उसकी चूत चुदाई का कभी सोचा ही न था -1
परीक्षा भवन के बाहर एक लड़की मुझे भा गई. कॉलेज में भी वो लड़की मुझे दिखी और दोस्ती भी हो गई लेकिन उसने आगे कोई भाव नहीं दिया. एक बार एक रंडी को चोदने का मौक़ा मिला.
लंड चुसाई वाली सेक्सी कहानियाँ… लंड चूस कर लड़की अपने साथी को मजा कराये
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परीक्षा भवन के बाहर एक लड़की मुझे भा गई. कॉलेज में भी वो लड़की मुझे दिखी और दोस्ती भी हो गई लेकिन उसने आगे कोई भाव नहीं दिया. एक बार एक रंडी को चोदने का मौक़ा मिला.
यह कहानी नहीं सच्चाई है, मैंने शादीशुदा पड़ोसन भाभी के साथ सम्भोग किया है और वो भी पूरे मज़े के साथ और खुल कर ! असल में वो भाभी अपने पति की बेरुखी से दुखी थी.
दिल्ली एयरपोर्ट पर एक महिला की चूचियां दिख रही थी, मैं उन्हें देखता रहा तो उसने मुझे अपना कार्ड दिया और कहा- फोन करना! मैंने Whatsapp पर उसे मैसेज किया तो उसने मुझे अपने घर बुला लिया.
अब तक आपने मेरी डायरी में लिखे मेरे उस कामोत्तेजक अंश को जाना जो मैंने अपने दोस्त और अपनी बीवी के साथ सेक्स करते हुए लिखे थे.. कि चाँद की रोशनी में मैंने अपनी बीवी नंगी चूचियों को देखा तो मस्त हो गया।
मुझे लड़कों में रुचि है, मेरी मौसी के लड़के की शादी में उसके एक दोस्त, जो बांका जवान था, पर मेरी नजर टिक गई, मेरा मन उसका लण्ड लेने को करने लगा.
यह कहानी मुम्बई में मिली एक भाभी की है जब मैं वहाँ अपने मामा मामी के घर गया था। वो मामी की सहेली थी, हमारी दोस्ती हो गई, उसके बाद तो वो खुद ही मेरे नीचे आ गई…
वो बोली- पूजा ने भी तुम्हारा लण्ड देखा.. तो मैं बोला- देखने दो.. कुछ दिन बाद वो मेरे लण्ड को अपने हाथ में भी लेगी और मुँह में भी लेगी और चूत में भी लेगी।
अपनी एक दोस्त के साथ सेक्स करने उसके कमरे पर जाता था तो उसकी सहेली भी वहाँ होती थी, उसकी आँखों में अजीब सी कशिश और शरारत होती थी, सेक्स की तलब दिखाई देती थी।
एक रात मैंने अपनी टीचर मकान मालकिन को उसकी छात्रा के साथ लेस्बियन सेक्स करते देखा तो उनकी वीडियो बना ली और फिर मैंने मकान मालिकन को कैसे चोदा.. इस कहानी में!
मैं थोड़ी देर तो दोनों हाथ दिवार पर टिकाये, झुका हुआ, कूंकता हुआ चुदवाता रहा, लेकिन फिर मुझसे रहा नहीं गया। मैंने फिर एक हाथ से अपनी गांड थाम ली।
रचना ने भाभी की गांड के अन्दर क्रीम लगा दी और मेरे लंड में भी क्रीम लगा दी। भाभी की मस्ती बढ़ती ही जा रही थी, वो अपनी उँगली को अपने चूत के अन्दर बाहर कर रही थी।
मैं थोड़ा झिझका लेकिन फिर घुटनों के बल बैठ कर उसका लण्ड चूसने लगा, उसके लण्ड की खुशबू मेरे नथुनो में भर गई। मैं उसका और उसके लण्ड का दीवाना था।
रचना की भाभी काफी गोरी चिट्टी थी, लाल साड़ी में लो कट ब्लाउज में बड़ी ही सुन्दर लग रही थी। ॠचा भाभी की आँखें बड़ी-बड़ी, नाक तोते की चोंच जैसे नुकीली थी उसकी।
'चूस ले.. आह्ह.. चूस ले.. फिर मौका नहीं मिलेगा अपनी मॉम की चॉकलेटी बुर.. को खा जा रे...बड़ा मज़ा आ रहा है.. ' मॉम मदहोशी में सिसकारियों के बीच बोल रही थीं।
मैं अपनी सलहज को छोड़ने जा रहा था तो रास्ते में भाभी ने अपना हाथ मेरे हाथ पर रखा, उनके छूते ही मैंने कहा- आपका हाथ कितना गर्म है। उन्होंने कहा- तुम्हारी भाभी भी तो गर्म है।
दिल्ली की लोकल बस में सफ़र करते हुए मेरी मुलाक़ात एक खूबसूरत युवती से हुई. बार बार सामना हुआ, दोस्ती हुई और फिर एक दिन ऐसा आया कि हम तन बदन से एक दूसरे के हो गए.
मैं शुरू से ही कामुक प्रकृति का हूँ.. सेक्स को लेकर उत्सुक था। इस कहानी में मैंने बताया है कि कैसे मैंने एक पड़ोसी लड़के से अपना लंड पहली बार चुसवाया।
मेरी बहन का एक हट्टा-कट्टा ब्वॉयफ्रेण्ड है। एक दिन घर में मम्मी-पापा नहीं थे.. तो मैंने चुपके से उन दोनों को चुदाई करते देख लिया। मैं उसका लौड़ा देख कर हैरान रह गया.. तभी से उसके लण्ड को गांड में लेने की चाह मुझमें जागने लगी।
मैं गाँव आया तो घूमने निकल पड़ा, गेहूँ के खेत तक पहुँचा, मुझे चरचराहट की आवाज़ सुनाई दी, कोई औरत गेहूँ काट रही थी, पीछे से गांड बहुत मोटी थी, पसन्द आ गई…
करीब आधी रात को मैंने साथ वाले कमरे में सोई चंचल भाभी के कमरे में झाँका और यह देख कर हैरान हो गया कि भाभी अपनी साड़ी ऊपर उठा का अपनी चूत में ऊँगली मार रही थी।