकी कहानियों को बहुत पसंद किया जिसके लिए मैं आपकी आभारी हूँ। अब मैं आपको अपनी चुदाई का एक और गर्मागर्म किस्सा सुनाती हूँ। सर्दियों के दिन थे, मैं अपने मायके गई हुई थी, मेरे भैया भाभी के साथ ससुराल गये थे और घर में मैं, मम्मी और पापा […]
सभी अन्तर्वासना के पाठकों के मोटे और छोटे लंड और प्यारी मीठी चूत को भौमिक का सलाम और नमस्कार ! यह मेरी पहली कहानी है इसलिए हो सके तो गुरूजी और पाठक मुझे माफ़ करें ! मुझे अन्तर्वासना में जो हंटर और नेहा वर्मा की कहानियाँ बहुत पसंद है ! यह कहानी आज से एक […]
मैं अपने कॉलेज में होने वाले टेस्ट की तैयारी कर रही थी। तभी अब्दुल का फोन आया,’बानो, क्या कर रही है ? जल्दी से ऊपर आजा… एक काम है !’ ‘अभी आती हूँ… ‘ मैंने मोबाईल पजामें में रखा और कमरे से बाहर निकली। ‘मां की लौड़ी, कहा जा रही है? पढ़ना नहीं है क्या… […]
मैं उसे बाँहों में उठाकर बेडरूम में ले गया उसके सारे कपड़े उतारकर उसके ऊपर छा गया। वो सिसकारने लगी, उसने मेरी पैंट उतार दी, चड्डी हटा कर लंड थामकर चूमने लगी।
आपने ब्रा-पेंटी उतारकर रख दिए और दर्पण में अपने नंगे जिस्म को हर दिशा से देखा। तुम उत्तेजित हो गई थी, एक हाथ तुम्हारी दोनों टांगों के बीच कुछ सहला रहा था, दूसरा सीने को सहला रहा था?
मैडम, मैं चाहता हूँ कि यहाँ पर आदमकद दर्पण लगना चाहिए क्यूंकि नहाते वक्त अपने आप को दर्पण में देखना बड़ा ही सुखद और आनंददायक लगता है!
रिंकी ने अपना टॉप उतार दिया। उसके संतरे बाहर आ गए। फिर रिंकी ने मेरा टॉप उतार दिया तो मेरे मम्मे भी बाहर आ गए। फिर रिंकी ने अपनी निक्कर उतार दी और फिर मेरी।
बात उस वक़्त की है जब मैं 12 में था, मैं इंदौर में पढ़ता था। मैं एक हॉस्टल में रहता था। मेरा स्कूल और हॉस्टल दोनों साथ में एक ही कैम्पस में थे। मेरा स्कूल बड़ा था। उस में हम सब लोग साथ में रहते थे। मेरी हिंदी की शिक्षका का नाम शेफाली है, वो […]
मैं अभिषेक एक बार फिर से आप लोगों के सामने हूँ। आप सब लोगों ने मेरी कहानी ‘सहपाठिका को बाज़ार में चोदा !’ आप सभी को वो कहानी बहुत पसंद आई! मैं एक बार फिर आपके सामने अपना अनुभव पेश करने जा रहा हूँ। उम्मीद करता हूँ आपको पसंद आएगा। दोस्तों आपको मैं अपनी ज़िन्दगी […]
पुष्पा का पुष्प। पैंटी के नीचे ढका हुआ... सुरक्षित, कोमल, सुगंधित, रसभरा... दो हिस्सों में फटी मांसल स्पंज, जिसके बीच की फाँक को मैं कंधों से उसकी जांघों को फैलाकर चौड़ा करता हूँ!
मेरा नाम रोहित है। यह बात उस समय की है जब मैं 18 साल का था और स्कूल में नया दाखिला लिया था. मैं बहुत खुश था। मेरे स्कूल में एक मैडम थी जिसका नाम लीना था. उसकी अभी अभी नई शादी हुई थी. वो देखने में बहुत सुन्दर थी और उसका फिगर 34-28-36 था। […]
काउंटर पर बहुत भीड़ थी, अभी शो शुरू नहीं हुआ था। नीचे घूम रही रण्डियाँ ग्राहकों से टिप लेकर चूचियाँ दबवा रही थीं और उनसे होंट चुसवा रही थीं। तभी मंच से सीटी की आवाज़ आई तो गुण्डों ने सभी ग्राहकों को उनकी सीटों पर बैठा दिया। सीटों पर 1 से 40 तक नंबर पड़े […]