चूत एक पहेली -55
चूत में लौड़ा जाएगा तो फटेगी ही ना.. वैसे कुछ भी कहो.. तुम सच में कमाल की हो.. ऐसे हुस्न के साथ आज तक कुँवारी घूम रही हो.. अगर तुम मेरी बहन ना होती.. तो मैं कब का तेरी चूत फाड़ चुका होता।
बिना चुदी नंगी चुत की पहली बार चुदाई, कुँवारी चूत की हिंदी कहानी, कुँवारी कन्या के पहले सेक्स की स्टोरी
Kunvari chut ki Chudai ki Hindi Kahani
choot Sex Stories About First Time Sex with a Virgin Girl
Story about Defloration of a Virgin Girl.
चूत में लौड़ा जाएगा तो फटेगी ही ना.. वैसे कुछ भी कहो.. तुम सच में कमाल की हो.. ऐसे हुस्न के साथ आज तक कुँवारी घूम रही हो.. अगर तुम मेरी बहन ना होती.. तो मैं कब का तेरी चूत फाड़ चुका होता।
करीब दो महीने बाद हमारा प्रोग्राम बना मगर इस दौरान मैं उसे पूरी ट्रेंड कर चुका था, लंड चूसना, चूत चटवानी, चूची चुसवानी, ये सब जब भी मौका मिलता, हम करते। एक दिन उसने कहा कि उसे मुझसे प्यार हो गया है। मगर मेरे मन में ऐसा कोई भाव नहीं था, मुझे सिर्फ उसकी कच्ची […]
घर में कामवाली लड़की देखने में तो कुछ ख़ास नहीं थी पर वो कुंवारी थी तो उसकी अनचुदी बुर की सील तोड़ने का लालच मैं छोड़ नहीं पाया और धीरे धीरे उसे सेट करके चोदा.
चूत चाटने से चेतना अपनी चूत की पहली चुदाई के लिये उतावली थी तो मैंने दो उंगलियाँ डालीं और लौड़े के लिए चूत का मुँह खोल कर लण्ड का टोपा उसके गुलाबी छेद पर रखा।
पायल बिस्तर पर आँखें बन्द किए हुए सीधी लेटी हुई थी.. उसके पैर मुड़े हुए और ऐसे फैले हुए थे.. जैसे चुदाई के वक़्त किसी रण्डी के होते हैं। वो कमर को ज़ोर-ज़ोर से हिला रही थी और बड़बड़ा रही थी- आह सस्स आह.. भाई.. चोदो.. आह.. पूरा डाल दो.. आह..
मैं स्टेशन पर मोबाइल में अन्तर्वासना की कहानियाँ पढ़ते हुए ट्रेन की प्रतीक्षा कर रहा था, मेरा लन्ड खड़ हो रहा था और एक लड़की मेरी पैन्ट का उभार देख कर मुस्कुरा रही थी। बात हुई तो पता चला कि उसे भी उसी ट्रेन से जाना है।
मामा के घर शादी में गया, तो सोने की जगह की तंगी के कारण मैं अपनी ममेरी बहन और उसकी सहेली के कमरे में ही सोया. रात में दो कुंवारी लड़कियों के बीच मेरी अन्तर्वासना जाग उठी.
पायल- भाई.. अब क्या सोच रहे हो.. एक लड़की आपके इतने करीब है.. आपका मन नहीं करता.. उसको कुछ करने का.. किस करने का? पायल अब पूरी तरह से पुनीत के ऊपर चढ़ गई थी। उसकी नंगी चूत बरमूडे में तने पुनीत के लंड से टच हो रही थी। जिसका अहसास पुनीत को भी हो रहा था।
पायल के दिमाग़ में वासना का जन्म हो गया था.. वो कुछ सोच कर मुस्कुरा रही थी। रॉनी के जाने के बाद उसने अपने बाल पोंछे और सिर्फ़ एक शॉर्ट नाइटी पहन ली.. उसके अन्दर उसने जानबूझ कर कुछ नहीं पहना और धीरे से अपने कमरे से निकल कर पुनीत के कमरे के पास चली गई।
हाय फ्रेंड्स मेरा नाम जतिन है और मैं अभियांत्रिकी का छात्र हूँ। मैं खाते पीते घर से हूँ.. इसीलिए मैं एक एथलेटिक और भरे हुए बदन का मालिक हूँ और दिखने में भी मैं एक आकर्षक लड़का हूँ। हर रोज जिम जाना मुझे अच्छा लगता है और ये मेरी हॉबी है। वैसे तो मुझे लड़कियाँ […]
रॉनी जब अन्दर गया तो वो पिंक तौलिया में पायल के गोरे जिस्म को बस देखता ही रह गया। वो बहुत प्यारी और सेक्सी लग रही थी.. मगर रॉनी ने जल्दी से अपनी नजरें उसके नंगे जिस्म से हटा लीं।
मुझे लगा वो मुझे लाइन दे रही है.. तो मैं कैसे पीछे रह सकता हूँ। जब वो नहाने लगी.. तो मैं उसे देखने लगा। उसने भी चोरी-छुपे मुझे देख लिया और वो मुझे अपने चूचे दिखाते हुए उनको बार-बार रगड़ने लगी।
मेरी क्लास में एक खूबसूरत लड़की पूजा पढ़ती थी. एक दिन वो अपने भाई के साथ आई तो पता लगा कि मेरे दोस्त की बहन है. दोस्त से बात की तो पूजा से भी दोस्ती हो गई.
मैं तब अनचुदी कुंवारी चूत थी जब मैंने पापा को मम्मी की चूत चोदते हुए पहली बार देखा था. उनके कमरे से आती आवाजों ने मेरी उत्सुकता बढ़ाई तो मैंने अन्दर झांका.
जब थोड़ा होश आया तो मैंने देखा कि मेरे लण्ड पर.. भाभी की फुद्दी पर.. और बिस्तर की चादर पर खून के धब्बे थे.. मैं समझ गया कि भाभी ने भी मेरी तरह पहली बार सेक्स किया है।
पायल को गेम के बारे में सब पता चल गया है, वो सेक्स की आग में जल रही है तो उसने गेम में हिस्सा लेने के लिए हाँ कर दी. टोनी ने बहाने से उसके मम्मे भी छू लिए.
भाई की शादी के कुछ ही दिन बाद अचानक से भाभी मुझसे बहुत प्यार जताने लगी. मैं भाभी को मायके छोड़ने गया वहाँ से भाभी ने खूब प्यार भारी बातें. घर में क्या हुआ?
सर्दी की एक रात में अपनी माशूका खुशी की कुंवारी चूत की चुदाई पहली बार की, मैं शहर में पढ़ता था, मेरी प्रेयसी गाँव में थी, कजिन की शादी में गाँव आया तो...
पुनीत ने पायल को गेम के लिये मनाना था और पायल अपने भाई पुनीत से ही अपनी चूत चटवाई के सपने देख रही थी। सपने में वो पूरी नंगी होकर अपने भाई से अपनी चटवाती है।
एक रात अनुराधा जागरण में गई हुई थी। बच्चे सोए हुए थे.. तो संजय चुपके से सुनीता के कमरे में गया। उसको सोया हुआ पाकर उसके होंठों पर उंगली फेरने लगा। सुनीता ने एकदम से जागते हुए कहा- भाई साहब आप.. इस वक़्त यहाँ क्या कर रहे हो?